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गटर में डूबती जिंदगी... - दलित दस्तक Home Opinion गटर में डूबती जिंदगी… गटर में डूबती जिंदगी… दिल्ली की एक बस्ती में तीस-बत्तीस वर्षीय युवा स्त्री रो रही थी. आस-पास बैठी महिलाएं उसे ढांढस बंधाने की नाकाम कोशिश कर रही थीं. जब हमारी फैक्ट फाइंडिंग टीम वहां पहुंची तो हमने देखा कि वहां 8 और 6 साल के दो बच्चे सहमे से यह सब देख रहे थे. उनके पिता की सीवर की सफाई के दौरान मृत्यु हो गई थी. दिल्ली की झुग्गी-बस्ती में रहने वाले इस परिवार में इन बच्चों का पिता ही एकमात्र कमाने वाला था. बच्चों की बूढ़ी दादी भी उनके साथ रहती थीं. दादा जी गुजर चुके थे. इन मासूम बच्चों के सिर से उनके पिता का साया उठ गया. पिता के जाने के बाद पूरा परिवार बेसहारा हो गया है. सीवर सिस्टम को शहर की लाइफ-लाईन कह सकते हैं. वहीं जहां सीवर सिस्टम नहीं है वहां सेप्टिक टैंक लोगों ने अपनी दैनिक निवृत्ति के लिए बना रखे हैं. जाहिर है समय समय पर इनकी सफाई की भी आवश्यकता होती है. और इन्हीं सीवर/सेप्टिक टैंकों की सफाई के दौरान साफ करने वाले जहरीली गैसे से मर जाते हैं. सीवर सिस्टम को शहर की लाइफ-लाईन कह सकते हैं. वहीं जहां सीवर सिस्टम नहीं है वहां सेप्टिक टैंक लोगों ने अपनी दैनिक निवृत्ति के लिए बना रखे हैं. जाहिर है समय समय पर इनकी सफाई की भी आवश्यकता होती है. इन सीवर और सेप्टिक टैंकों से जहरीली गैसें भी निकलती है. कई बार सीवर और सेप्टिक टैंकों की सफाई के दौरान साफ करने वाले जहरीली गैसों से मर जाते हैं. सफाई कर्मचारी आन्दोलन इन दिनों सीवर में होने वाली मौतों पर संज्ञान ले रहा है. और सरकार से इस गंभीर विषय पर संसद में चर्चा करने की बात उठा रहा है. इसके अलावा सरकार से इस प्रकार की व्यवस्था यानी तकनीक को लाने की बात कर रहा है जिससे किसी भी इंसान की जान सीवर की सफाई करते हुए न जाए. इस के लिए सभी सासंदों को ज्ञापन दिया जा रहा है कि वे इस विषय को संसद में उठाएं. सफाई कर्मचारी के एक सर्वे के दौरान पिछले 100 दिनों में सीवर में 35 व्यक्तियों की मौत हो चुकी है. भले ही सरकार ने मैला सफाई के रोजगार का निषेध और सफाई करने वालों के पुनर्वास का अधिनियम 2013 बनाया है. माननीय सुप्रीम कोर्ट ने भी अपने 27 मार्च 2014 के आदेश में यह स्पष्ट उल्लेख किया है कि किसी भी हालत में किसी भी व्यक्ति को मानव मल की सफाई के कार्य में न उतारा जाए. किसी को भी सीवर या सेप्टिक टैंक में न उतारा जाए. सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट कहा है कि यदि आपातकालीन स्थिति में किसी भी व्यक्ति को सीवर/सेप्टिक टैंक में उतारा भी जाता है तो उसके पास सभी सुरक्षा उपकरण हों. विशेष सुरक्षा सूट हो. ऑक्सीजन सिलेंडर हो. हैंडग्लोब हों. बूट हों. ताकि उसकी जान को किसी भी प्रकार का खतरा न हो. परन्तु दुखद है कि इसमें व्यवस्था तंत्र या कहें सरकारी मशीनरी पूरी तरह नाकाम है. सीवर/सेप्टिक टैंक की सफाई करने वाले व्यक्ति 90 प्रतिशत से अधिक दलित समुदाय से होते हैं. सरकार की जातिवादी मानसिकता का ही परिणाम है कि सरकार इस बारे में गंभीर नहीं है. सरकार में बैठे नौकरशाहों को लगता है कि ये तो इस जाति के लोगों का ही काम है. सफाई का काम इस व्यवस्था ने सदियों से जाति विशेष के कुछ समुदायों पर थोप दिया है. दुख की बात यह है कि आज के समय में जिसे तकनीक का समय कहा जाता है. भारत मंगलयान तक भेज चुका है. ऐसे समय में भी सीवर/सेप्टिक टैंक साफ करने के लिए समुचित तकनीक का विकास नहीं किया गया है या सरकार तकनीक का इस्तेमाल नहीं कर रही है. आज जब हर दूसरे-तीसरे दिन सीवर/सेप्टिक टैंक की सफाई करते लोगों के मरने की खबरें आ रही हैं- ऐसे में सरकार की नियत पर शंका होना लाजिमी है. यहां ध्यान देने की बात यह भी है कि सीवर/सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान मरने वालों की उम्र 20 से 40 वर्ष के लोगों की होती है. इनकी जान तो जाती ही है इसके साथ ही इनका पूरा परिवार भी अनाथ हो जाता है. आमदनी का स्रोत खत्म हो जाता है. मासूम बच्चों की पढ़ाई के साथ-साथ दो वक्त के खाने की भी परेशानी हो जाती है. बूढ़े माता-पिता का सहारा छिन जाता है. कह सकते हैं कि पूरा परिवार बेसहारा हो जाता है. इन पर क्या बीतती है यह तो भुक्तभोगी ही जानता है. सुप्रीम कोर्ट ने सीवर/सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान मरने वालों के निर्भरों के लिए दस लाख मुआवजे का प्रावधान भी किया है. वह भी इन्हें नहीं मिल पाता. क्योंकि परिवार वालों को इसकी जानकारी नहीं होती. तंत्र इतना संवेदनशील नहीं है कि स्वयं मुआवजा प्रदान करें. इस प्रकार सीवर में सिर्फ एक व्यक्ति की ही मौत नहीं होती बल्कि उसका पूरा परिवार जीते जी मर जाता है. यहां सवाल सभ्य कहे जाने वाले इस समाज पर भी उठता है कि वह जानबूझ कर भी चुप क्यों रहता है? धूमिल की कविता में जब वह कहते हैं कि '…यह तीसरा आदमी कौन है? मेरे देश की संसद मौन है?' यहां तो संसद ही नहीं सभ्य समाज भी मौन है. देश का जब भी कोई जवान सरहद पर मरता है तो देश और समाज उसे शहीद का दर्जा देता है. सम्मान व्यक्त करता है. उसके परिवार को सुविधाएं देता है. क्योंकि वह सरहद पर हमारे देश की रक्षा करता है. पर हमारे ही मलमूत्र, औद्योगिक विषैले प्रदूषण से जाम हुए सीवर को साफ कर बीमारियों से हमारी रक्षा करने वाला जब सीवर की सफाई के दौरान मर जाता है तो उसे शहीद नहीं कहा जाता. क्या वह इस देश का नागरिक नहीं होता? क्या उसे सम्मान के साथ जीने का हक नहीं होता? हम उसे सीवर रूपी मौत के कुएं में उतरते हुए देख रहे हैं. हम उसे मरते हुए देख रहे हैं. हम उसके जीवन की सुरक्षा के लिए कुछ नहीं कर रहे है. कहां गईं हमारी संवेदनाएं? कहां गई हमारी सभ्यता?
सात महीनों से बंद भारत-नेपाल सीमा से बढ़ी लोगों की दुश्वारियों की सुध लेने वाला कोई नहीं है - Purva Star ग्राउंड रिपोर्ट : भारत-नेपाल सीमा बंद हुए सात महीने पूरे होने जा रहे हैं। पिछले दिनों नेपाली कैबिनेट ने एक महीने के लिए बंदी की अवधि फिर बढ़ा दी है। इतने लंबे समय तक सीमाएं बंद होने के कारण दोनों देशों के सीमावर्ती क़स्बों व गांवों में लोगों, ख़ासकर व्यापारियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। • मनोज सिंह बिहार के सुपौल जिले का कुनौली ग्राम पंचायत नेपाल सीमा के पास है। नो मैंस लैंड पर खाड़ो नदी बहती है और वही दोनों देशों की सीमा को निर्धारित करती है। शनिवार की दोपहर नदी के उत्तर नेपाली सशस्त्र पहरी के जवान गश्त कर रहे हैं, तो इस पार सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के जवान। नेपाल की तरफ के कुछ लोग पैदल आ रहे हैं। इसी बीच नेपाली सशस्त्र पहरी के जवान सीटी बजाते हैं। कुछ देर बाद बॉर्डर के इस पार से एसएसबी के जवान भी सीटी बजाने लगते हैं। पहले तो समझ में नहीं आता कि दोनों देशों के जवान सीटी क्यों बजा रहे हैं। तभी एसएसबी का एक जवान सीटी बजाते हुए उस तरफ भागता है जिस तरफ नदी पार कर नेपाल की तरफ से कुछ लोग भारतीय सीमा में आ रहे हैं। इसमें महिलाएं भी हैं। ये लोग 500 मीटर दूर आगे चलकर घूमकर आने के बजाय नदी पार कर आ रहे हैं ताकि जल्दी कुनौली पहुंच जाएं। एसएसबी के जवान उन्हें हिदायत देते हैं कि वे नदी पार कर न आए। निधारित मार्ग से ही आएं। नेपाल से आने वाले और फिर वापस जाने वालों को दोनों तरफ के सुरक्षा कर्मी लगातार निगरानी और पूछताछ कर रहे हैं। नेपाल की तरफ खाड़ो नदी से सटे एक सड़क बन रही है जिस पर दर्जनों बाइक खड़ी दिख रही हैं। ये सभी लोग बाइक खड़ी कर भारतीय सीमा में खरीदारी करने आए हैं। दोनों देशों की सीमा बंद होने के कारण वाहनों की आवाजाही पर रोक है। पिछले एक डेढ़ महीने से पैदल आने-जाने दिया जा रहा है लेकिन बीच-बीच में उसे भी रोक दिया जाता है। भारत-नेपाल सीमा कोरोना के कारण 24 मार्च से बंद है। कोरोना के कारण 24 मार्च को नेपाल ने अपने देश में लॉकडाउन की घोषणा की। इसके एक दिन बाद भारत में भी लॉकडाउन की घोषणा की गई। बॉर्डर बंद हुए सात महीने पूरे होने जा रहे हैं। नेपाली कैबिनेट ने 15 नवंबर तक एक महीने के लिए बॉर्डर बंदी की अवधि एक बार फिर बढ़ा दी है। इतने लंबे समय तक नेपाल बॉर्डर इसके पहले कभी बंद नहीं हुआ था। बॉर्डर बंदी के कारण दोनों देशों के सीमावर्ती कस्बे और गांवों के लोगों को भारी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। भारत-नेपाल सीमा की स्थिति किसी भी दो देशों के बॉर्डर से एकदम जुदा है। दोनों देशों के बीच बॉर्डर के नाम पर दस गज की एक पट्टी होती है जिस दस गज्जा कहा जाता है। इसे नो मैंस लैंड भी कहा जाता है। दोनों देशों की सरहद पर न कोई कंटीले बाड़ हैं न सैनिकों की भारी तैनाती। खुली सीमा होने के कारण नेपाल के लोग भारतीय सीमा में और भारतीय लोग नेपाली सीमा में आते-जाते हैं। कई नाकों पर बड़े वाहनों के आने जाने के लिए भारतीय सीमा में सीमा शुल्क कस्टम और नेपाल सीमा में भंसार (कस्टम) कार्यालय हैं जहां जरूरी औपचारिकताओं को पूरा कर आया-जाया जा सकता है। नेपाली नागरिकों को भारतीय सीमा में नजदीकी रेलवे स्टेशन तक आने-जाने के लिए किसी औपचारिकता की जरूरत नहीं होती। इसी तरह भारतीय नागरिकों को नजदीकी बाजारों तक जाने के लिए सिर्फ 'सुविधा' पर्ची कटवानी पड़ती है। इन नाकों के अलावा सीमा पार कर आने-जाने के लिए लोग पगडंडिया और कच्चे रास्तों का भी इस्तेमाल करते हैं। सीमावर्ती भारतीय बाजार नेपाली नागरिकों पर ज्यादा निर्भर रहते हैं। नेपाली नागरिक बड़ी संख्या में रोजमर्रा की जरूरतों के लिए नजदीकी भारतीय बजारों में आते हैं क्योंकि नेपाली बाजारों के मुकाबले खाद्यान्न, कपड़े आदि भारतीय बाजारों में सस्ते मिल जाते हैं। इसी तरह भारत के लोग मसालों, इलेक्ट्रानिक व इलेक्ट्रिक सामानों के लिए नेपाली बाजारों का रुख करते हैं, जो उन्हें भारत की अपेक्षा सस्ते मिलते हैं। कोरोना के कारण बॉर्डर बंदी ने स्थिति एकदम बदल दी है। शुरूआती महीनों में लॉकडाउन के कारण लोगों की आवाजाही एकदम बंद रही। यहां तक कि भारत और नेपाल में काम करने वाले श्रमिकों को अपने-अपने देश जाने के लिए बॉर्डर क्षेत्र में क्वारंटीन रहना पड़ा। बाद में किसी तरह दोनों देशों के श्रमिकों की आवाजाही की छूट दी गई। इसके बाद फिर पूर्ण बंदी हो गई। अलबत्ता मालवाहक वाहनों के आने-जाने पर छूट जारी रही। लॉकडाउन खत्म होने के बाद सीमावर्ती बाजार अगस्त महीने में खुल तो गए लेकिन बॉर्डर पर लोगों की आवाजाही बंद होने से उनकी बिक्री बहुत कम या न के बराबर है। कुनौली में छोटी-बड़ी 350 दुकानें हैं। शनिवार और मंगलवार को यहां साप्ताहिक बाजार लगती है। यहां पर नेपाल के सप्तरी जिले के जिला मुख्यालय राजबिराज तक के लोग बाजार करने आते हैं। बॉर्डर बंदी के पहले शनिवार और मंगलवार को काफी भीड़ होती थी। इनमें सर्वाधिक लोग नेपाल के होते थे। कुनौली के कपड़ा दुकानदार और व्यापार मंडल के अध्यक्ष राधेश्याम गुप्ता के भाई श्याम गुप्ता कहते हैं, 'आज शनिवार हाट का दिन है लेकिन हम लोग खाली बैठे हैं। इक्का-दुक्का ग्राहक आ रहे हैं। पहले पूरा बाजार भरा रहता था। 'श्याम गुप्ता कहते हैं, 'कुनौली में रोज एक हजार नेपाली नागरिक खरीद-फरोख्त करने आते हैं। शनिवार और मंगलवार को हाट के दिन यहां संख्या दो से तीन गुनी हो जाती है। कुनौली के उत्तर और पश्चिम नेपाल है और पूरब कोसी। हमारा पूरा बाजार नेपाल पर निर्भर है। यदि बॉर्डर ज्यादा दिन तक बंद रहा तो मार्केट टूट जाएगा। 'उन्होंने बताया कि लगातार बंदी से व्यापार में आई गिरावट के कारण कई दुकानदार अपनी दुकान का किराया नहीं दे पा रहे हैं। कुनौली में दस दुकानें बंद हो गई हैं। इसमें कॉस्मेटिक, किराना और जूते-चप्पल की दुकानें थी। यहां दुकानों का किराया कम से कम तीन हजार है। वे सवाल करते हैं, 'जब बिक्री ही नहीं होगी, तो दुकानदार क्या कमाएगा और क्या खाएगा?' बॉर्डर बंदी से सबसे ज्यादा असर व्यापारियों पर पड़ा है लेकिन आम लोग भी कम परेशान नहीं हैं। सीमा इस पार भारतीय लोगों को रिश्तेदारियां नेपाल में है। उन्हें आने-जाने में बहुत परेशानी हो रही है। कुनौली ग्राम पंचायत के बथनाहा गांव के निवासी बृजेश महतो की पत्नी नेपाल के सप्तरी जिले की हैं। वे बताते हैं, 'नेपाल के राजबिराज में अच्छा अस्पताल है। पत्नी के बीमार होने पर बाइक से हनुमाननगर गए और फिर वहां से बस से राजबिराज गए। बॉर्डर बंद नहीं रहता तो बाइक से सीधे कुनौली के रास्ते पहुंच जाते। 'वह बताते हैं कि, 'बॉर्डर बंदी के बीच दो बार पत्नी मायके गईं। हमने उन्हें कुनौली तक बाइक से छोड़ा और मोबाइल कर उनके भाई को बुलाया। पैदल बॉर्डर पार करने बाद पत्नी अपने भाई के बाइक से गईं।' डागमारा ग्राम पंचायत के सिकरहट्टा चूटियाही गांव के वंशीनारायण मेहता ने बताया कि उनकी अधिकतर रिश्तेदारी नेपाल में ही हैं। गांव के कई लड़कों-लड़कियों की शादी नेपाल में हुई है। बराबर आना-जाना लगा रहता है। बॉर्डर बंद होने से दिक्कत तो हो रही है लेकिन किसी न किसी तरीके आ-जा रहे हैं। वे कहते हैं, 'पहले हम सीधे मोटरसाइकिल से चले जाते थे। अब वह बॉर्डर तक ही जा पाते हैं। बॉर्डर पार कर नेपाल के अपने रिश्तेदार को बुलाते हैं और फिर आगे जा पाते हैं। वह कहते हैं कि दोनों तरफ के लोगों की खेतीबारी भी दोनों तरफ है। उन्हें बॉर्डर बंदी से काफी दिक्कत हो रही है।' कुनौली की ही तरह बिहार और उत्तर प्रदेश के सभी सीमावर्ती क्षेत्रों का यही हाल है। नेपाल से बिहार के पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, मधुबनी, सीतामढ़ी और सुपौल जिले के आधा दर्जन से अधिक बड़े बाजार- कुनौली, हनुमाननगर, रक्सौल, जयनगर, लौकहा, वीरगंज, इनरवा, भिट्ठामोड़ बॉर्डर के पास हैं। सभी जगहों पर कमोबेश यही स्थिति है। यूपी के महराजगंज जिले के सोनौली, भगवानपुर, बरगदवा, ठूठीबारी, लक्ष्मीपुर और झुलनीपुर से बड़ी संख्या में दोनों देशों के लोगों की आवजाही होती है। बॉर्डरबंदी से इन जगहों पर सन्नाटा पसरा है। कुनौली बाजार से नो मैंस लैंड होकर नेपाल वापस लौटती महिलाएं। सीमावर्ती लोग अपनी जरूरतों के लिए सुरक्षाकर्मियों के रोक-टोक के बीच पगडंडियों के रास्ते आने-जाने को मजबूर हैं। इन स्थानों के खुदरा व्यापारी बॉर्डर के बंद होने से आर्थिक रूप से टूट गए हैं क्योंकि उनका व्यवसाय नेपाली नागरिकों की आवाजाही से जुड़ा हुआ है। यही हालत नेपाल के सीमावर्ती बाजारों की भी है, जहां भारतीय खरीदारी करने जाते थे। सीमावर्ती लोगों को उम्मीद थी कि दशहरे के त्योहार में नेपाल बंद बॉर्डर को खोल देगा क्योंकि नेपाल में यह बड़ा त्योहार होता है लेकिन नेपाल ने 16 अक्टूबर से 15 नवंबर तक एक महीने के लिए सीमाबंदी और बढ़ा दी है। अभी नेपाल बॉर्डर मालवाहक वाहनों के लिए ही खुला है। भारत से मालवाहक वाहन नेपाल जा रहे हैं। सोनौली, भारत-नेपाल बॉर्डर के नाकों में से सबसे बड़ा नाका है। यहां पर बॉर्डर से 15 किलोमीटर तक मालवाहक वाहनों की लंबी कतार लगी हुई है। ट्रकों को बॉर्डर से गुजरने में एक सप्ताह तक लग रहे हैं। ऐसे में कच्चे सामान खराब भी हो रहे हैं। नेपाल सीमा से 6 किलोमीटर पहले नौतनवा बाईपास पर ट्रकों की लाइन में लगे ट्रक डाइवर आबिद खान और समनदीप सिंह से आठ अक्टूबर को मुलाकात हुई। आबिद खान ने बताया कि 'वह दो अक्टूबर की रात से यहां खड़े हैं। चंदौली से कोयला लेकर चले हैं। नेपाल जाने के लिए तीन दिन पहले सब कागज बन गए, लेकिन 15 किलोमीटर तक लंबी लाइन लगी हुई है। जाने कब अपना नंबर आएगा। ट्रक में लदा कोयला सूख रहा है। मुझे नेपाल के बुटवल तक जाना है। कोयला के सूखने की वजह से वजन कम होगा तो दस हजार से अधिक रुपये का नुकसान होगा। मेरी कमाई भी मारी जा रही है। दस दिन में एक चक्कर लगा पाता हूं। एक चक्कर के चार हजार रुपये मिलते हैं। इस महीने में तो लगता है कि एक ही चक्कर लगा पाउंगा। यहीं सड़क खाना बनाकर खा रहे हैं। 'लुधियाना से कपड़े लेकर आए समनदीप सिंह भी छह दिन से बॉर्डर के जाम में फंसे थे। गुस्साए समनदीप ने कहा, 'यहां कोई व्यवस्था ही नहीं है। हम कागज-पत्तर बनवाकर बैठे हुए हैं और तमाम गाड़िया रिश्वत देकर दूसरे लेन से सीधे बॉर्डर पार कर जा रही हैं।' सोनौली के कपड़ा दुकानदार अतुल जायसवाल बताते हैं कि उन्हें उम्मीद थी कि दशई (दशहरा) में बॉर्डर बंदी खत्म हो जाएगी। अब तक उन्होंने अपनी दुकान बंद रखी थी। बंदी खत्म होने की आस में दुकान खोलकर साफ-सफाई करवाई, लेकिन एक महीने के लिए फिर बॉर्डर बंद हो गया। दुकान खोल तो रहे हैं लेकिन पूरा दिन खाली बैठना पड़ता है। जायसवाल बताते हैं कि सोनौली की 80 फीसदी दुकानें अब खुल गई हैं लेकिन बिक्री नहीं है। बहुत कम ग्राहक आ रहे हैं। पूरा बाजार नेपाल पर निर्भर है। सोनौली में 500 से अधिक दुकानें है। जायसवाल ने बताया कि एक दर्जन दुकानें हमेशा के लिए बंद हो गईं क्योंकि दुकानदार किराया नहीं दे पा रहे थे। यहां पर दुकानों का किराया न्यूनतम सात हजार रुपये महीना है। सोनौली में कुछ थोक व्यापारी भी हैं। एक दर्जन से अधिक लोगों ने इंपोर्ट-एक्सपोर्ट का लाइसेंस भी बनवा रखा है। बॉर्डर बंदी से एक तरफ खुदरा व्यापारियो की कमर टूट गई है वहीं थोक व्यापारियों को नेपाल के व्यापारियों से ऑर्डर मिल रहे हैं। भारतीय बाजारों में मंदी है और नेपाली नागरिक भारतीय बाजारों तक पहुंच नहीं पा रहे हैं तो नेपाल में व्यापारिक गतिविधियां बढ़ी हैं। उनका व्यापार बढ़ रहा है। वे सीमावर्ती बाजारों के थोक व्यापारियों को ऑर्डर देकर सामान मंगा रहे हैं। सोनौली और ठूठीबारी के व्यापारियों ने बताया कि नेपाल के व्यापारी बॉर्डरबंदी से खुश हैं कि उनकी बिक्री बढ़ रही है। नेपाल के बॉर्डर पर स्थित महराजगंज जिले के के भगवानपुर में पांच दुकानें बंद हो गई हैं। ठूठीबारी में भी इसी तरह के हालात बन रहे हैं। खुदरा व्यापारी बेहद परेशान हैं। साइकिल दुकानदार पी. आजाद बताते हैं कि हजारों की बिक्री कुछ सौ रुपये में सिमट गई है। ठूठीबारी से नेपाल के महेशपुर जाने वाले मुख्य मार्ग पर सन्नाटा पसरा है। कस्बे के पूरब घोला नदी के पास पगडंडियों से होकर नेपाल से लोग आ-जा रहे हैं। ठूठीबारी निवासी राधेश्याम पांडेय हमें तस्वीर लेने से रोकते हैं और कहते हैं कि एसएसबी के जवान तस्वीर लेता देख लिए तो बॉर्डर पर आवाजाही रोक देंगे और लोगों की तकलीफ बढ़ जाएगी। पहले कई बार ऐसा हो चुका है। कई बार नेपाल से आए लोग वापस नेपाल जाने से रोक दिए गए। सैकड़ों लोगों को कई घंटे तक बॉर्डर पर खड़े रहना पड़ा। पांडेय बताते हैं, 'अक्टूबर के पहले सप्ताह में कस्बे के एक व्यक्ति की नेपाल के नवलपरासी जिले में मौत हो गई। नेपाली पुलिस ने जांच-पड़ताल के बाद शव को भारत जाने की इजाजत दे दी, लेकिन भारतीय सीमा में एसएसबी के जवानों ने शव आने से रोक दिय।' वे आगे बताते हैं, 'काफी मिन्नत करने के बाद भी एसएसबी के अधिकारी तैयार नहीं हुए। उनका कहना था कि हमें नेपाल से किसी को आने देने के लिए आदेश नहीं है। काफी देर तक शव नो मैंस लैंड पर रखा रहा। आक्रोशित लोग बॉर्डर पर एकत्र हो गए और प्रदर्शन करने लगे। तब जाकर एसएसबी ने शव को आने दिया।' इस तरह की घटनाएं रोज हो रही हैं। बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले के चकदहवा एसएसबी पोस्ट पर तैनात एक अधिकारी ने कहा, 'हम नेपाल से किसी को नहीं आने दे रहे हैं। जब बॉर्डर बंद है तो वहां के लोग कैसे आ सकते हैं? नेपाल के सशस्त्र पहरी भी इधर से जाने वालों को रोक रहे हैं।' यूपी के महराजगंज जिले के ठूठीबारी व्यापार मंडल के अध्यक्ष भवन प्रसाद गुप्त ने अपने सहयोगियों के साथ 28 सितंबर को जिलाधिकारी से मुलाकात कर ज्ञापन देते हुए कहा था कि बॉर्डर को जल्द खोला जाए। ज्ञापन में कहा गया था, 'प्रथम लॉकडाउन से ही बॉर्डर बंद होने से हमारा व्यापार बुरी तरफ प्रभावित हुआ है। पूरा बाजार नेपाल के ग्राहकों पर आधारित है। बॉर्डर बंद होने से व्यापार बंद है और हमारा भविष्य अंधकार में डूब गया है। व्यापारी बदहाल हैं और अवसाद में डूब रहे हैं। यदि बॉर्डर जल्द नहीं खुला तो व्यापारी भुखमरी का शिकार होगा और पलयान करने पर मजबूर होगा।' बॉर्डर बंदी से सीमावर्ती लोगों की परेशानियों से दोनों देशों की सरकारें फिक्रमंद नहीं दिख रही हैं। इस विषय पर कोई बातचीत भी नहीं हो रही है। कुनौली के श्याम गुप्ता कहते हैं, 'हम इसमें क्या कर सकते हैं। इंटरनेशल मामला है। उम्मीद पर बने हुए हैं कि जल्द ही सब कुछ सामान्य होगा। दोनों देशों को इस बारे में बात करनी चाहिए।' वंशीनारायण मेहता कहते हैं, 'भारत-नेपाल के लोगों के बीच ऐसे संबंध हैं कि उनकी आवाजाही को रोका नहीं जा सकता। आप बॉर्डर पर दीवार भी खड़ी कर दें, तो लोग आने-जाने का रास्ता निकाल ही लेंगे।' चम्पारन सत्याग्रह के बाद किसानों के लिए दूसरा गांधी हैं 'राहुल गांधी' किसानों के सुरक्षा की गारंटी है पंजाब सरकार का कृषि कानून Post Views: 20 ● पूर्वा स्टार ब्यूरो कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ मोदी सरकार को अपनी एकजुटता का अहसास करा चुके हरियाणा और पंजाब के किसान शुक्रवार रात भर दिल्ली-हरियाणा के सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर जमे रहे। आन्दोलनरत किसानों का साथ देने के लिए आज उत्तर प्रदेश से भी कई किसान संगठनों के दिल्ली बॉर्डर पहुंचने […]
MBA का छात्र बिहार में करता था शराब की तस्करी, रोजाना कमाता था 9 लाख - घर से लग्ज़री गाड़ी और मोटर साइकिल बरामद - द बेगूसराय MBA का छात्र बिहार में करता था शराब की तस्करी, रोजाना कमाता था 9 लाख – घर से लग्ज़री गाड़ी और मोटर साइकिल बरामद MBA student doing business of alcohol in bihar डेस्क : बिहार में शराब बंद है, लेकिन सिर्फ कागजों पर। अब बिहार का बच्चा-बच्चा भी जानता है कि शराबबंदी के नाम पर बिहार में शराब का व्यवसाय चल रहा है। आए दिन पुलिस छापामारी कर अनेकों तस्करों को गिरफ्तार कर रही है। हर गली मोहल्ले से कोई ना कोई शख्स ऐसा निकलता है जो शराब के व्यवसाय में लिप्त हो। बिहार सरकार शराबबंदी कानून यह सोच कर लाइ थी कि इससे लोगों का भला होगा और बिहार की जनता में बदलाव आएगा। लेकिन, इसका उल्टा ही होता नजर आ रहा है बल्कि लोग अब शराब का और ज्यादा सेवन करने लगे हैं जिसमें महिलाएं भी शामिल है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहां पर एक एमबीए करने वाले छात्र ने शराब बेचने का काम करना शुरू कर दिया। हालांकि, इस वक्त उसको पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आपको बता दें कि पुलिस अधिकारियों के मुताबिक शराब तस्कर एमबीए कर रहा है और उसके पास लग्जरी गाड़ी और मोटरसाइकिल है। बीते गुरुवार और शुक्रवार की रात राजधानी पत्रकार थाने की पुलिस ने उसको महात्मा बुद्ध नगर से पकड़ा। उसके पास 21 लाख की शराब मिली। पुलिस का कहना है कि अतुल दिन की ₹9 लाख की शराब बेच देता था। उसका बैंक अकाउंट जब्त कर लिया गया है। इसके उपरांत उसने कई ऐसे लड़के रख लिए थे, जो इस शराब की डिलीवरी करते थे। पूछताछ में अतुल का कहना है कि वह अलग-अलग हिस्सों में शराब पहुंचाने के लिए लड़कों को ₹500 कमीशन देता था। इस धंधे में उसके पास करीब 35 से 40 लड़के थे। इस बात का खुलासा तब हुआ जब अतुल के साथ काम कर रहे संजीव कुमार और इंद्रजीत सिंह को पुलिस ने पहले ही हिरासत में लिया हुआ था। हिरासत के दौरान जब इन दोनों से पूछताछ की गई तो दोनों ने अतुल का नाम लिया। इसके बाद पुलिस अतुल को पकड़ने के प्रयास में लग गई। जब पुलिस अतुल से पूछताछ कर रही थी तो शुरुआती दौर की पूछताछ में अतुल ने पुलिस को बरगलाने की कोशिश की। लेकिन, उसका यह नाटक ज्यादा देर चल ना पाया इस दौरान उसके पास ₹2 लाख कैश रखा था। जो कि पुलिस ने जब्त कर लिया है। पुलिस का कहना है कि शराब के धंधे से पहले अतुल मुर्गे का धंधा करता था। लेकिन, लॉकडाउन महामारी की वजह से हर धंधा चौपट हो गया था। इस कारण उसका मुर्गे का धंधा बंद हो गया। बताया जा रहा है कि अतुल के तार वैशाली तक जुड़े हैं और वैशाली में भी तस्कर काफी सक्रिय तरीके से शराब का लेन देन कर रहे हैं। पुलिस इन तस्करों की छानबीन कर रही है। Previous किसान का बेटा आकाशदीप बना आर्मी में लेफ्टिनेंट – पासिंग परेड में वर्दी देख माँ के छलक गए आँसू Next बिहार के इस परिवार के पिता बेचते हैं दूध लेकिन बेटे ने नहीं मानी हार और पहले प्रयास में किया UPSC क्रैक
Three people arrested for withdrawing 15 lakh 90 thousand rupees from the account of the deceased | मृतक के खाते से 15 लाख 90 हजार रुपए निकालने पर तीन जने गिरफ्तार - Dainik Bhaskar Three People Arrested For Withdrawing 15 Lakh 90 Thousand Rupees From The Account Of The Deceased परिजनों काे 6 माह बाद मिली जानकारी, दर्ज करवाया मुकदमा:मृतक के खाते से 15 लाख 90 हजार रुपए निकालने पर तीन जने गिरफ्तार गुमानपुरा पुलिस ने मृतक के खाते से 15.90 लाख रुपए निकालने के मामले में खुलासा करते हुए मकान मालिक, बैंककर्मी सहित 3 आाराेपियाें काे गिरफ्तार किया है। आराेपियाें ने अलग-अलग 5 चेक के माध्यम से धनराशि निकाली। सिटी एसपी केसर सिंह शेखावत ने बताया कि 3 अगस्त 2021 काे फरियादी आनंद सिंह पुत्र अवतार सिंह निवासी महावीर नगर ने रिपाेर्ट दी थी, जिसमें उसने बताया कि मेरे चचेरे भाई पवन पुत्र गाेपाल सिंह निवासी पाटनपाेल जलदाय विभाग रामगंजमंडी में कनिष्ठ लिपिक था। उसकी शादी नहीं हुई थी। 20 साल से वह शिवपुरा निवासी नरेन्द्र गौतम के मकान में किराए से रहता था। पवन की 12 नवंबर 2020 काे अधरशिला में माैत हाे गई थी, जिसकी मर्ग दादाबाड़ी थाने में दर्ज है और जांच चल रही है। पवन की मृत्यु के पश्चात हमने उसके कमरे से उसका रिकाॅर्ड लिया। इसमें एसबीआई बैंक में खाता हाेना पाया गया। उसकी माैत के बाद खाते से 13 नवंबर काे 4 लाख, 20 काे 3 लाख, 8 दिसंबर को 3.50 लाख, 16 को 3.50 लाख, 21 को 1.90 लाख रुपए 5 चेकों से कुल 15.90 लाख रुपए निकाले, जबकि उसकी मृत्यु 12 नवंबर काे हाे गई थी। आरोपियों में एसबीआई बैंक का कर्मचारी भी शामिल ​​​​​​​पुलिस ने बताया कि पवन के खाते का रिकॉर्ड प्राप्त किया। रिकॉर्ड के आधार पर मृतक पवन सिंह की मृत्यु 12 नवंबर 2020 काे हुई। इसके बाद उसके खाते से 5 चेकों के माध्यम से कुल 15 लाख 90 हजार की राशि निकाली गई। राशि अमर गुप्ता के खाते में हस्तांतरित हुई। इस पर अमर गुप्ता (43) पुत्र अनिल कुमार, निवासी विज्ञान नगर को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में उसने बताया कि मनोज कुमार (46) पुत्र मोहनलाल, निवासी आनंद विहार बजरंग नगर, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी एसबीआई बैंक शाखा मेडिकल कॉलेज महावीर नगर और प्रशांत गौतम पुत्र नरेन्द्र गौतम निवासी शिवपुरा सरकारी स्कूल के पास ने योजना बनाकर पवन सिंह के खाते से रकम निकाली। इस पर तीनों का अपराध में शामिल होना पाया जाने पर तीनाें काे गिरफ्तार कर लिया। अमर गुप्ता के खिलाफ पूर्व में 13 प्रकरण दर्ज हैं। साइन की चेकबुक का किया उपयाेग: डिप्टी अंकित जैन ने बताया कि पवन आराेपी प्रशांत के घर पर किराए से रहता था। उसने मरने पूर्व ही एक चेक बुक पर अपने साइन कर रखे थे। इसकाे आरोपियों ने मरने के बाद में अपने कब्जे में ले लिया था। इसके बाद आराेपियाें ने पैसा निकालना शुरू किया। हैरानी की बात यह है कि इतनी बड़ी राशि बैंक से निकल रही थी, ताे बैंक के कर्मचारियाें ने संबंधित व्यक्ति काे काॅल नहीं किया। यह जांच का विषय है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है। इसमें अगर काेई बैंक कर्मी भी आराेपी निकलता है ताे उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
– लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि भारतीय संस्कृति की राजदूत सुषमाजी के निधन की खबर सुनकर स्तब्ध हूं। वह मेरी बड़ी बहन की तरह थीं। – मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सुषमा जी भारत माता की सच्ची बेटी थीं, उन्होंने अपना पूरा जीवन भारत माता और लोगों की सेवा में लगा दिया। उन्होंने दुनिया में भारत की प्रतिष्ठा बढ़ाई। वह कश्मीर से आर्टिकल 370 हटने का इंतजार कर रही थी और उसके बाद वो हम सभी को छोड़ कर चली गईं। – भाजपा सांसद रमा देवी ने कहा कि जब तक उनकी सांस चलती रहेगी मैं सुषमा जी से जुड़ी रहूंगी। वह दुनिया छोड़कर गई हैं लेकिन अच्‍छी जगह पर रहेंगी। – केरल के पूर्व मुख्‍यमंत्री ओमन चांडी पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्‍वराज को श्रद्धांजलि देने उनके आवास पर पहुंचे।
22 दिसंबर से महाराष्ट्र में नाइट कर्फ्यू, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का बड़ा फैसला | Tehelka Hindi Home राज्यवार महाराष्ट् 22 दिसंबर से महाराष्ट्र में नाइट कर्फ्यू, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का बड़ा... 22 दिसंबर से महाराष्ट्र में नाइट कर्फ्यू, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का बड़ा फैसला ब्रिटेन में कोरोना वायरस के एक नए वेरिएंट के बाद अलर्ट मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कल से महाराष्ट्र 14 दिनों तक रात्र कर्फ्यू लगाने का फैसला किया है। मुंबई व अन्य बड़े शहरों में 22 दिसंबर 2020 से लेकर 4 जनवरी 2021 तक रात 11 बजे से सुबह 6 बजे तक कर्फ्यू लगाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने ब्रिटेन में कोरोना वायरस में आए नये स्ट्रेन के चलते एहतियाती उपायों के लिए एक बैठक बुलाई। ब्रिटेन में वायरस के प्रसार को रोकने के लिए कर्फ्यू लगाया गया है। जिसके मद्देनजर, एहतियात के तौर पर महाराष्ट्र में रात का कर्फ्यू लगाने का फैसला किया गया है। इसके साथ ही यूरोप और मध्य पूर्व देश से आने वाले यात्रियों को 14 दिनों तक इंस्टिट्यूशनल क्वारंटाइन में भेजा जाएगा। वहीं अन्य देशों से महाराष्ट्र में आने वालों को होम क्वारंटाइन में रहना होगा। ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट मिलने के बाद से पूरी दुनिया में कोविड-19 को लेकर चिंता बढ़ गई है। ब्रिटेन में पाया गया नया कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है। जिसके चलते कई देशों ने ब्रिटेन से हवाई यात्रा पर पाबंदी लगा दी है। भारत ने भी एहतियातन कदम उठाते हुए इस घोषणा की है कि भारत ने यूके से आने वाली सभी उड़ानें 31 दिसंबर तक के लिए रद्द कर दिए हैं। Previous articleबंगाल में भाजपा सांसद सौमित्र खान की पत्नी सुजाता मंडल ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी में शामिल हुईं Next articleडीडीसी नतीजों में कश्मीर में गुपकार गठबंधन बहुत आगे, जम्मू में भाजपा की बढ़त, कांग्रेस को भी अच्छी सीटें
कैलाश खेर का गाया गीत 'उत्तराखण्ड की यही आवाज हरीश रावत अबकी बार' गीत लॉन्च - Samachar Sach (समाचार सच) कैलाश खेर का गाया गीत 'उत्तराखण्ड की यही आवाज हरीश रावत अबकी बार' गीत लॉन्च समाचार सच, लालकुआं। विधानसभा लालकुआं में हरीश रावत की सांस्कृतिक सलाहकार माया उपाध्याय ने कैलाश खेर का गाया हुआ गीत उत्तराखंड की यही आवाज हरीश रावत अबकी बार गीत को स्क्रीन पर दिखाकर लॉन्च किया। ज्ञात हो कि उत्तराखंड की संस्कृति और विरासत की बात करने वाले 56 लालकुआं विधानसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को लेकर बॉलीवुड के महान सूफी गायक कैलाश खेर द्वारा गाया गया वीडियो की गूंज जहां सोशल मीडिया पर सुनाई दे रही है। उत्तराखंड की लोक कलाकार एवं स्वर कोकिला माया उपाध्याय के द्वारा यहां रविवार को विमोचन कर पत्रकारों को इस लोक संस्कृति के बारे में भी बताया। इस मौके पर गायिका माया उपाध्याय ने कहा कि उत्तराखंडियत की बात करने वाले अकेले हरीश रावत है जो राज्य की दशा और दिशा को भी बदल सकते हैं। उनका प्रयास इस विधानसभा सीट को जीतना ही नहीं राज्य की बेहतर अर्थव्यवस्था को और मजबूती प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि आगामी 14 फरवरी को सभी मतदाता राज्य निर्माण में अपना अमूल्य वोट देकर हरीश रावत को विजय बनाएं उन्होंने कहा कि हरीश रावत ही है जो उत्तराखंड की संस्कृति और विरासत को संभाल सकते हैं। गाने के बोल इस प्रकार से है – सरल स्वभाव पहाड़ी मुस्कान प्रदेशवासियों पर छिड़कता जहान इस मौके पर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष सतीश नैनवाल, पूर्व प्रदेश कांग्रेस कमेटी सदस्य हरेंद्र बोरा, नगर कांग्रेस अध्यक्ष सरदार गुरदीप सिंह, गुरदयाल सिंह मेहरा सहित काफी संख्या में कांग्रेसी मौजूद थे। Assembly Election 2022, Congress, haldwani news, haldwani samachar, harish rawat, Maya Upadhyay, NAINITAL, nainital samachar, uttarakhand samachar
birthday special: know interesting story of neha kakkar struggle | चार साल की उम्र में जगराते में गाकर मिलती थे केवल 500 रुपए, अब एक गाने के लाखों रुपए चार्ज करती हैं नेहा कक्कड़ - News Today Home Entertainment birthday special: know interesting story of neha kakkar struggle | चार साल... birthday special: know interesting story of neha kakkar struggle | चार साल की उम्र में जगराते में गाकर मिलती थे केवल 500 रुपए, अब एक गाने के लाखों रुपए चार्ज करती हैं नेहा कक्कड़ इंडियन शकीरा और रॉकस्टार कही जाने वाली नेहा कक्कड़ अपना 32वां जन्मदिन मना रही हैं। नेहा का जन्म 6 जून, 1988 को ऋषिकेश में हुआ था। उनका परिवार बेहद गरीब था और पिता बेटी सोनू कक्कड़ के स्कूल के बाहर समोसे बेचा करते थे। इसी वजह से नेहा की बहन सोनू को उनके क्लासमेट्स बहुत चिढ़ाते थे। यह सब देखकर बचपन से ही नेहा के मन में कुछ बड़ा करने की तमन्ना थी। चार साल की उम्र से जगराते में गाने लगी थीं नेहा बचपन में जगराते में गाती थीं नेहा अपने पिता का सहारा बनने के लिए चार साल की उम्र में ही नेहा ने धार्मिक आयोजनों और माता के जगराते, माता की चौकी में गाना शुरू कर दिया था। इससे उनकी 500 रुपए तक कमाई होती थी। इसके बाद उन्होंने सिंगिंग रियलटी शो 'इंडियन आइडल-2' में बतौर कंटेस्टेंट हिस्सा लिया लेकिन बाहर हो गईं। हालांकि, नेहा ने अपने सिंगिंग टैलेंट से सबको प्रभावित किया और उन्हें कुछ प्रोजेक्ट्स भी मिल गए। नेहा ने कभी सिंगिंग की कोई ट्रेनिंग नहीं ली। 2008 में नेहा का डेब्यू एल्बम 'नेहा-द रॉकस्टार' रिलीज हुआ जिसका म्यूजिक मीत ब्रदर्स ने दिया था। इस एल्बम में नेहा ने कई रोमांटिक गाने गाए थे। नेहा ने बॉलीवुड में फिल्म 'मीराबाई नॉट आउट' के जरिए कदम रखा जहां वह कोरस सिंगिंग करती नजर आई थीं। इसके बाद नेहा ने 'यारियां', 'क्वीन', 'गब्बर इज बैक', 'सनम रे', 'कपूर एंड संस' जैसी फिल्मों में हिट गाने गाए और बेहद पॉपुलर हो गईं। अब एक गाने की मिलती है मोटी रकम नेहा पूरी दुनिया में तकरीबन 1000 म्यूजिक कॉन्सर्ट कर चुकी हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक बॉलीवुड गाना गाने के लिए तकरीबन 8 लाख रुपए चार्ज करती हैं और हाईएस्ट पेड सिंगर्स में से एक हैं। 'यारियां' एक्टर हिमांश को डेट कर चुकीं नेहा। हिमांश कोहली से हुआ था ब्रेक-अप 2018 में नेहा बॉलीवुड एक्टर हिमांश कोहली से ब्रेकअप के चलते सुर्खियों में आई थीं। दोनों पिछले कुछ सालों से एक-दूसरे को डेट कर रहे थे लेकिन फिर 'यारियां' एक्टर हिमांश से नेहा का रिश्ता टूट गया। इसके बाद पिछले साल सिंगिंग रियलिटी शो 'इंडियन आइडल' के दौरान शो के होस्ट आदित्य नारायण के साथ नेहा की जोड़ी को खूब पसंद किया गया था। शो की स्ट्रेटजी के तहत दोनों की शादी की अफवाह भी उड़ाई गई थी। अक्टूबर 2020 में नेहा ने सिंगर रोहनप्रीत सिंह से शादी करके सबको चौंका दिया था। Previous articleTop 10 Sports news indian cricketers practice in isolation ahead wtc 2021 finals oman may organise t20 world cup Next articleआज का कार्टून:ट्विटर की चिड़िया पर नए IT कानून का चाबुक, टूलकिट और RSS नेताओं के मामले से मुश्किलें और बढ़ीं
रात को बादल गरज रहे थे, बिजलियाँ चमक रही थी. बादलों की गड़गड़ाहट कुछ अधिक शोर कर रही थी, जैसे बादलों में युद्ध हो रहा हो अपनी-अपनी सत्ता स्थापित करने के लिए. बादलों के बीच नहीं, लेकिन संसद में अवश्य जन विश्वास कायम रखने की लडाई चल रही थी. भारत का नया इतिहास लिखा जा रहा था. एक फक्कड़ फकीर के ललकार से कानून बनाने पर सहमति हो रही थी. मुसलाधार बरसात होने लगी. तभी समाचार मिला कि फकीर की बात मान ली गई. सत्य कभी पराजित नहीं होता यह एक बार फिर सिद्ध हो गया. सत्य, अहिंसा, अस्तेय, अपरिग्रह, का उपदेश भारतीय दर्शन ने दिया है और यह प्रत्येक काल में कसौटी पर खरा उतरा है. अगर इतिहास के पन्ने पलटे जाएँ तो दृष्टिगोचर होता है कि किसी भी क्रांति का नेतृत्व जमीन से जुड़े आदमी ने ही किया है और उसे सफल बनाया है. सत्य हलाकान परेशान होता है पर पराजित नहीं होता. असत्य कभी विजयी नहीं होता. दमन की उमर कम होती है. एक दिन उसे आत्म समर्पण करना ही पड़ता है. अन्ना के नेतृत्व में देश का आत्मबल परीक्षा में खरा उतरा. दूसरी आजादी की लडाई में एक कदम आगे बढे हैं. 16 अगस्त से प्रारंभ हुयी लडाई अभी ख़त्म नहीं हुयी है. अभी इसे आगे भी चलना है. जब तक देश का प्रत्येक नागरिक अपने अधिकारों के प्रति सजग ना हो जाये, तब तक आजादी की दूसरी लडाई जारी रहेगी. आजादी के बाद से लेकर आज तक हम अपने वोट से सरकार चुनते आये हैं. अपनी बात कहने के लिए प्रतिनिधि विधानसभा एवं लोकसभा में भेजते हैं. प्रतिनिधि चयनित होते ही ये व्यवहार बदलकर जनता के सेवक से जनता के मालिक बन जाते हैं. आम आदमी इसे ही अपनी नियति समझ कर अपने भाग्य को कोसता रहता है. राजनैतिक पार्टियाँ चुनाव के समय ऐसे उम्मीदवारों की तलाश करती हैं जो धन से मजबूत हो. चुनाव में अधिक से अधिक धन खर्च कर सके. वोट खरीदने के बाद जन-धन को लूटना इनका अधिकार बन जाता है. साम-दाम-दंड-भेद सब लगा दिए जाते हैं चुनाव जीतने के लिए. व्यवस्था भी इन्होने अपने हिसाब से बदल ली, अगर किसी मतदाता के पास 10,000 रूपये नहीं है तो वह प्रत्याशी नहीं बन सकता. कुल मिलाकर धनवानों का ही पक्ष मजबूत है. भ्रष्ट्राचार इतना अधिक बढ़ गया कि आम आदमी का जीना मुहाल हो गया है. आम जन अगले ५ बरस का चुनाव का इंतजार करता है, जिससे वह प्रतिनिधि एवं सरकार बदल सके. अब देश में बदलाव की बयार आ गई, जनता अपने अधिकारों के प्रति अन्ना के सार्थक प्रयास से जागरूक हो रही है. सेवक जब मालिक का व्यवहार करने लगे, आम मुख्तियार ही मालिक बन जाये तब असली मालिक को जागना ही पड़ता है. बाड़ ही खेत खाने लगी. ऊँचे स्तर पर हो रहे भ्रष्ट्राचार की खबर आम आदमी तक नहीं पहुचती. पर निचले स्तर पर छोटे-छोटे कार्यों के लिए पैसे देना उसे नागवार गुजरता है. आज जनता के दबाव ने दिल्ली को भ्रष्ट्राचार के खिलाफ कदम उठाने के लिए मजबूर कर दिया. सभी जानते हैं कि एक बिल पास कर संस्था के गठन से भ्रष्ट्राचार समाप्त नहीं हो जायेगा. इसके लिए नागरिकों को भी अपने कर्तव्यों ध्यान रखना पड़ेगा. संकल्प लेना पड़ेगा कि स्वयं भ्रष्ट्राचार को बढ़ावा नहीं देंगे, न किसी से रिश्वत लेंगे न किसी को रिश्वत देंगे.भ्रष्ट्राचरण के विरुद्ध सतत आन्दोलन जारी रखना पड़ेगा. तभी भ्रष्ट्राचार रूपी दानव से पार पाया जा सकता है. भ्रष्ट्राचार से अमीरी और गरीबी के बीच गहरी खाई का निर्माण हो चूका है. अमीर और अमीर होता जा रहा है और गरीब और भी गरीब. एक तरफ अन्न गोदामों में सड़ रहा है, दूसरी तरफ गरीब दाने – दाने को मोहताज है. उड़ीसा के कोरापुट में गरीबी से त्रस्त होकर एक आदमी ने २० हजार में अपने बच्चे को बेच दिया. इस युग में भी ऐसे समाचार सामने आते हैं तो पीड़ा होती है. अन्ना के आन्दोलन में सरकार ने रोड़े तो खूब अटकाए पर जन समर्थन साथ होने के कारण मुंह की खानी पड़ी. आन्दोलन के दौरान अन्ना को भगोड़ा तथा भ्रष्ट्राचारी तक कहा गया. लेकिन कहने वालों ने अपने गिरेबान में झांक कर नहीं देखा, जब देखा तो उसे अपने पर शर्म आई और माफ़ी मांगने लगा. हमने भी देखा बुद्ध के समक्ष अन्गुलिकमाल का ह्रदय परिवर्तन कैसे होता है. अन्ना को धराशायी करने के लिए उसके फ़ौज तक के रिकार्ड निकाल लिए. कहीं कोई कमजोरी तो मिले, जिसकी ढाल बना कर अन्ना का अनशन तुडवाया जा सके. इनका बस चलता तो चलता तो चित्रगुप्त से अन्ना के पूर्व जन्म के भी रिकार्ड मंगवा लेते. वाह अन्ना! आपने इनके लिए कुछ भी नहीं छोड़ा. जीवन की पवित्रता, सुचिता और पारदर्शिता काम आ गई. संसार में चरित्रवान ही सबसे उंचा स्थान ग्रहण करता है. कहा गया है कि निर्धन, धनवान से डरता है, मुरख, विद्वान से डरता है, निर्बल बलवान से डरता है, लेकिन धनवान, विद्वान्, बलवान ये तीनो चरित्रवान से डरते हैं. अन्ना ने इसे सिद्ध करके दिखा दिया. निष्कलंक जीवन जी कर विश्व के समक्ष एक आदर्श कायम कर दिया. मंहगाई की चक्की में पिसता आम भारतीय कभी सोच भी नहीं सकता था कि कोई ऐसा नेतृत्त्व भी उसके लिए आएगा जो गरीबी-गरीबों एवं मंध्यम वर्ग के लिए सर्वाधिकार प्राप्त सत्ता से टकरा जायेगा. सत्ता भी सोच बैठी थी कि बाबा का हश्र देख कर तो कोई दूसरा दिल्ली को आँख दिखाने की हिम्मत कर बैठेगा. दिल्ली ने भी अन्ना के साथ बाबा जैसा ही व्यवहार किया. यहीं गलती हो गई. कहते हैं ना….. जात भी दी और जगात भी दी. जन आक्रोश के सामने कुछ नहीं टिकता. जेल से भी सादर छोड़ना पड़ा और रामलीला मैदान भी देना पड़ा. सत्ता पोषित कुछ लोग आग उगलते रहे. कुछ जयचंदों ने भी आन्दोलन में सेंध लगाने की कोशिश की, लेकिन कामयाब नहीं हो सके. देश के कोने-कोने से भ्रष्ट्राचार और मंहगाई के विरोध में उठे जनज्वार ने अपनी उपस्थिती मजबूती से दर्ज कर दी. इन्हें औकात दिखा दी. संसद में बिल पर बहस करनी पड़ी, अन्ना की तीन मांगों पर सहमती जतानी पड़ी. यह भारत के गणतंत्र के स्वर्णिम दिन था. नक्कार खाने में तूती की आवाज कौन सुनता है? यह कहावत सदियों से कही जाती है, लेकिन अब वक्त आ गया, तूती की आवाज भी बुलंद हो चुकी है और उसे सुनना ही पड़ेगा. ये वही सांसद और विधायक हैं जो अपने वेतन बढ़ाने के प्रस्ताव पर बहस नहीं करते और उसे सर्व सहमती पारित कर दिया जाता है. लेकिन जब आम आदमी के अधिकारों के से जुड़े प्रस्ताव आते हैं तो उन्हें या तो पेश नहीं किया जाता या उसके मुद्दे पर संसद में कई फाड़ दिखाई देने लगते हैं. आम जन से जुड़े हुए कई प्रस्ताव संसद में धूल खा रहे हैं. जिसमे महिला आरक्षण जैसा महत्वपूर्ण प्रस्ताव भी है. जन लोकपाल पास करने पर दबाव बनते ही संसद में बैठे कई नेताओं को अभी से अपने जेल जाने डर सताने लगा है. देश की जनता जाग चुकी है, वह दिन भी शीघ्र आएगा जब भ्रष्ट्राचारियों को जेल में बाकी जीवन बिताना पड़ेगा. जनता अपने खून-पसीने की कमाई की पाई-पाई का हिसाब लेगी. अपने चुने हुए जन प्रतिनिधि को वापस बुलाने का अधिकार जिस दिन जनता को प्राप्त हो जायेगा उस दिन आम आदमी को इनके दरबार में हाजिरी नहीं लगानी पड़ेगी, ये स्वयं चलकर उसके पास आयेंगे. अन्ना के आन्दोलन का सकारात्मक पक्ष यह रहा कि इस आन्दोलन ने समस्त भारत को पुन: एक सूत्र में बाँध दिया. जे.पी. आन्दोलन के पश्चात् जन लोकपाल बिल के समर्थन में एक ऐसा आन्दोलन हुआ कि देश की जनता सड़कों पर आ गई. जिसमे बच्चे-बूढे-जवान, सभी धर्म, पंथों, एवं आधी आबादी महिलाon ने भी अपनी सक्रिय भूमिका निभाई. एक दो छोटी-मोटी घटनाओं को छोड़ कर कहीं से भी हिंसा का समाचार नहीं मिला. जबकि कुछ लोगों ने उत्पात करने की भरपूर कोशिश की. यह हमारी सामाजिक समरसता और लोकतंत्र की जीत है, आम आदमी की जीत है. विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र की जीत है. बाहर खड़े किसी आदमी ने आवाज लगायी और उसकी आवाज संसद के भीतर सुनी गयी. ये जनता की जीत है. इस आन्दोलन पर समूचे विश्व की निगाहें लगी हुयी थी. उन्हें भी इस सफल अहिंसात्मक आन्दोलन से सीख मिली कि भूखा रह कर बिना हथियार उठाये अपनी मांगे मनवाई जा सकती है. अब देश के नागरिकों को अपने अधिकारों के लिए सतत जागना पड़ेगा. तभी हमारे कामयाब लोकतंत्र का लोहा समूचा विश्व मानेगा. अभी तो यह अंगडाई है, आगे और लडाई है. यह जनता की जीत है। लेकिन जनता को यह ध्यान भी रखना है कि आगे चुनाओं में सही व इमानदार व योग्य नेता ही चुने ताकि भ्रष्टाचार की जड़ ही न पनपे शानदार आलेख भईया… बस एक ही प्रार्थना है कि अंगड़ाई लेता यह जनसैलाब पुनः ना सो जाए, बल्कि अंगड़ाई के बाद की अधिक महत्वपूर्ण लड़ाई के तैयार रहे… क्योंकि आगे कि लड़ाई स्वयम अपने आप से लडनी होगी… तभी किसी भी प्रकार का क़ानून सार्थक हो सकता है… समस्त हिन्दुस्तान का एक सूत्र में बांध जाना ही संकेत है ……आने वाले वक़्त में अच्छा ही होगा ….इसका सारा श्रेय अन्ना जी को ही जाता है इनका बस चलता तो चलता तो चित्रगुप्त से अन्ना के पूर्व जन्म के भी रिकार्ड मंगवा लेते. वाह अन्ना! आपने इनके लिए कुछ भी नहीं छोड़ा. जीवन की पवित्रता, सुचिता और पारदर्शिता काम आ गई. संसार में चरित्रवान ही सबसे उंचा स्थान ग्रहण करता है. कहा गया है कि निर्धन, धनवान से डरता है, मुरख, विद्वान से डरता है, निर्बल बलवान से डरता है, लेकिन धनवान, विद्वान्, बलवान ये तीनो चरित्रवान से डरते हैं. अन्ना ने इसे सिद्ध करके दिखा दिया. निष्कलंक जीवन जी कर विश्व के समक्ष एक आदर्श कायम कर दिया. बहुत सारगर्भित लेख … अभी तो लड़ाई जारी है … और यह लड़ाई सरकार के साथ साथ स्वयं से भी है … बहुत बढ़िया पोस्ट यह जनतंत्र की ही जीत है कि सरकार देर से ही सही, आखिरकार एक मजबूत लोकपाल के लिए अन्ना हजारे और उनके साथियों की तीन प्रमुख मांगों पर संसद के इसी सत्र में बहस कराने को तैयार हो गई है। जनमत में बहुत ताकत है, फिर साबित हो गया है। मगर आम जन को भी अपने स्वयं के स्तर पर स्वयं के द्वारा किये जाने वाले भ्रष्टाचार को छोडना होगा, तभी आंदोलन वास्तव में सफल होगा।
काफी मिन्नतों के बाद एक पुराने करीबी डॉक्टर इलाज के लिए तैयार हुए। ट्रीटमेंट पर अब तक तकरीबन 4 लाख रुपए खर्च हो चुके हैं। पिछले 8 महीने से कोई कमाई नहीं हुई है। इसलिए मैंने इलाज बीच में ही छोड़ने का फैसला ले लिया हैं। घर जाकर मर गया तो भी गम नहीं।
Entry of audio tape in Bengal elections, BJP accuses CM Mamata Banerjee of this big charge - News Nation भारतीय जनता पार्टी ने एक ऑडियो रिकॉर्डिंग के जरिए दावा किया है कि सीएम ममता बनर्जी ने बीजेपी नेता और तामलुक के जिला उपाध्यक्ष प्रलय पाल को फोन किया. News Nation Bureau | Edited By : Avinash Prabhakar | Updated on: 27 Mar 2021, 06:28:46 PM BJP ने CM ममता बनर्जी पर लगाया ये बड़ा आरोप (Photo Credit: ANI) पश्चिम बंगाल में पहले चरण की वोटिंग जारी है. आरोप-प्रत्यारोप का भी दौर जारी है. भारतीय जनता पार्टी ने एक ऑडियो रिकॉर्डिंग के जरिए दावा किया है कि सीएम ममता बनर्जी ने बीजेपी नेता और तामलुक के जिला उपाध्यक्ष प्रलय पाल को फोन किया. ऑडियो के अनुसर बीजेपी दावा कर रही है कि टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने नंदीग्राम के बीजेपी नेता प्रलय पाल से चुनाव में मदद की गुहार लगाई, जिसे प्रलय पाल ने ठुकरा दिया. जब कॉल रिकॉर्ड वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो सियासी सरगर्मी चढ़ गई. पश्चिम बंगाल में शनिवार को विधानसभा चुनाव ( Voting in West Bengal Assembly Election ) के लिए मतदान को लेकर लोगों में यहां पर्याप्त उत्साह देखा गया. 30 विधानसभा क्षेत्रों में 73 लाख मतदाताओं में से आधे से अधिक पहले ही अपना वोट डाल चुके हैं. इस बीच 60 से अधिक बूथों पर ईवीएम की खराबी और हिंसा के आरोप की रिपोर्ट आई है. लंबी कतारों से पता चलता है कि लोग मतदान को गंभीरता से ले रहे हैं. इन सीटों पर कुल उम्मीदवार 191 हैं, जिसमें 21 महिला उम्मीदवार भी शामिल हैं. पूर्वी मिदनापुर में वोटिंग से पहले भगवानपुर विधानसभा क्षेत्र के सत्सतामल में शनिवार तड़के हुई गोलीबारी की घटना में दो सुरक्षाकर्मी घायल हो गए. बांकुड़ा जिले में 20 बूथों पर, झारग्राम में आठ और पुरुलिया में 39 मतदान केंद्रों पर ईवीएम में खराबी की खबरें सामने आईं. लोगों ने कहा कि उन्हें अपना मतदान करने के लिए दो घंटे से अधिक समय तक इंतजार करना पड़ा. सुवेन्दु अधिकारी के भाई और भाजपा नेता सोमेंदु अधिकारी ने तृणमूल ब्लॉक अध्यक्ष राम गोविंद दास और उनकी पत्नी पर तीन मतदान केंद्रों पर मतदान में धांधली का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, "मेरे आगमन के बाद उन्हें अपनी शरारती हरकतों को जारी रखने में समस्या पैदा हुई, इसलिए उन्होंने मेरी कार पर हमला किया और मेरी चालक की पिटाई की." अधिकारी भाई-बहनों में से एक दिब्येंदु अधिकारी ने मीडिया को बताया कि उन्हें पता चला है कि तृणमूल ब्लॉक अध्यक्ष राम गोविंद दास की मदद से उनके भाई के वाहन पर कोंटाई में हमला हुआ है. उन्होंने कहा, "सौमेंदु घायल नहीं हैं. ड्राइवर को पीटा गया था. मैंने पुलिस ऑब्जर्वर को सूचित किया है."
selection of leaders should be in examination - Jabalpur News in Hindi - MP election 2018: राजनीति में शुचिता जरूरी, नेताओं के चयन में भी होना चाहिए परीक्षा का प्रावधान | Patrika Hindi News MP election 2018: राजनीति में शुचिता जरूरी, नेताओं के चयन में भी होना चाहिए परीक्षा का प्रावधान Amaresh Singh | Publish: Oct, 14 2018 08:42:59 AM (IST) | Updated: Oct, 14 2018 08:43:00 AM (IST) Jabalpur, Madhya Pradesh, India राजनीतिक दल भी खुद आगे आकर इस दिशा में पहल करें जबलपुर। चुनाव की घोषणा के बाद राजनीति की चर्चा में गर्माहट भी बढ़ गई है। यह चर्चा सड़क चौराहों से निकलकर शिक्षा के गलियारों तक पहुंच गई है। बच्चों का भविष्य गढऩे वाले शिक्षक देश की राजनीति में शुचिता लाने की बात कह रहे हैं। पत्रिका टीम ने जब शिक्षकों से इस मुद्दे पर चर्चा की तो उन्होंने खुलकर अपने विचार रखे। प्राध्यापक डॉ. एडलिन अब्राहम, शशि दुबे ने कहा कि किसी संस्थान, विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मी की नियुक्ति के लिए भी इम्तिहान जैसी प्रक्रिया से होकर गुजरना पड़ता है, ताकि योग्य और ईमानदार व्यक्ति संस्थान में आ सके। राजनीति में स्वच्छता और शुचिता लाने के लिए नेताओं को भी परीक्षा से होकर गुजरने जैसा प्रावधान किया जाना चाहिए। इससे अपराधिक छवि, अयोग्य, अनपढ़ व्यक्ति के हाथ में राजनीति की डोर नहीं आ सकेगी। यह भी जरूरी है कि राजनीतिक दल भी खुद आगे आकर इस दिशा में पहल करें। अभी राजनीति में अपराधियों का बोलबाला है। हर पार्टी में अपराधिक किस्म के सांसद और विधायक है। इससे राजनीति का स्तर गिरता जा रहा है। अपराधियों और नेताओं की आपस में मिलीभगत हो गई है। इन सबमें बदलाव के लिए यह जरूरी है। शिक्षा के स्तर में बदलाव जरूरी डॉ. सुधा द्विवेदी, डॉ.अंबिका तिवारी, डॉ. श्रद्धा कोष्टा ने कहा कि शिक्षा के स्तर में बदलाव की जरूरत है। आज बच्चों का बचपन खत्म होता जा रहा है। कॉम्पटीशन के चलते अभिभावक २ साल की उम्र में बच्चों का स्कूलों में एडमिशन करा रहे हैं। बच्चों का बचपन छीना जा रहा है। बच्चे मानसिक रूप से कमजोर हो रहे हैं। शिक्षा की पॉलिसी में बदलाव की जरूरत है। बेरोजगारी चिंता का विषय प्राध्यापक पारुल जैन, सौम्या त्रिपाठी, विभा तिवारी ने कहा कि देश में बेरोजगारी की बढ़ती समस्या से आज युवा चिंताग्रस्त और भयग्रस्त है। मानसिक अवसाद के दौर से गुजर रहा है। हमें बच्चों को प्रोफेशनल शिक्षा से जोडऩा होगा। इस दिशा में सरकार को गंभीरता से कदम उठाने की आवश्यकता है। hindu leaders fight over installing ravana i hindu leaders fight over installing ravana idols hindu leaders fight over ravana statues
June 2017 - Todays24.com ​चीन के साथ जंग से बचना चाहिए, वो ताकत में हमसे बहुत आगे है-असम के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित का बयान On June 30, 2017 July 10, 2017 By karan असम के राज्यपाल ने कहा कि हालात ऐसे हैं कि आज हम चीन से डरते हैं। भारत-चीन के बीच ताजा तनाव पर असम के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने चौकाने वाला बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि भारत को चीन के साथ जंग से बचना चाहिए क्योंकि चीन ताकत […] Posted in Breaking News, States, Trending News, राष्ट्रीय - NationalLeave a comment ​GST Full form: गौ सुरक्षा टैक्स, ग्रेट स्टूपिड टैक्स…जानिए जीएसटी का क्या क्या मतलब निकाल रहे लोग On June 30, 2017 By karan ट्विटर पर आज GST के विरोधियों ने इसका नया फुलफॉर्म दे दिया है। ट्विटर पर इसे ग्रेट स्टूपिड टैक्स कहा जा रहा है। ट्विटर पर Great Stupid Tax ट्रेंड कर रहा है। कांग्रेस समर्थक तहसीन पूनावाला ने लिआ है कि इस ग्रेट स्टूपिड टैक्स के जरिये इनकम टैक्स ऑफिसर देश […] ​झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ़ मामला दर्ज़, 6 वर्ष पूर्व गलत इंजेक्शन की वजह हुई थी महिला की मौत अंबाला। करीब साढ़े छह साल पहले 8 अप्रैल 2011 को पंजोखरा में झोलाछाप डॉक्टर द्वारा महिला को लगाए गए गलत इंजेक्शन के बाद उसकी मौत होने के मामले में बृहस्पतिवार देर रात को सिविल सर्जन डॉ. विनोद गुप्ता की सिफारिश पर पंजोखरा के डॉ. केपी सांघा उर्फ राजू क्लीनिक बंगाली […] ​31 उपग्रहों को लेकर पीएसएलवी-सी38 रवाना श्रीहरिकोटा (आंध्रप्रदेश)। इसरो का प्रमुख रॉकेट पीएसएलवी-38 आज अपने साथ कार्टोसैट-2 श्रृंखला का एक उपग्रह और 30 साथी उपग्रह लेकर रवाना हो गया है। कार्टोसैट-2 श्रृंखला का उपग्रह रक्षा बलों के लिए समपर्ति है। ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान पर ले जाए गए इन उपग्रहों का कुल वजन लगभग 955 किलोग्राम […] Posted in Breaking News, Special Stories, Trending News, आंध्रप्रदेश / Andhra Pradesh, राष्ट्रीय - NationalLeave a comment मीरा कुमार के समर्थन में अभी करीब 34.4 फीसदी वोट हैं। मीरा कुमार के समर्थन में 3 लाख 77 हजार 578 वोट हैं, उन्हें जीतने के लिए करीब पांच लाख 49 हजार वोट और चाहिए। महादलितों की राजनीति करने वाले नीतीश कुमार के सामने मीरा कुमार का विरोध करना महंगा […] Posted in Breaking News, States, Trending News, दिल्ली - New Delhi, राजनीति, राष्ट्रीय - NationalLeave a comment ​हरियाणा रोडवेज चालक-परिचालक का कारनामा;गर्भवती से बदसलूकी, बचाव करने वाले से हाथापाई हरियाणा सरकार के संदेश को बढ़ावा यूँ देता है हरियाणा राज्य परिवहन विभाग अंबाला। गर्भवती महिला को एक नंबर सीट से उठाकर पीछे खड़ा होने के रोडवेज परिचालक ने आदेश दे दिए। यमुनानगर से चंडीगढ़ जा रही रोडवेज के परिचालक ने जब महिला के साथ बसलूकी देख बस में आगे […] ​हरियाणा में एक ही परिवार के पांच सदस्य झुलसे कुरक्षेत्र। एक महिला और उसके चार बच्चे कुरक्षेत्र के निकट दयालपुर गांव में आज बुरी तरह झुलस गये जब तडके उनके घर में आग लग गई। पुलिस ने बताया कि घर में रखे एक गैस सिलिंडर में आग लग गई जिसकी वजह से परिवार के सदस्य झुलस गए। ग्रामीण घायलों […] ​राजीव गांधी के हत्यारे ने सरकार को ल‍िखी भावुक च‍िट्ठी- रिहा नहीं करोगे तो मौत ही दे दो पायस ने दावा करते हुए कहा कि साल 1999 में सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस वाधवा ने मुझे दोषी करार नहीं दिया था। लेकिन फिर भी मैं सजा काट रहा हूं। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 21 मई, 1991 में तमिलनाडु में एक चुनावी सभा में आत्मघाती हमले […]
India Vs England: India Can Save Lord'S Test Only If Rain Help, Says Vvs Laxman And Harbhajan Singh | लॉर्ड्स टेस्ट में 250 रन से पिछड़ने के बाद भी टीम इंडिया कैसे कर सकती है मैच ड्रॉ? हरभजन-लक्ष्मण ने खोला राज | Lokmat News Hindi लॉर्ड्स टेस्ट में 250 रन से पिछड़ने के बाद भी टीम इंडिया कैसे कर सकती है मैच ड्रॉ? हरभजन-लक्ष्मण ने खोला राज India vs England: लॉर्ड्स टेस्ट में इंग्लैंड से पहली पारी में 250 रन से पिछड़ने के बाद टीम इंडिया के लिए बारिश का ही आसरा बचा है By अभिषेक पाण्डेय | Follow | Published: August 12, 2018 02:14 PM2018-08-12T14:14:40+5:30 | Updated: August 12, 2018 02:14 PM2018-08-12T14:14:40+5:30 भारत और इंग्लैंड, लॉर्ड्स टेस्ट लंदन, 12 अगस्त: टीम इंडिया एजबेस्टन टेस्ट गंवाने के बाद लॉर्ड्स टेस्ट में महज तीन दिनों में ही मुश्किल संकट में फंस गई है। भारत को 107 रन पर समेटने के बाद इंग्लैंड ने 250 रन की मजबूत बढ़त हासिल कर ली है और अभी मैच में दो दिन बचे हैं। ऐसे में इस मैच में भी टीम इंडिया की हार तय लग रही हैं। तो सवाल ये कि 250 रन से पिछड़ने के बाद टीम इंडिया इस मैच में हार कैसे टाल सकती है? भारत के दो स्टार क्रिकेटरों हरभजन सिंह और वीवीएस लक्ष्मण ने इस सवाल का जवाब दिया। भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज की कमेंट्री कर रहे हरभजन ने कहा, 'ये काफी कुछ मौसम पर निर्भर करता है। मेरे ख्याल से बारिश ही एकमात्र चीज है जो भारत को बचा सकती है। भारत को अपनी सर्वश्रेष्ठ बैटिंग करनी होगी। अब तक हमने उनकी बैटिंग का दम नहीं देखा है। अगर मैं इंग्लैंड का कप्तान होता तो 250 रन की बढ़त के साथ सुबह सबसे पहले गेंदबाजी करता क्योंकि इतनी बड़ी बढ़त और खासकर उनके पास जिस तरह के गेंदबाज हैं वे सिर्फ दो या तीन सेशन में ही जीत सकते हैं।' वहीं वीवीएस लक्ष्मण ने इस सवाल के जवाब में ESPNCricinfo से कहा, 'भारत अब ड्रॉ की उम्मीद कर सकता है। मुझे लगता है कि जो रूट को अब साहसी फैसला लेना चाहिए और चौथे दिन पारी घोषित कर देनी चाहिए। खासकर मौसम और 250 रन की बढ़त और भारत को आउट करने वाले चार गेंदबाजों को देखते हुए। 250 रन की बढ़त हासिल करने के बाद मैच ड्रॉ होना व्यर्थ है।' मैच के तीसरे दिन शनिवार को भारत ने एक समय 131 रन के स्कोर तक इंग्लैंड के 5 विकेट गिरा दिए थे लेकिन क्रिस वोक्स (120*) ने नाबाद शतक ठोकते हुए और जॉनी बेयरेस्टो (93) के साथ मिलकर छठे विकेट के लिए रिकॉर्ड 189 रन की साझेदारी करते हुए इंग्लैंड की वापसी करा दी और दिन का खेल खत्म होने तक इंग्लैंड ने 6 विकेट पर 357 रन बनाते हुए 250 रन की बढ़त हासिल कर ली और भारत की वापसी की राहें लगभग बंद हो गई हैं। इस मैच में टीम इंडिया को हार टालने के लिए अब सिर्फ बारिश का ही भरोसा है। अगर बारिश ज्यादा हुई तो टीम इंडिया के मैच ड्रॉ कराने की उम्मीद बढ़ जाएगी। Web Title: India vs England: India can save lord's test only if rain help, says VVS Laxman and Harbhajan Singh India vs EnglandHarbhajan Singhvvs LaxmanChris WoakesJonny Bairstowभारत vs इंग्लैंडहरभजन सिंहवीवीएस लक्ष्मणक्रिस वोक्सजॉनी बेयरेस्टो
भाजपा विधायक की पत्नी ने शुक्रवार को अपने पति पर एक कॉलेज छात्रा के साथ विवाहेत्तर संबंध होने और शादी करने का आरोप लगाया है। इस मामले में विधायक अनुशासन समिति के सामने पेश हुए। इस खुलासे के बाद मामले में एक नया ट्विस्ट आ गया है। विधायक का नाम गगन भगत है जो जम्मू जिले के आरएस पुरा निर्वाचन क्षेत्र से विधायक चुने गए हैं। उनकी पत्नी मोनिका शर्मा ने आरोप लगाया है कि उनके पति शादी करके छात्रा के साथ रह रहे हैं। वहीं छात्रा के सेवानिवृत्त पिता ने भगत पर अपनी बेटी को पंजाब के एक कॉलेज से अगवा करने का आरोप लगाया है। हालांकि छात्रा और विधायक ने इस तरह के सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि इसके जरिए उनकी छवि को खराब किया जा रहा है। शुक्रवार को शर्मा ने बताया कि गगन ने दावा किया था कि वह उसे प्रतिमाह एक लाख रुपए देगा लेकिन अप्रैल में एक जज के सामने रख-रखाव फॉर्म पर हस्ताक्षर करने के बावजूद उसे एक पैसा तक नहीं मिला है। शर्मा ने भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मामले में अपील करते हुए कहा है- 'आपके परिवार की एक बेटी न्याय चाहती है। केवल अपने लिए और अपने बच्चों के लिए नहीं बल्कि उस लड़की के लिए भी जो अभी-अभी 19 की हुई है।' उन्होंने कहा कि उनकी शादी को 13 साल हो गए हैं। उनके आरोप उस समय सामने आए हैं जब एक दिन पहले ही वह पार्टी की अनुशासन समिति के सामने सफाई देने के लिए पहुंचे थे। छात्रा के दादा के विरोध के बावजूद पति-पत्नी अलग-अलग समिति के सामने पेश हुए। इस मामले पर विधायक का दावा है कि वह और उनकी पत्नी तलाक की प्रक्रिया में हैं। वहीं उनकी पत्नी ने पत्रकारों से कहा है कि वह दोनों पिछले 10 महीनों से अलग जरूर रह रहे हैं लेकिन तलाक के लिए कोर्ट में कोई मामला दर्ज नहीं है। भाजपा की महिला विंग की सचिव शर्मा का कहना है कि वह लगभग एक साल तक अपने परिवार की भलाई और बच्चों के भविष्य की खातिर चुप रहीं। पहले मेरे पास कोई सबूत नहीं था लेकिन अब मेरे पास मैरिज सर्टिफिकेट और लड़की का आधार कार्ड है।
जब सचिन तेंदुलकर ने अपने बर्थडे पर फ़ाइनल जिताया : हैप्पी बर्थडे सचिन RP, खेल, NewsAbhiAbhiUpdated 24-04-2022 IST नई दिल्ली. सचिन तेंदुलकर आज अपना 49वां जन्मदिन मना रहे हैं. अपने क्रिकेट करियर में रनों का अंबार लगाने वाले सचिन ने कई यादगार और बेशकीमती पारियां खेलीं. उन्होंने 24 साल पहले अपने बर्थडे पर भारत को जो खिताबी जीत का तोहफा दिया वो क्रिकेट फैंस की यादों में आज भी ताजा है. दरअसल 24 अप्रैल 1998 को भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच कोका कोला कप का फाइनल मैच शारजाह में खेला गया था. इस खिताबी मुकाबले में सचिन ने 134 रनों की ऐतिहासिक पारी खेली थी. भारत ने शारजाह क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में खेले गए इस फाइनल मैच में टॉस जीतकर फील्डिंग की. ऑस्ट्रेलिया ने पहले खेलते हुए 9 विकेट पर 272 रन बनाए. कंगारू टीम की तरफ से स्टीव वॉ और डैरेन लेहमैन ने 70-70 रन की पारियां खेलीं. एडम गिलक्रिस्ट और माइकल बेवन ने 45-45 रन बनाए. भारत की तरफ से शानदार गेंदबाजी करते हुए वेंकटेश प्रसाद, अजित अगारकर और ऋषिकेश कानितकर ने 2-2 विकेट लिए. भारत को फाइनल जीतने के लिए 273 रन का लक्ष्य मिला. इस खिताबी मुकाबले में टीम इंडिया की शुरुआत बहुत अच्छी नहीं हुई. भारत का पहला विकेट 39 रन पर गिर गया. ओपनर सौरव गांगुली 23 रन बनाकर आउट हुए. तीसरे नंबर पर बैटिंग करने आए नयन मोंगिया ने 28 रन बनाए. चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने सचिन का भरपूर साथ दिया. इन दोनों क्रिकेटरों ने शतकीय साझेदारी कर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया. भारत ने 273 रन का लक्ष्य 4 विकेट के नुकसान पर पूरा कर लिया. सचिन तेंदुलकर ने 134 रन बनाए फाइनल मुकाबले में सचिन तेंदुलकर ने धुआंधार बल्लेबाजी करते हुए 131 गेंद पर 134 रन बनाए. अपनी पारी के दौरान उन्होंने 12 चौके और 3 छक्के लगाए. यह सचिन की बैटिंग का कमाल था जिसके चलते भारत मजबूत ऑस्ट्रेलियाई टीम को फाइनल में हराने में सफल रहा. सचिन को उनकी इस शतकीय पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच के खिताब से नवाजा गया. इसके अलावा पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करने के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द सीरीज का ईनाम भी दिया गया. डेजर्ट स्टॉर्म के बाद दूसरा शतक इससे पहले सचिन तेंदुलकर ने 22 अप्रैल को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 143 रनों की पारी खेली थी. उनकी यह पारी क्रिकेट इतिहास में डेजर्ट स्टॉर्म के नाम से दर्ज है. उन्होंने यह पारी उस वक्त खेली जब भारत पर इस टूर्नामेंट से बाहर होने का खतरा मंडरा रहा था. दरअसल टीम इंडिया को फाइनल में पहुंचने के लिए इस मैच में 46 ओवर में 236 रन बनाने थे. जो भारतीय टीम हासिल करने में सफल रही. अगर टीम इंडिया ऐसा करने में नाकाम रहती तो फिर न्यूजीलैंड फाइनल में पहुंच जाता. सचिन जब इस मुकाबले में बैटिंग करने उतरे तो पूरा गणित उनके दिमाग में था. उन्होंने किसी भी अनहोनी से टीम को बचा लिया. फाइनल में सचिन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस टूर्नामेंट का दूसरा शतक लगाया था. बेमजा हुआ फ्लेमिंग का बर्थडे भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए फाइनल में उस दिन दो खिलाड़ियों को जन्मदिन था. एकतरफ जहां सचिन तेंदुलकर अपना बर्थडे सेलिब्रेट कर रहे थे. तो दूसरी तरफ कंगारू गेंदबाज डेमियन फ्लेमिंग का भी जन्मदिन था. लेकिन सचिन ने फाइनल में शतकीय पारी खेलकर और भारत को खिताबी जीत दिलाकर फ्लेमिंग के बर्थडे के जश्न को फीका कर दिया. हालांकि फ्लेमिंग ने फाइनल में 2 विकेट लिए थे. लेकिन वह अपने जन्मदिन पर ऑस्ट्रेलिया को खिताब जिताने में नाकाम रहे. पंजाब किंग्स के खिलाफ मिली जीत के बाद डेविड वॉर्नर 'पुष्पा' फिल्म के सिग्नेचर स्टाइल में जश्न मनाते नजर आए
कुलभूषण जाधव पर पलटा पाकिस्तान, भारत से मांगी और जानकारी– News18 Hindi कुलभूषण जाधव पर पलटा पाकिस्तान, भारत से मांगी और जानकारी Updated: March 3, 2017, 7:28 PM IST पाकिस्तान ने कहा कि उसने पाकिस्तानी जेल में बंद कथित भारतीय जासूस कुलभूषण जाधव के बारे में भारत से और जानकारियां मांगी हैं. विदेशी मामलों पर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के सलाहकार सरताज अजीज ने सीनेट में प्रश्नोत्तर काल में कहा कि पिछले साल मार्च में गिरफ्तार कथित भारतीय जासूस के खिलाफ मुकदमा चलाने की तैयारियां की जा रही हैं. इससे पहले पाकिस्तान ने कहा था कि उसके पास जाधव को लेकर पुख्ता सबूत नहीं हैं. उन्होंने यह साफ नहीं किया कि भारत को कब यह प्रश्नावली सौंपी गई. अजीज ने कहा कि कुलभूषण जाधव के बयानों को देखते ही भारत को सवालों की एक फेहरिस्त सौंपी गई है जिसमें उनसे जानकारी मांगी गई है. चर्चा तब शुरू हुई जब सीनेटर तलहा महमूद ने अजीज से पूछा कि क्या सरकार जाधव को उसी तरह भारत को सौंपने की योजना बना रही है, जिस तरह उसने सीआईए कांट्रैक्टर रेमंड डेविस का 2011 में प्रत्यर्पण किया था. अजीज ने बयान को खारिज कर दिया और कहा कि सरकार कथित भारतीय जासूस को उसके देश में प्रत्यर्पित करने के किसी विकल्प पर विचार नहीं कर रही है. उन्होंने कहा कि हमने एक प्राथमिकी तैयार की है और पाकिस्तान में विध्वंसक और आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्तता के सिलसिले में भारतीय के खिलाफ अभियोजन के लिए एक मामला पंजीकरण की प्रक्रिया में है. अजीज ने दावा किया कि गिरफ्तार जासूस ने उग्रवादी गतिविधियों में संलिप्तता का अपराध कबूल किया है और उसके खिलाफ सबूतों की कमी का कोई सवाल पैदा नहीं होता. अजीज ने कहा कि पाकिस्तान ने देश आंतरिक मामलों में और विध्वंसक और आतंकवादी गतिविधियों में भारत की संलिप्तता पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव के साथ एक डोसियर साझा किया है. उन्होंने कहा कि इस डोसियर में कुलभूषण जाधव और उसकी गतिविधियों के बारे में ब्योरा शामिल है. अजीज ने कहा कि शरीफ सरकार इस डोसियर को दूसरे देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ साझा करने की संभावना पर भी विचार कर रही है. उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासचिव को सौंपे डोसियर के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि यह जबरदस्त जमीनी काम और विभिन्न विभागों के इनपुट पर आधारित है. अजीज ने कहा कि यह बहुत अहम और संवेदनशील मुद्दा है और इसके लिए गहन तैयारियां और होमवर्क की जरूरत है क्योंकि यह पाकिस्तान में विध्वंसक और आतंकवादी गतिविधियों में भारतीय राज्य के तत्व की प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष भागीदारी से जुड़ा है. उन्होंने यह भी दावा किया कि आतंकवाद में भारत की कथित संलिप्तता पर दुनिया पाकिस्तान के रूख को स्वीकार कर रही है. विपक्षी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के सीनेटर ऐतजाज अहसन ने जब पूछा कि प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कभी गिरफ्तार जासूस का नाम क्यों नहीं लिया तो विपक्ष ने सरकार की तीखी आलोचना की. अहसन ने कहा कि मैंने ऐलान किया है कि अगर प्रधानमंत्री नवाज शरीफ अपने भाषण में भारतीय जासूस का नाम लेंगे तो मैं पाकिस्तान ऐसाएिशन ऑफ ब्लाइंड को 50 हजार रूपये का दान करूंगा. उन्होंने अजीज से पूछा कि शरीफ ने जाधव के बारे में क्या कभी चर्चा की है. बहरहाल, अजीज ने कहा कि प्रधानमंत्री नवाज शरीफ उचित समय पर जाधव के बारे में बोलेंगे.
वस्त्र कला | HiSoUR कला संस्कृति का इतिहास वस्त्र कला कला और हस्तशिल्प हैं जो पौधे, जानवर या सिंथेटिक फाइबर का इस्तेमाल व्यावहारिक या सजावटी वस्तुओं के निर्माण के लिए करते हैं। सभ्यता की शुरुआत के बाद से वस्त्र मनुष्य के जीवन का एक मूलभूत हिस्सा रहा है, और उन्हें बनाने के तरीकों और सामग्रियों में अत्यधिक विस्तार हुआ है, जबकि वस्त्रों के कार्य समान ही रहे हैं। कपड़ा कला का इतिहास भी अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का इतिहास है। Tyrian बैंगनी डाई प्राचीन में एक महत्वपूर्ण व्यापार अच्छा था आभ्यंतरिक । सिल्क रोड में चीनी रेशम लाया गया था इंडिया , अफ्रीका, और यूरोप । आयातित लक्जरी वस्त्रों के लिए स्वाद ने मध्य युग और पुनर्जागरण के दौरान व्यय कानूनों का नेतृत्व किया। औद्योगिक क्रांति वस्त्र प्रौद्योगिकी की एक क्रांति थी: कपास जीन, कताई जेनी, और पावर मेकॉर्मेड उत्पादन और लुडती विद्रोह को जन्म दिया। शब्द का टेक्स्ट लैटिन टेक्सेर से होता है जिसका अर्थ है "बुनाई", "ब्रेट करना" या "बनाने के लिए" सरलतम कपड़ा कला फेलिंग है, जिसमें पशु तंतुओं को गर्मी और नमी का उपयोग करके एक साथ उलझाया जाता है। ज्यादातर वस्त्र कला यार्न को बनाने के लिए घुमा या कताई और तंतुओं के साथ शुरू होती है (थ्रेड को बुलाया जाता है जब यह बहुत अच्छा होता है और रस्सी जब यह बहुत भारी होता है)। यार्न फिर लचीला कपड़े या कपड़ा बनाने के लिए knotted, looped, लट, या बुना जाता है, और कपड़े का उपयोग करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है और नरम सामान। ये सभी आइटम – लगा, धागा, कपड़े, और तैयार वस्तुओं – सामूहिक रूप से वस्त्रों के रूप में संदर्भित किए जाते हैं। वस्त्र कला में उन तकनीकों को भी शामिल किया गया है जो वस्त्रों को रंगाने और छपाई करने के लिए वस्त्रों को सजाते या सजाने के लिए उपयोग किए जाते हैं; कढ़ाई और अन्य प्रकार की सुई; गोली बुनाई; और फीता बनाने सिलाई, बुनाई, crochet, और सिलाई, साथ ही साथ काम करनेवाले उपकरण (करघे और सिलाई सुइयों), तकनीकों (quilting और pleating) और वस्तुओं (कालीन, kilims, कालीन और कवरलेट) सभी गिरावट के रूप में निर्माण के तरीकों वस्त्र कला की श्रेणी के तहत प्रारंभिक समय से, वस्त्रों का उपयोग मानव शरीर को कवर करने और तत्वों से बचाने के लिए किया गया है; अन्य लोगों को सामाजिक संकेत भेजने के लिए; संपत्ति को संग्रह, सुरक्षित और संरक्षित करने के लिए; और रहने वाले स्थान और सतहों को नरम करना, पृथक करना और सजाने के लिए प्राचीन कपड़ा कला और कार्यों का दृढ़ता और सजावटी प्रभाव के लिए उनका विस्तार, रॉबर्ट पेक द एल्डर (उपरोक्त) द्वारा हेनरी फ्रेडरिक, वेल्स के वेल्स ऑफ़ जेल्स के एक जकाबेन युग चित्र में देखा जा सकता है। प्रिंस की टेपटेन टोपी सबसे ज्यादा कपड़ा तकनीकों का उपयोग करके महसूस किया जाता है। उनके कपड़े बुना हुए कपड़े से बने होते हैं, जो बड़े पैमाने पर रेशम में कशीदाकारी होते हैं, और उनके मोज़े बुना हुआ होते हैं। वह ऊन की एक ओरिएंटल गलीचा पर स्थित है जो मंजिल को नरम और हल्का करता है, और भारी पर्दे दोनों कमरे को सजाने और खिड़की से ठंडे ड्राफ्ट ब्लॉक करते हैं। मेज़पोश और पर्दे पर सोने का काम कढ़ाई, घर के मालिक की स्थिति का वर्णन करते हैं, उसी तरह कि फेलित फर टोपी, रेसटेलाला फीता के साथ सरासर लिनन शर्ट, और राजकुमार के कपड़ों पर भव्य कढ़ाई, उनकी सामाजिक स्थिति का प्रचार करते हैं। कला के रूप में कपड़ा पारम्परिक रूप से शब्द कला का उपयोग किसी भी कौशल या महारत को करने के लिए किया जाता था, एक अवधारणा जो उन्नीसवीं सदी के रोमांटिक काल के दौरान बदलती थी, जब कला को "धर्म और विज्ञान के साथ वर्गीकृत करने के लिए मानव मन की विशेष संकाय" के रूप में देखा जाता था । शिल्प और ललित कला के बीच इस भेद को कपड़ा कलाओं के लिए भी लागू किया जाता है, जहां फाइबर कला शब्द या वस्त्र कला का प्रयोग अब वस्त्र-आधारित सजावटी वस्तुओं का वर्णन करने के लिए किया जाता है जो व्यावहारिक उपयोग के लिए अभिप्रेत नहीं हैं। वस्त्र कला में प्लांट यूथ का इतिहास प्राकृतिक तंतुओं को 7000 ईसा पूर्व के बाद से मानव समाज का एक महत्वपूर्ण पहलू रहा है, और यह संदेह है कि वे पहली बार भारत में 400 ईसा पूर्व के बाद से सजावटी कपड़ों में इस्तेमाल किए गए थे जहां कपास सबसे पहले उगाया गया था। पिछले 4000-5000 सालों से प्राकृतिक तंतुओं का इस्तेमाल कपड़ा बनाने के लिए किया गया है, और पौधे और पशु फाइबर ही एकमात्र तरीका है कि कपड़े और कपड़ों को 1885 तक बनाया जा सकता है जब पहली सिंथेटिक फाइबर बनाया गया था। कपास और सन दो सबसे आम प्राकृतिक फाइबर हैं जो आज भी उपयोग किए जाते हैं, लेकिन पौधे के ज्यादातर हिस्सों से ऐतिहासिक रूप से प्राकृतिक फाइबर बने होते हैं, जिनमें छाल, स्टेम, पत्ती, फल, बीज के बाल और रस होता है। सन का सबसे पुराना फाइबर माना जाता है कि वस्त्र बनाने के लिए इस्तेमाल किया गया था, क्योंकि यह 6500 ईसा पूर्व के रूप में ममियों के कब्रों में पाया गया था। सन से तंतुओं को पौधे के तने में तंतुओं से लिया जाता है, साथ में लंबी किस्में बनाते हैं, और फिर लंबे समय तक सनी के टुकड़ों में बुने जाते हैं जो पट्टियों से कपड़ों और टेपेस्ट्री से कुछ भी इस्तेमाल करते थे। प्रत्येक फाइबर की लंबाई उस पत्ती की ऊंचाई पर निर्भर करती है जो यह सेवा कर रही है, पौधे पर प्रत्येक पत्ते की सेवा में बंडल में 10 तंतुओं के साथ। प्रत्येक फिलामेंट एक ही मोटाई है, यह एक स्थिरता प्रदान करता है जो यार्न कताई के लिए आदर्श है। यार्न का सबसे अच्छा इस्तेमाल किया जा रहा बोर्डों या रिंगिंग रीलों पर किया जाता था ताकि बड़े टुकड़े वाले कपड़े तैयार किए जा सकें जो कि विस्तृत टेपेस्ट्री और कढ़ाई बनाने के लिए रंगे और बुने जा सकते हैं। लिनन का उपयोग किस प्रकार किया गया था, इसका एक उदाहरण एक पट्टी की तस्वीर है जिसमें एक मम्मी 305 और 30 ईसा पूर्व के बीच लिपटे थी। कुछ पट्टियों को चित्रलिपि के साथ चित्रित किया गया था यदि दफन किया गया व्यक्ति समुदाय के लिए महत्वपूर्ण था। कपास का उपयोग पहले 5000 ई.पू. में किया गया था इंडिया और मध्य पूर्व, और यूरोप में फैल जाने के बाद वे फैल गए इंडिया 327 ईसा पूर्व में 18 वीं शताब्दी में कपास का निर्माण और उत्पादन तेजी से फैला, और यह तेजी से सबसे महत्वपूर्ण कपड़ा फाइबर में से एक बन गया क्योंकि इसकी शान्ति, स्थायित्व और अवशोषण। कपास फाइबर बीज के फूल होते हैं जो पौधे के फूलों के बाद बढ़ने वाले कैप्सूल में होते हैं। फाइबर अपने विकास चक्र को पूरा करते हैं और लगभग 30 बीजों को छोड़ने के लिए फटा रहे हैं, जिनमें से प्रत्येक के पास 200 से 7000 बीज के बाल हैं जो 22 से 50 मिलीमीटर लंबे होते हैं बीज के बारे में 90% बाल बाल सेलूलोज हैं, अन्य 10% मोम, पेक्टेट, प्रोटीन, और अन्य खनिजों के साथ। एक बार संसाधित हो जाने पर, कपास को विभिन्न मोटाई के यार्न में घूमना जा सकता है जिसे मखमल, चैंबर, कॉरडरॉय, जर्सी, फलालैन और वेलर जैसे कई अलग-अलग उत्पादों में बुने या बुनाए जाते हैं जिन्हें कपड़ों के टेपस्ट्रीज़, कालीनों और पर्दे में इस्तेमाल किया जा सकता है, जैसा कि भारत में बुना हुआ कपास टेपेस्ट्री की छवि में दिखाया गया है प्राचीन कपड़ा में संयंत्र फाइबर पहचान हल्की माइक्रोस्कोपी, सामान्य ट्रांसमिशन इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोपी, और सबसे हाल ही में स्कैनिंग इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोपी (एसईएम) का इस्तेमाल प्राचीन टेक्सटाइल का अध्ययन करने के लिए किया जाता है यह निर्धारित करने के लिए कि उन्हें किस प्रकार प्राकृतिक फाइबर बनाने के लिए इस्तेमाल किया गया था। वस्त्र मिल जाने के बाद, तंतुओं को एक प्रकाश सूक्ष्मदर्शी का उपयोग करके छेड़ा जाता है और एक एसईएम का प्रयोग कपड़ा में विशेषताओं को देखने के लिए किया जाता है जो दर्शाता है कि यह किस पौधे से बना है। सन में, उदाहरण के लिए, वैज्ञानिक अनुदैर्ध्य संरचनाओं के लिए खोज करते हैं जो कि संयंत्र के स्टेम और क्रॉस स्ट्राइप और नोड्स की कोशिकाओं को दिखाती हैं जो कि सन फाइबर के लिए विशिष्ट हैं। कपास की पहचान उस मोड़ से की जाती है जो बीज के बाल में होती है, जब तंतुओं को बुना जाने के लिए सूख जाता है। इस ज्ञान से हमें यह जानने में मदद मिलती है कि वस्त्रों की खेती पहले और कब की गई थी, जो कि पहली बार हुई थी, जो पहले के ज्ञान की पुष्टि करता था, जिसे युग का अध्ययन करने से प्राप्त किया गया था जिसमें डिजाइन के परिप्रेक्ष्य से अलग-अलग कपड़ा कला गठबंधन किए गए थे। वस्त्र कला में पौधों का भविष्य हालांकि, कपड़ा कला में पौधों का प्रयोग आज भी आम है, सुज़ैन ली की कला अधिष्ठापन "जैवकाउचर" जैसे कि नए नवाचार विकसित किए जा रहे हैं। ली, एक पौधे आधारित पेपर शीट बनाने के लिए किण्वन का उपयोग करता है, जो कि कपड़े की तरह ही कट जाती है पतली प्लास्टिक की तरह की सामग्री से मोटाई में मोटी चमड़े की तरह चादरें वस्त्र "डिस्पोजेबल" हैं क्योंकि वे पूरी तरह से संयंत्र आधारित उत्पादों के बने होते हैं और पूरी तरह से बायोडिग्रेडेबल होते हैं। अपनी प्रोजेक्ट के भीतर, ली ने अवांट-गार्डे शैली और फलों से बना प्राकृतिक रंजक का उपयोग करके कपड़ों को फैशनेबल बनाने के लिए एक बड़ा जोर दिया है क्योंकि कंपोस्टेबल कपड़े ज्यादातर दुकानदारों के लिए आकर्षक नहीं हैं। इसके अलावा, पौधों के साथ डिजाइन तैयार करने की संभावना है जो बढ़ती शीट को फाड़कर या कटौती कर देता है और उसे कपड़ा पर निशानों से बना एक पैटर्न बनाने में मदद करता है। कला प्रतिष्ठानों में इस वस्त्र का उपयोग करने की संभावनाएं अविश्वसनीय हैं क्योंकि कलाकारों के पास जीवित कला टुकड़ा बनाने की क्षमता होती है, जैसे ली अपने कपड़ों के साथ करता है
बसपा का श्वेत पत्र झूठ का पुलिंदा है-चौथी दुनिया उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के क्षत्रप श्रीप्रकाश जायसवाल की अहम भूमिका है. केंद्रीय कोयला मंत्री जायसवाल का कद इसलिए भी ऊंचा कहा जा सकता है कि वह ऐसे समय में उत्तर प्रदेश से संसदीय चुनाव जीतकर पहुंचे, जब यहां कांग्रेस हाशिए पर थी. सोनिया और राहुल के लगातार दौरों और केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद प्रदेश के कांग्रेसियों ने ताक़त लगानी शुरू कर दी. कांग्रेस के युवराज राहुल का मिशन यूपी पूरा करने के लिए प्रयासरत श्रीप्रकाश जायसवाल से अजय कुमार ने एक लंबी बातचीत की. पेश हैं मुख्य अंश:- कोयला मंत्री के रूप में उत्तर प्रदेश के लिए आपकी क्या भूमिका रही? भारत की कोयला खानों और उनके उत्पादन, खनन एवं ब्लॉकों को लेकर काफी जटिलताएं थीं, खानों पर दबंग ठेकेदारों का एकछत्र राज था, जिसे काफी हद तक दूर किया जा चुका है. उत्तर प्रदेश के लिए कोयले की कमी न होने पाए, इस पर पूरा ध्यान दिया गया. बाहर के देशों में भी कोयला खनन के लिए योजनाएं बनाई जा रही हैं. चुनाव सिर पर हैं, अब तक आपका राजनीतिक कौशल कितना कारगर रहा है? राहुल का मिशन पूरा करने के लिए हरसंभव कोशिश हो रही है. राहुल स्वयं कद्दावर नेता बन चुके हैं. उत्तर प्रदेश में उनके दौरों के दरम्यान जनता का रुझान अच्छा देखा जा रहा है. राजनीति करने की उनकी शैली अपने में एक है. वह गंभीर हैं, तीखा सच बोलते हैं, जिसके कारण दूसरे दल के लोग आहत हो उठते हैं, मगर कांग्रेस को इसकी कोई परवाह नहीं है, कांग्रेस पुरानी और सर्वजन की पार्टी रही है. दलितों एवं अल्पसंख्यकों को ऊपर उठाने में कांग्रेस का अहम रोल रहा है. मुस्लिम राजनीति के संबंध में सपा और बसपा से निपटने की रणनीति क्या होगी? सपा और बसपा की कार्यशैली से जनता आहत हो चुकी है. विकास के नाम पर दोनों दलों ने राजनीति के नाम पर अल्पसंख्यकों के वोट ही झटके, उनके लिए कोई ऐसी योजनाएं नहीं बनाईं, जिनसे उनका स्तर ऊंचा होता. कांग्रेस इस पर लगातार विचार करती चली आ रही है. संप्रदायवादी राजनीति ने प्रदेश के विकास का पहिया रोक दिया है. प्रदेश की इन सरकारों ने विकास के छठे पायदान बैठे प्रदेश को 21वें पायदान पर ढकेल दिया है, जनता इसे बर्दाश्त नहीं करने वाली. जहां अन्य राज्य विकास के शिखर पर पहुंच रहे हैं, वहीं उत्तर प्रदेश सपा और बसपा के कारण आंसू बहा रहा है, जनता घुट-घुटकर जी रही है. कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के मुस्लिमों के लिए काफी कुछ किया है. पिछली सरकार में भी उनके लिए कई योजनाएं बनाई गईं. उनकी स्थिति में काफी हद तक सुधार आया है, यह कांग्रेस की देन है. पार्टी मुस्लिमों के उत्थान के लिए प्रयास कर रही है. वह उनकी शिक्षा एवं रोज़गार के लिए कड़ी नज़र रखे हुए है. कांग्रेस हर वह उपाय खोज रही है, जिससे दबे-कुचले लोगों को दो जून की रोटी नसीब हो सके, रोज़गार मुहैया हो सके. मनरेगा के माध्यम से काफी पैसा मिला, लेकिन प्रदेश की बेईमान सरकार ने केंद्रीय पैकेजों और मनरेगा के तहत आने वाला पैसा लूट लिया. हमारी नज़र स़िर्फ उत्तर प्रदेश के विकास पर टिकी है. पिछले 20 सालों में उत्तर प्रदेश गर्त में चला गया है. किसानों को दो जून की रोटी मिलना दूभर है, रोज़गार के अवसर ख़त्म हो चुके हैं. मेनचेस्टर कहलाने वाले कानपुर की मिलें बंद हो चुकी हैं. लाखों लोग बेरोज़गार होकर दर-दर भटक रहे हैं. केंद्र सरकार ग़रीबों के लिए योजनाएं बनाकर उत्तर प्रदेश को करोड़ों रुपये के पैकेज भेजती रही, लेकिन वह पैसा ग़रीबों तक नहीं पहुंच पाया, सब हाथी का निवाला बनता गया. कभी सपा की सरकार में बैठे मंत्रियों और अफसरों ने खाया तो आज बसपा के मंत्रियों के घर पैसा गिनने की मशीनें लग चुकी हैं. जनता आधा पेट खाकर सो रही है. अगर राज्य में कांग्रेस की सरकार बनी तो वह मनरेगा के एक-एक पैसे का हिसाब लेकर रहेगी और भ्रष्टाचारी जेल जाएंगे. मुस्लिम आरक्षण की राजनीति चरम पर है, कांग्रेस की नीति क्या रहेगी? कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के मुस्लिमों के लिए काफी कुछ किया है. पिछली सरकार में भी उनके लिए कई योजनाएं बनाई गईं. उनकी स्थिति में काफी हद तक सुधार आया है, यह कांग्रेस की देन है. पार्टी मुस्लिमों के उत्थान के लिए प्रयास कर रही है. वह उनकी शिक्षा एवं रोज़गार के लिए कड़ी नज़र रखे हुए है. कांग्रेस हर वह उपाय खोज रही है, जिससे दबे-कुचले लोगों को दो जून की रोटी नसीब हो सके, रोजगार मुहैया हो सके. मनरेगा के माध्यम से काफी पैसा मिला, लेकिन प्रदेश की बेईमान सरकार ने केंद्रीय पैकेजों और मनरेगा के तहत आने वाला पैसा लूट लिया. भ्रष्ट मंत्रियों की माला पहने बैठी सरकार को जनता समझ चुकी है. उत्तम प्रदेश का ढिंढोरा पीटने वाली बसपा ने प्रदेश के लोगों के साथ अन्याय किया. जिस प्रदेश से प्रधानमंत्री बनकर जाते हों, उसे जातिवाद के कैंसर ने घेर लिया है. जाति के नाम पर लोगों को गुमराह किया जा रहा है. सदन में अच्छे लोग चुनकर नहीं पहुंच पा रहे हैं. दबंगों और बाहुबलियों का सिक्का चल रहा है. 16 मिनट के सत्र में प्रदेश के चार टुकड़े करने का विधेयक पेश कर दिया गया, इससे यहां की हालत बख़ूबी समझी जा सकती है. चुनाव में बसपा का दंभ टूटेगा, जनता उसे सज़ा ज़रूर देगी. राहुल भी मुसलमानों का दामन पकड़ रहे हैं, वह उनके घर और मस्जिदों में गए, इसके पीछे क्या रणनीति है? यह राहुल का अपना नज़रिया है, वह हर कौम के उत्थान के लिए कई सालों से दर-दर भटक रहे हैं, उनमें चाहे दलित हों, किसान हों, मज़दूर हों या अन्य दबा-कुचला वर्ग, वह सभी को बराबर का दर्जा देते हैं. राहुल स़िर्फ विकास के लिए ऐसे लोगों से मिलते हैं, उनके घर जाकर पूछते हैं कि उन्हें क्या तकलीफें हैं. केंद्र की ओर से उनके लिए जो पैसा भेजा जा रहा है, उसका लाभ उन्हें मिल पा रहा है या नहीं. यह तो स्वर्गीय राजीव गांधी का भी कहना था कि राज्यों को केंद्र की ओर से भेजे गए एक रुपये में से मात्र 15 पैसे ही जनता तक पहुंच पाते हैं. पिता के पदचिन्हों पर चलने वाले राहुल भी उन्हीं बातों पर अमल कर रहे हैं कि जनता को किस तरह पूरा लाभ मिल सके और बिचौलियों से पैसा कैसे बचाया जाए. बसपा की सोशल इंजीनियरिंग के बारे में आपका क्या नज़रिया है, क्या उसने सभी जातियों के लिए बराबर का धर्म निभाया? बिल्कुल नहीं. बसपा केवल सरकारी खजाना लूटने का काम कर रही है. मायावती सरकार भ्रष्टों की जमात है. हर मंत्री किसी न किसी घोटाले या काले कारनामे में फंसा हुआ है. कई जेल में हैं, दर्जनों लोकायुक्त की जांच के दायरे में आ चुके हैं. सोशल इंजीनियरिंग ने मुट्ठी भर ठाकुरों, ब्राह्मणों, वैश्यों एवं मुस्लिमों के परिवारों और उनके रिश्तेदारों को ही फायदा पहुंचाया. जनता को दर-दर की ठोकरें खानी पड़ रही हैं. प्रताड़ित लोगों की एफआईआर नहीं लिखी जाती. वे मुख्यमंत्री, मानवाधिकार आयोग और राज्यपाल तक चिट्ठी भेजते हैं, पर उनकी सुनी नहीं जाती. ऐसी सरकार को जनता ही सबक सिखा सकती है और अब वह समय आ गया है. प्रदेश की क़ानून व्यवस्था के बारे में आपका क्या कहना है? मायावती ने सत्ता संभालते समय प्रदेश को अन्याय, अपराध, भय एवं भ्रष्टाचार मुक्त और विकास युक्त उत्तम प्रदेश बनाने का संकल्प लिया था, हुआ उसका उलटा. लोगों की एफआईआर तक नहीं लिखी जा रही है. हर जगह भ्रष्टाचार का बोलबाला है, लूट-खसोट जारी है, विकास रुका हुआ है. यह जनता के साथ धोखा है. बसपा ने नौकरशाही को ख़रीद रखा है, मीडिया को दबा रखा है, कोई कुछ बोल नहीं सकता. नौकरशाह नख-दंत विहीन हैं. योग्य पदों पर अयोग्य लोग ठेकेदार बनकर बैठे हैं. शासन की हनक और निष्पक्षता ग़ायब हो चुकी है. प्रशासन जनता के प्रति अपने कर्तव्य, ज़िम्मेदारी और जवाबदेही भुला बैठा है. जिस प्रदेश की मुख्यमंत्री अपनी एक अदद सैंडिल हवाई जहाज से मंगवाए, उसकी हालत क्या होगी, समझना मुश्किल नहीं है.
jdu attacks on rjd in bihar | Navbharat Times Photogallery ELECTION_TOPBAND_1590852745150 30 May 2020, 2100 hrs IST jdu attacks on rjd in bihar JDU के 'तीर' और पोस्टर वॉर बिहार विधानसभा चुनाव को देखते हुए यह पोस्टर हाल ही में सामने आया है। इस पोस्टर में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हाथ में तीर लिए हुए नजर आ रहे हैं। पोस्टर के ऊपरी हिस्से में लिखा है- लहूलुहान हुआ बिहार, शिकारी है सरकार। RJD पर भी पोस्टर वॉर से पलटवार कुछ पोस्टर्स जेडीयू के खिलाफ है तो आरजेडी को भी बदला लेने के लिए बख्शा नहीं गया है। बिहार की सड़कों पर लगा एक पोस्टर यह भी है, जिसमें लिखा गया है- लुटता रहा बिहार, संपत्ति अर्जन में मस्त परिवार। ...क्योंकि बात है '15 साल' की एक पोस्टर बिहार की सड़कों पर 'हिसाब' का है। इसमें लालू की तत्कालीन सरकार के कामकाज और नीतीश कुमार की वर्तमान सरकार के कामकाज की तुलना को दर्शाया गया है। किसका भय, किस पर भरोसा? बिहार के पोस्टर वॉर की हर तस्वीर की अलग कहानी है। किसी में जलता बिहार दिखाकर पुरानी सरकारों और उनके मुखिया पर हमला किया गया है। कुछ में कामकाज की तुलना में पक्षियों का भी सहारा लिया गया है।
Coronavirus Number of corona infected increased in Bhagalpur city Coronavirus : शहर में तेजी से पांव पसार रहा कोरोना, अब स्वास्थ्य कर्मचारी भी हो रहे संक्रमित Coronavirus एक माह पूर्व प्रवासियों के संपर्क में आने से सिकंदरपुर मिरजानहाट के चार लोग कोरोना से संक्रमित हुए थे। इसके बाद तो आंकड़ा और बढ़ गई है। Publish Date:Sun, 28 Jun 2020 10:02 AM (IST)Author: Dilip Shukla भागलपुर, जेएनएन। शहर में पिछले एक सप्ताह से कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में अचानक बढ़ोतरी हुई है। गौरतलब है कि जो लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं, उनकी यात्रा का इतिहास भी नहीं है। शहर के कई मोहल्लों के लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं। इनमें स्वास्थ्य कर्मचारी से लेकर बैंककर्मी और डाककर्मी भी शामिल हैं। भागलपुर शहरी क्षेत्र में अब तक 25 कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। गत सप्ताह से संक्रमितों की संख्या अचानक बढ़ी एक माह पूर्व प्रवासियों के संपर्क में आने से सिकंदरपुर, मिरजानहाट के चार लोग कोरोना से संक्रमित हुए थे। इसके अलावा मायागंज अस्पताल के एक डॉक्टर भी मरीजों का इलाज करने के दौरान कोरोना पॉजिटिव हो गए थे। वे डॉक्टर्स कॉलनी में रहते थे। इनके अलावा बिहपुर का एक स्वास्थ्य कर्मचारी भी कोरोना पॉजिटिव हुआ जो नायाबाजार में रहता था। आनंदगढ निवासी बैंककर्मी भी कोरोना से संक्रमित हुआ। इसके बाद से 20 जून तक शहर का एक भी व्यक्ति कोरोना संक्रमित नहीं हुआ। 21 जून से 26 जून के बीच शहर में कोरोना संक्रमितों की संख्या में अचानक बढ़ोतरी हो गई। इस्लामनगर में दो, भीखनपुर में दो, बरारी में दो, मायागंज अस्पताल की नर्स का भाई, तिलकामांझी में दो लोगों के अलावा सिविल सर्जन आवास का रसोइया, सदर अस्पताल के चार स्वास्थ्य कर्मचारी सहित शिवपुरी मोहल्ले का भी व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाया गया है। शहर के लोग भूल गए मास्क लगाना जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. हेमंत कुमार सिन्हा ने कहा कि लोग मास्क लगाना भूल गए। इसलिए अचानक कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ी है। उन्होंने कहा कि शहर के बाजार हो या मोहल्ले, 80 फीसद लोग अब मास्क नहीं लगा रहें हैं। हैरत की बात यह है कि पढ़े-लिखे लोग भी मास्क नहीं लगा रहे और शारीरिक दूरी नियम का पालन भी नहीं कर रहे हैं। पुलिस भी अब सुस्त पड़ गई है। लोगों को मास्क लगाने की हिदायत नहीं दे रही है। इसलिए भी लोगों को भय नहीं रहा और लोगों में जागरुकता की कमी आ गई है। दो मोहल्ले सील किए गए पहले जहां भी कोरोना संक्रमित मिले प्रशासन द्वारा उन मोहल्लों को सील किया गया। शुक्रवार को इस्लामनगर और मारवाड़ी टोला लेन को सील किया गया।
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हाथरस गोलीकांड के आरोपी पर 1 लाख का इनाम, पीड़िता बोली- डर कर जी रहे हम, उसका एनकाउंटर करो - hathras amrish murder case bounty announced on accused daughter demand - AajTak पुलिस द्वारा हाथरस कांड के मुख्य आरोपी गौरव पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है. इसके अलावा 2 अन्य आरोपियों पर 25-25 हजार का इनाम घोषित किया गया है. पीड़िता ने आरोपी के एनकाउंटर की मांग की है. (अपडेटेड 03 मार्च 2021, 2:01 PM IST) पीड़िता बोली- आरोपी का हो एनकाउंटर पुलिस ने मुख्य आरोपी पर एक लाख का इनाम घोषित किया पीड़िता का सवाल- आरोपी को क्यों नहीं पकड़ रही पुलिस मामला हाथरस जिले के थाना सासनी क्षेत्र का है. गांव नौजरपुर में सोमवार की देर शाम अमरीश अपने खेत में आलू की खुदाई करा रहे थे. तभी चार हमलावरों ने अमरीश को गोलियों से भून डाला. अमरीश अपने खेत में जमीन पर लहूलुहान पड़े थे. आनन-फानन में लोगों ने अमरीश को अस्पताल पहुंचाया. लेकिन अस्पताल ले जाने के दौरान अमरीश की मौत हो गई. इस मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक हाथरस विनीत जयसवाल ने बताया था कि ढाई साल पहले जुलाई 2018 में अमरीश द्वारा छेड़छाड़ की एक रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी. जिसमें गौरव शर्मा नाम के व्यक्ति जेल भी गया था. गौरव एक महीने बाद जमानत पर बाहर आ गया था. मृतक के परिवार का कहना है उनकी पुरानी रंजिश चली आ रही थी. 1 मार्च को गांव के मंदिर में मृतक की बेटी मौजूद थी तभी गौरव शर्मा, उसकी पत्नी और उसकी मौसी मंदिर में आए और इनका आपस में झगड़ा हुआ. इसके बाद गौरव शर्मा नाम के शख्स ने अपने परिवार के तीन लोगों के साथ अमरीश को खेत में जाकर गोली मार दी.पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. बेटी से छेड़खानी के विरोध पर पिता की हत्या! लड़की की गुहार- प्लीज मुझे इंसाफ दे दो Hathras Shooting Incident: बेटी से छेड़छाड़ का केस दर्ज कराने पर पिता की हत्या, एक्शन में Yogi Government
इमरान की पूर्व पत्नी ने रेहम को दी मानहानि के केस की धमकी - Inext Live ⁄ Imran Khan ex wife threatens to file defamation suit against Reham इमरान की पूर्व पत्नी ने रेहम को दी मानहानि के केस की धमकी 2018-06-07T17:11:35Z इमरान खान की पूर्व पत्नी जेमिमा गोल्डस्मिथ ने धमकी दी है। उन्होंने कहा है कि अगर पत्रकार रेहम खान की किताब ब्रिटेन में छपी तो वह उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा करेंगी। निजी अनुभवों पर यह किताब लिखी है इस्लामाबाद (पीटीआई)। पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ पार्टी के प्रमुख इमरान खान की पूर्व पत्नी जेमिमा गोल्डस्मिथ ने धमकी दी है कि अगर पत्रकार रेहम खान की किताब ब्रिटेन में छपी तो वह उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा करेंगी। रेहम भी पूर्व क्रिकेटर इमरान की पत्नी रह चुकी हैं। रेहम ने मां, पत्नी और पत्रकार के तौर पर अपने निजी अनुभवों पर यह किताब लिखी है। किताब अभी छपी नहीं है, लेकिन इसकी मूल कॉपी के ऑनलाइन लीक होने के बाद पाकिस्तान में तूफान खड़ा हो गया है। गुस्से में हैं इमरान की पार्टी के नेता रेहम ने इस किताब में कई सनसनीखेज आरोप लगाए हैं जिसकी वजह से इमरान की पार्टी के नेता गुस्से में हैं। रेहम की साल 2015 में इमरान से शादी हुई थी। लेकिन महज दस माह बाद ही यह शादी टूट गई थी। जेमिमा ने बुधवार को कहा कि उन्हें इसका पूरा यकीन है कि रेहम की किताब झूठ का पुलिंदा है। यह किताब अगर प्रकाशित हुई तो वह अपने 16 वर्षीय बेटे की तरफ से मानहानि और निजता के उल्लंघन का मुकदमा करेंगी। जेमिमा से 1995 में हुई थी शादी इमरान की पहली शादी ब्रिटिश अरबपति की बेटी जेमिमा से 1995 में हुई थी। दोनों नौ साल बाद अलग हो गए थे। इस शादी से इमरान के दो बेटे हैं। इमरान ने इस साल 19 फरवरी को बुशरा से तीसरी शादी की थी। इस बात का खुलासा तहरीक ए इंसाफ पार्टी के प्रवक्ता फवाद चौधरी ने किया था।
दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार के कामकाज से प्रभावित होकर दूसरे दलों के नेता भी माननीय अरविंद केजरीवाल को मजबूत करने के लिए साथ आ रहे हैं। जनता को समर्पित केजरीवाल सरकार का लक्ष्य सबको साथ लेकर चलने की है। आम आदमी पार्टी की इस नीति का असर विरोधी पार्टी के नेताओं पर खूब हो रहा है। इसी कड़ी में गुरुवार को रोहतास नगर विधानसभा में एक समारोह के दौरान बड़ी संख्या में कांग्रेस के कई नेता व कार्यकर्ता आम आदमी पार्टी में शामिल हुए।लोकसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही उत्तर-पूर्वी दिल्ली में कांग्रेस का बिखराव शुरू हो गया है। दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय, उत्तर-पूर्वी दिल्ली लोकसभा प्रभारी दिलीप पाण्डेय और रोहतास नगर विधायक सरिता सिंह की मौजूदगी में कांग्रेस के नेता व कार्यकर्ता आम आदमी पार्टी में शामिल हुए। केंद्र सरकार लाख रुकावटों के बाद भी एक ईमानदार सरकार होने के नाते आम आदमी पार्टी काम कर रही है। दिल्ली सरकार के प्रयासों से ही आज पूरे दिल्ली के अंदर 'डोर स्टेप डिलीवरी' शुरू हुई है। आज पूरे देश के अंदर दिल्ली की शिक्षा और स्वास्थ्य योजनाओं की चर्चा हो रही है। कोई भी राज्य शिक्षा में बदलाव के बिना आगे नहीं बढ़ सकता। पूरे हिंदुस्तान में शिक्षा के लिए सिर्फ तीन से चार परसेंट ही बजट दिया जाता है लेकिन दिल्ली सरकार 25% शिक्षा पर खर्च कर रही है। ऐसी बदलाव की क्रान्ति आम आदमी पार्टी के अलावा कोई और नहीं कर सकता है। वहीं सुदेश चौधरी ने आम आमदी पार्टी के सभी नेता और कार्यकत्ताओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि, दिल्ली सरकार ने जितने भी काम किए हैं उनके कामों से प्रभावित होकर और माननीय अरविंद केजरीवाल, दिलीप पाण्डेय और आम आदमी के तमाम कार्यकर्ताओं की मेहनत को देखते हुए हैं मुझे लगा कि मुझे इस पार्टी में जुड़ना चाहिए और मैं आम आदमी पार्टी में शामिल हो गया। आम आदमी पार्टी के आते ही दिल्ली में बदलाव की क्रांति छा गई है। अच्छे स्कूल, बेहतर स्वास्थ्य, सड़क, नालियां, फ्री पानी, सस्ती बिजली और भी अनेक प्रकार के बदलाव हुए। ऐसी ईमानदार पार्टी के साथ जुड़कर मुझे बेहद खुशी है। आज शामिल होने वालों में कांग्रेस नेता सुदेश चौधरी, बीएन कक्कर, एनपी भाटिया, अनिल गुप्ता, गंगा प्रसाद, सुमी वालिया, नरेश गुप्ता, अजय सोढ़ी सहित अन्य लोग प्रमुख हैं। आप में शामिल होने वाले कांग्रेस नेताओं ने कहा कि अरविन्द केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली सरकार काफी अच्छे काम कर रही है। अब दिल्ली के सातों सांसद भी आप के हों, ताकि केंद्र की बाधा दूर हो सके।
रविवार को डीसी इलेवन और चंद उद्योगपतियों का 20-20 मैच.. November 22 03:19 2020 by Mazdoor Morcha कोरोना काल में शहर के उद्योगपतियों का क्रिकेट मैच या पीआर का जुगाड़ फरीदाबाद: शहर के चंद उद्योगपति और जिला प्रशासन के बीच इस रविवार यानी 22 नवम्बर को 20-20 क्रिकेट मैच रखा गया है। कोरोना काल में होने वाले इस मैच का ढिंढोरा एक औद्योगिक संगठन का चेयरमैन और उद्योगपति ने सोशल मीडिया पर पीटा है। हालांकि डीसी या जिला प्रशासन की ओर से इस संबंध में कोई बयान जारी नहीं किया गया है। यह सारा मामला आपसी जनसंपर्क (पब्लिक रिलेशन- पीआर) बढ़ाकर प्रशासन के छोटे अफसरों और कर्मचारियों पर रौब जमाने की कार्रवाई के अलावा कुछ नहीं है। जयराज गु्रप आफ इंडस्ट्रीज के मालिक राजीव चावला आटो पार्ट्स और अन्य औद्योगिक सामान बनाने की कंपनी चलाते हैं। इसके अलावा वह एक और राष्ट्रीय स्तर का औद्योगिक संगठन भी चलाते हैं, जिसका नाम – माइक्रो, स्माल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज आफ इंडिया (एमएस एमईआई) है। राजीव चावला ने सोशल मीडिया पर इस क्रिकेट मैच की घोषणा 18 नवम्बर को की। उस घोषणा के मुताबिक राजीव चावला ने उसमें बताया है कि 22 नवम्बर (रविवार) को सेक्टर 78 ग्रेटर फरीदाबाद के फेरवेन्ट एरीना ग्राउंड पर यह मैच जिला प्रशासन और आई एम एसएमई आफ इंडिया (ढ्ढड्डद्व स्रूश्वशद्घद्बठ्ठस्रद्बड्ड) के बीच खेला जाएगा। उनके मुताबिक जिला प्रशासन की टीम जिसे डीसी इलेवन के नाम से जाना जाता है, उसका नेतृत्व यशपाल यादव (डीसी फरीदाबाद) करेंगे। मैच सुबह दस बजे शुरू होगा। ट्विटर पर की गई इस घोषणा को राजीव चावला ने डीसी को भी टैग किया है, ताकि डीसी को भी इसकी जानकारी हो जाये। डीसी या जिला प्रशासन का इस आयोजन पर चुप रहना बता रहा है कि वे इस आयोजन से सहमत होंगे। बहरहाल, खुद डीसी ने इस पर कोई प्रतिक्रियानहीं दी है। इसमें पुलिस विभाग के अधिकारी शामिल होंगे या नहीं होंगे, इस पर भी साफ तस्वीर नहीं है। आपतौर पर ऐसे आयोजनों में जिला प्रशासन और पुलिस के आला अफसर साथ-साथ शामिल होते रहे हैं। शहर के कुछ उद्योगपतियों ने बताया कि राजीव चावला अपना खुद का संगठन चलाते हैं। वह फरीदाबाद की पूरी इंडस्ट्री का प्रतिनिधित्व नहीं करते। इसलिए इसे उद्योगपतियों और जिला प्रशासन के बीच क्रिकेट मैच नहीं कहा जाएगा। फरीदाबाद इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (एफआईए) और लघु उद्योग भारती ही फरीदाबाद के उद्योगपतियों का प्रतिनिधित्व करते हैं। जिला प्रशासन को यह बात अच्छी तरह मालूम है कि एफआईए क्या है। कुछ उद्योगपतियों ने बताया कि हो सकता है कि राजीव चावला अपने संगठन के पदाधिकारियों और कर्मचारियों की टीम बनाकर डीसी इलेवन के साथ मैच खेलने जा रहे हों। बता दें कि फरीदाबाद में कोरोना के केस बढ़ते ही जा रहे हैं। खुद डीसी यशपाल यादव दो दिनों से इसे लेकर बैठकें कर रहे हैं। उन्होंने बुधवार को इस संबंध में प्राइवेट अस्पतालों को भी बेड खाली रखने के निर्देश जारी किये। एक तरफ फरीदाबाद में यह स्थिति है और छठ पर्व भी चल रहा है तो ऐसे में जिला प्रशासन के किस अधिकारी को इस रविवार को उद्योगपतियों से मैच खेलने की फुरसत होगी। यह समझ से परे है कि राजीव चावला ने किन अफसरों से पूछकर क्रिकेट मैच आयोजन का फैसला लिया है। इस संबंध में राजीव चावला के दफ्तर में फोन से संपर्क की कोशिश की गई लेकिन उधर से किसी ने फोन नहीं उठाया।
गेमिंग की दुनिया में धीरे-धीरे छा रहा है Roblox, अपने अवतार को बना कर खेल सकते हैं गेम > Roblox: वो गेमिंग प्लेटफ़ॉर्म जहां मिलती है गेम खेलने, बनाने और प्रमोट करने की आज़ादी Roblox: वो गेमिंग प्लेटफ़ॉर्म जहां मिलती है गेम खेलने, बनाने और प्रमोट करने की आज़ादी इसे David Baszucki और Erik Cassel ने 2004 में बनाया था. January 12, 2022, 18:41 IST | 17 shares | 2039 views अपनी दुनिया को बनाने और उसे कंट्रोल करने की इच्छा हर गेमर की रहती है. ऐसी ही आज़ादी आपको एक गेमिंग प्लेटफ़ॉर्म देता है जिसका नाम है Roblox. ये एक गेमिंग प्लेटफ़ॉर्म है जो अपने यूज़र्स को गेम्स के किरदारों को बनाने की आज़ादी देता है साथी दूसरे लोगों द्वारा बनाए गए गेम्स को खेलने का भी मौक़ा देता है. ये भी पढ़ें: दिलचस्प है 'Super Mario' गेम बनने की कहानी, जानिये किस व्यक्ति के नाम पर रखा गया था गेम का नाम क्या है Roblox, ये कैसे काम करता है और क्यों ये लोगों के बीच फ़ेमस हो रहा है इसकी सारी जानकारी आज हम अपने गेम लवर्स के लिए लेकर आए हैं. क्या है Roblox? ये एक ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफ़ॉर्म और गेम निर्माण प्रणाली है जिसे David Baszucki और Erik Cassel ने 2004 में बनाया था. Roblox Corporation ने इसे 2006 में लॉन्च किया था. ये लोगों को विभिन्न प्रकार के गेम्स और कैरेक्टर्स को क्रिएट कर उन्हें खेलने का मंच प्रदान करता है. बना सकते हैं अपना अवतार इस गेमिंग प्लेटफ़ॉर्म पर आप अपना अवतार बना सकते हैं या फिर पहले से ही मौजूद सेटिंग्स में बदलाव कर किसी अवतार को नया रूप और शक्तियां प्रदान कर सकते हैं. इसमें आप कोई बड़ी चोरी या वारदात को अंजाम कर पुलिस से बचने की कोशिश कर सकते हैं, मल्टीप्लेयर शूटिंग गेम खेल सकते हैं यहां तक कि Robloxian Highschool में वर्चुअल फ़्रेंड्स भी बना सकते हैं. कैसे फ़ेमस हुआ ये प्लेटफ़ॉर्म इस गेम को शुरुआत में ज़्यादा सफ़लता नहीं मिली थी, लेकिन 2010 में लोग इसमें दिलचस्पी दिखाने लगे, जब कुछ यूट्यूबर्स और लोगों ने इसका इस्तेमाल Memes बनाने और इसके प्रसिद्ध गेम्स का Bootleg Version खेलना शुरू कर दिया. इस पर आप अपनी कल्पना के हिसाब से कोई भी वर्चुअल रूम क्रिएट कर सकते हैं. इसे बनाने के बाद आप दूसरे लोगों को इसे खेलने के लिए भी शेयर कर सकते हैं. यहां पर आप Fortnite वीडियो गेम के जैसे ही वर्चुअल कॉन्सर्ट भी कर सकते हैं. इसके लिए ये होस्ट की तरह काम भी करता है. इसे आप ऑलाइन वेबसाइट पर जाकर या फिर इसके Roblox Studio सॉफ़्टवेयर को डाउनलोड कर भी खेल सकते हैं. प्ले स्टोर पर Roblox नाम से इसका App भी उपलब्ध है. कर सकते हैं एक दूसरे से चैट Source: connectsafely इस गेमिंग प्लेटफ़ॉर्म पर आप दूसरे लोगों से चैट भी कर सकते हैं. चैटिंग का ऑप्शन ऑन करते ही आप जो कहना चाहते हैं उसे टाइप करें और ये बात एक चैट बॉक्स में आपके अवतार के पास दिखाई देने लगती है. इसमें Voice Chat फ़ीचर भी है जिसे 13 साल के यूज़र्स ही अनलॉक कर सकते हैं. लॉकडाउन के बीच ये गेम काफ़ी लोकप्रिय हुआ था. तब दुनियाभर के बच्चों ने इसे खेलना और यहां चैटिंग करनी शुरु कर दी थी. इसके चलते 2020 में इसके 164 Million एक्टिव यूज़र्स हो गए थे. Robux एक वर्चुअल करेंसी है जिसकी मदद से आप इस प्लेटफॉर्म पर कॉस्मेटिक्स, कपड़े आदि ख़रीद सकते हैं. यही नहीं इसे ख़र्च कर आप इसे Paid गेम्स को अनलॉक सकते हैं. इस करेंसी को आप पैकेज या फिर मंथली सब्सक्रिप्शन के रूप में भी ऑनलाइन ख़रीद सकते हैं. अपने गेम को आप यहां प्रमोट भी कर सकते हैं नए गेमर्स इस प्लेटफ़ॉर्म पर अपने गेम्स को प्रमोट भी कर सकते हैं. मगर सैकड़ों की संख्या में गेम्स उपलब्ध होने के कारण यहां छोटे गेम को उतनी प्रसिद्धी नहीं मिल पाती. इससे बचने के लिए गेमर्स कुछ रुपये ख़र्च कर उसका विज्ञापन स्लॉट पा सकते हैं.
जम्मू-कश्मीर: LoC पर विस्फोट में लेफ्टिनेंट सहित सेना के 4 जवान घायल | Rakshak News राजौरी। जम्मू में नियंत्रण रेखा (LoC) पर पाकिस्तानी साजिशों और भारी गोलाबारी के बीच कलाल सेक्टर में एक अग्रिम भारतीय चौकी के पास जबरदस्त विस्फोट हुआ जिसमें सेना के एक लेफ्टिनेंट सहित 4 जवान घायल हो गए। सभी घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है। उन्हें कमान अस्पताल ऊधमपुर रेफर किया गया है। मीडिया खबरों के मुताबिक विस्फोट लाइ ऑफ कंट्रोल के करीब हुआ। विस्फोट किस तरह का था अभी इसकी पुष्टी नहीं हुई है। विस्फोट की आवाज सुनकर सेना के जवान मौके पर पहुंचे और तुरंत उपचार के लिए सैन्य अस्पताल पहुंचाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद कमान अस्पताल रेफर किया गया। खबर के मुताबिक इस बात की आशंका जताई जा रही है कि यह धमाका पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम (BAT) द्वारा लगाए गए किसी विस्फोटक सामग्री के कारण या माइन ब्लास्ट भी हो सकता है। बता दें कि इससे पहले साल के पहले दिन जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा के पास सशस्त्र पाकिस्तानी घुसपैठियों के साथ मुठभेड़ में सेना के 02 जवान शहीद हो गए। अधिकारियों ने बताया कि घुसपैठियों को खाड़ी थरयाट जंगल में उस समय रोका गया जब वे पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) से भारत में घुसने की कोशिश कर रहे थे। Related Items:Army Personnel, Blast, featured, Jammu-kashmir, lieutenant, LoC, जम्‍मू-कश्‍मीर, जवान, भारतीय सेना, लेफ्टिनेंट, विस्फोट
होमवर्ल्डएशिया81 जपोनियामाज़दाİ लचीले उत्पादन मॉडल के साथ भविष्य के लिए तैयार करता है 03 / 12 / 2021 81 जपोनिया, एशिया, वर्ल्ड, Genel, राजमार्ग, मोटर वाहन माज़दा भविष्य के लिए लचीले उत्पादन मॉडल के साथ तैयार करती है माज़दा, दुनिया के अग्रणी ऑटोमोबाइल निर्माताओं में से एक, ने जापान की होफू फैक्ट्री में किए गए नवाचारों के साथ अपनी उत्पादन क्षमता में वृद्धि की है। जापानी निर्माता, H2 उत्पादन लाइन में किए गए सुधारों के लिए धन्यवाद; यह एक ही सीरियल प्रोडक्शन लाइन पर एक ही समय में कारों और इंजन प्रकारों के विभिन्न मॉडलों का उत्पादन करने में सक्षम होगा। लचीली मॉडलिंग प्रोडक्शन लाइन, जो ब्रांड की बहुमुखी समाधान रणनीति का एक हिस्सा है, जो कुछ ही दिनों में तत्काल जरूरतों के लिए जल्दी से अनुकूल हो सकती है, एसयूवी मॉडल की एक श्रृंखला की मेजबानी भी करेगी जो 2022 में सामने आएगी। जापानी ऑटोमोटिव दिग्गज मज़्दा ने घोषणा की है कि उसने अपनी H6 उत्पादन लाइन में व्यापक बदलाव किए हैं, जहाँ मज़्दा 5 और मज़्दा CX-2 मॉडल पहले से ही उत्पादित हैं, ताकि एक विस्तृत उत्पाद श्रृंखला का उत्पादन करने की क्षमता तक पहुँच सके जिसमें इलेक्ट्रिक पॉवरट्रेन भी होंगे। यह उन्नत उत्पादन मॉडलिंग, जो नए मॉडल और बदलती मांगों के लिए जल्दी से प्रतिक्रिया कर सकता है, को माज़दा के नवाचार के लिए अभिनव दृष्टिकोण का नवीनतम उदाहरण कहा जाता है, जिसे वह मोनोत्सुकुरी कहते हैं। उत्पादन लाइन को जरूरत के हिसाब से आकार दिया जा सकता है विकास के परिणामस्वरूप, जो माज़दा की बहुमुखी समाधान रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, उत्पादन लाइन को बदलती जरूरतों के अनुसार आकार दिया जा सकता है। इस तरह, बड़े या छोटे प्लेटफॉर्म वाली कारें, आंतरिक दहन या इलेक्ट्रिक इंजन वाली, अनुप्रस्थ या अनुदैर्ध्य इंजन प्लेसमेंट वाली कारों का उत्पादन एक ही लाइन पर किया जाएगा। दूरंदेशी मिश्रित उत्पादन दर्शन 2022 में पेश किए जाने वाले एसयूवी मॉडल को भी जीवन देगा। आधे से अधिक सुविधा को लचीलेपन की रणनीति के अनुसार डिजाइन किया गया था क्रॉस डॉली टेप मॉडलिंग फिर से तैयार उत्पादन लाइन के केंद्र में है। नई संरचना में फिक्स्ड कन्वेयर बेल्ट और हैंगर शामिल नहीं हैं और लाइन भौतिक रूप से मुक्त है। फिक्स्ड बैंड और हैंगर के बजाय, पैलेट जो जमीन के साथ फ्लश होते हैं उन्हें रखा जाता है और ये पैलेट "डॉली रोलर्स" के माध्यम से चलते हैं। यह उत्पादन लाइन, जिसे निश्चित उत्पादन लाइन की तुलना में बहुत तेजी से आकार दिया जा सकता है, भविष्य में और अधिक खंड जोड़कर इसका विस्तार किया जा सकता है। मज़्दा मोटर कॉरपोरेशन के वरिष्ठ महाप्रबंधक ताकेशी मुकाई ने कहा कि कर्मचारियों के पास आसानी से चलने वाली ट्रैक संरचना के लिए अधिक खाली स्थान है, यह व्यक्त करते हुए कि आधे से अधिक होफू फैक्ट्री नई रणनीति के अनुसार बनाई गई है। यह रणनीति, जो निवेश लागत को 10 प्रतिशत तक कम करती है, पारंपरिक असेंबली लाइन विकसित करने में पांचवां समय लेती है।
आरबीआई, की 5-6 दिसंबर को होगी अगली MPC बैठक ब्याज दरों को बरकरार रख सकता है 🗒 सोमवार, दिसंबर 04 2017 मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी), जो अगले सप्ताह बैठक करने वाली है नीतिगत ब्याज दरों को वर्तमान दर पर ही बरकरार रख सकती है। मौजूदा समय में रेपो रेट 6 फीसद है। यह अनुमान इक्रा की ओर से की गई एक स्टडी में लगाया गया है। आपको बता दें कि खुदरा महंगाई (मुद्रास्फीति) या उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई दर अक्टूबर में सात महीने के उच्चतम स्तर के साथ 3.58 फीसद पर पहुंच गई थी, जो कि सितंबर महीने में 3.28 फीसद रही थी। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की ओर से पॉलिसी रिव्यू के फैसलों को 6 दिसंबर को पेश किया जाएगा। अगली एमपीसी बैठक की शुरुआत 5 दिसंबर को हो रही है। रेटिंग एजेंसी इक्रा का कहना है कि हालांकि अक्टूबर के लिए सीपीआई मुद्रास्फीति वित्त वर्ष 2018 की दूसरी छमाही में 4.2-4.6% की सीमा से कम है जिसके बारे में एमपीसी ने अपनी पिछली बैठक में पूर्वानुमान लगाया था। वहीं वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) दरों में हालिया संशोधन कीमतों पर दबाव बनाएगा जो कि मुद्रास्फीति के जोखिमों को बरकरार रख सकता है। » भारतीय अर्थव्यवस्था बदलाव की ओर अग्रसर, इन 10 क्षेत्रों में हुए सुधार » नीरव की तीन कंपनियों ने दी दिवालिया की अर्जी दी » 80 C ही नहीं अन्य धाराएं भी आपके निवेश पर बचा सकती हैं टैक्स » कंपनी के दिवालिया होने पर क्या होता है, पढ़ें आपके मन में आने वाले हर सवाल का जवाब » इनकम टैक्स बचाना चाहते हैं तो आपको ये बातें मालूम होनी चाहिए » दिल्ली, मुंबई समेत प्रमुख शहरों में हड़ताल पर जाएंगे ओला, उबर के ड्राइवर » हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट मामले में सुप्रीम कोर्ट ने मप्र समेत पांच राज्यों से 4 सप्ताह में मांगा जवाब
Some Hindu groups behaving like Muslim fundamentalist | मुस्लिम कट्टरपंथियों की तरह बर्ताव कर रहे हैं कुछ हिंदू समूह: जावेद अख्तर By: एजेंसी | Last Updated: Wednesday, 27 January 2016 4:59 PM कोलकाता: जाने माने गीतकार एवं पटकथा लेखक जावेद अख्तर ने कहा है कि कुछ हिंदू समूह अब मुस्लिम कट्टरपंथियों की तरह बर्ताव कर रहे हैं और यदि इस प्रकार के तत्वों को छोड़ दिया जाए तो भारतीय समाज हमेशा सहिष्णु रहा है. अख्तर ने कल रात यहां एक साहित्य समारोह में कहा, '' मैंने 1975 में मंदिर में एक हास्य दृश्य दिखाया था. मैं आज ऐसा नहीं करूंगा लेकिन 1975 में भी मैं मस्जिद में ऐसा दृश्य नहीं दिखाता क्योंकि वहां असहिष्णुता थी. अब दूसरा पक्ष उसकी तरह व्यवहार कर रहा है.'' उन्होंने असहिष्णुता पर एक परिचर्चा में कहा, '' अब वे इस जमात में शामिल हो रहे हैं..यह त्रासदीपूर्ण है. हिंदू मत कहिए. यह गलत नुमांइदगी है. ये कुछ हिंदू समूह हैं.'' हालांकि उन्होंने आमिर खान अभिनीत हिंदी फिल्म 'पीके' का उदाहरण देते हुए कहा कि हिंदुओं ने ही इस फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर सफल बनाया. सलीम खान के साथ मिलकर 'शोले', 'डॉन', 'सीता और गीता' और 'दीवार' समेत बॉलीवुड की कई सफल फिल्मों की पटकथा लिखने वाले अख्तर ने कहा, ''मुझे वाकई इस बात को लेकर संदेह है कि यदि आप किसी इस्लामी देश में मुस्लिम प्रतीकों को लेकर इसी प्रकार की फिल्म बनाएंगे तो क्या वह सुपरहिट होगी.'' उन्होंने कहा, '' हम विवादों की स्थिति में अतिवादी रख अपना लेते हैं.'' अख्तर ने कहा, ''कुछ लोगों का कहना है कि समाज में असहिष्णुता खतरे के स्तर पर पहुंच गई है. मुझे इस बात पर भरोसा नहीं है. कुछ लोग हैं जो कहते हैं कि कोई असहिष्णुता नहीं है. मुझे उन पर भी भरोसा नहीं है. असलियत इस दोनों स्थितियों के बीच है. सच्चाई यह है कि भारतीय समाज हमेशा ये सहिष्णु था और है. समाज के कुछ ऐसे वर्ग हैं जो हमेशा भिड़े रहते हैं.'' हालांकि उनके अनुसार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला देश में कोई नया चलन नहीं है. अख्तर ने कहा, ''अभिव्यक्ति की आजादी पर हमेशा किसी न किसी तरह का हमला होता रहा है. हम एक लेख में और सम्मेलन में कोई बात कह सकते हैं लेकिन आप एक डॉक्यूमेंट्री और एक फीचर फिल्म में वही बात नहीं कह सकते. यह हमेशा से ऐसा ही रहा है.'' कुछ लेखकों की ''पुरस्कार वापसी'' मुहिम के बीच उन्होंने अपना साहित्य अकादमी पुरस्कार लौटाने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा, '' क्योंकि मैं जानता हूं कि यह पुरस्कार मुझे लेखकों ने दिया है तो मुझे इसे क्यों लौटाना चाहिए?'' अख्तर ने कहा कि लेखक इस जूरी का हिस्सा होते हैं, न कि पुलिसकर्मी या नौकरशाह. उन्होंने कहा, '' मैं नयनतारा सहगल :के मामले: को समझता हूं. उन्होंने लोकप्रियता हासिल करने के लिए ऐसा नहीं किया. शायद उन्हें लगा कि इस तरह वह विरोध जाहिर कर सकती हैं.'' लेखक रस्किन बॉन्ड ने कहा कि साहित्य निकाय लोगों की हत्या होने से नहीं रोक सकता. उन्होंने भी अपना अकादमी पुरस्कार लौटाने से इनकार कर दिया है. अभिनेत्री से लेखिका बनीं नंदना सेन ने कहा कि एम एम कलबुर्गी, नरेंद्र दाभोलकर और गोविंद पानसरे जैसे स्वतंत्र विचारकों पर पिछले 12 महीनों में कई संगठित हमले हुए हैं जो काफी परेशान करने वाली बात है. असहिष्णुता पर सार्वजनिक तौर पर अपने विचार रखने वाले लोगों की निंदा किए जाने पर उनके विचारों के बारे में पूछे जाने पर नंदना ने कहा, '' न तो मेरे पिता और न ही मेरी मां को अलोकप्रिय होने का डर है.'' नंदना अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन और लेखिका नब्नीता देव सेन की बेटी हैं.
बढ़ती जनसंख्या की समस्या पर निबंध | Essay On Population In Hindi मुख्यपृष्ठnibandhबढ़ती जनसंख्या की समस्या पर निबंध | Essay On Population In Hindi Shivam Pandey अक्तूबर 26, 2021 बढ़ती जनसंख्या की समस्या से सभी त्रस्त है। क्योकि विश्व में सिमित संसाधन है जिनका उपयोग करने वालो की तादाद दिन प्रति दिन बढती जा रही है। आने वाले समय में बढती जनसँख्या के प्रति लोगो को जागृत करने हेतु जनसँख्या पर निबंध निश्चय ही सहायक सिद्ध होगा। इस देश की बढ़ती हुई जनसंख्या बढ़ती हुई दुश्चिन्ता की तरह फैलती जा रही है। यों तो पूरे विश्व में जनसंख्या की दर जिस रफ्तार से बढ़ रही है, उससे विश्व क्षितिज पर युद्ध की आशंकाओं का मँडराना तथा इस तनाव से नयी-नयी समस्याओं का पैदा होना लाजिमी है। यह हैरतअंगेज बात है कि अन्य देशों में जनसंख्या से निपटने के लिए जहाँ जनसंख्या की बाढ़ को रोकने तथा बढ़ी हुई जनसंख्या को रोजगार से जोड़ने के उपाय किये जाते हैं, वहीं हमारे यहाँ की सरकार एवं उसके अर्थशास्त्री हाथ-पर-हाथ धरे, आंख और मुह फाड़कर जनसंख्या की बाढ़ को सिर्फ देखते रहते हैं। इसीलिए इस देश में जनसंख्या वृद्धि मात्र समस्या नहीं है, बल्कि अनेक समस्याओं की जन्मदात्री भी है। जनगणना में सामने आया बड़ा आंकड़ा 1981 ई० की जनगणना के अनुसार भारत की आबादी में पिछले दशक में 13 करोड़ 56 लाख 51 हजार 199 की वृद्धि हुई है। आबादी की दृष्टि से भारत विश्व का दूसरा बड़ा देश है। 1967 ई० में चीन की आबादी 72 करोड़ थी। 1985 ई० में इसकी आबादी 90 करोड़ को पार कर चुकी रहेगी। भारत और चीन, दोनों देशों की कुल आबादी को यदि मिला दिया जाय जो कि लगभग डेढ़ अरब हो जाती है, तो यह जनसंख्या पूरे विश्व की जनसंख्या की एक-तिहाई हो जाती है। आजादी के बाद से भारत की जनसंख्या में करीब 33 करोड़ की वृद्धि हुई है, जो कि सोवियत रूस की कुल जनसंख्या से भी अधिक है। यहां स्मरणीय है कि रूस का क्षेत्रफल भारत से छह गुना अधिक है। प्रतिवर्ष भारत की जनसंख्या में जो वृद्धि होती है, वह आस्ट्रेलिया की पूरी जनसंख्या के बराबर होती है जबकि आस्ट्रेलिया का क्षेत्रफल भारत के क्षेत्रफल से ढाई गुना ज्यादा है। पिछली जनगणना की रपटों से यह स्पष्ट हो गया है कि परिवार नियोजन जैसे कार्यक्रम बहुत कामयाब नहीं हो सके हैं। इसीलिए तो आजादी के बाद के 37 वर्षों में आबादी दुगुनी से भी अधिक हो गयी है। जनसंख्या वृद्धि का यदि यही सिलसिला चालू रहा तो दो हजार ई० में यह संख्या लगभग 1 अरब हो जायेगी । दूसरी बात, बाल-विवाह प्रथा पर रोक लगाने से भी जन्मन्दर में कोई कमी नहीं आयी है। एक सर्वेक्षण के अनुसार उत्तरप्रदेश में 1971 ई० में जो लड़कियां विवाहित हुई थीं, उनमें से 52 प्रतिशत की उम्र 15 साल से कम थी। बेरोजगारी और जीवनस्तर में गिरावट जनसंख्या की बाढ़ से उत्पन्न चिता केवल भारतीय समाज को ही नहीं छूती बल्कि विश्व समुदाय को भी अपनी गिरफ्त में लपेटती है। जनसंख्या का बढ़ना तो एक स्वाभाविक प्रक्रिया है। इस पर नियन्त्रण लगाने के उपाय अवश्य होने चाहिए प सिर्फ नियन्त्रण लगाना तो समस्या के केवल एक पहलू को देखना है। रोकथाम के अतिरिक्त एक कोशिश तो यह भी होनी चाहिए कि बढ़ती जनसंख्या को काम से जोड़ने के लिए काम के साधनों की तलाश की जाय । महान् अर्थशास्त्री माल्थस ने अपने समय के अविकसित एवं विकासशील देशों की आबादीजन्य समस्याओं का अध्ययन करते हुए जो निष्कर्ष दिये थे, उन्हें आज हमारे देश में घटित होते हुए पाया जा सकता है। जनसंख्या बढ़ने से अव्यवस्था भी बढ़ी है। जहाँ साधन सीमित हों और उपभोक्ता असीमित वहाँ स्वाभाविक ही है कि कानून का शासन नहीं चलाया जा सकता। जनसंख्या वृद्धि से लोगों का जीवन स्तर भी गिरा है। छोटी-छोटी चीजों के लिए स्वार्थों की टकराहट ने दंगे की शक्ल लेना प्रारम्भ कर दिया है। व्यक्ति व्यक्ति का असंतोष क्षेत्रीय एवं प्रान्तीय स्वरूप अख्तियार कर गृह युद्ध की आग को शह दे रहा है। अन्तराष्ट्रीय क्षितिज पर भी तनाव बढ़ रहे हैं और यह सब देखते महायुद्ध की सम्भावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। जनसँख्या नियंत्रण है आवश्यक आणविक जनसंख्या वृद्धि पर रोक लगाने के लिए परिवार नियोजन जैसे कार्यक्रम को ईमानदारी से लागू किया जाय, बाल-विवाह को सफलतापूर्वक रोका जाय तथा बढ़ती आबादी को काम से जोड़ने के लिए एक तरफ कृषि में आकर्षण पैदा किया जाय और दूसरी तरफ गृह उद्योगों का पूरे देश में जाल बिछा दिया जाय । तभी इस समस्या का कुछ समाधान हो सकता है। असंतुलित आबादी के कारण उत्पन्न होने वाली समस्याओं के प्रति आम जनता में व्यापक चेतना का जागरण आज अनिवार्य-सा है।
Realme 3 Pro to Go on Sale on Flipkart, Realme Online Store for the First Time in India today, रियलमी 3 प्रो की पहली सेल आज, इन लॉन्च ऑफर्स के साथ यहां से खरीदें - Realme 3 Pro की पहली सेल आज, इन लॉन्च ऑफर्स के साथ यहां से खरीदें होमटेकRealme 3 Pro की पहली सेल आज, इन लॉन्च ऑफर्स के साथ यहां से खरीदें Gadgets 360 Staff, Updated: 29 अप्रैल, 2019 8:49 AM Realme 3 Pro आउट ऑफ बॉक्स एंड्रॉयड पाई पर आधारित कलरओएस 6.0 पर चलेगा Realme 3 Pro आज पहली बार बिक्री के लिए उपलब्ध होगा। रियलमी ब्रांड के नए स्मार्टफोन की पहली सेल दोपहर 12 बजे ई-कॉमर्स साइट फ्लिपकार्ट और रियलमी के अपने ई-स्टोर पर आयोजित होगी। बता दें कि Realme ने अपने इस हैंडसेट को 15,000 रुपये के प्राइस सेगमेंट के बादशाह माने जाने वाले Xiaomi Redmi Note 7 Pro को चुनौती देने के लक्ष्य से उतारा है। Realme 3 Pro में 6.3 इंच की स्क्रीन के साथ वाटरड्रॉप स्टाइल नॉच है। Realme 3 Pro में क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 710 प्रोसेसर का इस्तेमाल किया गया है। इस फोन के तीन वेरिएंट होंगे- 4 जीबी रैम के साथ 64 जीबी स्टोरेज, 6 जीबी रैम के साथ 64 जीबी स्टोरेज और 6 जीबी रैम के साथ 128 जीबी स्टोरेज। रियलमीरियलमी 3 प्रो सेलरियलमी 3 प्रो दामरियलमी 3 प्रो स्पेसिफिकेशनRealme 3 ProRealme 3 Pro PriceRealme 3 Pro SpecificationsRealme 3 Pro price in IndiaFlipkart
मंदिर का इतिहास - मंदिर का निर्माण सन 1847 में प्रारम्भ हुआ था। जान बाजार की महारानी रासमणि ने स्वप्न देखा था, जिसके अनुसार मां काली ने उन्हें निर्देश दिया कि मंदिर का निर्माण किया जाए। सन 1855 में मंदिर का निर्माण पूरा हुआ। यह मंदिर 25 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है। कहा जाता है कि रानी रासमणि चूंकि निम्न जाति से आती थीं, इसलिए मंदिर में देवी की स्थापना के समय काफी विवाद हुआ। इस मंदिर के पहले पुजारी रामकुमार चट्टोपाध्याय बने। बाद में उनके छोटे भाई गदई या गदाधर भी उनके साथ रहने लगे। ये गदाधर ही बाद में रामकृष्ण परमहंस बने। एक साल बाद रामकुमार की मृत्यु हो जाने पर रामकृष्ण यहां के मुख्य पुजारी बन गए। तब से तीस साल बाद 1886 में अपनी मृत्यु तक रामकृष्ण इसी मंदिर में बने रहे। प्रसिद्ध विचारक रामकृष्ण परमहंस ने मां काली के मंदिर में देवी की आध्यात्मिक दृष्टि प्राप्त की थी। इसी स्थल पर बैठ कर उन्होंने धर्म-एकता के लिए प्रवचन दिए थे। कैसे पहुंचे – दक्षिणेश्वर की काली मां के दर्शन के लिए आपको कोलकाता के मुख्य बस स्टैंड धर्मतल्ला या हावड़ा से स्थानीय बसें मिल जाएंगी। लोकल ट्रेन से भी आप बेलुर स्टेशन आकर वहां से पुल से हुगली नदी पार कर दक्षिणेश्वर पहुंच सकते हैं। बेलुर मठ से दक्षिणेश्वर के लिए लगातार फेरी सेवा भी चलती है जिससे दक्षिणेश्वर पहुंचा जा सकता है। आप कोलकाता के किसी भी कोने से टैक्सी बुक करके भी यहां तक पहुंच सकते हैं। सियालदह डानकुनी रेल मार्ग पर दक्षिणेश्वर रेलवे स्टेशन भी है। यहां सियालदह रेलवे स्टेशन से भी पहुंचा जा सकता है। यह रेलवे स्टेशन हुगली नदी पर बने विवेकानंद ब्रिज से ठीक पहले आता है। मंदिर खुलने का समय- मंदिर सुबह 6.30 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक खुला रहता है। इसके बाद मंदिर दुबारा दोपहर 3.30 बजे खुलता है। मंदिर शाम को 8.30 बजे तक ही खुला रहता है। वहीं अप्रैल से सितंबर तक मंदिर रात्रि 9 बजे तक खुला रहता है। कोलकाता का कालीघाट क्षेत्र अपने काली माता के मंदिर के लिए प्रसिद्ध है। कालीघाट का काली मंदिर देश के 51 शक्तिपीठों में से एक है। हिन्दू धर्म के पौराणिक कथाओं के अनुसार जहां-जहां सती के अंग के टुकड़े, धारण किए वस्त्र या आभूषण गिरे, वहां-वहां शक्तिपीठ अस्तित्व में आए। इसलिए ये अत्यंत पावन तीर्थस्थान कहलाए। कालीघाट भी उन्हीं में से एक है। सती के पांव की उंगली गिरी थी यहां - ऐसी मान्यता है कि भगवान शिव के ताण्डव के समय सती के दाहिने पैर की ऊंगली इसी जगह पर गिरी थी।कालीघाट में देवी काली के प्रचंड रुप की प्रतिमा स्थापित है। इस प्रतिमा में देवी काली भगवान शिव के छाती पर पैर रखी हुई हैं। उनके गले में नरमुण्डों की माला है। उनके हाथ में कुल्हाड़ी है। सुंदर मंदिर के अंदर माता काली की लाल-काली रंग की कास्टिक पत्थर की मूर्ति स्थापित है। एक अनुश्रुति के अनुसार देवी किसी बात पर गुस्‍सा हो गई थीं। इसके बाद उन्‍होंने नरसंहार शुरू कर दिया। उनके मार्ग में जो भी आता‍ वह मारा जाता। उनके क्रोध को शांत करने के लिए भगवान शिव उनके रास्‍ते में लेट गए। देवी ने गुस्‍से में उनकी छाती पर भी पांव रख दिया। इसी दौरान उन्‍होंने शिव को पहचान लिया। इसके बाद ही उनका गुस्‍सा शांत हुआ और उन्‍होंने नरसंहार बंद कर दिया।
Godesihealth: दालचीनी, दालचीनी के फायदे ( dalchini, dalchini ke fayde) इस लेख में हम आपको दालचीनी के फायदे (dalchini ke fayde) के बारे में बताने जा रहे हैं । दालचीनी के बारे में लगभग सभी लोग जानते होगे, यह रसोई में प्रयोग होने वाला एक मसाला है । दालचीनी मन को खुश करने वाली होती है । दालचीनी सभी तरह के दोषों को दूर करती है। यह पेशाब और मासिक धर्म ठीक से होने में फायदे करती है। यह धातु को पुष्ट तथा पागलपन को दूर करने में सहायता करती है। दालचीनी का तेल सूजन तथा दर्द को शांत करता है। सिर दर्द के लिये यह बहुत ही उत्तम औषधि है । दालचीनी के फायदे ( dalchini ke fayde in hindi) एवम् उपयोग विभिन्न तरह के होते हैं । दालचीनी से तेल भी बनता है। दालचीनी, साबुन, दांतों के मंजन, चाकलेट, सुगंध व उत्तेजक पदार्थो के रूप में प्रयोग की जाती है। दालचीनी का पेड़ मुख्यता हिमाचल प्रदेश, श्रीलंका, व मालदीप में पैदा होती है । इस का हमेशा हरा रहने वाला वृक्ष 20 से 25 फिट ऊंचा होता है । इसके पत्ते 4 से 7 इंच लंबे होते हैं । इसकी पत्ती को हाथ से रगड़ने पर थिखी गंध आती है । इसका स्वाद थोड़ा कड़वा होता है । दालचीनी के फूल गुच्छों में दुरगंध युक्त होते हैं । यह भी पढ़े: ग्रीन टी के फायदे (green tea ke fayde) दालचीनी का वैज्ञानिक नाम है Cinnamomum Zeylanicum Bl,यह Lauraceae कुल का पौधा है । इसे अंग्रेजी Cinnamon में के नाम से जानते हैं। 1. इसको C. cassia के नाम से जाना जाता है । यह चीन से आती है, यह मोटी छाल की होती है 2. इसका नाम इसका Cinnamomum sp इसको भारत में लंका से मंगाया जाता है । यह चीन से मंगाई जाने वाली दालचीनी से पतली छाल की होती है । यह थोड़ी मीठी तथा काम तीखी होती है । यह भी पढ़े : लोग के फायदे एवम् उपयोग (Laung ke Fayde evam Upyog) दालचीनी खाने के फायदे क्या हैं 1. दालचीनी एवम् दूध के फायदे (dalchni evam doodh ke fayde in hindi ) 2. पेट रोग में दालचीनी के फायदे (dalchini ke fayde hindi me) 3. मधुमेह में दाल चीनी के फायदे (dalchini ke fayde in hindi ) दालचीनी कैल्शियम बहुत ही उत्तम स्रोत है। दालचीनी शुगर को सन्तुलित करने के लिए एक बहुत अच्छी दावा है, इसलिए इसे आर्थिक रूप से काजोर व्यक्ति का इंसुलिन भी कहा जाता हैं। दालचीनी खाने का स्वाद तो बढ़ाती है, बल्कि यह शरीर में उपस्थित रक्त शर्करा को भी नियंत्रित करता है। इसका सेवन करने वाला व्यक्ति मधु मेह से बचा रहता हैं और साथ ही जो मधुमेह के रोगी हैं वे इसके उपयोग से रक्त में शर्करा के स्तर को नियंत्रित कर सकते है। यह भी पढ़े : आम के गुण फायदे तथा उपयोग ( celery in hindi) दालचीनी का सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए, गरम प्रकृति वाले लोगो को इसका सेवन नहीं करना चाहिए, इससे इन लोगो के सिरदर्द पैदा हो जाता है । गर्भवती महिलाओं को भी दालचीनी सेवन नहीं करना चाहिए, इससे गर्भ गिरने की संभावना रहती है । इस लिए दालचीनी का उपयोग सही मात्रा में ही करें । सीमित मात्रा में सेवन करने से ही दाल चीनी के फायदे ( dalchini ke fayde) होते हैं ।
Dubai welcomes PM Modi | मोदी के स्वागत में बुर्ज खलीफा हुआ 'तिरंगा' - Dubai welcomes pm modi - Latest News & Updates in Hindi at India.com Hindi मोदी के स्वागत में बुर्ज खलीफा हुआ 'तिरंगा' दुबई ने पीएम मोदी के स्वागत की अभूतपूर्व तैयारी की है. फिलीस्तीन में पीएम नरेंद्र मोदी. नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम में दुबई पहुंचेंगे. वे यहां छठे वर्ल्ड गवर्नमेंट समिट में भाग लेंगे. इस कार्यक्रम में भारत को पहली बार बतौर चीफ गेस्ट आमंत्रित किया गया है. इस मौके पर दुबई ने पीएम मोदी के स्वागत की अभूतपूर्व तैयारी की है. दुबई की मशहूर इमारत बुर्ज खलीफा को भारतीय ध्वज की रंग में रंग दिया गया है. साथ ही दुबई फ्रेम भी तिरंगे जैसा नजर आ रहा है. पीएम नरेंद्र मोदी के संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के दौरे को लेकर यूएई में काफी उत्साह है. Also Read - PM Modi's Gujarat Visit: पीएम मोदी पहुंचे गुजरात, केशुभाई को दी श्रद्धांजलि, मां हीरा बा से मिलेंगे दुबई की यह मशहूर इमारत आज भारतीय ध्वज के रंग में रंगी नजर आ रही है. पीएम मोदी अपने दौरे के दौरान दुबई में विश्व नेताओं के सम्मेलन वर्ल्ड गवर्नमेंट समिट में शिरकत करेंगे. इसके अलावा वे दुबई ऑपेरा में यहां रहने वाले भारतीय समुदाय को भी संबोधित करेंगे. पीएम मोदी दो दिवसीय दौरे पर यूएई गए हैं. उनकी यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच कुल 14 समझौते होंगे. स्पेस टेक्नोलॉजी, स्किल डेवलपमेंट, वित्तीय मसलों और सुरक्षा संबंधी मामलों को लेकर होने वाले इन समझौतों पर दोनों देशों की नजरें टिकी हुई हैं. अबू धाबी में मंदिर की आधारशिला भी रखेंगे PM मोदी पीएम नरेंद्र मोदी अपनी यात्रा के दौरान अबू धाबी में पहले हिंदू मंदिर के निर्माण की आधारशिला भी रखेंगे. वर्षों से अबू धाबी में रह रहे भारतीय लोग इस मंदिर की स्थापना का प्रयास कर रहे थे. मोदी अबू धाबी में क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद अल नहयन से भी मिलेंगे. इसके बाद स्टेट बैंक्वेट में शामिल होंगे. आपको बता दें कि क्राउन प्रिंस यूएई की सेना के डिप्टी सुप्रीम कमांडर भी हैं. अपने दौरे के दूसरे दिन मोदी रविवार की सुबह शहीद स्थल वाहत अल करामा जाएंगे, जहां वे यूएई के शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे. Iconic #BurjKhalifa and #Dubaiframe draped in tricolour 🇮🇳 ahead of PM @narendramodi's visit to UAE pic.twitter.com/So1jUBCOOX वर्ल्ड गवर्नमेंट समिट में भारत है चीफ गेस्ट पीएम नरेंद्र मोदी दुबई में छठे वर्ल़्ड गवर्नमेंट समिट में भाग लेंगे. इस कार्यक्रम में भारत को पहली बार बतौर चीफ गेस्ट आमंत्रित किया गया है. इसके बाद वे दुबई ऑपेरा में भारतीय समुदाय के लगभग 2 हजार लोगों को संबोधित करेंगे. बता दें कि 2015 में पीएम मोदी ने अपने दौरे में दुबई स्टेडियम में 50 हजार से ज्यादा भारतीयों को संबोधित किया था. यूएई में भारत के राजदूत नवदीप सिंह सूरी ने कहा कि पीएम मोदी का यह दौरा भारत और यूएई के संबंधों में एक नए युग की शुरुआत है.
$ 3 मिलियन बुगाटी चिरॉन द न्यू, फास्टेस्ट कार इन द वर्ल्ड - कुल मूल्य डेविड सैनबोर्न नेट वर्थ November - 2020 जॉनी डेप ने अपने अभिनय करियर से कितना बनाया है ... अभी तक? November - 2020 क्यों मैक्सिकन सॉकर कप्तान राफेल मार्केज़ एक अमेरिकी ब्लैकलिस्ट पर है November - 2020 $ 3 मिलियन बुगाटी चिरॉन द न्यू, फास्टेस्ट कार इन द वर्ल्ड हाल ही में सीएनएन मनी गश के मुताबिक, दुनिया में सबसे तेज सड़क-कानूनी कार अब नई बुगाटी चिरॉन है, जो प्रति घंटे 260 मील से अधिक है। पीटर वाल्डेस-दपेना को कार ड्राइव करने के लिए मिला, लेकिन उनकी समीक्षा के विषयों में से एक यह है कि यह एक ऑटोमोबाइल से अपेक्षाकृत अधिक दृष्टि से आकर्षक और चिकना तरीका है जिसे विशेष रूप से गति रिकॉर्ड को बस्ट करने के लिए इंजीनियर किया गया था: "जब लक्ष्य शुद्ध गति होता है, तो विज़ुअल सौंदर्यशास्त्र आमतौर पर पिछली सीट-रास्ता, रास्ता वापस ले जाता है। इसलिए आराम होता है। और ड्राइव करने योग्यता। कार में पूरे पंखों, बड़े पैमाने पर वायु वांट और एक छोटे, कुचल वाले यात्री केबिन चिपके रहेंगे।" यह स्पष्ट रूप से दो सीटर चिरॉन के मामले में नहीं है। कार के चमड़े के इंटीरियर उन भाग्यशाली दो निवासियों को अधिकतम स्थान और आराम प्रदान करता है, और बुगाटी ने समयहीनता की ओर नजर रखने के साथ ड्राइविंग अनुभव तैयार किया है। इससे पहले का मतलब है कि शीर्ष स्तरीय लक्जरी वाहनों में प्रवृत्ति के रूप में कोई विशाल कंप्यूटर इंटरफ़ेस स्क्रीन नहीं है, बल्कि इसके बजाय एक स्वादपूर्ण, छोटी सी चीजें जो कि योजना में जाती हैं, भविष्य में 20 या 30 साल तक मजाकिया या विचलित ड्राइवर नहीं दिखाई देगी । और भले ही उपरोक्त वर्णित काल्पनिक ऑटोमोबाइल में पंखों के शीर्ष पर पंखों की चोटी पर पंख हैं, चिरोन पूरी तरह से पंख रहित नहीं है - इसके बजाय, यह पीछे की ओर एक बड़े पंख से निकलता है, जो कोणों को बढ़ाने, कम करने और बदलने के लिए स्वचालित होता है कार की गति और ड्राइवर की वांछित गति के आधार पर। अलाइन ग्रस्कलाउड / एएफपी / गेट्टी छवियां कम से कम कहने के लिए, बुगाटी चिरोन स्पष्ट रूप से एक महत्वाकांक्षी परियोजना है, और आप शायद पहले से ही जानते हैं कि इस तरह की महत्वाकांक्षा सस्ता नहीं होती है। समीक्षा में कहा गया है कि चूंकि इलेक्ट्रिक कार चिरॉन की तुलना में गति को हिट करने के लिए काफी शक्तिशाली हो जाती हैं, इसलिए कार को "आंतरिक दहन युग के शानदार भव्य समापन" के रूप में वर्णित किया जा सकता है। तो यह समझ में आता है कि इस तरह के एक भव्य समापन के लिए लगभग $ 3 मिलियन खर्च होंगे।
Hindi Cricket News - दिनभर की बड़ी खबरें, 6 अप्रैल 2020 क्रिकेट में आज की दिन भर की सभी बड़ी खबरों पर एक नजर गौतम गंभीर और हरभजन सिंह ने पटाखे जलाने वालों पर जताई नाराज़गी IPL 2020: बंद स्टेडियम में 21 दिन का टूर्नामेंट आयोजित कराने का विकल्प सही माना जा सकता है आम तौर पर तकरीबन दो महीने चलने वाले आईपीएल को 21 दिन का किया जा सकता है। 56 लीग मैचों को घटाकर 28 कर सकते हैं। इसके बाद क्वालीफायर और एलिमिनेटर की जगह दो सेमीफाइनल और एक फाइनल मैच हो सकता है। इस स्थिति में हर टीम को एक-दूसरे के खिलाफ एक-एक मुकाबला खेलने का मौका मिलेगा। टॉप चार टीमों के बीच सेमीफाइनल मैच हो सकते हैं। वर्ल्ड कप 2011 में एमएस धोनी को पांचवें नम्बर पर बल्लेबाजी के लिए भेजने का हुआ खुलासा श्रीलंका के खिलाफ 2011 विश्वकप में धोनी को बल्लेबाजी के लिए ऊपर भेजने का निर्णय सचिन तेंदुलकर का था। तेंदुलकर ने खुद अब इस बात का खुलासा किया है। सचिन ने कहा कि बाएं और दाएं हाथ के बल्लेबाजों का समन्वय स्थापित करने के लिए धोनी को ऊपर युवराज से पहले बल्लेबाजी के लिए भेजने का प्रस्ताव उन्होंने ही दिया था। युजवेंद्र चहल ने मुंबई इंडियंस को किया ट्रोल, एबी डीविलियर्स और विराट कोहली का जिक्र युजवेंद्र चहल ने मुंबई इंडियंस के ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा,"सपने देखते रहो कि मैं नंबर 10 या 11 पर बल्लेबाजी के लिए आऊंगा, मुझसे पहले डीविलियर्स सर और किंग कोहली हैं, पहले उन्हें आउट करना फिर हम मेरी बल्लेबाजी के बारे में बात करेंगे।" भारतीय टीम के पूर्व मेंटल कोच का बयान, बोले- आईपीएल स्थगित होने से खिलाड़ियों पर काफी असर पड़ेगा गौतम गंभीर ने पटाखे फोड़ने वालों पर जताई नाराजगी कोरोना वायरस के खिलाफ देश की एकजुटता दिखाने के लिए रविवार को लोगों ने दीपक और मोमबत्ती जलाई। इसके साथ कई लोग पटाखे फोड़ने लगे और इसे लेकर गौतम गंभीर ने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि पटाखे जलाने का यह उचित समय नहीं है। हरभजन सिंह ने पटाखे फोड़ने वालों पर दिखाया गुस्सा हरभजन सिंह ने ट्वीट पर लिखा है कि हम लोग बेशक कोरोना का इलाज ढूंढ लेंगे लेकिन ऐसी मूर्खता का इलाज कहां से ढूंढेंगे? उनका यह ट्वीट काफी वायरल भी हो रहा है। फैन्स भी इस कार्य की घोर निंदा कर रहे हैं और तरह तरह के कमेंट कर रहे हैं। संजय मांजरेकर ने बताई अपनी पसंदीदा आईपीएल टीम भारत के पूर्व बल्लेबाज संजय मांजरेकर का मानना है कि मुंबई इंडियंस की टीम एक ऐसी टीम के रूप में उभरी है जिसने चेन्नई सुपर किंग्स को चुनौती दी है और फाइनल में बेहतर प्रदर्शन किया है। उनका कहना है कि आईपीएल लगभग 12 वर्षों से चल रहा है, और जब हम जीत का प्रतिशत देखते हैं तो उससे टीमों का प्रदर्शन अच्छे से पता चलता है। साल 1998 में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चेन्नई में एक टेस्ट मुकाबला खेला गया था। इस मैच में शेन वॉर्न जब सचिन तेंदुलकर को गेंदबाजी कर रहे थे, यहवीडियो उस दौरान का है। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि वॉर्न की एक गेंद को सचिन तेंदुलकर खेलने जाते हैं, लेकिन वो बीट हो जाते हैं और गेंद उनके पैड में जाकर लगती है। इसके बाद वॉर्न ने जोरदार अपील की थी लेकिन अंपायर ने यह अपील ठुकरा दी। हनुमा विहारी ने अपने फेवरेट कप्तान और ओपनर बल्लेबाज का चयन किया भारतीय खिलाड़ी हनुमा विहारी ने सचिन तेंदुलकर को अपना ऑल टाइम फेवरेट चुना है। ट्विटर पर सवाल-जवाब करते हुए उन्होंने इस बारे में बताया। श्रेष्ठ कप्तान का नाम आने पर उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी के साथ विराट कोहली का नाम भी लिया। भारत में इस समय कोरोनावायरस को लेकर जंग चल रही है। इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 अप्रैल को सभी से 9 बजे 9 मिनट के लिए अपने घर की लाइट बंद करके दीये, कैंडल और टॉर्च जलाने की अपील की थी। इसी कड़ी में लोगों ने घर में दीये जलाए और इस लड़ाई में अपना योगदान दिया। लेकिन, वहीं कुछ लोगों ने पटाखे फोड़ने भी शुरु कर दिए, जिसे लेकर इरफान पठान ने नाराजगी जाहिर की है। शिखा पांडे ने बताए अपने फेवरेट क्रिकेटर, सबसे मजेदार खिलाड़ी के नाम का भी किया खुलासा भारतीय महिला क्रिकेट टीम की तेज गेंदबाज शिखा पांडे ने अपने समय के दो पसंदीदा क्रिकेटरों का नाम लिया है। इसके साथ ही उन्होंने ड्रेसिंग रूम में सबसे मजेदार क्रिकेटर और अपनी प्रेरणा का भी खुलासा किया है। उन्होंने ट्विटर के जरिए इन सवालों के जवाब दिए हैं। न्यूजीलैंड के पूर्व खिलाड़ी जॉक एडवर्ड्स का 64 साल की उम्र में हुआ निधन न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के लिए 8 टेस्ट और 6 एकदिवसीय वनडे मुकाबले खेलने वाले और 'बिग हिटर' के नाम से फेमस पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज जॉक एडवर्ड्स का 64 साल की उम्र में निधन हो गया है। उनकी प्रांतीय टीम सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट प्रोविन्स ने इस बात की पुष्टी की, लेकिन अभी तक उनके निधन के कारणों की पुष्टी नही हुई है।
भोजन प्रसवोत्तर अवसाद से लड़ने और अपनी आत्माओं को उठाने के लिए - डिप्रेशन - 2022 भोजन प्रसवोत्तर अवसाद से लड़ने और अपनी आत्माओं को उठाने के लिए ए स्वस्थ और संतुलित आहार यह जन्म देने के बाद माँ के ठीक होने की कुंजी है। इस तरह, महिला लोहे के भंडार को फिर से हासिल करने में सक्षम होगी और अपने बच्चे की देखभाल करने और अपनी दिनचर्या के साथ जारी रखने के लिए पर्याप्त ऊर्जा होगी। लेकिन जब महिला के पास क्या होता है बिछङने का सदमा? किन खाद्य पदार्थों के लिए सबसे अच्छा है प्रसवोत्तर अवसाद से लड़ने और अपनी आत्माओं को उठाएं हाल ही में माँ की? के पीछे जन्मख़राब मूड में और कुछ भी करने की कम इच्छा के साथ खुद को ऊर्जा में कम पाया जाना बहुत आम है। हालांकि यह पूरी तरह से सामान्य है, आंशिक रूप से हार्मोन, रक्त की कमी और बड़े हिस्से में भी आराम की कमी के कारण, स्थिति बढ़ सकती है क्योंकि मां शारीरिक और मनोवैज्ञानिक रूप से ठीक नहीं हो पाती है और एक प्रकरण बन जाती है बिछङने का सदमा। यदि ऐसा होता है, तो इसे छोड़ना और चिकित्सक से परामर्श करना बेहतर होता है, जो यह निर्धारित करेगा कि क्या यह नवजात शिशु के साथ पहले हफ्तों की सामान्य थकान है या इसके विपरीत हम एक मामले का सामना कर रहे हैं बिछङने का सदमा। वह यह निर्धारित करेगा कि इस मामले में आगे बढ़ने के लिए कैसे, मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए, महिला की पारिवारिक स्थिति, पृष्ठभूमि, और यदि दवा आवश्यक है। आपकी क्या मदद हो सकती है, और यहाँ हम आपको जो बताना चाहते हैं, वह आपकी मदद करने के लिए एक अच्छा आहार और एक आहार खा रहा है प्रसवोत्तर अवसाद के लक्षणों से लड़ें और अपनी आत्माओं को उठाएं। अच्छा जलयोजन बिल्कुल महत्वपूर्ण है और, हालांकि यह तरल पदार्थों के सेवन पर एक सिफारिश के साथ सामान्यीकृत किया जा सकता है, यह जोर देना बेहतर है कि पानी निर्जलीकरण से संबंधित थकान और चिंता के लक्षणों से बचने के लिए सबसे अच्छा विकल्प है। - नीली मछली, नट और बीज वह प्रभाव ओमेगा 3 और ओमेगा 6 फैटी एसिड उनके पास सामान्य रूप से न्यूरॉन्स, मस्तिष्क कनेक्शन और मस्तिष्क समारोह हैं, जो उन्हें प्रसवोत्तर आहार में आदर्श बनाते हैं। इसके अतिरिक्त, कुछ अध्ययनों से यह पता चला है कि जो महिलाएँ अधिक मात्रा में तैलीय मछली का सेवन करती हैं, उनकी प्रवृत्ति कम होती है प्रसवोत्तर अवसाद होना। इस प्रकार, इन खाद्य पदार्थों से भरपूर एक प्रसवोत्तर आहार (विशेष रूप से नट्स, सामन और ट्यूना) माँ को बेहतर महसूस करने में मदद कर सकता है। - मांस, डेयरी और अंडे की छोटी मात्रा का सेवन करें प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ दिन के सभी इंटेक में यह प्रसवोत्तर में अनुशंसित से अधिक है। प्रोटीन रक्त शर्करा के स्तर को स्थिर रखने में मदद करता है, जबकि मूड स्विंग को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसके अतिरिक्त, सेरोटोनिन के उत्पादन के साथ इन खाद्य पदार्थों के संबंध को देखते हुए, जिनके आराम का प्रभाव सिद्ध से अधिक है, उनकी अपील और भी अधिक है। - डार्क चॉकलेट कोको (70%) के उच्च प्रतिशत के साथ चॉकलेट मस्तिष्क में सेरोटोनिन के उत्पादन में वृद्धि के साथ-साथ एंडोर्फिन के स्राव से संबंधित है, इस प्रकार नई मां में बेहतर मूड सुनिश्चित करता है। - फल और सब्जी वे विटामिन और खनिजों का एक कॉकटेल प्रदान करते हैं जो यह सुनिश्चित करते हैं कि शरीर में सब कुछ पूरी तरह से काम करता है। इन सूक्ष्म पोषक तत्वों में से कई प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से हार्मोन और अन्य पदार्थों के जैवसंश्लेषण में शामिल हैं जो सेरोटोनिन या मेलाटोनिन के रूप में छूट और तनाव नियंत्रण से संबंधित हैं, इस प्रकार यह सुनिश्चित करता है कि ये तंत्र 100% हैं यह आवश्यक है। प्रसवोत्तर अवधि के दौरान, कई आहार दिशानिर्देश हैं जो सभी महिलाओं को पालन करना चाहिए। क्या आप जानना चाहते हैं कि "नियम" का क्या अर्थ है? - कोई आहार नहीं यद्यपि माँ उस वजन को कम करने के लिए तैयार है जो उसने गर्भावस्था में प्राप्त किया है और जन्म देने के बाद नहीं खोई है, शारीरिक या भावनात्मक स्तर पर भूखे रहने की सिफारिश नहीं की जाती है। - भोजन का सही वितरण जब आप नवजात शिशु की देखभाल करते हैं तो समय कम होता है, इसलिए बड़े दावतों की तुलना में पूरे दिन छोटे भोजन का सहारा लेना अधिक उपयोगी हो सकता है। एक दिन में छह या अधिक भोजन में ऊर्जा का उचित वितरण एक महिला को ग्लूकोज के उठने और गिरने पर ध्यान नहीं देने और उनके द्वारा भावनात्मक रूप से प्रभावित महसूस करने, एक अच्छे मूड की सुविधा और तनाव को कम करने में मदद करता है। - एल्कोचोल और प्रसवोत्तर शराब की खपत, उदाहरण के लिए, अवसाद से संबंधित है, इसलिए यह प्रसवोत्तर अवधि में अनुशंसित नहीं है, और यहां तक ​​कि अगर मां स्तनपान कर रही है तो भी कम। - कैफीन को भूल जाएं, एक और समय में बेहतर है दूसरी ओर कैफीन चिंता, तनाव का कारण बनता है और आराम को गंभीर रूप से प्रभावित करता है, नई माँ के मिजाज को नियंत्रित करने के लिए कुछ अनुशंसित नहीं है, जो पहले से ही अपने बच्चे के जागने के साथ पर्याप्त पीड़ित है। - शुगर पर नियंत्रण रखें इसके अलावा, मिठाई की खपत, साधारण शर्करा के साथ भरी हुई, ग्लूकोज की अचानक रिहाई के कारण अवांछनीय पोस्टपार्टम मूड स्विंग हो सकती है, इसलिए उन्हें बचा जाना चाहिए। इन सुझावों पर ध्यान दें और केवल अपने बच्चे का आनंद लेने के बारे में चिंता करें! बाकी लुढ़क जाएंगे! आप के समान और अधिक लेख पढ़ सकते हैं भोजन प्रसवोत्तर अवसाद से लड़ने और अपनी आत्माओं को उठाने के लिए, साइट पर अवसाद की श्रेणी में। वीडियो: Mind in the middle: Coping with Disasters - Manthan w. Dr Harish ShettySubtitles in Hindi u0026 Telugu (मई 2022).
चलते समय उन्होंने मुझे चूड़ामणि (उतारकर) दी। रघुनाथ ने उसे लेकर हृदय से लगा लिया। (हनुमान ने फिर कहा -) हे नाथ! दोनों नेत्रों में जल भरकर जानकी ने मुझसे कुछ वचन कहे - छोटे भाई समेत प्रभु के चरण पकड़ना (और कहना कि) आप दीनबंधु हैं, शरणागत के दुःखों को हरनेवाले हैं और मैं मन, वचन और कर्म से आपके चरणों की अनुरागिणी हूँ। फिर स्वामी (आप) ने मुझे किस अपराध से त्याग दिया? (हाँ) एक दोष मैं अपना (अवश्य) मानती हूँ कि आपका वियोग होते ही मेरे प्राण नहीं चले गए। किंतु हे नाथ! यह तो नेत्रों का अपराध है जो प्राणों के निकलने में हठपूर्वक बाधा देते हैं। विरह अग्नि है, शरीर रूई है और श्वास पवन है; इस प्रकार (अग्नि और पवन का संयोग होने से) यह शरीर क्षणमात्र में जल सकता है। परंतु नेत्र अपने हित के लिए प्रभु का स्वरूप देखकर (सुखी होने के लिए) जल (आँसू) बरसाते हैं, जिससे विरह की आग से भी देह जलने नहीं पाती।
MIvsCSK: मुंबई इंडियंस के खिलाफ आज जीत का चौका लगाने उतरेगी चेन्नई सुपर किंग्स,देखें संभावित XI - Mumbai indians vs chennai super kings match preview On Cricketnmore MIvsCSK: मुंबई इंडियंस के खिलाफ आज जीत का चौका लगाने उतरेगी चेन्नई सुपर किंग्स,देखें संभावित XI by Saurabh Sharma Apr 03, 2019 • 10:58 AM मुंबई, 3 अप्रैल (CRICKETNMORE): मौजूदा विजेता चेन्नई सुपर किंग्स ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 12वें संस्करण में एक चैम्पियन टीम की तरह खेलते हुए शुरुआती तीनों मैचों में जीत हासिल की है और आज चौथे मैच में वानखेड़े स्टेडियम में उसके सामने मुंबई इंडियंस की चुनौती होगी। मुंबई को हालांकि पिछले मैच में पंजाब के हाथों हार मिली थी। उसके हिस्से तीन मैचों में सिर्फ एक ही जीत आई है जबकि दो हार उसे मिली है। बावजूद इसके मुंबई को हल्के में लेना किसी भी टीम के लिए सही नहीं होगा। चेन्नई अच्छी फॉर्म में हैं। पिछले मैच में टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने शानदार पारी खेल न सिर्फ टीम को संकट से निकाला था बल्कि टीम की जीत की नींव भी रखी थी। चेन्नई की टीम में बल्लेबाजी और गेंदबाजी में गहराई है। बल्लेबाजी में उसके पास शेन वाटसन, सुरेश रैना, केदार जाधव और अंबाती रायडू जैसे अनुभवी और कभी भी मैच को बदलने वाले खिलाड़ी हैं। धोनी टीम में बदलाव करें ऐसी संभावनाएं कम ही हैं। उनके पास गेंदबाजी में ही ड्वायन ब्रावो, वाटसन का अनुभव है, तो वहीं स्पिन में जडेजा का खेलना पक्का है। बीते मैच में धोनी ने हरभजन सिंह को बाहर बैठा मिशेल सैंटनर को मौका दिया था। सैंटनर की जगह इस मुकाबले में रोहित शर्मा को मौका मिल सकता है। वहीं, अगर मुंबई की बात की जाए तो उसकी टीम में वो तालमेल नहीं दिखा है जो उसके पास मौजूद है। बल्लेबाजी में साउथ अफ्रीका के क्विंटन डी कॉक ही कुछ कमाल दिखा पाए हैं जबकि रोहित शर्मा, केरन पोलार्ड का बल्ला खामोश रहा है। पोलार्ड की जगह इस मैच में बेन कटिंग को मौका मिल सकता है। मिशेल मैकक्लेनेघन की जगह जेसन बेहरेनडॉर्फ वहीं युवराज सिंह की जगह युवा इशान किशन को मौका मिल सकता है। टीमें (संभावित प्लेइंग XI) मुंबई इंडियंस : रोहित शर्मा (कप्तान), हार्दिक पांड्या, युवराज सिंह/इशान किशन, क्रुणाल पांड्या, सूर्यकुमार यादव, मयंक मारकंडे, क्विंटन डी कॉक, केरन पोलार्ड/ बेन कटिंग, मिशेल मैकक्लेनेघन/जेसन बेहरेनडॉर्फ, जसप्रीत बुमराह,लसिथ मलिंगा। चेन्नई सुपर किंग्स: अंबाती रायडू, शेन वाटसन, सुरेश रैना, महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान और विकेटकीपर), केदार जाधव, रवींद्र जडेजा, ड्वेन ब्रावो, दीपक चहर, शार्दूल ठाकुर, इमरान ताहिर, मिशेल सैंटनर/मोहित शर्मा।
आशिक खत्री रिलीज़ की तारीख - मई 18, 2020 ईसीएन / एसटीपी मॉडल एफएक्ससीसी ग्राहकों को अधिक स्तर के खेल के मैदान पर व्यापार करने की स्वतंत्रता देता है। एफएक्ससीसी ने व्यापारियों के लिए अधिक नियंत्रण के साथ विदेशी मुद्रा की दुनिया को अधिक पारदर्शी बनाने में कड़ी मेहनत की है। अपनी नई वेबसाइट का निर्माण शुरू करने के लिए Wix.com पर जाएं या अपने मौजूदा $ Wix.com साइट को अपने निशुल्क $ 300 विज्ञापन वाउचर के लिए एक प्रीमियम खाते में अपग्रेड करें, जिसमें 25 डॉलर खर्च करने पर Google विज्ञापनों के लिए $ 75 का कूपन शामिल है। Wix.संकेतकों का उपयोग कैसे करें: वीडियो ट्यूटोरियल com का उपयोग करना बेहद आसान है, और प्रीमियम खातों की लागत $ 14 प्रति माह है, जो उन्हें किसी ऐसे व्यक्ति के लिए बहुत अच्छा बना देता है, जिसे एक वेब डिजाइनर को काम पर रखने के खर्च के बिना एक पेशेवर वेबसाइट की आवश्यकता होती है। ईमानदार होने के लिए, यह गेम अनिवार्य रूप से एक निवेश परियोजना है जो आपको कमाई करने की अनुमति देता है लगभग 30% मासिक। वहाँ है 3 असली तरीके खेल पर पैसा कमाने शुरू करें। अप्रैल में डिसइन्फॉर्मेशन कैंपेन (Disinformation Campaign) में सोशल मीडिया एनालिटिक्स कंपनी ग्राफिका (Social Media Analytics Company Graphika) ने इनकी पहचान की थी. अमेरिका में चीनी दूतावास ने इस बारे में अभी कोई टिप्पणी नहीं की है. इससे पहले चीन भ्रामक और गलत जानकारी (Wrong Information) फैलाने से जुड़े सभी आरोपों को सिरे से नकार चुका है। In IQ Options विदेशी मुद्रा व्यापार, कई कारकों का निर्धारण करेगा कि आप कितना बनाते हैं (या खोते हैं)। इनमें स्प्रेड, आपका निवेश, आपका लाभ लेना और या नुकसान के साथ-साथ लीवरेज को रोकना शामिल है। समय भी एक महत्वपूर्ण निर्धारण कारक है। इन सभी को ध्यान में रखते हुए, कई options व्यापारी विदेशी मुद्रा को एक कठिन बाजार मानते हैं पैसा बनाना अंदर। इस प्रकार, चिकित्सकों से 5 युक्तियाँ, कैसे कर सकते हैं स्क्रैच या न्यूनतम निवेश से बिटकॉइन क्रिप्टो मुद्रा कमाने के लिए और इसके लिए क्या आवश्यक संकेतकों का उपयोग कैसे करें: वीडियो ट्यूटोरियल है। कुछ ऐप फ्री होने का दावा करते हैं, लेकिन जिस पल आप बैकअप लेते हैं और डेटा स्टोर करने की कोशिश करते हैं, वे आपसे इसके लिए भुगतान करने को कहेंगे। सुनिश्चित करें कि आप उनका शिकार नहीं करेंगे। मैक्सिम, सबसे पहले आपको यह समझने की जरूरत है कि आपके करीब क्या है, आप पहले से ही क्या कर सकते हैं या निकट भविष्य में सीखने के लिए तैयार हैं। दो वैश्विक क्षेत्रों में विभाजित छात्र के लिए सभी कमाई। चित्रा 3: असामान्य चाल सूचकांक के रडार चार्ट. स्वस्थ विषयों का औसत स्कोर ५० करने के लिए सेट है । एक उच्च मानक स्कोर उच्च विषमता का प्रतिनिधित्व करता है । कृपया यहां क्लिक करें इस आंकड़े संकेतकों का उपयोग कैसे करें: वीडियो ट्यूटोरियल का एक बड़ा संस्करण को देखने के लिए। आप सिर और कंधों को हमेशा प्रवृत्ति के चरम पर देखते हैं। यह डाउनट्रेंड में अपट्रेंड या बॉटम के दौरान सबसे ऊपर होगा। बाद के परिदृश्य में, इसे उल्टा सिर और कंधे पैटर्न भी कहा जाता है। आंकड़े बताते हैं कि 23 दिसंबर 2003 से 9 फरवरी 2004 के बीच 2.99 लाख रुपए के लोन पर ब्याज दर 7.50 प्रतिशत हुआ करती थी। जबकि 3 लाख और उससे ज्यादा के लोन पर ब्याज दर 7.50 प्रतिशत होती थी। इसी तरह 10 फरवरी 2003 से 18 नवंबर 2004 के बीच 2.99 लाख रुपए के लोन पर ब्याज दर 7.75 प्रतिशत और 3 लाख से ऊपर के लोन पर ब्याज दर 7.25 प्रतिशत होती थी। 19 नवंबर 2004 से 15 जून 2005 के बीच 9.99 लाख के लोन पर ब्याज दर 7.75 प्रतिशत थी जबकि 10 लाख से ऊपर के लोन पर ब्याज दर 7.25 प्रतिशत थी। Ans: उद्यम रजिस्ट्रेशन पोर्टल पर रजिस्टर करने की प्रक्रिया 1 जुलाई, 2020 से शुरू कर दी गई है। संदर्भ स्विच के बिंदु पर स्टैक और सीपीयू रजिस्टरों की सहेजे गए स्थिति से मूल रूप से जुड़े होते हैं। बहुत कम से कम आपको स्विच करते समय पूरे स्टैक को कॉपी करने की आवश्यकता नहीं है, आप केवल स्टैक पॉइंटर को पुनर्निर्देशित कर सकते हैं। संकेतकों का उपयोग कैसे करें: वीडियो ट्यूटोरियल, Binomo का समर्थन और सेवा निफ्टीचा ग्राफ.. मीही अगदी हाच ग्राफ द्यायच्या विचारात होतो. तो वरचा संकेतकों का उपयोग कैसे करें: वीडियो ट्यूटोरियल हँगिंग मॅन काय टेंड दाखवतो? लोन स्टार स्टेट एक कैरियर शुरू करने के लिए सबसे अच्छी जगह क्यों हो सकती है। मंगलवार को चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने पत्रकारों से बातचीत मेंसीमांकन की बात का ज़िक्र करते हुए कहा, "चीन की स्थिति तटस्थ और स्पष्ट है. दोनों देशों के बीच अब तक सीमांकन नहीं हुआ है और मध्य, पूर्वी और पश्चिमी सेक्शन को लेकर विवाद है."। फिर आप अपने ब्लॉग पर Google Adsence से Ads Approve करवा सकते हैं। जिससे आपकी earning शुरू हो जाती है। पहली श्रेणी में वे दलाल शामिल हैं जो पेशकश करते हैं संकेतकों का उपयोग कैसे करें: वीडियो ट्यूटोरियल वास्तविक समय मंच स्पष्टीकरण की एक विस्तृत विविधता के साथ। एलटीई नेटवर्क दुनिया भर में जारी है, इसमें कोई संदेह नहीं है कि आने वाले वर्षों में 4 जी एलटीई-सक्षम हैंडसेट और टैबलेट की बिक्री में भारी वृद्धि होगी। एक नई रिपोर्ट में, अनुसंधान और परामर्श फर्म स्ट्रैटेजी एनालिटिक्स का कहना है कि 2012 4 जी प्रौद्योगिकी के लिए एक सीधा "ब्रेकआउट वर्ष" होगा, जैसे कि - निश्चित रूप से - सैमसंग, नोकिया और एचटीसी जैसी कंपनियां तेजी से विकास कर रही हैं। शोध कंपनी का अनुमान है कि वैश्विक LTE फोन शिपमेंट इस साल दस गुना बढ़ कर 67 मिलियन यूनिट तक पहुंच जाएगा, जो 2011 में 6.8 मिलियन यूनिट था। रणनीति एनालिटिक्स का दावा है कि इस साल LTE ग्रोथ वाले देशों में US, जाप। अपने ब्राउज़र की सहायता से वीडियो डाउनलोडर ऐप की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं। यहां से, आप ऐप की नवीनतम एपीके फ़ाइल डाउनलोड कर सकते हैं। अक्सर की जाने वाली गलतियों को पहचानें, उन व्याकरण बिन्दुओं को पहचानें जिनमें आप सुधार करना चाहते हैं। आप इन बिन्दुओं पर कब व कैसे कार्य करेंगे, इसकी कार्ययोजना बनाएँ। व्याकरण की को पढ़ें (यह एक इंटरनेट का संसाधन भी हो सकता है) जब भी मस्तिश्क में कोई व्याकरण संबंधी प्रश्न उठें, पुस्तक पढ़ें। अधिक से अधिक अंग्रेजी पढ़ें व व्याकरण पर ध्यान दें। इससे आपके शब्दकोष में भी वृद्धि होगी। अपने सहकर्मियों के साथ व्याकरण के बिन्दुओं पर चर्चा करें। व्याकरण का अभ्यास करें (इंटरनेट या पुस्तकों के माध्यम से)। एक और फायदा यह है कि कई ब्रोकर ट्रेड लगाने पर कोई शुल्क या कमीशन नहीं लगाते। इससे आप आप अर्जित धन का अधिक से अधिक हिस्सा रख सकते हैं। लेकिन चूंकि ब्रोकर अलग-अलग होते हैं इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि आप ऐसा ब्रोकर चुने जो आपकी ट्रेड पर कोई शुल्क या कमीशन न लगाए। कुछ ब्रोकर ट्रांजैक्शन शुल्क भी कवर करते हैं जो आपके खाते में पैसे जमा करते और निकलते वक़्त भुगतान प्रक्रिया में लगाई जा सकती है। बेसिक व्यू अच्छी तरह संकेतकों का उपयोग कैसे करें: वीडियो ट्यूटोरियल से डिज़ाइन और अच्छी तरह से तैयार किया गया है, आपको आवश्यक सभी जानकारी स्पष्ट रूप से बाईं ओर की कीमतों के साथ प्रस्तुत की जाती है, केंद्र में ग्राफ़ खरीद और बिक्री के बक्से के साथ और व्यापार इतिहास दाईं ओर प्रस्तुत किया जाता है ताकि आप जल्दी से देख सकें नवीनतम व्यापार की कीमतें क्या थीं। ग्राफ के शीर्ष पर कॉग व्हील द्वारा इंगित मेनू में विभिन्न सेटिंग्स बनाई जा सकती हैं। लेकिन सबसे दिलचस्प बात संकेतक हैं। उन्हें इस ऑनलाइन बाइनरी ऑप्शन चार्ट में भी चित्रित किया गया है। आप सेटिंग्स के दाईं ओर संकेतक का चयन कर सकते हैं। हमारी वेबसाइट पर "लाइव" बाइनरी ऑप्शन चार्ट के सेट में ट्रेंड और ऑसिलेटर दोनों संकेतक शामिल हैं जो आज के वित्तीय बाजारों पर व्यापार करने वाले अधिकांश व्यापारियों द्वारा उपयोग किए जाते हैं। हालांकि, स्टॉक बेचे जाने के बाद, एफडीए द्वारा अनुमोदन के लिए एर्बिटक्स को अस्वीकार कर दिया गया था जिसके कारण शेयरों को एक ही दिन में 15% से अधिक गिर गया था।मार्था स्टीवर्ट के इन शेयरों को बेचने के कारण, यह होने से $ 45,600 से अधिक का नुकसान हुआ।जब इम्क्लोन के शेयर बेचे गए थे, तो उन्होंने वाक्सल से यह जानकारी हासिल की थी, इसे गैर-सार्वजनिक जानकारी माना गया था।मार्था स्टीवर्ट 2004 में परीक्षण के लिए गई थी और उन पर साजिश के आरोप लगाए गए थे,संघीय जांचकर्ताओं को झूठे बयान और न्याय में बाधा प्रदान करना, जिसके कारण स्टीवर्ट को संघीय जेल में केवल 5 महीने ही बिताने पड़।
डॉ. मनमोहन सिंह ने माल्या की मदद के आरोप किए खारिज, मोदी सरकार को लिया निशाने पर – News18 हिंदी डॉ. मनमोहन सिंह ने माल्या की मदद के आरोप किए खारिज, मोदी सरकार को लिया निशाने पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पूर्व वित्तमंत्री पी. विदंबरम ने सोमवार को भाजपा के उस आरोप को खारिज कर दिया, जिसमें कहा गया है कि दोनों नेताओं ने शराब कारोबारी विजय माल्या को ऋण दिलाने में मदद की थी. Last Updated : January 30, 2017, 21:17 IST पेट्रोल-डीजल अभी नहीं होंगे सस्‍ते, FM सीतारमण ने बताई दाम नहीं घटाने की वजह पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पूर्व वित्तमंत्री पी. विदंबरम ने सोमवार को भाजपा के उस आरोप को खारिज कर दिया, जिसमें कहा गया है कि दोनों नेताओं ने शराब कारोबारी विजय माल्या को ऋण दिलाने में मदद की थी. कांग्रेस के दोनों वरिष्ठ नेताओं ने जोर देकर कहा कि माल्या के पत्र उन सैकड़ों पत्रों के हिस्सा हैं, जो नियमित तौर पर तत्कालीन संप्रग सरकार को मिलते रहते थे. भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने माल्या की तरफ से मनमोहन और चिदंबरम को लिखे गए कई पत्रों का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि दोनों ने अब बंद हो चुकी किंगफिशर एयरलाइंस को बचाने के लिए भारी ऋण दिलाने में माल्या की मदद की थी. कांग्रेस ने इस आरोप को खारिज करते हुए माल्या के ऋण माफ करने और उसे देश से भागने को लेकर भाजपा तथा नरेंद्र मोदी सरकार पर उंगली उठाई. (पढ़ें-पीएमओ के ईमेल से खुलासा, डॉ. मनमोहन सिंह ने की थी विजय माल्या की मदद!) मनमोहन सिंह ने यहां मीडिया से कहा कि किसी भी सरकार के सभी प्रधानमंत्रियों और अन्य मंत्रियों को विभिन्न उद्योगपतियों की ओर से पत्र प्राप्त होते हैं, जिसे हम सामान्य प्रक्रिया के तहत उचित प्राधिकारी के पास भेज देते हैं. मैंने यही किया और पूरे संतोष के साथ कि हम कुछ ऐसा नहीं कर रहे थे जो देश के कानून के खिलाफ था. मनमोहन ने पात्रा के आरोपों पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि जिस पत्र का जिक्र किया गया है, वह एक साधारण पत्र के सिवा कुछ नहीं है, जिसके साथ मेरी जगह कोई भी सरकार होती तो वही करती. यह एक नियमित प्रक्रिया थी. (किंगफिशर एयरलाइन डूबने के लिए माल्या ने सरकार को ठहराया जिम्मेदार, लगाया ये आरोप...) चिदंबरम ने पात्रा के उस दावे को खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि मनमोहन सिंह ने अपने तत्कालीन प्रधान सचिव से कहा था कि माल्या की मदद सुनिश्चित कराई जाए. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कार्यालय या अन्य मंत्रालयों को लिखे गए पत्रों को संबंधित अधिकारी के पास भेजना एक नियमित कामकाज है. चिदंबरम ने कहा कि यदि पीएमओ को प्राप्त हुए किसी पत्र को प्रधान सचिव के पास भेजा जाता है और उसके बाद संबंधित विभाग को भेजा जाता है तो यह सामान्य-सी बात है. उन्होंने कहा कि सरकार, खासतौर से पीएमओ या वित्तमंत्री कार्यालय को प्रतिदिन सैकड़ों पत्र प्राप्त होते हैं. कोई भी मंत्री व्यक्तिगत तौर पर इन पत्रों को नहीं देखता और उन्हें संबंधित अधिकारियों के पास भेज दिया जाता है, जो उस पर आगे की उचित कार्रवाई करते हैं. पूर्व वित्तमंत्री ने कहा कि मौजूदा सरकार से पूछिए कि पिछले तीन वर्षों से क्या उन्हें पत्र प्राप्त हुए हैं या नहीं. यदि वे कहते हैं कि उन्हें कोई पत्र नहीं प्राप्त हुआ है, तो यह सरकार के कामकाज की गंभीर स्थिति को जाहिर करती है. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस जानना चाहती है कि माल्या को भागने की अनुमति किसने दी, किसने उसके ऋण माफ किए. हम पूछना चाहते हैं कि क्या भाजपा ने वोट देकर माल्या को राज्यसभा सदस्य नहीं बनाया.
अधिपा पटेल रिलीज़ की तारीख - जुलाई 18, 2020 आरएसआई - तकनीकी विश्लेषण का संकेतक जो प्रवृत्ति की ताकत और इसके प्रतिस्थापन की संभावना को निर्धारित करता है। आरएसआई की लोकप्रियता इसकी व्याख्या की सादगी के कारण है। सूचक तकनीकी विश्लेषण के आंकड़े खींच सकते हैं - "हेड-कंधे", "शीर्ष" और अन्य, जिन्हें अक्सर मूल्य चार्ट के बराबर विश्लेषण किया जाता है। सेवानिवृत्ति के बाद अपने खर्चों को फंड करने का सबसे अच्छा तरीका, बिना आपकी सेवानिवृत्ति सेविंग का उपयोग किए, ऐसे इन्वेस्टमेंट विकल्प को तलाशना जो एक स्थिर इनकम दे. आपके इन्वेस्टमेंट के ब्याज़ का उपयोग आपके नियमित खर्चों व्यक्तिगत कैंडलस्टिक्स से बाजार की धारणा की व्याख्या को फंड करने के लिए किया जा सकता है. इसकी मदद से आप अपने फाइनेंस को बेहतर तरीके से प्लान कर सकते हैं। उनकी पहल एक जियो-मैपिंग प्लेटफ़ॉर्म चलाती है, जो उपयोगकर्ताओं को "हंगर स्पॉट" पर भोजन छोड़ने की अनुमति देता है और अब तक 14 शहरों में 650,000 से अधिक भोजन प्राप्त कर चुका है और मंच का उपयोग 12,000 से अधिक स्वयंसेवकों द्वारा किया गया है। अब हमारे पास संभावित प्रवृत्ति है, एक व्यापारी 'समय' को एंट्री सिग्नल के लिए व्यापार कैसे कर सकता है? मूल्य क्रिया या कैंडलस्टिक पैटर्न खोजने के लिए मूल्य पट्टियों का अधिक विस्तार से विश्लेषण करना। आपके द्वारा अपना बायोडेटा (रिज़ूमे) बनाने करने के बाद, यह हर बार नये तरीके से शुरू करने के बजाय उचित होने पर इसे अपडेट करना बहुत आसान काम है,तो अपने आप को तनाव को बचाने के लिए अर्द्ध-नियमित रूप से ऐसा करने का प्रयास करें। याद करने के लिए मुख्य बिंदुओं का सारांश यहां दिया गया है। कुछ के लिए, एक्सचेंज एक लोट्टो की तरह है: मनोरंजन, मज़ा, जोखिम, और कुछ भी नहीं। और कोई अपने अमृत को इकट्ठा करने के लिए मधुमक्खी की तरह बाज़ार की आकांक्षा करता है। कोई व्यक्ति एक्सचेंज ट्रेडिंग पर नेपोलियन की उम्मीदों को दोहरा रहा है - अपने भंडार को दोगुना करने और समृद्धि की दुनिया में टूटने के लिए। और किसी के व्यक्तिगत कैंडलस्टिक्स से बाजार की धारणा की व्याख्या लिए यह सिर्फ थोड़ा अतिरिक्त पैसा कमाने के लिए पर्याप्त है। Stanozolol मांसपेशियों को बढ़ाने का एक अच्छा काम करते नहीं जन और उस प्रयोजन के लिए पूरी तरह इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए. कहा जा रहा है कि, यह मांसपेशियों को बड़े पैमाने पर थोड़ा बढ़ाने और शुद्ध मांसपेशी मांसपेशी यह बनाता है। पर्सनल फाइनेंशियल एडवाइजर/ फाइनेंशियल एडवाइजर फाइनेंशियल एनालिस्ट/ रिसर्च एनालिस्ट पोर्टफोलियो मैनेजर इन्वेस्टमेंट एडवाइजर कैपिटल मार्केट स्पेशलिस्ट एकाउंटेंट्स सिक्यूरिटीज़ एनालिस्ट फाइनेंशियल मैनेजर सिक्यूरिटी ट्रेडर्स सिक्यूरिटी सेल्स रिप्रेजेंटेटिव। 14. राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम (National Social Assistance Programme NSAP)—यह कार्यक्रम 15 अगस्त, 1995 ई० से लागू किया गया। इस कार्यक्रम के तीन निम्नलिखित प्रमुख घटक थे। आप सोच रहे होंगे कि अमेजन जैसी विशाल कंपनी को अपने वेबस्टोर प्लेटफॉर्म को बंद करने के लिए कैसे मजबूर किया जा सकता है, इसका जवाब बहुत ही सरल है, जैसे कंपनियों के साथ Shopify व्यक्तिगत कैंडलस्टिक्स से बाजार की धारणा की व्याख्या तथा Bigcommerce ग्राहकों को बिना किसी पूर्व ज्ञान के अपने ईकॉमर्स व्यवसायों को बनाने और चलाने का एक तरीका प्रदान करना, इन कंपनियों के साथ प्रतिस्पर्धा करना अमेज़ॅन के लिए बस असंभव हो गया है। एक और कारण है कि अधिक व्यापार मालिकों के लिए स्विच कर रहे थे Shopify और अन्य प्रतियोगी थे, जबकि समर्पित ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म जैसे कि Shopify तथा Bigcommerce अधिक धन जुटाने पर काम कर रहे थे, अमेज़ॅन ने अपनी दरों में वृद्धि की। एक खरीद की स्थिति के मामले में, पिछले (गठित) बार को तेज होना चाहिए - समापन मूल्य उद्घाटन मूल्य से अधिक है। बाइनरी विकल्प विश्लेषण. जायद की फसलों को कब पैदा किया जाता है — मार्च से जुलाई के मध्य। शुरुआती व्यापारियों के लिए कई अलग-अलग कार्यक्रम हैं जो उपकरणों की खरीद के साथ भी मदद कर सकते हैं। बेशक, इस मामले में, आय इतनी बड़ी नहीं होगी, लेकिन इसे शुरू करना आसान है। ETXT एक सुविधाजनक इंटरफ़ेस है यहां के ग्राहक तैयार लेखों को खरीदने के लिए उत्सुक हैं। व्यक्तिगत कैंडलस्टिक्स से बाजार की धारणा की व्याख्या - विंडोज पीसी के लिए स्वचालित ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर पूर्ण समर्पण के साथ काम करेंगे; नग्न व्यक्तिगत कैंडलस्टिक्स से बाजार की धारणा की व्याख्या उत्साह पर पहली बार काम करने में सक्षम होना; आप अपनी साइट के लिए एक आकर्षक, प्रासंगिक विषय चुन सकेंगे; आप इसे नियमित रूप से भरेंगे, सुधारेंगे, अपग्रेड करेंगे। आप इसे का एक हिस्सा बंद करके अपनी खुली स्थिति की मात्रा को कम कर सकते हैं । "व्यापार" विंडो में अपनी खुली स्थिति पर राइट-क्लिक करें, संदर्भ मेनू से "बंद करो आदेश" चुनें । खोला विंडो में सेट मात्रा आकार आप बंद करें और "बंद" बटन पर क्लिक करने के लिए चाहते हैं। न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज के प्रभाव का अंदाजा कुछ आंकड़ों से लगाया जा सकता है। बीबीसी का कंटेंट हिंदी और अंग्रेज़ी के अलावा, तमिल, गुजराती, पंजाबी, मराठी, तेलुगु, उर्दू और बांग्ला जैसी भारतीय भाषाओं में भी उपलब्ध है। मैं बस एक मूल्य की बूंदों के रूप में अधिक खरीद सकता हूं, यह एक अच्छा मूल्य स्टॉक है और रोगी होने के दौरान बाद में मुनाफे का आनंद लें और सड़क पर प्रत्येक टकराव में घबराहट न करें जब यह मोजे के धैर्य की बात आती है तो यह एक लाभदायक पुण्य कारण है। इसके अलावा, भागीदारी की लागत केवल 660 रूबल है। जीतने के लिए सभी की जरूरत टूर्नामेंट के अंत तक टूर्नामेंट के खाते में अधिकतम संतुलन दिखाने के लिए है और 60 पुरस्कारों में से एक आपका है। बाइनरी विकल्प विश्लेषण 2. प्रमापीकरण का सिद्धांत- इस सिद्धांत के अंतर्गत एक निश्चित व प्रमाप की वस्तु, उपकरण, कच्चा माल व कार्य की दशायें तथा प्रमापित विधि श्रमिकों को दी जाती है। जिससे श्रेष्ठ वस्तु कम लागत पर उत्पादित हो सके। और इसके लिए हम ही उसे परमिशन देते है जब हम Truecaller App को अपने Device में Install करते है। अमरावती भारतीय स्टेट बैंक, स्थानीय प्रधान कार्यालय,अमरावती मण्डल, गनफौंड्री, हैदराबाद-500 001। इसका रहस्य क्या है? पंथ व्यापार प्रणाली मज़बूती से संकेत indikatorov.Oni बाजार के अल्पकालिक उत्क्रमण के लिए समय निर्दिष्ट और अंत में सभी विकल्पों में से 87% में खिलाड़ी विनिमय लाभ लाने में सक्षम पैदा करने की एक पूरी तरह मेल खाने संयोजन है। इसके अलावा, सिस्टम निवेशकों-शुरुआती लोगों के लिए इष्टतम विकल्प के रूप में पहचाना जाता है। आखिरकार, वे टर्बोप्शन व्यक्तिगत कैंडलस्टिक्स से बाजार की धारणा की व्याख्या के साथ जितनी जल्दी हो सके लाभप्रद और सुरक्षित रूप से शुरू करना चाहते हैं।
Pooja Bhatt ने Sunil Dutt, Sanjay और Mahesh Bhatt को उनके मेमोरी बैंक से बाहर फेंक दिया। - Khabar Non Stop Home Entertainment Pooja Bhatt ने Sunil Dutt, Sanjay और Mahesh Bhatt को उनके मेमोरी... Pooja Bhatt ने Sunil Dutt, Sanjay और Mahesh Bhatt को उनके मेमोरी बैंक से बाहर फेंक दिया। 25 मई को Sunil Dutt की पुण्यतिथि के एक दिन बाद , Pooja Bhatt ने महान अभिनेता को याद किया। मंगलवार को, Pooja ने 1986 की फिल्म नाम के सेट से एक थकाऊ तस्वीर साझा की , जिसमें Sunil Dutt के बेटे Sanjay Dutt ने Kumar Gaurav के साथ मुख्य भूमिका निभाई। क्राइम-थ्रिलर का निर्देशन Pooja के पिता Mahesh Bhatt द्वारा किया गया था और यह उनके करियर में एक मील का पत्थर थी। उक्त तस्वीर में Sunil Dutt, Sanjay दत्त और Mahesh Bhatt के साथ Kumar Gaurav भी हैं। Pooja Bhatt ने पोस्ट को कैप्शन दिया: "Sunil Dutt साहब की याद में, जिन्होंने उन सभी को हर तरह से पुरस्कृत किया। #emorybank #onlocation #Naam #classicfilms #classicmen #solidgold।" In memory of Sunil Dutt Saab who fathered them all in every which way 🙏❤️ #memorybank #onlocation #Naam #classicfilms #classicmen #solidgold Sanjay Dutt और Kumar Gaurav, नाम के अलावा , नूतन, पूनम ढिल्लन, अमृता सिंह और परेश रावल ने भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में अभिनय किया। फिल्म में दो भाइयों रवि (Kumar Gaurav) और विक्की (Sanjay Dutt) की कहानी दिखाई गई है, जो विकी को दुबई में वीजा और नौकरी मिलने के बाद खुद को समस्याओं में उलझा हुआ पाते हैं और राणा (परेश रावल) नामक एक तस्कर के लिए काम करना शुरू कर देते हैं। । सोमवार को, Sanjay Dutt ने एक वीडियो पोस्ट करके अपने पिता Sunil Dutt को याद किया और उन्होंने लिखा: "मेरी तरफ से आपके साथ, मुझे पता था कि मुझे किसी भी चीज़ के बारे में चिंता करने की ज़रूरत नहीं है। हमेशा मेरी पीठ होने के लिए धन्यवाद। आज आपको याद करता हूं। रोज पापा। " काम के मोर्चे पर, Pooja Bhatt अपनी 1991 की फिल्म Sadak की अगली कड़ी के साथ बड़े पर्दे पर लौटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं । में Sadak 2 , Pooja सह-कलाकारों के पूर्व सहयोगी Sanjay Dutt, बहन आलिया भट्ट और अभिनेता आदित्य रॉय कपूर के साथ। Mahesh Bhatt द्वारा निर्देशित, यह फिल्म इस साल सिनेमाघरों में खोलने के लिए तैयार है। Pooja और राहुल भट्ट अपनी पहली पत्नी किरण के साथ Mahesh Bhatt के बच्चे हैं जबकि आलिया और शाहीन सोनी राजदान के साथ फिल्म निर्माता की बेटियां हैं। Previous articleपिता Vilasrao Deshmukh की 75 वीं जयंती पर Riteish Deshmukh की इमोशनल पोस्ट। रोना ठीक है
इमरान हाशमी की जीवनी, इमरान हाशमी की बायोग्राफी, इमरान हाशमी की फिल्में, इमरान हाशमी का करियर, इमरान हाशमी की किताब, Imran Hashmi Ki Jivani, Imran Hashmi Biography In Hindi, Imran Hashmi Films, Imran Hashmi Career, Imran Hashmi Ki Book - The Public इमरान हाशमी की जीवनी, इमरान हाशमी की बायोग्राफी, इमरान हाशमी की फिल्में, इमरान हाशमी का करियर, इमरान हाशमी की किताब, Imran Hashmi Ki Jivani, Imran Hashmi Biography In Hindi, Imran Hashmi Films, Imran Hashmi Career, Imran Hashmi Ki Book बॉलीवुड अभिनेता इमरान हाशमी भारतीय सिनेमा के जाने-माने अभिनेता हैं जो कि मुख्‍य रूप से हिन्‍दी फिल्‍मों में काम करते हैं. वे फिल्‍मों में अपने बोल्‍ड अंदाज के लिए जाने जाते हैं और यही कारण है कि फिल्‍म इंडस्‍ट्री में उन्‍हें सीरीयल किसर का तमगा मिला हुआ है. उनकी फिल्‍मों के गाने काफी प्रभावशाली होते हैं और लोगों की जुबां पर आसानी से चढ़ जाते हैं उनके गानों के तो लोग बहुत ही दीवाने होते हैं. पूरा नाम Born – इमरान हाशमी Emraan Hashmi उपनाम – सीरियल किसर Serial kisser जन्म – 24 मार्च 1979 शिक्षा Alma Mater – जमना बाई नर्सी स्‍कूल सिडेन्‍हम कॉलेज, मुंबई Jamna Bai Narsi School Sydenham College, Mumbai शैक्षिक योग्यता educational qualification – ग्रेजुएशन graduation इमरान हाशमी की भूमिका इमरान हाशमी का जन्‍म 24 मार्च 1979 को मुंबई में एक मुस्लिम परिवार में हुआ था उनके पिता का नाम अनवर हाशमी और मां का नाम माहिरा हाशमी है. क्या आप जानते है कि उनके साथ फिल्‍मों में काम करने वाले मोहित सूरी, आलिया भट्ट, और पूजा भट्ट उनके कजिन्‍स हैं. इमरान हाशमी की शिक्षा बता दें कि इमरान हाशमी ने अपनी स्‍कूली शिक्षा जमना बाई नर्सी स्‍कूल से हासिल की इसके बाद उनकी कॉलेज की पढ़ाई सिडेन्‍हम कॉलेज, मुंबई और मुंबई विश्‍वविद्यालय से हुई. इमरान हाशमी का निजी जीवन बात करें इमरान की शादी की तो उन्होने December 2006 में Parveen Shahani से इस्लामिक रीति रिवाजों से शादी की जिनके साथ उनका 6 साल से अधिक का रिलेशनशिप था और अभी इमरान एक बच्चे आर्यन हाशमी के पिता है जो 3 Feb 2010 को हुआ और इमरान के लिए बच्चे के संदर्भ में एक मुश्किल समय भी आया जब उनके बच्चे को first-stage cancer हुआ लेकिन इलाज के बाद अब बच्चा स्वस्थ है. इमरान की माता माहिरा हाशमी का 11 March 2016 को निधन हो गया जब इमरान अपनी फिल्म अजहर की शूटिंग कर रहे थे हालाँकि इमरान ने इसके लिए एक दिन का शूट कैंसिल कर दिया लेकिन वो अपनी फिल्म को किसी भी तरह से डिले नहीं करना चाहते थे इसलिए जल्दी से जल्दी वो शूटिंग पर लौट आये. इमरान हाशमी की फिल्मी करियर अगर बात करें इमरान हाशमी के फिल्‍मी करियर की शुरूआत की तो उन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत विक्रम भट्ट की फिल्‍म फुटपाथ से हुई थी. इस फिल्‍म में इमरान के अभिनय को आलोचकों ने काफी सराहा इसके बाद उन्‍होंने कई छोटी बड़ी फिल्‍मों में काम किया. उनकी ज्‍यादातर फिल्‍में औसत से ऊपर रहीं हैं और उन्‍हें दर्शकों का भी काफी प्‍यार मिला. इमरान ने मर्डर, गैंगस्‍टर, वन्‍स अपॉन अ टाइम इन मुम्‍बई, द डर्टी पिक्‍चर, जन्‍नत 2 आदि फिल्‍मों में काम किया है. हाशमी को फिल्‍मों में शानदार ऐक्टिंग के लिये 3 बार फिल्‍म फेयर पुरस्‍कार से सम्‍मानित किया जा चुका है. इमरान हाशमी की हालिया रिलीज़ फिल्म इमरान की हालिया रिलीज़ फिल्म चेहरे है. इमरान हाशमी की किताब क्या आप जानते है कि Emraan hashmi ने अपनी जिन्दगी पर एक किताब भी लिखी है जिसका नाम है Kiss of life और यह किताब उनके बेटे की cancer से लड़ाई पर आधारित है जो जीत ली गयी है इसके लिए इमरान की अमिताभ बच्चन और शाहरुख़ खान जैसे दिग्गजों ने भी तारीफ की है | इमरान हाशमी के बारें में कुछ रोचक जानकारियां 1- Emraan hashmi को सोशल मीडिया में चुबन देवता के नाम से भी जाना जाता है | 2- इमरान को लेकर जब भी उनकी फिल्म के विषय में सवाल करता है तो यह जरुर पूछता है कि अपने हीरोइन को किस किया या नहीं ? 3- इमरान हाशमी क्रिकेट अजहरुद्दीन पर बायोपिक करने के बाद अब दिल से चाहते है कि वो युवराज की बायोपिक में भी काम करें अगर कभी इस पर कोई फिल्म बने तो | 4- Emraan hashmi के साथ एक कमाल का वाकया तब हुआ जब लड़की कुछ पुलिसवालों और सामान के साथ उनके घर के बाहर शोर मचाते हुए उनकी बीवी होने का दावा करने लगी लेकिन बाद जाँच से पता चला कि लड़की की मानसिक हालत ठीक नहीं है |रश्मि नाम की इस लड़की ने इमरान पर उसके साथ 2 महीने तक शारीरिक सम्बन्ध बनाकर रखने का दावा किया और खुद को उनकी पत्नी तक बताया और कहा कि वो बिना बताये उन्हें छोड़कर चले गये.
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ब्रिटेन के महारानी एलिजाबेथ द्वितीय और ड्यूक ऑफ एडिनबर्ग के राजकुमार प्रिंस फिलिप के पति प्रिंस फिलिप का शुक्रवार को 99 वर्ष की आयु में निधन हो गया। बकिंघम पैलेस ने यह जानकारी दी है। प्रिंस फिलिप ने 1947 में राजकुमारी एलिजाबेथ से शादी की। पांच साल बाद, वह रानी बन गईं। वह ब्रिटिश इतिहास में सबसे लंबे समय तक राज करने वाली रानी हैं। Tags # World Tweet Share Pin it Comment About Newztezz World By Newztezz at April 09, 2021 Labels: World No comments: Post a Comment Newer Post Older Post Home Subscribe to: Post Comments (Atom) Author Details Recent Posts Labels Entertainment Opinion Politics Viral News Popular Posts इंजीनियरिंग छात्र का शव बरहनगर के एक तालाब से बरामद किया गया कोलकाता: इंजीनियरिंग के छात्र सौरव सेनगुप्ता नौवीं की रात लापता हो गए। अगले दिन उसका शव घर के बगल के तालाब से बरामद किया गया घटना बरहनग... ट्रिपल म्यूटेंट ने भारत में किया प्रवेश? कोरोना पर एक और खतरे की घंटी नई दिल्ली: भारत में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। जिसके पीछे कोरोना का दोहरा उत्परिवर्ती संस्करण माना जाता है। कोरोना का डबल म्यूटेंट वैर... Horoscope Today: इन राशियों की खुलेगी किस्मत, जानिए क्या कहती है आपकी राशि दैनिक राशिफल ग्रह-नक्षत्र की चाल के आधार पर आपको यह बताएगा कि आज के दिन आपके सितारे आपके अनुकूल हैं या नहीं. आज आपको किन चुनौतियों का सामना ... मेलबर्न में 72 साल बाद भारतीय बल्लेबाज रहाणे ने बनाया इतिहास कप्तान अजिंक्य रहाणे ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन शानदार शतक बनाया है। रहाणे 104 रन बनाकर खेल में हैं। जिसकी मदद स... Ind vs Aus: ऑस्ट्रेलिया के 369 रनों के जवाब में भारत ने दूसरे दिन 62/2 रन बनाएं 35 ओवर के खेल के बीच चल रहे चौथे और अंतिम टेस्ट मैच के दूसरे दिन बारिश के कारण धुल गया था बाहर भारत और ऑस्ट्रेलिया। अब रविवार को... Powered by Blogger. Recent Popular सलमान खान को धमकी भरे खत पर बड़ा खुलासा, गिरफ्तार हुए शख्स ने कही ये बात पिछले कुछ दिनों से सलमान खान को धमकियों के मामले काफी तेजी से बढ़ते नजर आ रहे हैं. मुंबई क्राइम ब्रांच हरकत में है. बुधवार को पूरी टीम दिल्ल... बदलते मौसम में स्किन एलर्जी से ऐसे बचे, जानिए इसके लक्षण और कारण त्वचा हमारे शरीर का सबसे संवेदनशील अंग है. थोड़ी सी लापरवाही इसमें एलर्जी पैदा कर सकती है. इस एलर्जी के कारण त्वचा पर खुजली और ल... Justin Bieber paralysis: जानिए कौन सी बीमारी ने जकड़ा जस्टिन बीबर को, इस गंभीर बीमारी के लक्षणों को ना करें अनदेखा हॉलीवुड के मशहूर सिंगर जस्टिन बीबर के गानों का हर कोई दीवाना है. उनके चाहने वालों के लिए एक बुरी खबर यह भी है कि जस्टिन बीबर के चेहरे का आधा... फसलों को खराब करते हैं ये हानिकारक कीट, जानिए इसके रोकथाम के उपाय फसलों को कीटों से बचाना काफी मुश्किल काम है. वहीं आज के समय में हानिकारक कीट फसलों पर हमला कर देते हैं. आज हम आपको उन हानिकारक कीड़ों के ना... Nupur Sharma Row: जुमे की नमाज के बाद देशभर में हुआ बवाल, फायरिंग, आगजनी साथ ही पथराव पश्चिम बंगाल में बदमाशों ने भाजपा कार्यालय में आग लगा दी भारतीय जनता पार्टी की निलंबित प्रवक्ता नुपुर शर्मा के बयान के खिलाफ देशभर में विरोध...
एटीएम नगर में Pirallahi, अज़रबैजान - एटीएम डायरेक्टरी: पते, फोन नंबर, खुले रहने के घंटे और वेबसाइटें एटीएम नगर में Pirallahi, अज़रबैजान ATM of Azerbaijan International Bank किसी अपरिचित स्थान पर पर्यटक सबसे पहले एटीएम खोजते हैं। एटीएम आज के समय में ऐसी वित्तीय सेवा बन गई है, जो समझदारी के साथ पैसा खर्च करने, दुनिया के किसी भी देश में जरूरत पड़ने पर पैसा निकालने, किसी को पैसा देने, और खरीदारी या सेवाओं के भुगतान को आसान बना देती है। हमारा ऐप वांछित सर्विस फॉर्मेट के साथ in Pirallahi (Baku), अज़रबैजान में नजदीकी एटीएम खोजने में आपकी मदद कर सकता है। \
हिमाचल पुलिस बनी फरिश्ता, कूदकर बचाई युवक की जान - Himachal Mandi News Home » Latest News • Top News • मंडी » हिमाचल पुलिस बनी फरिश्ता, दो जवानों ने ब्यास नदी में कूदकर बचाई युवक की जान हिमाचल पुलिस बनी फरिश्ता, दो जवानों ने ब्यास नदी में कूदकर बचाई युवक की जान पुलिस जवान भानू प्रताप व सुरेश कुमार ने दिया अदम्य साहस का परिचय मंडी। ब्यास नदी में डूब रहे एक युवक के लिए खाकी फरिश्ता बन गई। पुलिस के दो जवानों ने बहादुरी और साहस का परिचय देते हुए खुद की जान पर खेलकर युवक की जान बचा ली। पुलिस जवानों की मामूली सी चूक से न केवल डूब रहे व्यक्ति की जान जा सकती थी, बल्कि खुद की जान जाने का भी खतरा था। मगर अदम्य साहस का परिचय देकर युवक को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। बुधवार शाम सदर थाना में सूचना मिली कि भ्यूली पुल के नीचे ब्यास नदी में कोई व्यक्ति डूब रहा है। सूचना मिलते ही मुख्य आरक्षी भानु प्रताप व मानक मुख्य आरक्षी सुरेश कुमार मौके पर पहुंच गए। पाया कि एक युवक नदी में डूब रहा है। डूबने वाले व्यक्ति की पहचान योगेश कुमार पुत्र हुक्म चंद निवासी कठवाड (मंडी) के रूप में हुई। मौके पर काफी लोग इकठ्ठा हो गए थे, लेकिन किसी ने भी युवक को बचने की कोशिश नहीं की। इसका कारण शायद यह भी था कि पानी का जलस्तर अधिक था और ठंड के मौसम में पानी उतरना भी मुश्किल था। मौके पर पहुंचे पुलिस जवान भानू प्रताप व सुरेश कुमार ने बिना कुछ सोचे, पहले वर्दी उतारी फिर जान की परवाह किए बगैर पानी में कूद गए। पुलिस जवानों ने कड़ी मशक्क्त के बाद व्यक्ति को सुरक्षित पानी से बहार निकला और तुरंत ही उसे जोनल अस्पताल मंडी पहुंचाया। अस्पताल में दाखिल युवक की हालत स्थिर बताई जा रही है। उधर, मौके पर मौजूद लोगों ने कहा कि पुलिस जवानों ने अदम्य साहस का परिचय देते हुए जान को जोखिम में डालकर ब्यास नदी में कूद गए और डूब रहे व्यक्ति को नदी से सुरक्षित बाहर निकाला। स्थानीय लोगों ने सदर पुलिस की सराहना की और व्यक्ति की जान बचाने के लिए दोनों पुलिस कर्मियों को उचित इनाम व पुलिस पदक की भी मांग की है। कुल मिलाकर यह कहना उचित होगा की पुलिस जवान व्यक्ति को मौत के मुँह से वापस खींच ले आए है, क्योंकि मामूली सी देरी के कारण व्यक्ति की जान जा सकती थी।
इस ज्योतिष ने की भविष्यवाणी, कहा- 2019 में नरेंद्र मोदी फिर बनेंगे प्रधानमंत्री - Digital Himachal इस ज्योतिष ने की भविष्यवाणी, कहा- 2019 में नरेंद्र मोदी फिर बनेंगे प्रधानमंत्री Home Astrologers in Astrologers, Lok Sabha Elections 2019, Pm Narendra Modi, Political मिशन 2019 को लेकर सभी पार्टियों ने अपनी कमर कस ली है। हर कोई इसको लेकर तैयारियों में जुटा है। एक तरफ जहां भाजपा रैलियां कर रही है तो वहीं कांग्रेस रैलियों के साथ साथ मास्टर स्ट्रोक मारते दिखे और प्रियंका गांधी को मैदान में उतार दिया। ऐसे में हर कोई जहां लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर कयास लगा रहे हैं तो वहीं मशहूर ज्योतिषी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भविष्य के साथ साथ 2019 के लोकसभा चुनाव के नतीजे भी बता दिए हैं। क्या बोले मशहूर ज्योतिषी: दरअसल जिस ज्योतिषि ने पीएम मोदी का भविष्य बताया है उनका नाम है बेजान दारूवाला और उन्होंने मोबाइल तक से बातचीत में बताया- पीएम मोदी का जन्म हुआ था 17 सितंबर को यानी उनका कार्ड हुआ स्टार। ऐसे में पीएम मोदी को तकलीफ होगी लेकिन वो मैदान मार जाएंगे। यानी साफ बात है कि नरेन्द्र मोदी फिर से प्रधानमंत्री बनेंगे। वहीं जब बेजान दारूवाला से सीटों को लेकर सवाल पूछा गया था उन्होंने कहा- करीब करीब 275 से 300 सीटों तक मिल सकती हैं और मैं कहता हूं कि बीजेपी दोबारा आएगी।
Banks will open only 4 hours in Bihar by May 30 Only 50 percent staff will be present - बिहार में 30 मई तक महज 4 घंटे खुलेंगे बैंक, केवल 50 प्रतिशत स्टाफ रहेगा मौजूद होम/ न्यूज़ /बिहार में 30 मई तक महज 4 घंटे खुलेंगे बैंक, केवल 50 प्रतिशत स्टाफ रहेगा मौजूद Smart News Team, Last updated: Mon, 17th May 2021, 1:47 PM IST ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन ने बिहार में 30 मई तक केवल चार घंटे बैंक खोलने का फैसला किया है. अब बैंक सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक ही खुलेंगे. इसके अलावा बैंक में केवल 50 प्रतिशत कर्मचारी ही मौजूद रहेंगे. बिहार में 30 मई तक महज 4 घंटे खुलेंगे बैक.( प्रतीकात्मक फोटो ) पटना: बिहार में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बाद राज्य में 25 मई तक लॉकडाउन को बढ़ा दिया गया है. कोरोना कर्फ्यू में पाबंदियों के बीच राज्य में अब 30 मई तक बैंक सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक ही खुलेंगे. इसके अलावा बैंक परिसर में केबल 50 प्रतिशत स्टाफ ही मौजूद रहेगा. बता दें कि स्टेट लेवल बैंकर्स कमेटी ने पहले कहा था कि 15 मई तक ग्राहकों के लिए सुबह 10 बजे से दोपहर दो बजे तक बैक को खोला जाएगा, लेकिन अब इस समय-सीमा को बढ़ाकर 31 मई कर दिया गया है. ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन के संयुक्त सचिव डीएन त्रिवेदी के कहा, कि नए नोटिफिकेशन में एसएलबीसी ने अब 31 मई तक ग्राहकों के लिए को केवल चार घंटे ( सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे ) तक खोलने का फैसला किया है. इसके अलावा बैंकिंग परिसर में 50 प्रतिशत स्टाफ के साथ बैक को कार्य को किया जाएगा. कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए एसोसिएशन ने इस तरह का फैसला लिया है. बढ़ते कोरोना संक्रमण के बाद बिहार में लॉकडाउन की अवधि में विस्तार किया है. आवश्यक सेवाओं को छोड़कर अब 25 मई तक सभी दुकानें, वाणिज्यिक एवं अन्य प्रतिष्ठान भी बंद रहेंगे. खाद्य सामग्री व अनिवार्य सेवाओं की दुकानें सुबह 6 बजे से 10 बजे तक ही खुली रहेंगी. जबकि ग्रामीण इलाकों में दुकान खुलने का समय सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक रहेंगा. इस लॉकडाउन में बैवजह वाहनों से सड़को पर घुमने वालो पर 2000 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा.
Natural Remedies For Chronic Diarrhea In Hindi संग्रहणी का घरेलू इलाज लम्बे समय तक अतिसार बने रहने की स्थिति को आयुर्वेद में संग्रहणी का नाम दिया गया है | इस रोग में रोगी बहुत दुर्बल हो जाता है | कुछ की तो मृत्यु तक हो जाती है | लम्बे समय तक दस्त आते रहने से शरीर में जल की कमी हो जाती है | इसलिए गम्भीर स्थिति में तुरन्त डॉक्टर की सलाह लेनी आवश्यक है | इस रोग के उपचार में आंवला बहुत उपयोगी है | सूखे आंवले को रातभर पानी में भिगोकर प्रातः उस पानी को छानकर उस में नीबू का रस तथा मिश्री मिलाकर प्रातः तथा सायं पीते रहने से भयंकर प्रकार के दस्तों में आराम मिलता है | सूखे आंवले को भिगोकर नरम करें और और पीसकर चटनी बना लें | इसमें काला नमक मिलाकर छोटे बेर जितने आकार की गोलियां बनाकर छाया में सुखा लें | दोनों समय भोजन के 20-25 मिनट बाद एक-एक गोली का सेवन करते रहने से कुछ ही दिनों में रोग से राहत मिलती है |
अक्टूबर 29, 2017 Trading Options Before Earnings लेखक अजधा गुरुंग 11207 आगंतुकों हम यह सलाह देते हैं कि आप मैटा ट्रेडर 5 एंड्राइड एप्प के विकल्पों से खुद को परिचित कराएँ | मिगेस्को समीक्षा और ब्रोकर अवलोकन इस तरह से आप किसी भी जगह और किसी भी समय फोरेक्स ट्रेड कर सकते हैं ! वहाँ त्रिकोण के दो प्रकार के होते हैं; करार और विस्तार वाले, और इन दोनों से बाहर, करार के त्रिकोण के विस्तार के लोगों की तुलना में अधिक बार पाया जा रहे हैं. नहीं कहने के लिए कि के विस्तार के त्रिकोण के गठन नहीं कर रहे हैं, लेकिन एक एक समेकन के लिए लग रही है जब, फिर एक करार त्रिकोण सबसे फार्म की संभावना है। आज, आईडीई इंटरफेस नए अल्ट्रा एटीए एक्सचेंज प्रोटोकॉल में चले गए हैं। महत्वपूर्ण रूप से इसकी थ्रूपुट बढ़ा दी √ औद्योगिक विकास में तेजी से गुणवत्ता के तकनीकी जनशक्ति की मांग बढ़ती है उपठेका की अवधि के दौरान, उपठेका भुगतान दायित्वों अलग निवेश खाते से निकाल ली एक समान राशि के धन से संतुष्ट हैं. इकाई उपठेका भुगतान दायित्वों की गारंटी देता है, और अलग निवेश खाते अपर्याप्त कोष होना चाहिए गारंटी को पूरा करने के लिए आवश्यक हो जाएगा. इकाई, लेकिन निवेशक, जल्दी कुछ परिस्थितियों (जैसे स्थानीय या अंतरराष्ट्रीय कर कानून में बदलाव निवेशक हिस्सा या कर लाभ के सभी खोने के लिए कारण बनता है, या संस्था के निपटान के लिए फैसला करता है (नीचे उपठेका समाप्त करने का अधिकार नहीं उदाहरण के लिए, की जगह को बेचने या खलाना) अंतर्निहित परिसंपत्ति) और निवेशक के लिए एक समाप्ति मूल्य के भुगतान पर. इकाई की जल्दी समाप्ति के लिए चुनता है, तो यह अलग निवेश खाते से निकाल ली धनराशि से मिगेस्को समीक्षा और ब्रोकर अवलोकन समाप्ति के मूल्य का भुगतान करना होगा, और अलग निवेश खाते में शेष राशि अपर्याप्त है, अंतर इकाई द्वारा भुगतान किया जाएगा. अंतर्निहित परिसंपत्ति इकाई अपने व्यापार का संचालन करने की आवश्यकता है कि एक विशेष संपत्ति है। मास्को स्टॉक एक्सचेंज का विदेशी मुद्रा बाजार नीचे हैसेंट्रल बैंक ऑफ रूस, आंतरिक नियमों और विनियमों द्वारा अपनाए गए कृत्यों का विनियमन। विदेशी मुद्रा कंपनियां अक्सर ऑफशोर जोन में होती हैं, उनमें से कुछ अनिवार्य रूप से नकली हैं, रजिस्टर में शामिल नहीं हैं, हालांकि वे खुद को अलग-अलग स्थिति में रखते हैं। अगले दिन सुबह मिगेस्को समीक्षा और ब्रोकर अवलोकन चार बजे के करीब यह खबर फैल गयी कि सरवर और नौशाद एक एनकाउंटर में पुलिस के हाथों मारे गए हैं. पुलिस ने यह दावा किया कि वे पुलिस इन दोनों की तलाश हत्या, डकैती और जबरन वसूली के मामलों में कर रही थी और दोतरफा गोलीबारी में वे मारे गए। मिगेस्को समीक्षा और ब्रोकर अवलोकन - बाइनरी विकल्पों की सूची @ user3386109 स्टैक पर एक संरचना लौटने की "असुविधा" असली नहीं है। जैसा कि एक बेहतर उत्तर में बताया गया है, यह संरचना के आकार पर निर्भर करता है। छोटे लोगों को आसानी से पॉइंटर तर्क के बिना ढेर में और बाहर "कॉपी" किया जा सकता है, जबकि बड़े लोगों को, और अधिक स्टैक रूम की आवश्यकता के अलावा, उन्हें बाहर निकालने के लिए और अधिक "काम" की आवश्यकता हो सकती है। – Enzo 27 oct. 16 इन रणनीतियों पर पैट्रिक नेतृत्व और फर्म में उनके योगदान को स्वीकार करते हुए कहा कि वह अल्गेर पूंजी में बढ़ोतरी और स्पेक्ट्रा रणनीतियाँ के प्रमुख नामित किया गया है। इस भूमिका में, पैट्रिक विभागों के सभी पहलुओं की देखरेख के लिए जिम्मेदार होगा। पैट्रिक 1999 के बाद से अल्गेर साथ किया गया है और 2004 के बाद से पोर्टफोलियो प्रबंधक के रूप में कार्य किया है। चलने के आकार और प्रकृति के अनुसार जरूरी टायर चुनने के लिए पर्याप्त नहीं है - आप उन्हें ठीक से संचालित करने में सक्षम होना चाहिए। हर कोई इलेक्ट्रॉनिक एक्सचेंज पर व्यापार के बारे मिगेस्को समीक्षा और ब्रोकर अवलोकन में सुना है। किसी ने कहा कि सफलता प्राप्त है और पहले से ही व्यापारियों के खेमे में दर्ज की गई है, जो सफल व्यापार नहीं ही कर रहे हैं, लेकिन यह भी छोटे व्यापारियों के लिए उनके अनुभव और ज्ञान पर गुजरती हैं। अपनी खुद की ट्रेडिंग सिस्टम बनाना एक या दो दिनों का मामला नहीं है, क्योंकि सभी नियम परीक्षण से प्राप्त होते हैं, लेकिन परीक्षण करते हैं डेमो खातासही हो सकता है हमेशा परीक्षण के परिणाम, जो भविष्य में काम करने के लिए लाभदायक हो सकता है एक असली खाता केवल परीक्षण है प्राप्त करने का एकमात्र तरीका नहीं है। और यहां हमें महंगा, तथाकथित सेंट बाइनरी विकल्प से मदद नहीं मिली है। यह एक विकल्प है जिसका निवेश आकार 1 डॉलर से कम है। बेशक व्यापारियों जो 1 डॉलर से बाइनरी विकल्पों और यहां तक ​​कि 10 डॉलर का उपयोग करने का परीक्षण करने के लिए पर्याप्त पूंजी है, लेकिन इस दृष्टिकोण क्योंकि अगर आप कैसे बाइनरी विकल्पों पर पैसे बनाने के सीखने का फैसला, यह अवधि मूल्यांकन करने के लिए तार्किक और सहन करने के लिए परीक्षण कर रहा है, हमेशा उचित नहीं है न्यूनतम लागत सही कैसे 50% रिट्रेसमेंट लाइन एक फ्लैट नारंगी Kumo शीर्ष के शीर्ष पर बैठता है पर ध्यान दें। अगर कीमतों में एक तेजी Kumo बाहर तोड़ने के माध्यम से, इस लाइन के ऊपर टूट गया था, गिरावट शून्य हो जाएगा। जबकि फिबोनाची लाइनों हमेशा बिंदु सटीक उलट अंक पिन नहीं है, कीमतों फिबोनाची स्तरों के आसपास मंडराना के लिए जाते हैं, और इन Ichimoku विदेशी मुद्रा सूचक रोजगार उन लोगों के लिए उपयोगी हो सकता है। एक रणनीति से दूसरे के लिए कूद करने की जरूरत नहीं है। पूर्व चयन एक या जो कि सबसे अच्छा, आप के लिए अनुकूल उन लोगों के साथ मिगेस्को समीक्षा और ब्रोकर अवलोकन व्यापार और अधिक अनुभव हासिल कर रहे हैं। रूस, सऊदी अरब और संयुक्त राज्य अमेरिका दुनिया के तीन सबसे बड़े तेल उत्पादक हैं जब चयन प्रकट होता है, मिगेस्को समीक्षा और ब्रोकर अवलोकन ऐसा लगता है कि एक आयताकार क्षेत्र चुना गया है। हालांकि, जब आप किसी चयन को ले जाते हैं या प्रतिलिपि बनाते हैं, तो आप पाएंगे कि केवल आपके द्वारा चुने गए भाग का चयन किया गया है। टेक्स्ट जोड़ने शुरू करने से पहले हमेशा सेव करें, इसलिए यदि आप पूर्ववत स्तर से बाहर निकलते हैं, तो आप टेक्स्ट की शुरुआत से पहले अपनी छवि को सहेजने और छोड़ने के बिना बाहर निकल सकते हैं।
प्रौद्योगिकी को उन्नत बनाने के लिए भारत को और वैज्ञानिकों की जरूरत: मोदी | Clipper28 is Digital Media Global | Read Hindi News 0 Home बड़ी खबरप्रौद्योगिकी को उन्नत बनाने के लिए भारत को और वैज्ञानिकों की जरूरत: मोदी फ़रवरी 28, 2017 Comments 0 clipper28.com 22 Views प्रौद्योगिकी को उन्नत बनाने के लिए भारत को और वैज्ञानिकों की जरूरत: मोदी नयी दिल्ली: आम लोगों के फायदे की खातिर प्रौद्योगिकी को उन्नत बनाने के लिए देश को और अधिक वैज्ञानिकों की जरूरत पर बल देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि 104 उपग्रहों का एक साथ प्रक्षेपण और एक नयी मिसाइल के सफल परीक्षण जैसी उपलब्धियों के माध्यम से हमारे वैज्ञानिकों ने राष्ट्र को गौरवान्वित किया और दुनिया भर में उनकी सराहना हुई है। मोदी ने 'मन की बात' कार्यक्रम में कहा, ''मेरे प्यारे नौजवानो, जब हम विज्ञान और वैज्ञानिकों के कठिन परिश्रम की बात करते हैं, तो कई बार मैंने मन की बात में इस बात को कहा है कि हमारी युवा पीढ़ी का विज्ञान के प्रति आकर्षण बनना चाहिए। देश को बहुत सारे वैज्ञानिकों की जरूरत है। आज का वैज्ञानिक आने वाले युगों में आने वाली पीढ़ियों के जीवन में एक स्थायी बदलाव का कारण बनता है।'' हाल ही में संपन्न 14वें प्रवासी भारतीय दिवस में आयोजित एक प्रतिस्पर्धा का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा, ''समाज उपयोगी नवोन्मेष को प्रदर्शित किया गया। ऐसे नवोन्मेष की पहचान करना, इसे प्रदर्शित करना, लोगों को जानकारी देना और यह देखना कि नवोन्मेष जन-सामान्य के लिये कैसे काम आएं, ये बहुत महत्वपूर्ण है। हमने अभी एक नवोन्मेष देखा जो जो हमारे गरीब मछुआरे भाइयों की मदद के लिये बनाया गया है।'' मोदी ने 2005 की मुंबई बाढ़ का जिक्र किया और कहा, ''कई बार ऐसा समय आ जाता है जब समस्या ही समाधान के लिए विज्ञान का महत्व समझाती है।'' मुंबई बाढ़ के बाद ऐसे आवासीय ढांचों को विकसित करने पर बल दिया जाने लगा जो उसमें रहने वालों को ऐसी परिस्थितियों में बचा सके और पानी जमा होने से रोका जा सके। पीएसलवी रॉकेट के जरिए रिकॉर्ड 104 उपग्रहों को अंतरिक्ष में भेजे जाने का हवाला देते हुए मोदी ने कहा कि इसरो के वैज्ञानिक देश के लिए गौरव लाए हैं। इसरो ने पीएसएलवी राकेट के जरिये यह 38वां सफल प्रक्षेपण किया है। उन्होंने कहा कि इसरो की टीम में महिलाओं सहित कई युवा वैज्ञानिक हैं। अखिलेश ने अपने पिता के सपनों को किया चूर चूर : राजनाथ Next पांचवें चरण में 12 बजे तक हुआ 25 प्रतिशत मतदान बड़ी खबर Share this post: clipper28.com 106 posts EVM में मिली गड़बड़ी, बटन कोई भी दबा, वोट बीजेपी को ही गया पांच राज्यों के चुनाव परिणाम सामने आने के बाद आप नेता अरविंद केजरीवाल और बसपा सुप्रीमो मायावती ने EVM के साथ छेड़छाड़ का मामला उठाया था और यह दलील दी अमेरिका जाएंगे पीएम मोदी, प्रेसिडेंट ट्रंप ने दिया न्योता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस साल के अंत में वाशिंगटन की यात्रा करेंगे और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप उनकी मेजबानी करेंगे। हालांकि प्रधानमंत्री मोदी के इस वाशिंगटन दौरे के लिए की राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का नया पता होगा 10 राजाजी मार्ग नयी दिल्ली: केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा ने 10 राजाजी मार्ग पर स्थित बंगले को खाली कर दिया है और इस बंगले को अब राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के लिए तैयार किया राजधानी में मोरारी बापू की कथा का श्रवण करेंगे लोग रायपुर : राजधानी सहित प्रदेशभर के लोगो को कल से मोरारी बापू के श्रीमुख से रामकथा सुनने का मौका मिलेगा | 15 अप्रैल से रायपुर के इनडोर स्टेडियम में मोरारी बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शुरू भुवनेश्वर : ओडिशा में दो दशक बाद भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक शनिवार को शुरू हो गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रोड शो के अंदाज में शनिवार को चुनाव नतीजों की भविष्यवाणी की तो खैर नहीं : EC नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने आज व्यवस्था दी कि जब एग्जिट पोलों के नतीजों को दिखाने पर पाबंदी है, तो ऐसे समय में ज्योतिषियों और टैरों रीडरों की ओर से
ईशान किशन का तूफानी अंदाज, आईपीएल इतिहास में ऐसा करने वाले सिर्फ दूसरे बल्लेबाज बने आईपीएल 2021 के 56वें मुकाबले में मुंबई इंडियंस का सामना सनराइजर्स हैदराबाद से है। अबू धाबी के शेख जाएद स्टेडियम में मुंबई इंडियंस ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया है। मुंबई ने 13वें ओवर में 150 रन पूरे कर लिए हैं। ईशान किशन 32 गेंदों में 84 रन बनाकर आउट हुए। बहरहाल, लगातार दूसरे मुकाबले में पचासा जड़कर और ईशान किशन ने यह तो साबित कर ही दिया कि सेलेक्टरों ने विश्व कप के लिए उन पर बिल्कुल सही दांव लगाया है. बहरहाल, ईशान की बारिश हुई, तो कुछ रिकॉर्ड तो उन्होंने शुरुआती ओवरों में ही बना डाले. चलिए इनके बारे में जान लीजिए: आईपीएल के पिछले करीब 13 साल में सिर्फ चार ओवर खत्म होने से पहले ही पचासा जड़ने वाले इशान सिर्फ दूसरे बल्लेबाज बन गए. इससे पहले यह कारनामा केएल राहुल दो बार कर चुके हैं. इन्हे भी जरूर पढ़ें
विधायक शुक्ला ने कीआपदा प्रबंधन समिति को भंग करने की मांग | Local Indore News Home प्रशासन विधायक शुक्ला ने कीआपदा प्रबंधन समिति को भंग करने की मांग विधायक शुक्ला ने कीआपदा प्रबंधन समिति को भंग करने की मांग लोकल इंदौर 17 अप्रैल। काँग्रेस विधायक संजय शुक्ला ने इंदौर जिले की आपदा प्रबंधन समिति को भंग करने की मांग करते हुए नई समिति का गठन किए जाने की मांग की है और नई समिति में शहर के गणमान्य नागरिकों और बुद्धिजीवी को शामिल किए जाने की पैरवी की है। शुक्ला ने कहा कि इस समिति का गठन सरकार द्वारा इस मकसद के साथ किया गया था कि यह समिति जनता के दुख-दर्द को समझेगी और उसके समाधान की दिशा में काम करते हुए प्रशासन का सहयोग करेगी, लेकिन इंदौर की इस समिति को देखें तो इसके सदस्य समाधान नहीं दे पा रहे हैं। ये भी पढ़े:रो दिए कांग्रेसी विधायक संजय शुक्ला, दो दिन बाद आत्मदाह की चेतावनी…*https://bit.ly/3gbYLN3 शुक्ला ने कहा कि वैसे तो नियम के अनुसार इस समिति में सभी जनप्रतिनिधियों को लिया जाना चाहिए लेकिन शहर के कांग्रेस के विधायक इस समिति का हिस्सा नहीं है। समिति की बैठक में मुझे, जीतू पटवारी एवं विशाल पटेल को नहीं बुलाया जाता है। इनके स्थान पर पिछले विधानसभा चुनाव में हारे भाजपा नेताओं को बुलाया जाता है। यह समिति इंदौर में पूरी तरह भाजपा की नगर इकाई समिति बनकर रह गई है। ऐसे में यह आवश्यक है कि इस समिति को भंग किया जाए। इसके स्थान पर नए समिति का गठन किया जाना चाहिए |
लुण्ड्रा विधायक चिंतामणि ने ग्रामीणों के साथ मनाया नए साल का जश्न Posted on January 2, 2018 by haritwnb हरितछत्तीसगढ़ अम्बिकापुर।आज लुण्ड्रा विधायक चिन्तामणि महराज अपने विधानसभा अंतर्गत जनपद पंचायत लखनपुर के ग्राम पंचायत पटकुरा के आश्रित ग्रामघटवन पहुच कर नया साल मनाया। ग्रामीण अपने विधायक को अपने बिच पा कर प्रफुल्लित हुए विदित हो पिछले दिनों जंगली हन्थियों के दल ने घटवन ग्राम के लगभग सभी घरों को नुकसान पहुचाया था उस समय भी विधायक चिन्तामणि महराज ग्रामीणों के साथ खड़े रहे । आज विधायक सुबह 11 बजे अपने स्टाफ और सहयोगियों के साथ घटवन पहुचे और ग्रामीणों के साथ वन भोज कर नया साल मनाया । विधायक चिन्तामणि महराज ने चौपाल लगा कर ग्रामीणों की समस्या भी सुनी ग्रामीणों ने विधायक को अवगत कराया की हन्थियों के मकान और फसल को नुकसान पहुचने के बाद वन विभाग मुआवजा प्रकरण बनाने के बाद नदारद है ग्रामीणों को उचित मुआवजा का वितरण भी नहीं हुआ है जिससे ग्रामीणों में रोष है ग्राम के स्कूल में अध्यन रत क्षात्र क्षत्राओ ने विधायक को बताया की एक ही स्कूल था जिसे हन्थियों ने तोड़ दिया जिससे उनका पढ़ाई प्रभावित हो रहा है । ग्रामीणों ने यह जानकारी दिया की वन विभाग का रवैया संतोष जनक नहीं है मुआवजा बनाने के बाद 1 भी दिन विभाग का कोई भी अधिकारी या कर्मचारी ग्राम में नहीं आया यहाँ तक की उचित मुआवजा भी नहीं दिया जा रहा है ग्रामीण अब किसी प्रकार अपने टूटे घरों के मरम्मत करने को सोच रहे है । सभी ग्रामीण और उपस्थित जन समूह ने ईस्वर से प्रार्थना किया की अब कोई आपदा न आवे हम ग्राम वासी खुशहाल जीवन व्यतीत करें । इस कार्यक्रम में विधायक के निज सहायक नवीन तिवारी सहयोगी विनीत दुबे मुन्ना यादव हरिकेस्वर यादव बाल भगवान यादव श्री राम यादव देवी प्रसाद यादव बच्चा राम और सैकड़ो ग्रामीण उपस्थित थे पाक बच्चे की फिल्मी कहानी,बॉर्डर पार से आए मूक बधिर बच्चे को भारत ने वापस पाकिस्तान भेजा पुणे में तनाव,अंग्रेजों की जीत का जश्न से भड़की हिंदु-दलित हिंसा, एक की मौत, कई गाड़ियां जलाई रेल उपभोक्ता सलाहकार समिति के नए सदस्य बने यूडी मिंज September 24, 2021 लैलूंगा हृदयविदारक घटना से आक्रोशित अग्र समाज द्वारा कल शनिवार को पत्थलगांव नगर बन्द का आह्वान ,,उच्चस्तरीय जांच व दोषियों की अविलम्ब गिरफ्तारी की मांग September 24, 2021 लैलूंगा व्यवसायी दम्पति निधन कांड की उच्चस्तरीय जांच व दोषियों की अविलम्ब गिरफ्तारी की मांग की जिला उत्कल ब्राह्मण विकास संगठन एवं कल्याण समिति- रायगढ ने September 24, 2021 सीतापुर:-गाँजा बेचने की फिराक में घूम रहे युवक को पुलिस ने मुखबीर की सूचना पर बाइक समेत गिरफ्तार किया । September 24, 2021
वैदिक सोमरस और कुल्लुई सूर -मोलू राम ठाकुर | सोमसी, अप्रैल, 1978 | हिमाचली भाषा वैदिक सोमरस और कुल्लुई सूर -मोलू राम ठाकुर | सोमसी, अप्रैल, 1978 वैदिक सोमरस और कुल्लुई सूर –मोलू राम ठाकुर वैदिक काल के भोजन-पान में दो पेय-पदार्थों का प्रमुख नाम आता है–सोम और सुरा । सोम आर्य या जाति का प्राचीन पेय रहा है । यह शराब नहीं था, बल्कि सोम नामक जड़ी-बूटी का रस था । यह प्रायः सोमयज्ञ में देवताओं को अर्पित करके पिया जाता था। इसके पीने से मन का पाप दूर होता था, असत्य का नाश हो था, और सत्य को वृद्धि मिलती थी। इसीलिए वैदिक साहित्य में सोम की प्रशंसा की गई है। इसके प्रयोग से सद्विचारों का संचार होता था और आध्यात्मिक प्रकाश प्रज्वलित होता था । इस के विपरीत सुरा शराब थी। इस के प्रयोग से बद्धि, धैर्य और स्मरण शक्ति नष्ट होती है । धर्म, अर्थ और काम सभी में ह्रास होता है। इसीलिए प्राचीन साहित्य में इसकी निंदा की गई है । ऋग्वेद क अनुसार सुरापान करने वाले लोग 'सुराम' रोग से पीड़ित होते थे तथा उन की पाप की ओर प्रवृत्ति होती थी (10.131.5) । वैदिक साहित्य में सोम और सुरा का इन शब्दों में अन्तर बताया गया है-सोम सत्य, अभ्युदय तथा प्रकाश है और सुरा असत्य, पतन तथा अन्धकार है। (शतपथ ब्रा 05.1; 5.28) हिमाचल प्रदेश के कुल्लू क्षेत्र में अब भी सोम और सुरा का प्रयोग होता है । वैदिक साहित्य में सोम और सुरा के प्रयोग के बारे में अनेकों संदर्भ पाते हैं । परन्तु सोम पौधा क्या है ? यह आज कोई नहीं जानता। आजकल देश-विदेश में इस सम्बन्ध में शोधकार्य हो रहे है । ऋग्वेद की अनेक ऋचाओं से ज्ञात होता है कि मौजवत नाम का पहाड़ सोम के लिए प्रसिद्ध था और यहां सबसे अधिक सोम होता था–सोमयेव मौजवतस्य (ऋग्वेद 10.34.1) | विद्वानों का मत है कि यह पहाड़ी अफगानिस्तान के बलख़ में है। परन्तु कुल्लू में भी मज्ञाट नाम का स्थान और पर्वतशिखर है, इसके पास ही 'सोमसी' नाम का गांव है। क्या इस से यह अनुमान नहीं लगाया जा सकता कि वैदिक साहित्य का मौजवत यही पहाड़ हो और सोम यहीं पैदा होता हो। इस बात की पुष्टि इस क्षेत्र में प्रति वर्ष बीस भादों के दिन शिखर और पौधा पूजा से स्पष्ट हो जाती है । उस दिन लोग पहाड़ों की चोटियों पर जा कर प्रातः ही पहले विशेष भोजन बना कर देवताओं के नाम चढ़ाते हैं और उसके बाद इधर उधर हरे घास पर हाथ मार कर ताज़ी ओस चाटते हैं । इस उद्देश्य से विशेषतया वे लोग उन्नीस भादों को ही पहाड़ों की चोटी पर जा कर डेरा डालते हैं जो दीर्घकालिक घातक रोगों में ग्रस्त हों या जो स्त्रियां बांझ हों, और प्रातः ही सब से पहले उठ कर पर्वत-शिखा पर दूर-दूर तक चल कर प्रोस पीने का क्रम जारी रखतं हैं। उल्लेखनीय है कि वैदिक साहित्य में सोम को मद के रूप में कम तथा स्वास्थ्यबर्धक द्रव्य के रूप में अधिक दिखाया गया है, 'यह सभी रोगों को दूर करने में समर्थ है, इस के सेवन से वक्तृताशक्ति बढ़ती है और दीर्घ जीवन प्राप्त होता है (ऋग्वेद 10.71.10) ।' बीस भादों के प्रातः काल कुल्लू के तारापुर गढ़, मोजग और मझाट पर्वत शिखरों पर प्रोसबिन्दु सेवन का ठीक यही प्रभाव है। लोग प्रायः पीठ के पीछे से हरी घास पर हाथ मार कर ग्रोस बिटोरते हैं। आज किसी को उस जीवनदायिनी की पहचान नहीं है, जिस किसी भाग्यशाली के हाथ लगी, वह कष्टों से मुक्ति पाता है । बांझपन से मुक्ति के तो अनेक उदाहरण देखने को आए हैं। हिमाचल के इन पर्वत-शिखाओं पर केवल बीस भादों को ही शिखर पूजा और ओस-सेवन की प्रथा क्यों है। इस का सम्बन्ध भी हमारी वैदिक परम्परामों से है। सोम को गिरिष्ठ और पर्वतावृद्ध नाम भी दिए गये हैं जो इस के वर्षा ऋतु में गिरि-पर्वतों पर पैदा होने के प्रतीक है । प्राचीन साहित्य में ऐसा उल्लेख आता है कि सोम वर्षा द्वारा पृथ्वी पर लाया जाता है । इससे यह अभिप्राय हो सकता है कि सोम की उत्पत्ति वर्षा ऋतु में पर्वतों पर होती है। वैदिक साहित्य में यह भी उल्लेख आता है कि सोम को श्येन पक्षी स्वर्ग से लाया था । वास्तव में पर्वत शिखरों पर उत्पन्न होने के कारण ही इस का सम्बन्ध स्वर्गलोक से जोड़ा गया है। भादों का महीना इस पहाड़ी श्रेत्र में वर्षा ऋत का प्रमुख समय है। श्येन पक्षी को कुल्लू की स्थानीय भाषा में शीण कहते है और यह पर्वत शिखरों पर वास करता है । सुरा को आज लोग अपनी भाषा में 'सूर' कहते हैं। कुल्लू और इसके निकटवर्ती हिमाचल प्रदेश के क्षेत्रों में इसका बहुत रिवाज रहा है। मेले-त्यौहार, शादी गमी, 'जौट-ज्वार' कोई भी कार्य इसके बिना पूरा नहीं होता । परन्तु यह शराब कदापि नहीं है। यहां पेय पदार्थ मुख्यतः तीन रहे है–चाकटी, सूर और सौरा । चाकटी केवल चावल और जौ की बनती है । वैदिक सोमरस का भी जौ (सं0-यव), दूध और दही के साथ सेवन किया जाता था। इसी मिश्रण के कारण इसे याशिर भो जाता था ( ऋग्वेद 5. 26. 5 ) । 'सूर' केवल कोदा अन्न की बनती है। और कोई अन्न इस में नहीं पड़ता। इस में मादकता बहुत कम होती है । यह बलवर्धक अधिक है । साधारण निवासियों का यह पेय-पदार्थ है । सौरा' शराब है । यह चाकटी, सूर, सेब और अंगूर आदि के आसवन से तैयार होता है । हाल ही तक 'सौरा' का कुल्लू में कोई प्रचलन नहीं था । आज भी यह केवल भ्रष्ट और दूषित संगति का सेवन है । साधारण लोगों में इसका प्रयोग नहीं है । साहित्य में सुरा का अनेक रूपों में उल्लेख मिलता है । परन्तु यह स्पष्ट है कि वैदिक साहित्य के प्रारम्भिक काल में जिस सुरा के गुण बताए गए हैं वह रामायण काल की सुरा से बहत भिन्न थी। रामायण में वारुणी, सौवीरक, आसव, शर्करासव, मैरेय, माध्वीका आदि अनेक प्रकार की सुरा का उल्लेख है । ये पर्णतया शराब या उपर्युक्त 'सौरा' है । ऐसी सुरा की वैदिक साहित्य में भरपूर निंदा की गई है । इसे मांस और जुआ के समान निन्दनीय बताया गया है। सोम कौन सा है? सूर तैयार करने की दो पद्धतियां हैं–पहली पद्धति औषधि से सम्बन्धित है और दूसरी पद्धति मूल 'सूर' से । परन्तु वास्तविक अभिरुचि औषधि निर्माण से है । इसका अध्ययन अनेक दृष्टियों से महत्वपूर्ण है । परन्तु औषधि वास्तव में अनेक जड़ी-बूटियों का मिश्रण होता है । इस मिश्रण को लोग 'ढेली' कहते हैं । ढेली के निर्माण के लिए सौ से अधिक जड़ी-बूटियों का प्रयोग होता है । परन्तु इन में मुख्य साठ हैं । इन साठ का विवरण अत्यन्त रोचक है, क्योंकि अधिक सम्भव है इन्हीं में से कोई सोम बूटी भी हो । इन जड़ी-बूटियों को बीस भादों के दिन ही भूखे पेट एकत्रित करना होता है और इन्हें वही आदमी एकत्रित करता है जिसे इन की पहचान हो । प्रमुखतः ये सभी जड़ी-बूटियां पहाड़ों की चोटियों पर मिलती हैं। यद्यपि इनका वैज्ञानिक विश्लेषण अभी नहीं हुमा है परन्तु लोगों को इन के गुणों का ज्ञान है । यहां उन का सामान्य परिचय ज़रूरी है । जड़ी-बूटियों के नाम स्थानीय है यद्यपि इन में से अनेक का परिचय आयुर्वेदाचार्यों को ज़रूर है । इनका ज्ञान अब आए दिनों कम होता जा रहा है और सम्भवतः समाप्त हो जाएगा । स्थानीय भाषा में इन के नाम गुणों के अनुसार है-यथा (1) नकटीशी-चपटे, छोटे पत्ते पीले फूल, अमल-युक्त गन्ध जो नाक को लगती है । पाचन शक्ति – वर्धक है । कब्ज़ निवारण के लिए प्रयोग किया जाता है ; (2) गुड़ला बड़ा–चौड़े नर्म पत्ते, नीला फूल, पत्तों का स्वाद मीठा; (3) गड़ला छोटा-पत्ते कदरे छोटे, फूल का आकार भी छोटा, परन्तु फूल श्वेत । ये दोनों भूख बढ़ाते हैं ; (4) बराघा-रा-जौफा-जैसा ऊपर पौधा वैसे ही भूमिगत जड़ों का आकार बाघ के पंजे की तरह, पत्तियां बारीक; (5) डढाणा–इसे ठठामाणा भी कहते हैं। बारीक पत्ते, चौड़ा घना पौधा, बीच में एक डंडी सी निकलती है जिस पर एक फूल निकलता है जो प्रायः कली रूप में ही रहता है। यह बुझते हुए दिल को नव-शक्ति समंत्रित करता है। दिल घट रहा हो तो लोग इस की जड़ें चबाते हैं; (6) चिड़ी-चूण-सीधा पौधा, पत्ते मोटे और लम्बे फूल नहीं निकलते, फल ही दिखाई देते हैं जो पक कर लाल हो जाते है जैसे फलों का गुच्छा हो, दाने अनार के दाने की तरह होते है। (7) घूमण-नीला फूल, छोटे तथा नोकदार पत्ते, सख्त कड़वी गन्ध । इस के खाने से सरूर सा आ जाता है (8) बकरशिंगी-सीधा पौधा, सिर पर पीला फ़ूल जिस का रूप ठीक बकरे के सींग की तरह मरोड़दार और तिरछा होता है। यह भूख की कमी दूर करता है। खांसी व दमे के लिए लाभदायक; (9) बराघा-री-शाई-जंगली सरसों, पत्तों का रंग अन्यथा ठीक सरसों का रूप (10) शरबरा-श्वेत फल, पत्ते भी कुछ सफेद, आस पास सुगन्ध फैलाता है । अजीर्णनाशक (11) ओशतली-बहुत ही ऊंचाई पर दस हजार फ़ुट से ऊपर पैदा होती है । बारीक छोटे पत्ते जिन पर हर समय, कड़कती धूप में भी ओस (शबनम) की बूदें चिपकी रहती है । पुराने बुखार की दवा है ; (12) कौड़खरू शेता पौधा केवल सीधा डंठल, पत्ते और फूल श्वेत रंग के, जड़ें पीली; (13) कोड़खरू काल पत्तों का ऊपरी भाग श्वेत, परन्तु निचला तरफ़ बिलकुल काला । पौधों की रंगत कदरे लाल दोनों कौड़खरू ज्वर की उत्तम औषधियां हैं। बिगड़े और पुराने बुखार के उपचार के लिए प्रयोग करतें हैं । इनका स्वाद बहुत कड़वा होता है ; (14) निंबली-सीधा डंठल, केवल एक डाली उस पर एक ही फूल लगता है ; (15) निंबला-पत्ते और फूल निंबली की तरह, परन्तु पौधा झाड़ीदार । ये दोनों हर प्रकार के द्रव को निर्मल बनाते हैं । उदर विकार में उपयोगी ; (16) डोरी-पौधा लम्बा, फूल लाल । कई मन जौ के आटे की जब 'ढेली' बनाई जाती है तो जितनी भी सैंकड़ो में रोटियां बनेंगी, पकने पर हर एक रोटी के बीचों बीच चौड़ाई की ओर से लाल धारी बनी होती है । यह इस का प्रभाव है । धारी जितनी लाल होगी, उतनी ही डेली अधिक प्रभावशाली होगी; (17) गिद्धा-मुसली-लाल डंठल, सीवी डाली । शरीर में स्फ़ूर्ति लाती है। इस में लड़ाई के गुण होते हैं, यथा गद्दा (मुगदर) और मूसल साथ रखने की प्रवृत्ति; (18) ढुण मणाट–लता-बेल रूपी पौधा आध फ़ुट से ऊंचा नहीं होता ; (19) कटारी-कटार हथियार के आकार के मोटे पत्ते आगे से नोकदार । हाज़मे के लिए इस को पीस कर औषधि के रूप में खाते हैं। कब्ज़ के लिए रामबाण (20) कौड़ी कटारी-कटारी के ही रूप की, परन्तु पौधा और पत्ते छोटे । कुनीन की तरह कड़वी, ज्वर की उत्तम औषधि ; (21) डुंडलू कूरी-पीले रंग के बारीक पत्ते । बारीक नोकदार दाने जो कपड़ों में चिपक जाते हैं। (22) बांदर छौली-जंगली मक्का, पौधा ठीक मक्की की तरह परन्तु आकार छोटा । इसे मंगोहलू भी कहते हैं। इस में सफ़ेद रंग के फूल लगते है जो शीघ्र झड़ जाते हैं ; (23) चिकटी कूरी-ऊपर सं0 21 से भिन्न, फुट कण्डा की पहाड़ी किस्म, मोटा और चौड़ा पत्ता, चिकने फ़ल जो कपड़ों के साथ चिपक जाते हैं। कई प्रकार की प्रोषधियां बनती हैं, सांप काटे की उत्तम दवा, पत्थरी रोग की बढ़िया औषधि ; (24) बूढी रा लोगड़ एक लम्बा और सीधा पौधा, कोई शाखायें नहीं, पत्ते लगते और गिरते जाते हैं । पौधा सीधा डंडा रह जाता है जिस के गिर्द रुई की तरह नर्म फूल चिपके रहते है । बच्चों की पेट-दर्द, ज्वर और जुकाम में क्वाथ रूप में बढ़िया औषधि ; (25) शठ जलाड़ी-सीधा पौधा जिस की अनेक (साठ) जड़ें होती हैं । सफ़ेद फूल, चौड़ा पत्ता, पेट दर्द और ज्वर की दवा, बदहज़मी को दूर करती है ; (26) कोठा-इस के पत्ते छोटे, फूल भवन (कोठी) की तरह अनेक तहों वाला । इसके फूलों का रस खांसी तथा जुकाम के इलाज में उपयोगी, इस के पत्ते अजीर्ण में भूख बढ़ाते हैं ; (27) बण जुआणे-अजवायन की सुगन्ध और गुण वाला पौधा जिस का तना जमीन के साथ फैलता है, फूल जामुनी रंग के, पेट दर्द की उत्तम दवा , श्वास रोग, दमा तथा काली खांसी में इस का प्रयोग करते हैं। दांत दर्द की भी औषधि ; (28) शुतपुतली-छोटा पौधा परन्तु लम्बी शाखें, पत्ते भी लम्बूतरे नोकदार दृष्टि की शक्ति को बढ़ाती है ; (29) बलातर-छोटा पौधा, सफ़ेद पत्ते, गुलाबी रंग के फूल । बलवर्धक जड़ी है। स्फ़ूर्ति और उत्तेजना बढ़ाती है ; (30) टुम्बली मुंडी-चौड़ा पौधा जिस के पत्ते आगे से पृथ्वी की ओर झुके होत है । नींद लाने की औषधि है ; (31) हौंउली–एक फलीदार पौधा, फलियों की स्वादिष्ट चटनी बनती है। पौधा 2 फुट के लगभग ऊंचा, चौड़े पत्ते, जहां उगने लगता है तो सारे क्षेत्र में फैल जाता है। (32) कोर्थ दुधला इस के पत्तों, जड़ों और फ़ूलों से दुधिया रस निकलता है, जो दुर्बलता के इलाज में उपयोगी होता है। इससे मीठी सुगंध आती है; (33) कायल–यह एक बड़ा वृक्ष है जो चील की तरह इसी जाति का पेड़ है। इसकी सूई की तरह नर्म कौंपलें कई बीमारियों में काम आती है, इस का तेल कफ़ आदि को दूर करता है, चर्म रोग में भी उपयोगी है ; (34) भेरल-बरास (बराह या बुरास की जाति का वृक्ष है, परन्तु इस पर बरास की तरह लाल फूल नहीं आते । इस की कौंपलें पेचिश, सिर दर्द और बवासीर के इलाज में प्रयुक्त होती हैं । (35) डानकू–एक छोटा नर्म पौधा है जिस पर तीन या चार फूल लगते हैं, फूल में बड़े आकार का फल-सा लगता है, जो खाने में मीठा होता है, पौधा नीचे की ओर झुका रहता है, नींद लाने के लिए उपयोगी है; (36) जुज़ला–पौधे के तने और पत्तों पर बाल-से उगे होते हैं (37) दूध-छाउं ली-छोटा सीधा पौधा, छोटे पत्ते । इस की जड़ों और पत्तों से दुधिया रस निकलता है जो बड़ा बलवर्धक होता है ; (38) मटोशल–बहुत ऊंचाई पर होता है । बारीक पत्ता, फल नहीं होते । जड़ो में रेशे-से होते हैं जो ऊन की तरह लगते हैं । ज़ुकाम, नज़ला, सिर-दर्द की औषधि है; (39) घण मिसरी चौड़े पत्ते डण्ठल छोटी, फ़ूल गुलाबी । इस की जड़ें मीठी होती है । गवाले उखाड़ कर खाते हैं। खांसी, बुखार पेचिश की लाजवाब दवाई । शूल, पेट-दर्द में प्रयुक्त होता है, । (40) कोदरा-कोदा अन्न, इस के नर्म पत्ते डाले जाते हैं । सख्त अन्न है, परन्तु पचाने वालों के लिए बड़ा बलवर्धक होता है ; (41) ब्रराली री चाई बारीक पत्ते, खेतों में आम उगता है, बारीक दाने जो पकने पर लाल हो जाते है । फोड़े फिन्सियों की उत्तम औषधि (42) काउणी-कंगणी अन्न, लम्बा पौधा जिस के सिर पर बालियों में अन्न होता है, इस के नर्म पौधे को प्रयोग में लाया जाता है; (43) डेढू घाह–खेतों में आम उगता है, पत्ते व फ़ूल गोल होते हैं, फ़ल भी गोल; (44) घरोटलू घाह–अर्थात् बनफ़शा, इस से सभी परिचित है, पत्ते गोलाकार, फूल भी गोलाकार रंग गुलाबी। खांसी, जुकाम, कफ़, क्षय, ज्वर, गुर्दे के दर्द में अत्यन्त लाभदायक, (45) चूतड़ तौड़ी–एक सीधा पौधा या डाली जो ऊपर और नीचे से बारीक और बीच से मोटी होती है । अर्थात् नीचे से एक जड़ उस पर डण्ठल, ऊपर डण्ठल में तीन तहें, सिर पर फ़िर एक तह । हर प्रकार की तेज़ दर्द को हटा कर आराम देती है; (46) लौढ़-घुरशू-पौधा बारीक, पत्ते छोटे फ़ली की तरह मरोड़दार, गूढा-गुलाबी फ़ूल; (47) गौठू घाह फ़ूल और पत्ते गोल, पौधा छोटा, पेट दर्द की दवा ; (48) ठाण्डी–बारीक डली, (चाभ) तालाबों के खड़े पानी में उगता है, बारीक लम्बे पत्ते, सर्दी, ज़ुकाम आदि में के रूप में बड़ा लाभदायक; (49) टेंडा शेक-बहुत ऊंची शिखरों पर उगता है, छोटा पौधा । इस के पत्ते चबाने से नशा-सा आ जाता है ; (50) शौठ-लौंगरिया-सीधी एक जड़ परन्तु ऊपर पौधा घना तथा फैला हुआ अर्थात् साठ शाखाओं वाला । बलबर्षक औषधि है; (51) टूट गोंठा या सोम लता-बहुत ऊंचाई पर पैदा होता है । टहनियां धारीदार, पत्ते छोटे और -पतले, फूल बारीक और छोटा, फल गोलाकार गुलाबी या लाल रंग का ; शरीर में उत्तेजना लाता है। (52) रिंगलू घाह-बारीक, छोटे पत्ते वाला घास, पत्ते तत्तैया की शक्ल के होते हैं, (53) छिकछिकी-छोटा तथा घना पौधा, बारीक पत्ते, फोड़े-फिन्सियों की दवाई है; (54) भोंग (भंग) राहुल सांकृत्यायन ने तो भंग को ही सोम कहा है। परन्तु स्थानीय लोग भाग के नशे को नीच स्थान देते हैं। उनके अनुसार भांग का नशा डरपोक होता है, 'साहस और हिम्मत का अभाव रहता है । परन्त भांग भूख खूब बढ़ाता है, हाज़मा तेज करता है; (55) गनकौकड़ एक लता होती है जो बहुत दूर तक फैलती है, पत्ते लम्बूतरे, फल बेर की तरह होते हैं जो पकने पर लाल हो जाते है, स्वाद मीठा होता है। इस की जड़ें कई दवाइयों में डाली जाती हैं (56) कुंग कैसर, (57) निहाणी-सीधा पाधा, छोटे छोटे पत्ते सफैद फूल, बुखार, ज़ुकाम में काढ़ा बना कर दिया जाता है; (58) चोरा-बहुत उंचाई र होता है, इस की जड़ें कई दवाइयों में डाली जाती हैं; (59) दुधलू माहुरा-काला माहुरा या संखिया नहीं, बाल्क उसी की जाति का, माहुरे के बाहर दूसरा माहुरा होता है। इस के पत्तों, जड़ों में दुधिया रस निकलता है। गठिया आदि बीमारियों के इलाज में लाभदायक (60) नर विषि- काला माहुरा अपने चारों ओर तक कोई फल पौधा उगने नहीं देता, इर्द गिर्द सब कुछ जला देता है । यही इस की सब से बड़ी पहचान है। यह सीधा पौधा होता है। इस के चारों ओर इसी प्रकार का दूसरा पौधा होता है जो इस की रक्षा करता है या जिस से बाहर के पौधे, झाड़ियां रक्षा पाती है। इन दोनों के बीच ही नरविषि होती है। प्राय यह मिलती नहीं है। यदि दुधलु माहुरा और नरविषि मिल जाए तो औषधि उत्तम बनती है। ढेली औषधि का निर्माण ऊपर कषित सभी जड़ी-बूटियों को, मटोशल को छोड़, शेष सब को पहले बारीक काटा जाता है फिर सब को ओखली में डाल कर मूसल से खूब बारीक कूटा जाता है। मटोशल शेष जड़ी बूटियों से नहीं मिलती। इसे अलग से काटा और कूटा जाता है। बारीक कूटने के बाद दवाई प्रयोग के लिए तैयार हो जाती है। ढेली कई मन जौ के आटे की एक साथ बनती है। इतनी हेली इकठ्ठा बनाने का मुख्य कारण यह है कि ढेली वर्ष में केवल एक बार बीस भादों के एक दो दिन के अन्दर बनती है, और गांव में केवल एक दो घरों में तैयार होती है, जिन के मालिकों को उपर्युक्त सभी जड़ी बूटियों का ज्ञान होता है। ढेली की सभी गांव वालों को आवश्यकता होती है, परन्तु जड़ी बूटियों की जानकारी सब को नहीं होती। अतः हर परिवार अपनी साल भर की जरूरत के अनुसार अपने घर से मन आध-मन जौ का आटा उस पर विशेष में पहंचा देता हैं। इस तरह उस घर में कई मन प्राटा इकट्ठा होता है। उस पाटे का अंदाज़ा ले कर जड़ी बूटियों को अपेक्षित मात्रा में इकट्ठा करके पूर्व कथिक रूप से कूटा जाता है। तब इकट्ठे हुए आटे को फ़र्श पर उंडेल दिया जाता है। आटे के ढेर को इस तरह सजाया जाता है कि एक कटोरे का रूप धारण करे। बीचों बीच बने कूपक में कूटी हुई जड़ी बूटियों को एक बड़ी लोहे की छाननी में पानी के साथ छाना जाता है । जब सारी जड़ी बूटियां छान ली जाती है तब पाटे को गूंधना प्रारम्भ करते हैं। एकत्रित हुए सभी लोग पहली बार हाथ डालते ही 'पोली पोली' शब्द का उच्चारण करते हैं, और आटे को मुट्ठी में लेकर एक दूसरे पर फैंकते हैं। घड़ी भर के लिए एक तमाशा लग जाता है, जब आटे की मुट्ठियां एक दूसरे पर बरसती है। चूंकि आटा बहुत अधिक होता है, इसलिए उसे हाथ से गूंधने का प्रश्न नहीं उठता। उसे पैरों से गूंधा जाता है। अच्छी तरह मलने के लिए सभी सभी के ढेर के चारों तरफ गोलदायरे में बैठ जाते हैं, एक रस्सी ले कर उसे सभी पकड़ कर टांगों में आटे को खूब मलते हैं। इस प्रकार परों से गूंध कर आटा कुछ सख्त रखा जाता है। इसी प्रयोजन के लिए लकड़ी के चौखट बने होते हैं। हर एक आदमी एक-एक चौखट लेकर उस में आटा डालता है और फिर उसे पैर से खूब दबाया जाता है। जब यह निश्चय हो जाए कि आटा मज़बूती से दब गया है तो चौखट को एक किनारे से खोल देते हैं और आटे की एक चौरस सी मोटी रोटी बन जाती है जिसे 'बीमा' कहते हैं। इस प्रकार सारे आटे के दो चार सौ बीमे बनते हैं। उन्हें एक कमरे में संवार कर रख देते हैं। दो-अढ़ाई महीने के बाद बीमें सूख जाते हैं। किसी एक बीमा को बीच से तोड़ कर देखा जाता है। बीचों बीच 'डोरी' जड़ी-बूटी के कारण लाल लकीर सी लगी होती है। तब सारे बीमों को आटे के हिसाब से सभी लोगों में बांट दिया जाता है। इस प्रकार औषधि-निर्माण की क्रिया समाप्त हो जाती है। यह उल्लेखनीय है कि पूर्व कथित जड़ी-बूटियों के अतिरिक्त आटे के ढेर में चार बलियां भी डाली जाती है। ये बलियां शहद की मक्खी, मकड़ी, घरेलू मक्खी और तिलचटा की होती है। इन में मधु मक्खी तलाश करना कठिन होता है, क्योंकि कोई भी व्यक्ति अपने छत्ते से मधु मक्खी लेने नहीं देते क्योंकि यह विश्वास है कि वह छत्ता नष्ट हो जाता है। यह पौषधि अर्थात् ढेली' सूर के लिए मुख्य साधन है। इसके बिना सूर जम नहीं सकती अर्थात् बनती नहीं है। परन्तु इस का प्रयोग जौ या चावल की चाकटी में नहीं हो सकता। वहां 'फाफ' का प्रयोग होता है जिस के निर्माण में काला माहुरा और नरविषि का प्रयोग अनिवार्य बताया जाता है। सोम मलरूप में अनुप्राणित पेय था जिस से स्वास्थ्य, सद्विचारों और अध्यात्मिक प्रकाश की वृद्धि होती थी। वैदिक साहित्य के अध्ययन से यह भी स्पष्ट है कि सोम में मादकता भी थी, लेकिन बहुत कम मात्रा में। इस मद में लोग अपनी दरिद्रता को भूल जाते थे और अपने को धनी समझते थे, परन्तु सोम का मद व्यक्ति को कर्तव्यपथ से च्युत नहीं करता था। (ऋग्वेद 8.48) ऐसा भी उल्लेख मिलता है कि वैदिक काल में सोम का प्रभाव सा हो गया था और तब सोम के स्थान पर कुछ अन्य लताएं चुनी गई थीं, पर उन में सोम की सी उत्करष्टता नहीं थी (ऋग्वेद 1-5.7) । ढेली में पड़ने वाली पूर्वोक्त जड़ी-बूटियों में सोम ढूंढना कठिन हो सकता है परन्तु बाद की लताएं अवश्य ही इन में से कुछ हो सकती है। इन में से अनेक में जीवन शक्ति का संवर्धन करने के गुण हैं। वे केवल अनुसन्धान की अपेक्षा रखते हैं। सूर निर्माण-क्रिया वैदिक काल की सुरा सम्भवतः अन्न को आसवन करने से तैयार होती थी, क्योंकि इस के निर्माण में अनेक प्रकार के फल, फूल, पत्ते, रसायन, छाल, गुड़ के अतिरिक्त बीजों और अन्न का उल्लेख आता है। इस द्रष्टि से सुरा का पर्यायवाची कुलुई में 'सौरा' है जिस में सुरा की तरह आसवन की प्रक्रिया समाविष्ट है और यह अन्न और सेवादि फलों से आसुत होता है। परन्तु इस के विपरीत 'सूर' में आसवन का कदापि स्थान नहीं है। यह केवल ऊपर कथित जड़ी-बूटियों के प्रभाव से तैयार होती हैं, और इस में मादकता भी बहुत कम होती है। इस क्षेत्र में 'सौरा' का पान आम घरों में नहीं है। यह केवल भ्रष्टसंगत का पेय पदार्थ है। हेव्नत्सांग ने अपने यात्रा संस्मरण में उस समय की तीन तरह की मदिराओं का उल्लेख किया है। वह लिखता है कि क्षत्रिय लोग अंगूर और ईख की मदिरा पीते थे। चुआई हुई सुरा वैश्य पीते थे तथा बौद्ध भिक्षु और ब्राह्मण गिने और अंगूर का रस पीते थे। 'सूर' इन मदिराओं की भी किसी श्रेणी में नहीं आती। यह पूर्णतः कोदा अन्न में साठ से ऊपर जड़ी-बूटियों का मिश्रण है। वैदिक काल के परवर्ती साहित्य में कई स्थानों पर सोम को एक बूटी का रस न हो कर अनेक बूटियों का रस कहा गया है। अनेक स्थानों पर सोम को निकालने का तरीका दिया गया है और यह स्पष्ट होता है कि जड़ी-बूटियों को पाषाण पर रख कर कूटा जाता था। सिल बट्टे में पीस कर उन का रस निकाला जाता था और फिर छान कर काष्ठ या धातु के पात्र में रखा जाता था। यह प्रक्रिया ऊपर कथित ढेली की जड़ी-बूटियों के रस से मेल खाती है। सूर बनाने के लिए कोदा अन्न को पीस कर आटा तैयार किया जाता है। आटे को गूंध कर बिना रोटी पकाए धातु के बड़े बर्तन में रखा जाता है। इसे चेहुर कहते हैं। जब चेहुर आठ-दस दिन का हो जाए तो उस की बड़ी-बड़ी रोटियां बनाई जाती है। रोटियों को छोटे टुकड़ों में तोड़ कर मिट्टी के घड़ों में डाला जाता है, साथ में पर्याप्त मात्रा में पानी डाला जाता है। दो दिन के बाद इन घड़ों में रोटी की मात्रा के अनुसार ढेली कूट कर तथा छान कर डाल दी जाती है। सोलह-बीस किलो आटे के लिए लगभग एक किलो ढेली पर्याप्त होती है। घड़े को मिट्रो आदि से मजबूती से बन्द कर दिया जाता है। बारह-पन्द्रह दिन के बाद सूर तैयार हो जाती है। जड़ी-बूटियों के प्रभाव से आटा घने पानी में बदल जाता है। यही सूर है। परन्तु इस में सुरा या सौरा जैसी मादकता नहीं होती। यद्यपि वैदिक साहित्य में सोम और सुरा का बहुत उल्लेख पाता है परन्तु उसी काल में ही ऋषियों ने सुरा को कभी आदर का स्थान नहीं दिया है क्योंकि इस के पीने से मानव को बुराइयों और असत्वृत्तियों को उत्तेजना मिलती थी। सुरापान से पाप की ओर प्रवृत्ति होती थी (ऋग्वेद 7.86.6) । इस के सेवन से बुद्धि, धैर्य, स्मरण शक्ति नष्ट हो जाती है। इसी लिए इसे मांस और जुए के समान बुरा माना गया है।
bakshi ka talab thana shetra mein crime ghatna | बक्शी का तालाब थाना : पहले नाम पूछा, फिर गोली मार दी !:- Newstimes बक्शी का तालाब थाना : पहले नाम पूछा, फिर गोली मार दी ! SUYOGYA RAJ DWIVEDI 12/10/2018 15:15:36 लखनऊ। राजधानी में बदमाशों का आतंक बदस्तूर जारी है। बदमाशों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे धार्मिक लोगों को भी अपना निशाना बनाने से ज़रा भी नहीं चूक रहे हैं। ताज़ा मामला बीकेटी थाना क्षेत्र का है जहां बाइक सवार 2 अज्ञात बदमाशों ने अलीगंज न्यू हनुमान मंदिर के पूर्व सदस्य अजय शंकर शुक्ला के बीच रोड पर गोली मारी और मौके से फरार हो गए। वही स्थानीय लोगों ने गंभीर रूप से घायल अजय को केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया जहां उनका इलाज चल रहा है। घायल अजय ने हमले का आरोप अलीगंज स्थित हनुमान मंदिर के ट्रस्टी पर लगाया है। वही सूचना पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना करने के साथ ही अन्य बिंदुओं पर जांच कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। वही इस पूरे मामले में एसपी ग्रामीण डॉ. गौरव ग्रोवर का कहना है कि अलीगंज स्तिथ न्यू हनुमान मंदिर से जुड़े अजय शंकर शुक्ला ने बताया कि जब वह बीकेटी थाना क्ष्रेत्र के चंद्रिका देवी मंदिर के पास से जा रहे थे तब 2 बाइक सवार लोग उनका पीछा कर रहे थे। पीछा करते हुए जब बाइक सवार आगे आये, तब उन लोगो ने अजय से उनका नाम पूछा है। उसके बाद उन्होंने उन पर फायर किया। स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना 100 नंबर पर दी थी। साथ ही अजय को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया था जिसके बाद उनको ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया गया। हमले की वजह अभी साफ नहीं हो पाई है। फिलहाल उन्होंने लूट के इरादे से किये गए हमले से साफ इंकार किया है। उन्होंने कहा कि जांच करने के बाद आगे की कार्रवाई की जा रही है। Previous Newsनिर्वाचन आयोग का फरमान,दागियों को अपने अपराधों का करना होगा प्रचार Next Newsविधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों की नामावलियों में महिला/दिव्यांग मतदाताओं के पंजीकरण के लिए निर्देश जारी
कप्तान विराट कोहली बनने वाले है पिता, नए साल में घर में गूंजेगी बच्चे की किलकारी! Home Hindi कप्तान विराट कोहली बनने वाले है पिता, नए साल में घर में... दोस्तों टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली के घर जल्द ही बच्चे की किलकारी गूंजने वाली है वे पिता बनने वाले हैं। जिसकी पुष्टि उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी पत्नी अनुष्का शर्मा के साथ फोटो शेयर कर की है। विराट ने पत्नी अनुष्का शर्मा के साथ फोटो शेयर करते हुए लिखा, 'और फिर, हम तीन हो गए! जनवरी 2021 में आ रहा है।' विराट ने जो तस्वीर शेयर की है, उसमें अनुष्का शर्मा का बेबी-बंप नजर आ रहा है। अनुष्का शर्मा और विराट कोहली पहली बार एक शैम्पू के विज्ञापन की शूटिंग के दौरान मिले थे। विराट और अनुष्का की जोड़ी सबसे चर्चित और पसंदीदा जोड़ियों में से एक हैं। दोनों 11 दिसंबर 2017 को इटली में शादी के बंधन में बंधे थे। शादी के बाद दोनों सोशल मीडिया पर छाए रहते हैं और अक्सर एक दूसरे के साथ फोटो शेयर करते रहते हैं। विराट कोहली इस समय इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में हिस्सा लेने के लिए यूएई में हैं। वहीं, अनुष्का इस समय मुंबई में हैं। कोहली की कप्तानी में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर अपने पहले खिताब की तलाश में 19 सितंबर से शुरू होने वाले आईपीएल में उतरेगी। लॉकडाउन में विराट-अनुष्का साथ ही थे, इस दौरान उन्होंने सोशल मीडिया पर कई तस्वीरे भी पोस्ट की थीं। अब जब खेल दोबारा पटरी पर लौट रहा है तो आईपीएल के लिए विराट अकेले ही यूएई गए हैं। बता दे की अनुष्का शर्मा ने भी विराट की तरह ट्वीट कर फैंस से गुड-न्यूज शेयर की है। इसके बाद विराट और अनुष्का शर्मा को खूब बधाईयां मिल रही हैं। विराट और अनुष्का ने दिसंबर 2017 में शादी रचाई थी। पिछले कुछ समय से अनुष्का के प्रेग्नेंट होने की खबरें सोशल मीडिया में चल रही थीं। कुछ समय पहले उन्हें मुंबई में एक क्लिनिक के बाहर देखा गया था।
उच्च ऊर्जा अवस्था में इलेक्ट्रॉनों को उत्तेजित करने के 2 तरीके | विज्ञान | hi.aclevante.com इलेक्ट्रॉन एक परमाणु के नकारात्मक आवेशित कण होते हैं। वे नाभिक के चारों ओर घूमते हैं, जिसमें प्रोटॉन और न्यूट्रॉन होते हैं, जिन्हें विभिन्न दूरी पर गोले कहा जाता है। प्रत्येक तत्व में इलेक्ट्रॉनों और गोले की एक निश्चित संख्या होती है। कुछ परिस्थितियों में, एक इलेक्ट्रॉन एक शेल से दूसरे में जा सकता है, या यहां तक ​​कि तत्व से बाहर निकाला जा सकता है। एक इलेक्ट्रॉन को उत्तेजित करने के दो तरीके हैं जो इसे एक ऊपरी खोल और एक उच्च ऊर्जा अवस्था में ले जाने के लिए पर्याप्त हैं। फोटॉन अवशोषण एक तत्व का इलेक्ट्रॉन अधिक ऊर्जा की स्थिति में प्रवेश करने के लिए प्रकाश के एक फोटॉन को अवशोषित कर सकता है। हालाँकि, प्रत्येक परमाणु के लिए फोटॉन का एक विशिष्ट तरंग दैर्ध्य होना चाहिए। जब एक स्पेक्ट्रोस्कोप में रखा जाता है, तो प्रत्येक परमाणु रंगों के विभिन्न संयोजनों का उत्पादन करता है। तत्व केवल कुछ तरंग दैर्ध्य के प्रकाश को स्वीकार करते हैं और उत्सर्जित करते हैं। यदि प्रश्न में तत्व के लिए तरंग दैर्ध्य में अतिरिक्त या क्षयकारी ऊर्जा है, तो इसे स्वीकार नहीं किया जाएगा। एक बार जब इलेक्ट्रॉन उत्तेजित अवस्था में होता है, तो निम्न ऊर्जा की स्थिति में लौटने के लिए यह ऊर्जा छोड़ने के लिए एक ही रंग की आवृत्ति के साथ एक फोटॉन का उत्सर्जन करता है। जब तत्व टकराते हैं, तो इलेक्ट्रॉनों को कम ऊर्जा वाले राज्यों से उच्च ऊर्जा वाले राज्यों में ले जाया जा सकता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि दो टकराने वाले परमाणुओं के बीच गतिज ऊर्जा का एक हिस्सा इलेक्ट्रॉन में स्थानांतरित हो जाता है। कुछ बहुत तेज टक्करों में, एक इलेक्ट्रॉन को उसके मूल परमाणु से हटाया जा सकता है। इसे आयनीकरण टकराव के रूप में जाना जाता है। इलेक्ट्रॉन को अन्य परमाणुओं द्वारा पुन: अवशोषित किया जा सकता है। आयनिक बंधन, जो तब बनता है जब इलेक्ट्रॉनों को एक तत्व से दूसरे में स्थानांतरित किया जाता है, बस वर्णित तरीके से होता है। टकराव चर सभी टकराव इलेक्ट्रॉनों के उत्तेजना के परिणामस्वरूप नहीं होंगे। गतिज ऊर्जा, या गति ऊर्जा, इलेक्ट्रॉन को उत्तेजित करने के लिए एक निश्चित सीमा को पार करने में सक्षम होना चाहिए। परमाणुओं को उत्तेजित करने के लिए अधिक ऊर्जा और अधिक टक्करों की आपूर्ति करने का एक तरीका तापमान बढ़ाकर है। कम तापमान पर, तत्व धीरे-धीरे आगे बढ़ते हैं और इलेक्ट्रॉनों को उत्तेजित करने या रासायनिक प्रतिक्रियाओं को उत्पन्न करने के लिए पर्याप्त ऊर्जा नहीं होती है। उच्च तापमान परमाणु को अधिक ऊर्जा प्रदान करता है और गतिज ऊर्जा और परिणामस्वरूप टकराव को बढ़ाता है। एक उत्तेजित अवस्था में इलेक्ट्रॉनों से दो महत्वपूर्ण तथ्य निर्धारित होते हैं। एक यह है कि सामग्री की रासायनिक संरचना प्रकाश स्पेक्ट्रा की जांच करके निर्धारित की जा सकती है जो तत्व एक प्रिज्म से गुजरते हैं। दूसरा यह है कि इन प्रकाश स्पेक्ट्रा का उपयोग करके, रसायनज्ञ प्रत्येक तत्व द्वारा उत्पादित तरंग दैर्ध्य की जांच करके परमाणु के गोले के स्तरों और उप-स्तरों को निर्धारित करने में सक्षम होते हैं।
महिला मरीज की मौत के बाद परिजनों का अस्पताल में हंगामा, कोरोना की दूसरी डोज लेने के बाद बिगड़ी थी तबीयत HOME/ STATE/ BIHAR AURANGABAD/FAMILY UPROAR AFTER WOMAN DEATH IN AURANGABAD SADAR HOSPITAL Published on: Nov 20, 2021, 8:07 PM IST औरंगाबाद सदर अस्पताल (Aurangabad Sadar Hospital) में एक महिला की मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया. मौके पर पहुंची पुलिस को भी उन्होंने नहीं बख्शा. डॉक्टर के साथ हुई मारपीट और दुर्व्यवहार से अन्य स्वस्थकर्मी भी भयभीत हो गए. पढ़ें पूरी खबर... औरंगाबादः सदर प्रखंड की भदुआ निवासी एक महिला की मौत (woman death) सदर अस्पताल (Aurangabad Sadar Hospital) में हो गई. उसके बाद सदर अस्पताल परिसर में अफरा तफरी का माहौल हो गया. मौत की खबर सुनते ही अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ परिजनों का गुस्सा फुट पड़ा. परिजनों ने उपाधीक्षक डॉ विकास कुमार (Dr. Vikas Kumar), ओपीडी में इलाज कर डॉ अमृत कुमार सहित अन्य कर्मचारी के साथ मारपीट करते हुए तोड़फोड़ शुरू कर दी. ये भी पढ़ें- बिहार में कानून-व्यवस्था नाम की चीज नहीं, मंत्री के घर के सामने बिक रही शराब- तेज प्रताप मृतक महिला भदुआ निवासी जीतेन्द्र कुमार सिंह की पत्नी रिंकू देवी बताई जाती है. हंगामा कर रहे परिजनों का कहना था कि कोरोना के दूसरे डोज लेने के बाद महिला की तबीयत अचानक बिगड़ गई. जिसके बाद अस्पताल में इलाज के लिए आये. जहां पर सही तरीके से इलाज नहीं किया गया. यही कारण है कि उसकी मौत हो गई. इधर डॉक्टर का कहना हैं कि महिला की मौत हार्ट अटैक से हुई है. हंगामा की सूचना पर नगर थाना की पुलिस पहुंची और परिजनों से बात करने की कोशिश की. पुलिस को भी आक्रोशित परिजनों ने खदेड़ दिया. इसके बाद एसडीपीओ गौतम शरण ओमी काफी संख्या में दलबल के साथ अस्पताल पहुंच और मामले को शांत कराया. ये भी पढ़ें- बोले बीजेपी नेता- क्या किसानों की जमीन हड़पने वाली कांग्रेस मनाएगी विजयोत्सव, जनता सब जानती है इधर डॉक्टर के साथ मारपीट और दुर्व्यवहार होते देख अन्य स्वस्थकर्मी भी भयभीत हो गए. जेनरल ओपीडी, एक्सरे , रेडक्रॉस के आलावा अन्य कार्य बंद कर दिया. इधर महिला की मौत के बाद महिला के परिजन अस्पताल परिसर में ही दहाड़ मारकर रोने बिलखने लगे. जिन्हें पुलिस ने काफी समझाया और मामले की उचित जांच का आश्वासन दिया.
महाविस्फोट का सिद्धांत (The Big Bang Theory) – विज्ञान विश्व अनसुलझे रहस्य, ब्रह्माण्ड किसी बादलों और चांद रहित रात में यदि आसमान को देखा जाये तब हम पायेंगे कि आसमान में सबसे ज्यादा चमकीले पिंड शुक्र, मंगल, गुरु, और शनि जैसे ग्रह हैं। इसके अलावा आसमान में असंख्य तारे भी दिखाई देते है जो कि हमारे सूर्य जैसे ही है लेकिन हम से काफी दूर हैं। हमारे सबसे नजदीक का सितारा प्राक्सीमा सेंटारी हम से चार प्रकाश वर्ष (10) दूर है। हमारी आँखों से दिखाई देने वाले अधिकतर तारे कुछ सौ प्रकाश वर्ष की दूरी पर हैं। तुलना के लिये बता दें कि सूर्य हम से केवल आठ प्रकाश मिनट और चांद 14 प्रकाश सेकंड की दूरी पर है। हमे दिखाई देने वाले अधिकतर तारे एक लंबे पट्टे के रूप में दिखाई देते है, जिसे हम आकाशगंगा कहते है। जो कि वास्तविकता में चित्र में दिखाये अनुसार पेचदार (Spiral) है। इस से पता चलता है कि ब्रह्मांड कितना विराट है ! यह ब्रह्मांड अस्तित्व में कैसे आया ? महा विस्फोट के बाद ब्रह्मांड का विस्तार महा विस्फोट का सिद्धांत ब्रह्मांड की उत्पत्ति के संदर्भ में सबसे ज्यादा मान्य है। यह सिद्धांत व्याख्या करता है कि कैसे आज से लगभग 13.7 खरब वर्ष पूर्व एक अत्यंत गर्म और घनी अवस्था से ब्रह्मांड का जन्म हुआ। इसके अनुसार ब्रह्मांड की उत्पत्ति एक बिन्दु से हुयी थी। हब्बल के द्वारा किया गया निरीक्षण और ब्रह्मांडीय सिद्धांत(२)(Cosmological Principle)महा विस्फोट के सिद्धांत का मूल है। 1919 में ह्ब्बल ने लाल विचलन(1) (Red Shift) के सिद्धांत के आधार पर पाया था कि ब्रह्मांड फैल रहा है, ब्रह्मांड की आकाशगंगाये तेजी से एक दूसरे से दूर जा रही है। इस सिद्धांत के अनुसार भूतकाल में आकाशगंगाये एक दूसरे के और पास रही होंगी और, ज्यादा भूतकाल मे जाने पर यह एक दूसरे के अत्यधिक पास रही होंगी। इन निरीक्षण से यह निष्कर्ष निकलता है कि ब्रम्हांड ने एक ऐसी स्थिती से जन्म लिया है जिसमे ब्रह्मांड का सारा पदार्थ और ऊर्जा अत्यंत गर्म तापमान और घनत्व पर एक ही स्थान पर था। इस स्थिती को गुरुत्विय 'सिन्गुलरीटी ' (Gravitational Singularity) कहते है। महा-विस्फोट यह शब्द उस समय की ओर संकेत करता है जब निरीक्षित ब्रह्मांड का विस्तार प्रारंभ हुआ था। यह समय गणना करने पर आज से 13.7 खरब वर्ष पूर्व(1.37 x 10 10) पाया गया है। इस सिद्धांत की सहायता से जार्ज गैमो ने 1948 में ब्रह्मांडीय सूक्ष्म तरंग विकिरण(cosmic microwave background radiation-CMB)(3) की भविष्यवाणी की थी ,जिसे 1960 में खोज लीया गया था। इस खोज ने महा-विस्फोट के सिद्धांत को एक ठोस आधार प्रदान किया। महा-विस्फोट का सिद्धांत अनुमान और निरीक्षण के आधार पर रचा गया है। खगोल शास्त्रियों का निरीक्षण था कि अधिकतर निहारिकायें(nebulae)(4) पृथ्वी से दूर जा रही है। उन्हें इसके खगोल शास्त्र पर प्रभाव और इसके कारण के बारे में ज्ञात नहीं था। उन्हें यह भी ज्ञात नहीं था की ये निहारिकायें हमारी अपनी आकाशगंगा के बाहर है। यह क्यों हो रहा है, कैसे हो रहा है एक रहस्य था। 1927 मे जार्जस लेमिट्र ने आईन्साटाइन के सापेक्षता के सिद्धांत(Theory of General Relativity) से आगे जाते हुये फ़्रीडमैन-लेमिट्र-राबर्टसन-वाकर समीकरण (Friedmann-Lemaître-Robertson-Walker equations) बनाये। लेमिट्र के अनुसार ब्रह्मांड की उत्पत्ति एक प्राथमिक परमाणु से हुयी है, इसी प्रतिपादन को आज हम महा-विस्फोट का सिद्धांत कहते हैं। लेकिन उस समय इस विचार को किसी ने गंभीरता से नहीं लिया। इसके पहले 1925मे हब्बल ने पाया था कि ब्रह्मांड में हमारी आकाशगंगा अकेली नहीं है, ऐसी अनेकों आकाशगंगाये है। जिनके बीच में विशालकाय अंतराल है। इसे प्रमाणित करने के लिये उसे इन आकाशगंगाओं के पृथ्वी से दूरी गणना करनी थी। लेकिन ये आकाशगंगाये हमें दिखायी देने वाले तारों की तुलना में काफी दूर थी। इस दूरी की गणना के लिये हब्बल ने अप्रत्यक्ष तरीका प्रयोग में लाया। किसी भी तारे की चमक(brightness) दो कारकों पर निर्भर करती है, वह कितना दीप्ति(luminosity) का प्रकाश उत्सर्जित करता है और कितनी दूरी पर स्थित है। हम पास के तारों की चमक और दूरी की ज्ञात हो तब उनकी दीप्ति की गणना की जा सकती है| उसी तरह तारे की दीप्ति ज्ञात होने पर उसकी चमक का निरीक्षण से प्राप्त मान का प्रयोग कर दूरी ज्ञात की जा सकती है। इस तरह से हब्ब्ल ने नौ विभिन्न आकाशगंगाओं की दूरी का गणना की ।(11) 1929 मे हब्बल जब इन्ही आकाशगंगाओं का निरीक्षण कर दूरी की गणना कर रहा था। वह हर तारे से उत्सर्जित प्रकाश का वर्णक्रम और दूरी का एक सूचीपत्र बना रहा था। उस समय तक यह माना जाता था कि ब्रह्मांड मे आकाशगंगाये बिना किसी विशिष्ट क्रम के ऐसे ही अनियमित रूप से विचरण कर रही है। उसका अनुमान था कि इस सूची पत्र में उसे समान मात्रा में लाल विचलन(1) और बैगनी विचलन मिलेगा। लेकिन नतीजे अप्रत्याशित थे। उसे लगभग सभी आकाशगंगाओ से लाल विचलन ही मिला। इसका अर्थ यह था कि सभी आकाशगंगाये हम से दूर जा रही है। सबसे ज्यादा आश्चर्य जनक खोज यह थी कि यह लाल विचलन अनियमित नहीं था ,यह विचलन उस आकाशगंगा की गति के समानुपाती था। इसका अर्थ यह था कि ब्रह्मांड स्थिर नहीं है, आकाशगंगाओं के बिच की दूरी बढ़ते जा रही है। इस प्रयोग ने लेमिट्र के सिद्धांत को निरीक्षण से प्रायोगिक आधार दिया था। यह निरीक्षण आज हब्बल के नियम के रूप मे जाना जाता है। हब्बल का नियम और ब्रह्मांडीय सिद्धांत(2)ने यह बताया कि ब्रह्मांड का विस्तार हो रहा है। यह सिद्धांत आईन्स्टाईन के अनंत और स्थैतिक ब्रह्मांड के विपरीत था। इस सिद्धांत ने दो विरोधाभाषी संभावनाओ को हवा दी थी। पहली संभावना थी, लेमिट्र का महा-विस्फोट सिद्धांत जिसे जार्ज गैमो ने समर्थन और विस्तार दिया था। दूसरी संभावना थी, फ़्रेड होयेल का स्थायी स्थिती माडल (Fred Hoyle's steady state model), जिसमे दूर होती आकाशगंगाओं के बिच में हमेशा नये पदार्थों की उत्पत्ति का प्रतिपादन था। दूसरे शब्दों में आकाशगंगाये एक दूसरे से दूर जाने पर जो खाली स्थान बनता है वहां पर नये पदार्थ का निर्माण होता है। इस संभावना के अनुसार मोटे तौर पर ब्रह्मांड हर समय एक जैसा ही रहा है और रहेगा। होयेल ही वह व्यक्ति थे जिन्होने लेमिट्र का महाविस्फोट सिद्धांत का मजाक उड़ाते हुये "बिग बैंग आईडीया" का नाम दिया था। काफी समय तक इन दोनो माड्लो के बिच मे वैज्ञानिक विभाजित रहे। लेकिन धीरे धीरे वैज्ञानिक प्रयोगो और निरिक्षणो से महाविस्फोट के सिद्धांत को समर्थन बढता गया। 1965 के बाद ब्रह्मांडीय सुक्षम तरंग विकिरण (Cosmic Microwave Radiation) की खोज के बाद इस सिद्धांत को सबसे ज्यादा मान्य सिद्धांत का दर्जा मिल गया। आज की स्थिती मे खगोल विज्ञान का हर नियम इसी सिद्धांत पर आधारित है और इसी सिद्धांत का विस्तार है। महा-विस्फोट के बाद शुरुवाती ब्रह्मांड समांगी और सावर्तिक रूप से अत्यधिक घनत्व का और ऊर्जा से भरा हुआ था. उस समय दबाव और तापमान भी अत्यधिक था। यह धीर धीरे फैलता गया और ठंडा होता गया, यह प्रक्रिया कुछ वैसी थी जैसे भाप का धीरे धीरे ठंडा हो कर बर्फ मे बदलना, अंतर इतना ही है कि यह प्रक्रिया मूलभूत कणों(इलेक्ट्रान, प्रोटान, फोटान इत्यादि) से संबंधित है। प्लैंक काल(5) के 10 -35 सेकंड के बाद एक संक्रमण के द्वारा ब्रह्मांड की काफी तिव्र गति से वृद्धी(exponential growth) हुयी। इस काल को अंतरिक्षीय स्फीति(cosmic inflation) काल कहा जाता है। इस स्फीति के समाप्त होने के पश्चात, ब्रह्मांड का पदार्थ एक क्वार्क-ग्लूवान प्लाज्मा की अवस्था में था, जिसमे सारे कण गति करते रहते हैं। जैसे जैसे ब्रह्मांड का आकार बढ़ने लगा, तापमान कम होने लगा। एक निश्चित तापमान पर जिसे हम बायरोजिनेसीस संक्रमण कहते है, ग्लुकान और क्वार्क ने मिलकर बायरान (प्रोटान और न्युट्रान) बनाये। इस संक्रमण के दौरान किसी अज्ञात कारण से कण और प्रति कण(पदार्थ और प्रति पदार्थ) की संख्या मे अंतर आ गया। तापमान के और कम होने पर भौतिकी के नियम और मूलभूत कण आज के रूप में अस्तित्व में आये। बाद में प्रोटान और न्युट्रान ने मिलकर ड्युटेरीयम और हिलीयम के केंद्रक बनाये, इस प्रक्रिया को महाविस्फोट आणविक संश्लेषण(Big Bang nucleosynthesis.) कहते है। जैसे जैसे ब्रह्मांड ठंडा होता गया, पदार्थ की गति कम होती गयी, और पदार्थ की उर्जा गुरुत्वाकर्षण में तबदील होकर विकिरण की ऊर्जा से अधिक हो गयी। इसके 300,000 वर्ष पश्चात इलेक्ट्रान और केण्द्रक ने मिलकर परमाणु (अधिकतर हायड्रोजन) बनाये; इस प्रक्रिया में विकिरण पदार्थ से अलग हो गया । यह विकिरण ब्रह्मांड में अभी तक ब्रह्मांडीय सूक्ष्म तरंग विकिरण (cosmic microwave radiation)के रूप में बिखरा पड़ा है। कालांतर में थोड़े अधिक घनत्व वाले क्षेत्र गुरुत्वाकर्षण के द्वारा और ज्यादा घनत्व वाले क्षेत्र मे बदल गये। महा-विस्फोट से पदार्थ एक दूसरे से दूर जा रहा था वही गुरुत्वाकर्षण इन्हें पास खिंच रहा था। जहां पर पदार्थ का घनत्व ज्यादा था वहां पर गुरुत्वाकर्षण बल ब्रह्मांड के प्रसार के लिये कारणीभूत बल से ज्यादा हो गया। गुरुत्वाकर्षण बल की अधिकता से पदार्थ एक जगह इकठ्ठा होकर विभिन्न खगोलीय पिंडों का निर्माण करने लगा। इस तरह गैसो के बादल, तारों, आकाशगंगाओं और अन्य खगोलीय पिंडों का जन्म हुआ ,जिन्हें आज हम देख सकते है। आकाशीय पिंडों के जन्म की इस प्रक्रिया की और विस्तृत जानकारी पदार्थ की मात्रा और प्रकार पर निर्भर करती है। पदार्थ के तीन संभव प्रकार है शीतल श्याम पदार्थ (cold dark matter)(6), तप्त श्याम पदार्थ(hot dark matter) तथा बायरोनिक पदार्थ। खगोलीय गणना के अनुसार शीतल श्याम पदार्थ की मात्रा सबसे ज्यादा(लगभग 80%) है। मानव द्वारा निरीक्षित लगभग सभी आकाशीय पिंड बायरोनिक पदार्थ(8)से बने है। श्याम पदार्थ की तरह आज का ब्रह्मांड एक रहस्यमय प्रकार की ऊर्जा ,श्याम ऊर्जा (dark energy)(६) के वर्चस्व में है। लगभग ब्रह्मांड की कुल ऊर्जा का 70% भाग इसी ऊर्जा का है। यही ऊर्जा ब्रह्मांड के विस्तार की गति को एक सरल रैखिक गति-अंतर समीकरण से विचलित कर रही है, यह गति अपेक्षित गति से कहीं ज्यादा है। श्याम ऊर्जा अपने सरल रूप में आईन्स्टाईन के समीकरणों में एक ब्रह्मांडीय स्थिरांक (cosmological constant) है । लेकिन इसके बारे में हम जितना जानते है उससे कहीं ज्यादा नहीं जानते है। दूसरे शब्दों में भौतिकी में मानव को जितने बल(9) ज्ञात है वे सारे बल और भौतिकी के नियम ब्रह्मांड के विस्तार की गति की व्याख्या नहीं कर पा रहे है। इसे व्याख्या करने क एक काल्पनिक बल का सहारा लिया गया है जिसे श्याम ऊर्जा कहा जाता है। यह सभी निरीक्षण लैम्डा सी डी एम माडेल के अंतर्गत आते है, जो महा विस्फोट के सिद्धांत की गणीतिय रूप से छह पैमानों पर व्याख्या करता है। रहस्य उस समय गहरा जाता है जब हम शुरू वात की अवस्था की ओर देखते है, इस समय पदार्थ के कण अत्यधिक ऊर्जा के साथ थे, इस अवस्था को किसी भी प्रयोगशाला में प्राप्त नहीं किया जा सकता है। ब्रह्मांड के पहले 10 -33 सेकंड की व्याख्या करने के लिये हमारे पास कोई भी गणितिय या भौतिकिय माडेल नहीं है, जिस अवस्था का अनुमान ब्रहृत एकीकृत सिद्धांत(Grand Unification Theory)(7)करता है। पहली नजर से आईन्स्टाईन का गुरुत्वाकर्षण का सिद्धांत एकगुरुत्विय बिन्दु (gravitational singularity) का अनुमान करता है जिसका घनत्व अपरिमित (infinite) है।. इस रहस्य को सुलझाने के लिये क्वांटम गुरुत्व के सिद्धांत की आवश्यकता है। इस काल (ब्रह्मांड के पहले 10 -33 सेकंड) को समझ पाना विश्व के सबसे महान अनसुलझे भौतिकिय रहस्यों में से एक है। मुझे लग रहा है इस लेख ने महा विस्फोट के सिद्धांत की गुत्थी को कुछ और उलझा दिया है, इस गुत्थी को हम धीरे धीरे आगे के लेखों में विस्तार से चर्चा कर सुलझाने का प्रयास करेंगे। अगला लेख श्याम पदार्थ (Dark Matter) और श्याम उर्जा(dark energy) पर होगा। (1) लाल विचलन (Red Shift) के बारे मे यहां देखे. (2)ब्रह्मांडीय सिद्धांत (Cosmological Principle) : यह एक सिद्धांत नहीं एक मान्यता है। इसके अनुसार ब्रह्मांड समांगी(homogeneous) और सावर्तिक(isotrpic) है| एक बड़े पैमाने पर किसी भी जगह से निरीक्षण करने पर ब्रह्मांड हर दिशा में एक ही जैसा प्रतीत होता है। (3)ब्रह्मांडीय सूक्ष्म तरंग विकिरण(cosmic microwave background radiation-CMB): यह ब्रह्मांड के उत्पत्ति के समय से लेकर आज तक सम्पूर्ण ब्रह्मांड मे फैला हुआ है। इस विकिरण को आज भी महसूस किया जा सकता है। (4)निहारिका (Nebula) : ब्रह्मांड में स्थित धूल और गैस के बादल। (5) प्लैंक काल: मैक्स प्लैंक के नाम पर , ब्रह्मांड के इतिहास मे 0 से लेकर 10-43 (एक प्लैंक इकाई समय), जब सभी चारों मूलभूत बल(गुरुत्व बल, विद्युत चुंबकीय बल, कमजोर आणविक आकर्षण बल और मजबूत आणविक आकर्षण बल) एक संयुक्त थे और मूलभूत कणों का अस्तित्व नहीं था। (6) श्याम पदार्थ (Dark Matter) और श्याम ऊर्जा(dark energy) इस पर पूरा एक लेख लिखना है। (7)ब्रहृत एकीकृत सिद्धांत(Grand Unification Theory) : यह सिद्धांत अभी अपूर्ण है, इस सिद्धांत से अपेक्षा है कि यह सभी रहस्य को सुलझा कर ब्रह्मांड उत्पत्ति और उसके नियमों की एक सर्वमान्य गणितिय और भौतिकिय व्याख्या देगा। (8) बायरान : प्रोटान और न्युट्रान को बायरान भी कहा जाता है। विस्तृत जानकारी पदार्थ के मूलभूत कण लेख में। (9) भौतिकी के मूलभूत बल :गुरुत्व बल, विद्युत चुंबकीय बल, कमजोर आणविक आकर्षण बल और मजबूत आणविक आकर्षण बल (10) : एक प्रकाश वर्ष : प्रकाश द्वारा एक वर्ष में तय की गयी दूरी। लगभग 9,500,000,000,000 किलो मीटर। अंतरिक्ष में दूरी मापने के लिये इस इकाई का प्रयोग किया जाता है। (11)आज हम जानते है कि अत्याधुनिक दूरबीन से खरबों आकाशगंगाये देखी जा सकती है, जिसमे से हमारी आकाशगंगा एक है और एक आकाशगंगा में भी खरबों तारे होते है। हमारी आकाशगंगा एक पेचदार आकाशगंगा है जिसकी चौड़ाई लगभग हजार प्रकाश वर्ष है और यह धीमे धीमे घूम रही है। इसकी पेचदार बाँहों के तारे 1,000,000 वर्ष में केन्द्र की एक परिक्रमा करते है। हमारा सूर्य एक साधारण औसत आकार का पिला तारा है, जो कि एक पेचदार भुजा के अंदर के किनारे पर स्थित है। अगस्त 29, 2006 जनवरी 4, 2019 महाविस्फोट का सिद्धांत, The Big Bang Theory 109 विचार "महाविस्फोट का सिद्धांत (The Big Bang Theory)&rdquo पर; Priya Halvawala कहते हैं: जुलाई 28, 2020 को 8:46 अपराह्न First of all thank you very much for this great blog. मेरे लिए तो प्यासे को पूरी नदी मिल गई।मेरा प्रश्न ये है कि ब्रह्मांड में अंतराल बढ़ रहा है तो क्या ये अभी भी बिग बैंग का ही असर हो सकता है? उसमे से निकली ऊर्जा ही सबको दूर धकेलती है? सितम्बर 18, 2017 को 10:36 अपराह्न Is brmand me bhut si akasgangye hai lekin waha ke log hum jaise hi hai to wo v hamare jaisa hi pryas krte honge planets ko janne ke liya ajaykumar कहते हैं: जनवरी 17, 2017 को 6:36 अपराह्न abhishek suryvanshi कहते हैं: नवम्बर 13, 2016 को 2:06 अपराह्न sir aap in sabka javab kaise dete hai aur ye aapki kalpna se h kya mere ko ye batlai ki aap etni jankari kai book ke aaddhayan se h mujhe bhi aap jaise knowledge ko janna chahta hu mai bhi es space ko janna chahta hu नवम्बर 13, 2016 को 3:21 अपराह्न इंटरनेट पर सब कुछ है, लेकिन अंग्रेजी में है। मैं अधिकतर अध्यायन इन्टरनेट पर ही करताहूँ। Sngoswami कहते हैं: अक्टूबर 12, 2016 को 10:11 अपराह्न मेरा भी मानना है कि अन्तर ज्योति से ब्राह्मण की उत्पत्ति हुई है क्योंकि ध्यान की गहराई में जाने पर सबसे पहले अन्तर ज्योति ही प्रकट होती है फिर सारे तत्व प्रकट होते है आपके लेख पढ़ने के बाद ध्यान के गहराई की पुष्टि हो गई आपकाल लेख्सग्रह मुझे बहुत अच्छा लगा अक्टूबर 9, 2016 को 8:36 पूर्वाह्न sir ..taaare humse 100 light years door hai ..kya koi insan vaha par gaya hai?? अक्टूबर 9, 2016 को 9:04 पूर्वाह्न विशाल, तारे हम से 4 प्रकाश वर्ष और उससे अधिक दूरी पर है। सूर्य एक तारा है, वह हमसे सबसे निकट का तारा है 8 प्रकाश मिनट की दूरी पर, प्रॉक्सीमा सेन्टारी 4 प्रकाश वर्ष, बाकी तारे उससे आगे। मॉनव अभी 14 प्रकाश सेकण्ड याने चाँद से आगे नहीं गया है। अक्टूबर 9, 2016 को 9:05 पूर्वाह्न मॉनव अभी 14 प्रकाश सेकण्ड याने चाँद गौरव शुक्ला कहते हैं: मार्च 24, 2019 को 11:25 अपराह्न सर space तो big bang के वजह से हुआ par वो क्या चीज थी जिसके वजह से big bang हुआ??? अप्रैल 4, 2019 को 8:00 अपराह्न इसका उत्तर वर्तमान मे हमारे पास नही है Arjun Singh कहते हैं: अगस्त 13, 2017 को 11:34 अपराह्न No…. nahi ja sakate सितम्बर 22, 2016 को 3:35 पूर्वाह्न Sir today I saw your blog it's very interesting in Hindi. I had question about antimatter it is the purpose to produce energy or anything in universe. Is that true. It begins and ends with own power like god they didn't born, or die. it produce ourself in the granths and produce all the things with one shot. Lastly human theories are also said it begins with one bang through source of own energy. Ajay Manhar कहते हैं: अगस्त 22, 2016 को 9:32 पूर्वाह्न अगस्त 4, 2016 को 5:13 पूर्वाह्न सर ब्लैकहोल अंत में सिंगुलैरिटी पे रूकती है तब और अत्यधिक ऊर्जा मिलने पर इसमें विस्फोट होकर नया ब्रह्माण्ड बन सकता है क्या जैसा हमारे ब्रह्माण्ड के साथ हुआ है? अगस्त 5, 2016 को 7:11 पूर्वाह्न ब्लैक होल रहस्यो से भरा है, वर्तमान में हम अधिक नहीं जानते है। लेकिन आपकी बताई संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। Golden Aarya कहते हैं: जून 28, 2016 को 3:49 अपराह्न shivam lal कहते हैं: जून 27, 2016 को 7:24 अपराह्न sir, please describe about black hole जून 28, 2016 को 11:04 पूर्वाह्न शिवम, इस लिंक पर आपको ब्लैक होल संबधित जानकारी मिल जायेगी। vikram rathi cosmologist कहते हैं: जून 18, 2016 को 1:10 पूर्वाह्न Sir humne dekha hai ke jis tarha se technology viksit hui hai aur knowledge bada hai to hamesha es universe ko janne ke eccha insan ke dil aur dimage me rahi hai..hum janna chate hai ke hum kon hai kaha se aaye hai..humara kya maksad hai..kya hum kisi unnat kisam ke aliens ke santaney(son) hai.aur humara man kyu janna chata yeh sab ..kya eske piche bhi koi khash vajha hai ..universe etna big hai ke eski Kalpana kr pana bhi muskil hai fir hum esko janna chate hai ..aisa kyu hai Sir..vaise universe ke utpatti ko lekr kahi theory hai but vo sabhi such nhi hai unme kuch kami hai yaha tak big bang me bhi ..kya aise koi theory hai jo mujhko real me satisfied kre.. मई 30, 2016 को 9:11 अपराह्न Jab brahmand aik point par tha to kya hua ki brahmand phat gya मई 31, 2016 को 10:25 पूर्वाह्न इस प्रश्न का उत्तर अभी मानव के पास नही है। Preetam singh कहते हैं: मई 29, 2016 को 5:47 अपराह्न Sir kya mughe in sab ki book mil sakti hai मई 30, 2016 को 7:46 पूर्वाह्न शीघ्र ही पुस्तक प्रकाशित होगी। shivansh tripathi कहते हैं: मई 29, 2016 को 9:57 पूर्वाह्न Highly thankful to you sir…. मई 4, 2016 को 5:59 पूर्वाह्न Agar ye planet gravitational force ki wjah SE gol h to phir moon jayada gol q h earth SE? मई 9, 2016 को 10:41 पूर्वाह्न 1.चंद्रमा का आंतरिक भाग शीतल हो चुका है लेकिन पृथ्वी का आंतरिक भाग अभी तक उष्ण और तरल रूप मे है। 2. पृथ्वी की घूर्णन गति चंद्रमा से अधिक है, जिससे इसके विषुवत का भाग घूर्णन के कारण फूला हुआ है। Parvesh jakhar कहते हैं: अप्रैल 30, 2016 को 6:43 अपराह्न this article much more help me. ram chaudhary कहते हैं: मार्च 9, 2016 को 11:57 पूर्वाह्न suraj main se prakash kaise utpann hota hia मार्च 9, 2016 को 12:49 अपराह्न नाभिकिय संलयन की प्रक्रिया से। इसमे हायड्रोजन के परमाणु मिलकर हिलियम परमाणु बनाते है और प्रक्रिया मे ऊर्जा मुक्त होती है, जिसका कुछ भाग प्रकाश के रूप मे उत्सर्जित होता है। shaheed कहते हैं: फ़रवरी 8, 2016 को 3:06 अपराह्न sir redceift kya hai फ़रवरी 8, 2016 को 3:26 अपराह्न ये लेख देखें : https://vigyanvishwa.in/2006/08/29/doplarredshift/ फ़रवरी 4, 2016 को 11:06 पूर्वाह्न anjali kashyap कहते हैं: फ़रवरी 1, 2016 को 10:50 पूर्वाह्न andhera hamesha kala kyo hota hai? फ़रवरी 2, 2016 को 4:06 अपराह्न इस लेख मे आपको रंग से संबधित प्रश्नो का उत्तर मिल जायेगा : https://vigyanvishwa.in/2014/08/11/colors/ Vinod dhayal कहते हैं: फ़रवरी 2, 2016 को 6:52 अपराह्न Andhera isliye hota kyuki wha light nhi hoti h……. Kala isliye hota h ki use pahchane ke liye ek sngya de di h…… Example – tree hamesa green hi kyu hota h… akshay tatle कहते हैं: मार्च 21, 2016 को 3:59 अपराह्न andhere ka matlab hai ki equality of all colors or absence of light मार्च 22, 2016 को 6:35 पूर्वाह्न अँधेरा अर्थात प्रकाश की अनुपस्थिति भुजंग भूषण कहते हैं: जनवरी 5, 2016 को 9:27 अपराह्न दो शब्द आपके लिए "जिन्दगी से बस यही गिला है मुझे तु बड़ी देर से मिला है मुझे " आपके लिखे लेख पढ़कर चल रहे खोज की जानकारी हिंदी में मिल जाने से हमारी सोच को एक नई दिशा मिल जाती है। दिसम्बर 16, 2015 को 12:08 अपराह्न me janna chata ho ki barish ke liya pani ki jarorat hoti hai. lakin jab hamari parthvi ka janm howa tab wo bahot garm thi or waha per pani jaisa kuch Bhia nahi to barish kasa hui. place exaplan sir दिसम्बर 16, 2015 को 12:40 अपराह्न यह माना जाता है कि पृथ्वी के ठंडे होने के पश्चात पृथ्वी पर जल धूमकेतुओं द्वारा लाया गया। अब से लगभग चार अरब वर्ष पहले जब सौर मंडल अपनी नवजात अवस्था मे था तब पृथ्वी(तथा अन्य ग्रहों) से कई क्षुद्रग्रह/धुमकेतु टकराते रहते थे। सामान्यतः धूमकेतु बर्फ़ से बने होते है, और पृथ्वी का जल इन्ही धुमकेतुओं द्वारा आया है। सितम्बर 13, 2016 को 11:59 अपराह्न agar prithivi pr pani dhoomketoo se aaya hai to baki sab grah aur upgrah pr bhi pani hona chahiye to phir prithvi ke alava anya upgrah pr pani ke koi thos saboot kyu nahi mil rahe hai सितम्बर 14, 2016 को 3:44 अपराह्न किसी ग्रह पर पानी को रूकने के लिये उचित तापमान और वातावरण भी चाहिये। जैसे शुक्र पर तापमान अत्याधिक है, उसपर जल द्रव अवस्था मे नही रह सकता है। बुध पर जल सौर वायु के फ़लस्वरूप उड़ा दिया जाता है। मंगल पर भी सौर वायु जल को बाष्प के रूप मे उससे निकाल कर ले जाती है लेकिन ध्रुवो पर जल बर्फ़ के रूप मे है। सतह के नीचे जल के रूप मे हो सकता है। बृह्स्पति, शनि, युरेनस नेपच्युन गैस के गोले है , उसपर जल भाप के रूप मे हो सकता है बृहस्पति के चंद्रमा युरोपा मे जल बर्फ़ के रूप मे है, सतह के नीचे द्रव अवस्था मे हो सकता है। प्लूटो पर जल बर्फ़ के रूप मे है। akshaya bhoi कहते हैं: दिसम्बर 5, 2015 को 9:01 पूर्वाह्न Vigyan ka sbhi khoj dharm ki or le ja raha he. Bharat ke granthon me in sab ka jikra alag tarike se kia he. Par chij to ek hi he. नवम्बर 19, 2015 को 4:08 अपराह्न aur agar sun ka gravitation khatm ho jaye to sabhi pind kaha jayenge नवम्बर 19, 2015 को 4:33 अपराह्न सारे ग्रह अंतरिक्ष मे तेज गति से बिखर जायेंगे। ये कुछ ऐसा होगा कि आप एक रस्सी से बंधी किसी गेंद को घुमाते हुये अचानक छोड़ देते है, और गेंद तेज गति से दूर चली जाती है वैसे ही सारे ग्रह अलग अलग दिशाओ मे दूर चले जायेंगे। नवम्बर 19, 2015 को 4:04 अपराह्न maan liya jaye ki earth se gravitation khatm ho jaye to kya hoga नवम्बर 19, 2015 को 4:32 अपराह्न सब कुछ बिखर जायेगा, सारे कण अलग अलग हो जायेगे। Alok Katiyar कहते हैं: जनवरी 22, 2016 को 12:07 अपराह्न Not true in all cases, there are many particles bonded by some other forces (like intermolecular forces/ electrostatic forces), for example the particles bonded by cement is because of intermolecular forces so they have nothing to do with gravitational forces or a piece of metal (in metal particles are bounded by intermolecular forces), Hope you have heard about cold welding technique. Anyway hats off for your efforts to bring this website in Hindi for Hindi medium students _ _ /\_ _ I tried to search about your (Ashish Ji) FB profile but couldn't get. I did B.Tech from IIT Roorkee and started a venture MadGuy labs (www.madguylab.com) with the same vision as of your's (Free education to all), presently we are in 7 Indian languages and having more than 22 Lakh students on board, wanted to talk to you further regarding this, please email me at [email protected] whenever you are free and comfortable. Anticipating a positive response 🙂 जनवरी 22, 2016 को 2:11 अपराह्न आलोक, फ़ेसबुक पर मै https://www.facebook.com/ashshri?ref=bookmarks पर उपलब्ध हुं। SHUBHAM SAHU कहते हैं: अक्टूबर 29, 2015 को 1:22 अपराह्न wow its awesome knowledge…… i am feeling very best…. Vaibhav dubey कहते हैं: अक्टूबर 11, 2015 को 1:44 पूर्वाह्न Very much thank sir jo aapane big bag k baare me jankari diya real me hum kanha hai univers mai humko khud nahi pata thanks sir disha कहते हैं: सितम्बर 30, 2015 को 5:17 अपराह्न Haravendra singh Tejasvy कहते हैं: सितम्बर 18, 2015 को 6:40 अपराह्न sir please reply kare on 16 sept. Haravendra tejasvy. सितम्बर 16, 2015 को 7:32 अपराह्न sir aap sahi kaha rahe ho,laikin He ant ke liye jimmedar hota hai,(sorry,maine mistake se "suruvat" likh diya tha).Aur poora univers un Heliom parmanuo me samata hai jo fusion kriya se lagbhag sabse pahle bane hai.iske bare me aapke kya vichar hai sir? पिंगबैक: महाविस्फोट का सिद्धांत (The Big Bang Theory) | oshriradhekrishnabole सितम्बर 15, 2015 को 6:02 अपराह्न sir mere anusar vaha tatva Heliom hona chahiye. सितम्बर 16, 2015 को 2:16 अपराह्न हरवेंद्र , हिलियम तत्व तो ब्रह्माण्ड के निर्माण के करोड़ो वर्ष के बाद मे बना है। वह ब्रह्माण्ड के निर्माण के लिये जिम्मेदार कैसे हो सकता है। सितम्बर 15, 2015 को 3:42 अपराह्न Univers ki suruvat tatha ant ke liye jimmedar tatva kaun sa hai? सितम्बर 15, 2015 को 5:20 अपराह्न अभी विज्ञान के पास आपके प्रश्न का उत्तर नही है। जुलाई 22, 2015 को 5:26 अपराह्न जुलाई 22, 2015 को 2:10 अपराह्न sir prakash utpann hone ke liye karan hota hai jabki andhera utpann hone ka karan shayad nahi hai mera sawal hai ki jis tarah prakash foton ke roop me utpann hua to kya andhera bhi isi wajah se astitva me aya. yadi ha to kya hum dono ko sath hi astitva me aya maan sakte hai to fir is hisab se kya antriksh me dikhne wala adhiktar kala bhag andhera nahi kuchh or hai. pls….explain sir जुलाई 22, 2015 को 2:34 अपराह्न प्रकाश की अनुपस्थिति को आप अंधेरा कह सकते है। अंतरिक्ष मे दिखायी देना वाला काला भाग प्रकाश की अनुपस्थिति से ही है। जुलाई 22, 2015 को 5:26 पूर्वाह्न sir ek sawal tha ki andhere ki wajah se ujala hota hai ya ujale ki wajah se andhera. yadi dono alag alag hai to fir kaaynat me pahle kya aya andhera ya ujala. sath hi antriksh me dikhne wala adhiktar kala bhag bhi andhera hi hai ya kuch or. जुलाई 22, 2015 को 11:30 पूर्वाह्न प्रकाश ना हो तो अधेरा शब्द का अर्थ नही है. एक के अस्तित्व के लिये दूसरे का अस्तित्व आवश्यक है. teju kumar bediya कहते हैं: जुलाई 10, 2015 को 7:24 पूर्वाह्न Sury ka rosni apna he ki Kayse prapt he? जुलाई 10, 2015 को 11:51 पूर्वाह्न सूर्य पर हायड्रोजन सलयन से हीलीयम बनती है, इस प्रक्रिया मे ऊर्जा , प्रकाश उत्पन्न होता है. जुलाई 9, 2015 को 12:07 अपराह्न Big Bang theory is most topical theory in the world जून 15, 2015 को 12:25 पूर्वाह्न Bohot bohot dhnyawad sir. 🙂 अप्रैल 10, 2015 को 6:42 पूर्वाह्न very very intrested to big bang theory.Habble ne kamal ke theory de,isse hame pata chalta hai ke universe kitna bada hai. udit sharma कहते हैं: फ़रवरी 25, 2015 को 12:58 पूर्वाह्न Big bang theory waki sab theories se best h isiliye ise sabhi man bhi sakte h ye religious theory se best h but abhi ye ek mystery hi h . जनवरी 17, 2015 को 4:40 अपराह्न shubham chamoli कहते हैं: जनवरी 8, 2015 को 6:30 पूर्वाह्न it is mind blowing. and vary good जनवरी 8, 2015 को 6:25 पूर्वाह्न मई 16, 2014 को 10:37 पूर्वाह्न अच्छा लेख! पिंगबैक: गुरुत्विय तरंगो की खोज: महाविस्फोट(Big Bang), ब्रह्मांडीय स्फिति(Cosmic Inflation), साधारण सापेक्षतावाद की पुष्ट� मार्च 13, 2014 को 3:26 अपराह्न Sir y bhut interisting h but sir y brmand ek bindu m kaisa ekta hua aur y bindu kesy bna पिंगबैक: ब्रह्मांड का अंत कैसे होगा ? | विज्ञान विश्व Ajay Pratap Singh कहते हैं: मई 8, 2013 को 9:34 अपराह्न brahmand felne ka matalab brahmand ka vistar ho raha hai kisi khali jagah main yani antral main to iska matalab ye hua ki big bang se pehle antral tha kyuki bina antral ke koi chiz kanha phailegi. jara isko samjhaiye. मई 8, 2013 को 10:53 अपराह्न अंतराल/अंतरिक्ष तथा समय ये दोनो बिग बैन्ग के साथ ही आस्तित्व मे आये. इसके पहले कुछ नही था, केवल रिक्त स्थान(void) ! ध्यान रहे अंतराल और समय बिग बैंग के पहले महत्वहीन है, उसका कोई अर्थ ही नही है. अंतराल और समय बिग बैंग से जन्म लेते है. अंतराल रिक्त नही है, उसमे पदार्थ है, साथ मे समय है. रिक्त स्थान(void) मे कुछ नही होता, अर्थहीन होता है. ब्रह्माण्ड के विस्तार का अर्थ है, अंतराल का विस्तार. इसका अर्थ यह नही है कि तारे, आकाशगंगा एक दूसरे से दूर जा रहे है, इसका अर्थ यह है कि उनके मध्य अंतराल का विस्तार हो रहा है| जब हम गुब्बारे मे हवा भरते है तब उस पर बने बिन्दु दूर जाते लगते है लेकिन वास्तविकता मे गुब्बारे का रबर फैलता है जिससे बिण्दुओं के दूर जाने का आभास उत्पन्न होता है, इसी तरह से ब्रह्माण्ड के विस्तार मे तारे/आकाशगंगा एक दूसरे से दूर जाते प्रतित होते है लेकिन वास्तविकता मे अंतराल फैल रहा होता है. ध्यान रहे कि रिक्त स्थान और अंतराल दो अलग अलग चिज है. Rahul joshi कहते हैं: जून 29, 2013 को 5:46 अपराह्न brahmand kab tak felta rhega or is sab ka aant kese hoga or kb hoga???? Please Read : https://vigyan.wordpress.com/2011/05/16/dark-energy/ फ़रवरी 6, 2015 को 1:51 अपराह्न yadi space vistar ho rha h tu kis mai ho rha h iska Matlab yai h ki space ka vistar bhi kisi mai ho rha to iska Matlab yai h ki space say pehle nhi kuch tha to uska nirmand kaise hua aur ek questions aur h kya space mai 3 say adhik dimension hai yadi nhi h to kyu nhi ho sakte kyuki maths k niyam batate h ki space mai infinite dimension aur space infinite structure ka h mana ki insaan 3 say adhik dimension nhi soch sakta… मई 8, 2013 को 8:43 अपराह्न brahmand ke thanda hone ka matlab, kya urja exchange hai? kya aap bataskte hain ki brahmand ke thanda hone par urja kanha gai. मई 8, 2013 को 9:20 अपराह्न एक बहुत ही अच्छा प्रश्न ! ब्रह्माण्ड का विस्तार होने से जो ऊर्जा कम जगह में संघनित थी अब अधिक जगह में फैल गयी इसलिए तापमान कम हो गया अर्थात ब्रह्माण्ड ठंडा हो गया! ताप ऊर्जा का कुछ भाग अन्य कार्यो में खर्च हुआ जैसे नए भारी तत्वों का निर्माण , गामा विकिरण इत्यादि । मई 8, 2013 को 9:30 अपराह्न HAROON FAROOQUI कहते हैं: अप्रैल 17, 2013 को 2:33 अपराह्न Goooooooooooodddddddddd फ़रवरी 24, 2013 को 8:34 पूर्वाह्न यदि बायरन ने मिलकर परमाणु बनाये तो इलेक्ट्रान कहाँ से आये फ़रवरी 24, 2013 को 11:40 पूर्वाह्न बायरान से परमाणु केंद्रक बनता है! नवम्बर 16, 2012 को 7:16 अपराह्न We thank you for making this topic , interesting and simple enough to understand ,thanks a lot for making it available in hindi. himanshu kataria कहते हैं: अप्रैल 11, 2012 को 12:25 पूर्वाह्न mind blowing i have never heard about it before … फ़रवरी 25, 2012 को 11:08 अपराह्न plank time kis base pe aur kyun mana gaya hai? shubham poddar कहते हैं: दिसम्बर 12, 2011 को 5:25 अपराह्न It is very good to read this article in hindi…….. मई 29, 2011 को 11:33 अपराह्न mai aapka lekh hamesha padata hu. jisse hame brahmand ke bare me jankariya mil rahi hai. thanks for vigyan.wordpress.com पिंगबैक: श्याम ऊर्जा(Dark Energy):ब्रह्माण्ड की संरचना भाग ८ | विज्ञान विश्व पिंगबैक: श्याम पदार्थ (Dark Matter) का ब्रह्माण्ड के भूत और भविष्य पर प्रभाव :ब्रह्माण्ड की संरचना भाग ७ | विज्ञान व पिंगबैक: श्याम पदार्थ (Dark Matter) का ब्रह्माण्ड का भूत और भविष्य पर प्रभाव :ब्रह्माण्ड की संरचना भाग ७ | विज्ञान व S K Jethwa कहते हैं: फ़रवरी 24, 2011 को 11:53 पूर्वाह्न Hindi is spoken and understood widely across India as no other Indian or foreign language can boast of and providing such valuable information in Hindi is indeed a commendable effort on your part. Hatts off ! Please keep it up. -S K Jethwa. NA KHAN कहते हैं: दिसम्बर 20, 2010 को 3:26 अपराह्न सचमुच जवाब नही, इस से पता चलता है के हमारी किया ओउकत है, हम अपनी आकाशगंगा को भी कभी शायद ही पार कर पाए. lokesh kumar magarde कहते हैं: अक्टूबर 22, 2010 को 3:55 अपराह्न nt to know about who is the inventer of the "BIG BANG" theory. bhuwenesh sharma कहते हैं: अक्टूबर 1, 2010 को 3:49 अपराह्न Sir please i want to know about "string theory", please write it in detail. shiva sunar कहते हैं: जून 13, 2010 को 3:57 अपराह्न it's good to read scientific articles in hindi. i wish other article also come in hindi.i understand english but hindi is easy.so i thank you for putting scientific article on hindi Satyenda कहते हैं: अप्रैल 5, 2010 को 6:20 पूर्वाह्न Very very infomative, Thanks. सितम्बर 10, 2008 को 5:21 अपराह्न very good detail of big bang principle सितम्बर 10, 2008 को 5:20 अपराह्न very good detail of big bang principle i am impressed with your site . अगस्त 29, 2006 को 5:42 अपराह्न बेहतरीन जानकारी उससे भी बेहतरीन, ईमानदारी और मेहनत से देने की पूरी कोशिश. आपके इस प्रयास से हम नतमस्तक हैं. अभी अभी ही स्लैशडॉट पर पढ़ा था कि दो डार्क मैटर युक्त नीहारिकाओं (?) के टकराने की घटनाओं को वैज्ञानिकों ने दर्ज किया है.
तेज प्रताप की शादी: इस ख़ास मेहमान का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं लालू तेजप्रताप की शादी: इस ख़ास मेहमान का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं लालू - May 12, 2018- 9:58 AM पटना। काफी इंतज़ार के बाद अब वो समय में आ गया जब तेज प्रताप घोड़ी पर सवार होकर अपनी दुल्हन को लेने जायेंगे। दरअसल शनिवार को तेज प्रताप की शादी है और मेहमानों का आगमन शुरू हो गया है। वहीं लालू के शादी में शामिल होने के बाद परिवार की ख़ुशी दोगुनी हो गयी है। इस शादी में कई बड़ी हस्तियां शामिल होने वाली हैं। वहीं एक ख़ास शख्स की लालू के साथ मुलाकात पर सबकी नजर रहने वाली है वह ख़ास शख्स कोई और नहीं बल्कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार हैं। महागठबंधन टूटने के बाद लालू और नीतीश पहली बार आमने-सामने होंगे। पढ़ें:- लालू को पैरोल दिलाने में इस शख्स का सबसे बड़ा एहसान, सारी उम्मीदें हो गयी थीं ख़त्म तेज प्रताप की शादी में करीब 50 हजार मेहमान होंगे शामिल लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप की शादी देश की सबसे बड़ी शादियों में शामिल होने वाली है। इस शादी समारोह में लगभग 50 हजार लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। इसमें खास लोगों के साथ ही आम लोगों का भी जमावड़ा लगेगा। लेकिन सबकी निगाहें लालू के घर अरसे बाद पहुंचेंगे नीतीश कुमार, इसपर टिकी रहेंगीं। बताया जा रहा है कि सीएम नीतीश कुमार लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव और ऐश्वर्या राय की शादी में शामिल होंगे और वर-वधू को अपना आशीर्वाद देंगे। ऐसी में नीतीश और लालू यादव की मुलाकात भी होगी। पढ़ें:- लालू परिवार को मिली एक और खुशखबरी, लोग बोले- आरजेडी के लिए शुभ हैं बहु ऐश्वर्या के कदम राजनीति गलियारों में लालू-नीतीश की मुलाकात को लेकर चर्चा बिहार के राजनीतिक का गलियारों में दोनों नेताओं की मुलाकात पर नजर टिकी हुई है। नीतीश कुमार तेज प्रताप और ऐश्वर्या की शादी में शामिल होने के लिए शाम में वेटरनरी कॉलेज मैदान पहुंचेंगे। सूत्रों की मानें तो राजद और जदयू के नेताओं की नजर नीतीश और लालू के मुलाकात पर ही टिकी रहेगी कि वह किस तरीके से मिलते हैं और उनके हाव-भाव कैसे होते हैं? बता दें कि यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव, जदयू के बागी नेता शरद यादव, झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन और बाबूलाल मरांडी और मशहूर वकील राम जेठमलानी का इस शादी में शामिल होने का कार्यक्रम तय है, वहीं दूसरी तरफ प्रियंका गांधी वाड्रा भी शादी में शिरकत कर सकती हैं।
बेटे के धर्म के साथ-साथ लोजपा नेता का भी फर्ज निभा रहे हैं चिराग, प्रत्याशियों से किया वर्चुअल संवाद लाइव सिटीज, सेंटिरल डेस्क: लोजपा संस्थापक रामविलास पासवान के निधन के बाद चिराग अपने बेटे का फर्ज खूब अदा कर रहे हैं. बेटे के फर्ज के साथ-साथ वे पार्टी के लोजपा नेता का भी फर्ज निभा रहे हैं. चुनाव नजदीक होने के कारण चिराग पासवान अपने घर से ही कार्यकर्ताओं से वर्चुअल संवाद कर रहे हैं. साथ ही नीतीश कुमार पर भी जमकर हमला बोल रहे हैं. दरअसल चिराग पासवान पिता के कर्मकांड में बंधे हैं. इस कारण वे 10 दिनों तक अपने घर से बाहर नहीं जा सकते हैं. लेकिन उन्होंने पार्टी प्रत्याशियों में जोश भरने में कोई कसर नहीं छोड़ा. उन्होंने अपने पहले फेज के चुनाव के लिए प्रत्याशियों से वर्चुअल बातचीत की. उन्होंने कहा कि मैं बिहारी हूं और मुझे इस बात का गर्व भी है. बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट ही लोजपा का सिर्फ एक उद्देश्य है. लोजपा अध्यक्ष चिराग ने कहा कि बिहार में हमारी पार्टी धर्म और जात की राजनीति नहीं करती है. हमारा सिर्फ एक ही मुद्दा है, बिहार और बिहारी. हम इसी आधार पर ही जनता से वोट मांगेगे. उन्होंने कहा कि कुछ लोग बाटो और राज करो की नीति पर चल रहे हैं. लेकिन हमें वैसे लोगों से बिहार की जनता को बचाना है. चिराग पासवान ने आगे कहा कि कोरोना काल में बिहार आने वाले लोगों को रोकने वालों के साथ चिराग पासवान काम नहीं करता सकता है. इस जनसंवाद के दौरान लोजपा अध्यक्ष ने पीएम मोदी की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी से हमारा दिल का रिश्ता है. प्रधानमंत्री की तस्वीर नीतीश कुमार जी को लगाने की जरूरत है. हमारी सोच उनसे मिलती है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी हमारे पिता समान हैं. उन्होंने मेरा हरदम साथ दिया है. Previous articleपहली एक्चुअल जनसभा में भी पति- पत्नी को नहीं भूले नीतीश, कहा- लालू परिवार को मेवा से है मतलब Next articleनित्यानंद राय के बयान पर भड़के तेजस्वी, कहा- बेरोज़गारी, गरीबी और भुखमरी के आतंक पर क्या कहना है?
हिमाचल में 50 रूटों पर बस सेवाएं ठप January 14, 2020 • Neeraj Ruhela हिमाचल में ग्रामीण क्षेत्रों की परिवहन सेवाएं अभी पटरी पर नहीं लौटी हैं। राजधानी शिमला के साथ डलहौजी, चंबा, रामपुर नाहन, रोहडू के करीब 50 ग्रामीण रूटों की परिवहन सेवाएं बहाल नहीं हो पाई है। बर्फबारी-भूस्खलन से लोक निर्माण विभाग की मंडी, शिमला और कांगड़ा तीनों सर्किल की 388 सड़कें यातायात के लिए बाधित हैं। लोक निर्माण विभाग ने बुधवार तक 92 सड़कों को यातायात के लिए बहाल करने का दावा किया है। विभाग ने 372 मशीनरियों को सड़क से बर्फ हटाने के लिए लगाया है। जनजातीय जिला किन्नौर में बीते सोमवार को हुई बर्फबारी के नौ दिन बीतने के बाद भी जिले में जनजीवन पटरी पर नहीं लौट पाया है। जंगी में ग्लेशियर और शौंगटोंग में भारी भरकम चट्टानें गिरने के कारण नेशनल हाईवे पांच यातायात के लिए अवरुद्ध हो गया है। जिले के सभी ग्रामीण रूट भी यातायात के लिए ठप पड़े हैं, जिस कारण लोगों को आवाजाही करने में दिक्कतें पेश आ रही हैं। वहीं जिले के कई ग्रामीण इलाकों सहित स्पीति वैली में अंधेरा पसरा हुआ है। बीते दिनों हुई भारी बर्फबारी के कारण समूचे किन्नौर जिले में विभिन्न व्यवस्थाएं चरमरा गई हैं। रिकांगपिओ से पूह काजा की तरफ एनएच पांच पर कई स्थानों पर ग्लेशियर और भारी भरकम चट्टानें गिरने के कारण वाहनों की आवाजाही के लिए ठप पड़ा है। पोवारी से पूह की ओर पूर्वणी झूला, जंगी के पास, नेसंग, भगत नाला, टिंकू नाला के पास एनएच पर करीब 5 स्थानों पर पहाड़ी से ग्लेशियर आने और भूस्खलन से एनएच पांच बाधित हो गया है।
COVID-19 महामारी की दूसरी लहर ने भारत को बुरी तरह प्रभावित किया है, जिसमें हजारों लोग हर दिन वायरस से पीड़ित हैं। कई हस्तियां और प्रभावित लोग संसाधनों में पूलिंग करके और COVID-19 राहत के लिए धन जुटाकर अपना काम कर रहे हैं। अब, ऋतिक रोशन धन जुटाने में मदद करने के लिए अमेरिकी और हॉलीवुड सितारों की मेजबानी में शामिल हो गए हैं। कथित तौर पर, रोशन ने अनुमानित USD 3.68 मिलियन जुटाने में मदद की। क्रिश अभिनेता ने स्वयं निधि के लिए 15,000 डॉलर का योगदान दिया। शिलान्यास करने वालों में शॉन मेंडेस, विल स्मिथ, जेमी कर्न लीमा और अन्य योगदानकर्ता हैं। लेखक जे शेट्टी ने रोशन सहित कुछ सितारों द्वारा योगदान का खुलासा करते हुए एक पोस्ट साझा की। फंडरेसर में भाग लेने वाले सभी को धन्यवाद देते हुए, शेट्टी ने अपने पोस्ट में कहा, "मेरा दिल यह जानकर खुशी से भर गया कि जान बचाई जाएगी और बचाई जाएगी। यह सिर्फ शुरुआत है! हमारे पास बहुत काम है।" एकत्र की गई राशि पर प्रतिक्रिया करते हुए, रोशन ने लिखा, "बधाई जय और राधिका … अद्भुत"। इस बीच, भूमि पेडणेकर, तापसी पन्नू, सोनू सूद और अन्य जैसे कलाकार भी अनुरोधों को बढ़ा रहे हैं और चिकित्सा सुविधाओं की व्यवस्था करने में मदद कर रहे हैं। ALSO READ: विक्रम वेधा के साथ फिल्मों में सिल्वर जुबली के लिए रितिक रोशन, खूंखार गैंगस्टर की भूमिका टैग: कोरोना, कोरोना वायरस, कोरोनावायरस, कोरोनावायरस रोग, कोरोनावायरस महामारी, COVID, कोविद -19, COVID-19 राहत, दान, दान, शिलान्यास, हॉलीवुड, ऋतिक रोशन, इंडिया फाइट्स कोरोना, जय शेट्टी, समाचार, युद्ध वायरस के खिलाफ, स्मिथ Tags: COVID-19 राहतअनुदान संचयइंडिया फाइट्स कोरोनाकोरोनाकोरोना वाइरसकोरोनावाइरसकोरोनावाइरस महामारीकोरोनावाइरस रोगकोविडकोविड 19जे शेट्टीदानदान करनावायरस के खिलाफ युद्धविल स्मिथसमाचारहॉलीवुडह्रितिक रोशन
14 | March | 2018 | Humsamvet भगवा वर्चस्व – जावेद अनीस Posted in: चुनाव Tags: BJP, Communists, Modi, Opposition, Tripura Elections भगवा वर्चस्व जावेद अनीस पूर्वोत्तर भारत के तीनों राज्यों , मेघालय और नागालैण्ड के विधानसभा चुनाव में जीत के साथ ही भाजपा को उत्तरी-पूर्वी राज्यों में निर्णायक बढ़त हासिल हो गयी है. पिछले कुछ सालों के दौरान भाजपा ने एक के बाद राज्यों को जीतकर या गठबंधन में भागीदारी करके भारतीय राजनीति में वो मुकाम […]
नेपाली पीएम ओली अपना बयान वापस लें, नहीं तो भारत में रहने वाले नेपाली भुगतेंगे परिणाम- विहिसे – National Vision- Latest News and updates around you वाराणसी। भारत और नेपाल के रिश्ते में खटास आने के बाद चारों तरफ नेपाली प्रधानमंत्री की निंदा हो रही है। वहीं नेपाली पीएम ने एक बार फिर हिंदुओं की आस्था पर आघात किया है। उन्होंने मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम को नेपाली बताया है, जिसको लेकर विश्व हिंदू सेना ने ऐतराज जताया है। विश्व हिंदू सेना ने नेपाली पीएम केपी शर्मा ओली के भगवान राम को नेपाली बताए जाने के विरोध में पोस्टर जारी किया है। विश्व हिंदू सेना ने पोस्टर में लिखा है कि नेपाली पीएम ओली प्रभु श्रीराम के विरुद्ध दिए गए बयान को वापस लें, नहीं तो इसका परिणाम भारत में रहने वाले नेपालियों को भुगतना पड़ेगा। विवादित बयान को लेकर विश्व हिंदू सेना की तरफ से नेपाल के प्रधानमंत्री को यह चेतावनी अरुण पाठक ने दी है। गौरतलब है कि भारत के साथ रिश्तों में खटास आने के बाद नेपाल के पीएम केपी शर्मा ओली लगातार भारत विरोधी बयान दे रहे हैं। वहीं उन्होंने भगवार राम की जन्मस्थली को अब नेपाल बताकर हिन्दुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाया है। उनके इस बयान को लेकर पुरे देश और नेपाल में भी विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है।
गुरु की गोलक लूटने वाले मनजीत जी.के पर एक और एफ़आईआर - India Time 24 दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष स. मनजिंदर सिंह सिरसा व महासचिव हरमीत सिंह कालका ने कहा है कि जागो पार्टी के अध्यक्ष मनजीत सिंह जी.के द्वारा बेशर्मी से गुरु घर की गोलक से की गई लूट व उनकी काली करतूतों ने सिखों को दुनिया भर में शर्मसार किया है। यहां एक प्रैस कान्फ्रेंस को संबोधित करते हुए स. सिरसा व स. कालका ने कहा कि इन तुच्छ हरकतों में गोलक चोरी भी शामिल है जिसमें ताजा केस दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने मनजीत सिंह जी.के के खिलाफ व्यक्तिगत तौर पर गुरु की गोलक लूटने का केस दर्ज किया है। यह केस अलग-अलग समय दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी के खजाने में से 50 लाख रुपये, 30 लाख रुपये, 13 लाख 65 हजार रुपये और हजार डॉलरों की विदेशी करंसी की लूट करने के दोषों के तहत धारा 420 आई.पी.सी, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम धारा 7,409, 464 जाली दस्तावेज तैयार करने और धारा 463,1988, 13 के तहत घोटाला करने के लिए दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि मनजीत सिंह जी.के ने सभी नैतिक मूल्यों को एक तरफ कर सिखों द्वारा गुरु घर में भेंट की गई उनकी मेहनत की गाढ़ी कमाई की अन्धाधुन्ध लूट की। स. सिरसा ने बताया कि 12 नवंबर को जहां मनजीत सिंह जी.के के खिलाफ व्यक्तिगत तौर पर केस दर्ज किया गया है वहीं पिछला दर्ज हुआ केस भी उनके ही खिलाफ है क्योंकि वह मनजीत सिंह जी.के की अगुवाई वाली गवर्निंग बॉडी के खिलाफ दर्ज हुआ है। दोनों केसों की एफ.आई.आर में अंक नंबर 7 पर स्पष्ट दर्ज है कि नया केस मनजीत सिंह. जी.के और पहला केस गवर्निंग बॉडी के खिलाफ दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि जी.के के 6 वर्षों के कार्यकाल के दौरान की गई लूट के लिए यह तीसरा केस है जो उनके खिलाफ दर्ज हुआ है। स. सिरसा ने कहा कि हम गुरु घर की गोलक की लूट के लिए मनजीत सिंह जी.के को फरार नहीं होने देंगे। मनजीत सिंह जी.के का पासपोर्ट तुरंत जब्त किया जाना चाहिए और उसे गिरफ्तार कर उसके घर व अन्य ठिकानों की तलाशी लेकर गुरु घर की गोलक का लूटा हुआ पैसा बरामद कर दिल्ली कमेटी के हवाले किया जाना चाहिए। Tagged Manjit Singh gk नीरज सिसौदिया, नई दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के एक और बिल्डर, प्रभु दयाल मेमोरियल पर 200 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी का आरोप है और लोग विरोध में सड़कों पर उतर आए हैं। दो सौ से ज्यादा निर्दोष घर खरीदने वाले 28 मार्च 2019 को 1500 बजे आईटीओ क्रॉसिंग पर इकट्ठे हुए और ठगने वाले बिल्डर […]
Dust did trouble in the daytime - Churu News in Hindi - दिन में धूल ने किया परेशान | Patrika Hindi News Rakesh Kumar Goutam | Publish: Jun, 14 2018 03:44:01 PM (IST) Churu, Rajasthan, India गर्म हवा से रात का पारा30 डिग्री पार दक्षिणी व पश्चिमी हवाओं के चलने से बने मौसमीय चक्रवात में बुधवार को आई आंधी से आसामन में दिन भर धूल की गर्द छाई रही। गर्म हवाओं के चलने से सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ। वहीं रात को चली गर्म हवा से रात का पारा 30 डिग्री के पार चला गया। बुधवार तड़के भी गर्मी से कोई राहत नहीं मिली। सूर्योदय से पहले भी गर्म हवाएं चली। इसके बाद से ही तेज हवा चलने का दौर शुरू हुआ जो दिनभर जारी रहा। दिन में हवा की रफ्तार कभी तेज तो कभी धीमी होती रही तथा धूलभरी आंधी से घरों में रेत ही रेत हो गई। दिन भगर धूल छाई रही। इससे वाहन चालकों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। आसमान में दिन भर छाई धूल की परत आसमान में धूल की गर्द छाई रहने से दिन में दुकानदारों ने खाने-पीने के सामान को ढक कर रखा। रेतीली हवाओं के कारण सामान्य कामकाज पर असर पड़ा। मिष्ठान, चाट व चाय पान के दुकानदारों को अच्छी खासी परेशानी हुई। मौसम विभाग के मुताबिक बुधवार को अधिकतम तापमान 42.3डिग्री व न्यूनतम तापमान ३०.४ डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। खेतों की बुवाई पर असर दो दिन पहले जिले के जिन क्षेत्रों में बारिश हुई वहां शुरू हुई खेतों की बुवाई पर आंधी का असर पड़ा। तेज हवाएं चलने से जमीन की ऊपरी सतह पर रही नमी कम होने से खेतों की बुवाई थम गई। जिन किसानों ने खेतों की बुवाई कर दी उनके लिए आंधी चलना चिंता का कारण रहा। किसानों का कहना था कि अगर आगे कुछ दिनों तक यही मौसम चलता रहा तो खेती का माला बिगड़ जाएगा। अब आंधी का दौर थमना आवश्यक है। किसान बेसब्री से धूल भरे मौसम के थमने का इंतजार कर रहे हैं। उन्हें एक बार फिर वर्षा का इंतजार है। ताकि उनकी खेती की आस बनी रहे।
कृषि यंत्रीकरण के क्षेत्र में युवाओं के कौशल विकास कार्यक्रम संचालित करना जिससे वे कृषि की उन्नति हेतु स्वयं के रोज़गार स्थापित कर अपना योगदान दें सकें। पुणे : 15 वर्षीय लड़की को फुसलाकर कर ले गया और उसके साथ अश्लील हरकत करने की कोशिश की। जब लड़की ने इसका विरोध किया तो आरोपी ने उसके साथ मार पीट की। यह घटना बिबवेवाडी परिसर की है। इस मामले में बशीर मकदूम (उम्र 27) को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस प्रकरण में लड़की की माँ ने शिकायत दर्ज करवाई है। पुलिस द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार आरोपी लड़की को पहचानता है। दो दिन पहले आरोपी ने लड़की को मेडिकल शॉप ले जाने के बहाने से अपनी बाइक पर बिठा लिया। उसके बाद उसे कोंढवा के तिलक नगर क्षेत्र मेें एक टेकड़ी पर ले गया। वहाँ सुनसान जगह पाकर लड़की के साथ अश्लील हरकत करने की शुरुआत की। पीड़ित लड़की ने इसका विरोध किया। उसके बाद आरोपी ने उसके साथ गाली गलौज किया और वहाँ पर रखे लकड़ी से उसे पीटा। उसके बाद वो वहाँ से निकल गया। पीड़ित लड़की जब घर आयी तो उसने सारी आपबीती अपनी माँ को सुनाई। उसके बाद उसकी माँ बिबवेवाडी पुलिस थाने गयी और शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार किया।
जब आपकी यूएसबी ड्राइव या हार्ड ड्राइव से आपकी फाइलें गायब हो जाती हैं, तो आप सोच सकते हैं कि 'क्या विंडोज कमांड-लाइन पर कोई कमांड है जो छिपे हुए फ़ोल्डर्स को सूचीबद्ध कर सकता है?' हाँ, एक आदेश है छिपी फ़ाइलें देखें . इसके अलावा, छिपी हुई फाइलों को दिखाने के कुछ अन्य व्यावहारिक तरीके भी हैं। निम्न तालिका रूपरेखा दिखाती है, विवरण की जांच करने के लिए जाएं। व्यावहारिक समाधान चरण-दर-चरण समस्या निवारण फिक्स 1. डेटा रिकवरी सॉफ़्टवेयर का उपयोग करें जस्टएंथ्र डेटा रिकवरी सॉफ़्टवेयर का उपयोग उन सभी फ़ाइलों और फ़ोल्डरों को खोजने के लिए करें जो कहीं छिपी हुई थीं... पूर्ण चरण फिक्स 2. छुपी हुई फ़ाइलें दिखाएं सीएमडी विंडोज + एक्स कीज दबाएं और एडमिनिस्ट्रेटर के रूप में कमांड प्रॉम्प्ट चुनें। टाइप करें attrib -h -r -s /s /d G:*.*... पूर्ण चरण फिक्स 3. तृतीय-पक्ष सॉफ़्टवेयर चलाएँ JustAnthr CleanGenius प्रारंभ करें, बाएँ फलक पर 'फ़ाइल दिखा रहा है' चुनें। अगला, लक्ष्य ड्राइव चुनें... पूर्ण चरण फिक्स 4. विंडोज कंट्रोल पैनल का उपयोग करें विंडोज कंट्रोल पैनल खोलें और फाइल एक्सप्लोरर विकल्प पर नेविगेट करें। व्यू टैब ढूंढें, और विकल्प पर टिक करें... पूर्ण चरण मैं छिपी हुई फाइलों को कैसे दृश्यमान बना सकता हूं मान लीजिए कि आप वास्तव में किसी स्टोरेज लोकेशन से कुछ भी नहीं हटाते हैं, लेकिन विंडोज कंप्यूटर पर छिपी हुई फाइलों को दिखाने के लिए डेटा रिकवरी सॉफ्टवेयर मदद के लिए यहां उपलब्ध है। विधि 1. डेटा रिकवरी सॉफ़्टवेयर के साथ छिपी हुई फ़ाइलें दिखाएं/पुनर्प्राप्त करें विश्वसनीय डेटा रिकवरी सॉफ़्टवेयर भी उन सभी फ़ाइलों और फ़ोल्डरों को खोजने के लिए एक आदर्श विकल्प होना चाहिए जो किसी वायरस या अनुचित फ़ाइल विकल्प सेटिंग्स द्वारा कहीं छिपे हुए थे। यहां, JustAnthr डेटा रिकवरी विज़ार्ड आपके कंप्यूटर या बाहरी स्टोरेज डिवाइस पर सभी छिपी हुई फाइलों को खोजने में आपकी सहायता कर सकता है और प्रभावी ढंग से काम करता है मिटाई गई फाइलों की पुनर्प्राप्ति , स्वरूपित हार्ड ड्राइव पुनर्प्राप्ति, कच्ची ड्राइव डेटा पुनर्प्राप्ति, और इसी तरह। मैक उपयोगकर्ता आसानी से छिपी और खोई हुई फ़ाइलों को पुनर्स्थापित करने के लिए इस सॉफ़्टवेयर का मैक संस्करण भी डाउनलोड कर सकते हैं। विन के लिए डाउनलोड करें मैं रिकवरी दर 99.7% Mac . के लिए डाउनलोड करें मैं ट्रस्टपायलट रेटिंग 4.4 आइए देखें कि JustAnthr डेटा रिकवरी सॉफ़्टवेयर का उपयोग करके अपनी छिपी हुई फ़ाइलों को कैसे वापस लाया जाए: स्टेप 1। JustAnthr डेटा रिकवरी विज़ार्ड लॉन्च करें। हार्ड ड्राइव पार्टीशन, बाहरी हार्ड ड्राइव, यूएसबी फ्लैश ड्राइव या मेमोरी कार्ड पर होवर करें, जिस पर आप छिपी हुई फाइलें दिखाना चाहते हैं, और फिर 'स्कैन' पर क्लिक करें। चरण दो। स्कैन प्रक्रिया पूरी होने तक प्रतीक्षा करें। उसके बाद, आप बाईं ओर ट्री-व्यू फलक से मूल पथ पर जाकर स्कैन परिणामों में छिपी हुई फ़ाइलों को देख सकते हैं, या 'फ़िल्टर' सुविधा का उपयोग करके केवल एक श्रेणी प्रदर्शित कर सकते हैं, जैसे चित्र, वर्ड, एक्सेल, वीडियो वगैरह। चरण 3। अंतिम पुनर्प्राप्ति करने से पहले आप मिली फ़ाइलों का पूर्वावलोकन करना चुन सकते हैं। यदि आपको पूर्वावलोकन परिणाम में कोई समस्या नहीं है, तो 'पुनर्प्राप्त करें' पर क्लिक करें और पुनर्प्राप्त फ़ाइलों को सहेजने के लिए किसी अन्य ड्राइव पर एक स्थान चुनें। ऐसा करने से, आप छुपी हुई फ़ाइलें फिर से दिखा सकते हैं। विंडोज़ शुरू करने पर अटक गया कंप्यूटर विधि 2. अट्रिब सीएमडी का उपयोग करके छिपी हुई फ़ाइलें दिखाएं यह कमांड मैन्युअल फाइल हिडन मेथड्स या वायरस इंफेक्शन से सभी हिडन फाइल्स को दिखाएगा। attrib कमांड को भी लागू किया जा सकता है USB पर छिपी हुई फ़ाइलें दिखाएं , एसडी कार्ड, आदि बाहरी भंडारण उपकरण। स्टेप 1। विंडोज + एक्स की दबाएं और एडमिनिस्ट्रेटर के रूप में कमांड प्रॉम्प्ट (सीएमडी) चुनें। या आप विंडोज आइकन पर क्लिक कर सकते हैं, 'खोज' चुनें और टाइप करें सही कमाण्ड . उस पर राइट-क्लिक करें और कमांड प्रॉम्प्ट को एडमिनिस्ट्रेटर के रूप में खोलने के लिए चुनें। चरण दो। उस ड्राइव या स्टोरेज डिवाइस का निर्धारण करें जहां फाइलें छिपी हुई हैं और आप पुनर्प्राप्त करना चाहते हैं। चरण 3। प्रकार attrib -h -r -s /s /d G:*.* और एंटर दबाएं। (यदि यह ड्राइव D है, तो G: को अपने डिवाइस के ड्राइव अक्षर से बदलें)। एट्रिब सिंटैक्स स्पष्टीकरण -h हिडन फाइल एट्रिब्यूट को साफ करता है। -r केवल-पढ़ने के लिए फ़ाइल विशेषता को साफ़ करता है -s सिस्टम फ़ाइल विशेषता को साफ़ करता है। /s वर्तमान निर्देशिका और उसकी सभी उपनिर्देशिकाओं में मेल खाने वाली फ़ाइलों के लिए attrib और कोई भी कमांड-लाइन विकल्प लागू करता है। /d निर्देशिकाओं के लिए अट्रिब और किसी भी कमांड-लाइन विकल्प को लागू करता है। विधि 3. छुपी हुई फ़ाइलें दिखाने के लिए CMD वैकल्पिक चलाएँ कमांड लाइन का मैनुअल निष्पादन कंप्यूटर पेशेवरों के लिए उपयुक्त है, क्योंकि गलत कमांड अच्छे से ज्यादा नुकसान कर सकते हैं। इसलिए, सुरक्षा और उपयोगिता के लिए, हम दृढ़ता से अनुशंसा करते हैं कि आप एक स्वचालित कमांड लाइन विकल्प CleanGenius का प्रयास करें। यह एक व्यावहारिक उपकरण है जो आपको फाइल सिस्टम त्रुटियों को जांचने और ठीक करने, लिखने की सुरक्षा को सक्षम/अक्षम करने और जटिल कमांड लाइन टाइप करने के बजाय एक-क्लिक के साथ अपने सिस्टम को अपडेट करने में सक्षम बनाता है। इस 1-क्लिक-फिक्स सॉफ़्टवेयर के साथ छिपी हुई फ़ाइलें दिखाने के लिए नीचे दिए गए सरल चरणों का पालन करें। स्टेप 1। मैं JustAnthr CleanGenius को मुफ्त में डाउनलोड करें। विंडोज़ इस वॉल्यूम पर डिस्क चेकिंग नहीं चला सकती क्योंकि यह राइट प्रोटेक्टेड विंडोज़ है चरण दो। JustAnth CleanGenius को प्रारंभ करें, बाएं पैनल पर 'ऑप्टिमाइज़ेशन' चुनें। इसके बाद, दाहिने पैनल पर 'फाइल शोइंग' पर क्लिक करें। चरण 3। हार्ड ड्राइव का चयन करें और 'निष्पादित करें' पर क्लिक करें। चरण 4। ऑपरेशन पूरा होने के बाद, छिपी हुई फाइलों की जांच के लिए यहां लिंक पर क्लिक करें। विधि 4. विंडोज कंट्रोल पैनल का उपयोग करके हिडन फाइल्स को अनहाइड करें जब आप अपने कंप्यूटर की हार्ड ड्राइव या बाहरी स्टोरेज डिवाइस पर कुछ सहेजी गई फ़ाइलें नहीं देख सकते हैं, लेकिन 100% यह सुनिश्चित करने के लिए कि ये फ़ाइलें अभी भी हैं, तो सहायता के लिए यहां युक्तियों का पालन करें। मैक पर हटाए गए टेक्स्ट को पूर्ववत कैसे करें स्टेप 1। विंडोज कंट्रोल पैनल खोलें और विंडोज 10, 8.1 और 8 में फाइल एक्सप्लोरर ऑप्शंस पर जाएं। चरण दो। फाइल एक्सप्लोरर ऑप्शंस विंडो पर, हिडन फाइल्स एंड फोल्डर्स सेक्शन के तहत व्यू टैब पर नेविगेट करें, शो हिडन फाइल्स, फोल्डर्स और ड्राइव्स के विकल्प पर टिक करें। चरण 3। अपने पीसी पर छिपी हुई फाइलों और फ़ोल्डर को फिर से जांचने के लिए अपनी स्थानीय हार्ड ड्राइव या डिवाइस को दोबारा खोलें। यदि विधि 1 और विधि 2 को आज़माने के बाद छिपी हुई फ़ाइलें दिखाई देने में विफल रहती हैं, तो यह बहुत संभव है कि हार्ड ड्राइव या बाहरी संग्रहण डिवाइस पर सहेजी गई आपकी फ़ाइलें खो गई हों। छुपी हुई फ़ाइलें दिखाने का सबसे अच्छा तरीका क्या है? यह आपके लिए एक स्मार्ट विकल्प है कि आप सभी फाइलों के अनहाइडिंग ऑपरेशंस के बारे में गहराई से जानकारी लें और अपने मामले के लिए सबसे उपयुक्त विकल्प चुनें। तुलना अट्रिब सीएमडी सीएमडी वैकल्पिक नियंत्रण कक्ष सेटिंग्स डेटा रिकवरी सॉफ्टवेयर हालात वायरस या झूठे संचालन से फ़ाइलें दिखाएँ आसान चरणों के साथ फ़ाइलें दिखाएँ विंडोज फाइल एक्सप्लोरर से छिपी हुई फाइलें दिखाएं वायरस या अनुमति के मुद्दों से छिपी हुई फाइलों को पुनर्जीवित करें उपकरण विंडोज हार्ड ड्राइव, यूएसबी, एसडी, बाहरी हार्ड ड्राइव, आदि। विंडोज हार्ड ड्राइव, यूएसबी, एसडी, बाहरी हार्ड ड्राइव, आदि। विंडोज हार्ड ड्राइव और विभाजन विंडोज हार्ड ड्राइव, यूएसबी, एसडी, बाहरी हार्ड ड्राइव, आदि। आप केवल विंडोज़ केवल विंडोज़ विंडोज और विंडोज सर्वर ओएस विंडोज, विंडोज सर्वर ओएस और मैकओएस Attrib कमांड के साथ कमांड प्रॉम्प्ट पीसी के साथ-साथ बाहरी स्टोरेज डिवाइस पर छिपी वस्तुओं को खोजने के लिए 100% काम करता है। हालाँकि, इसके लिए उच्च-स्तरीय कंप्यूटर कौशल की आवश्यकता होती है। कंट्रोल पैनल सेटिंग्स के साथ फाइलों को अनहाइड करना शुरू करना आसान है लेकिन वायरस संक्रमण के मामले का समर्थन नहीं करता है। जबकि डेटा रिकवरी सॉफ़्टवेयर आपके लिए छिपे हुए दस्तावेज़, चित्र और सभी प्रकार की फ़ाइलों को खोजने में उपयोग में आसान और शक्तिशाली सुविधाएँ दोनों प्रदान करता है। आइए प्रत्येक फ़ाइल को अनहाइडिंग गाइड के माध्यम से देखें और अपनी सभी छिपी हुई फ़ाइलों और फ़ोल्डरों को फिर से दृश्यमान बनाएं। मैं सूचना: यदि आपकी छिपी हुई फ़ाइलें किसी बाहरी संग्रहण डिवाइस पर सहेजी गई हैं, तो इसे अपने पीसी से पहले से कनेक्ट करें। फिर आप कंप्यूटर को उन छिपी हुई फाइलों को प्रदर्शित करने के लिए निम्नलिखित समाधानों के साथ जारी रख सकते हैं। जमीनी स्तर इस पृष्ठ में विंडोज कंप्यूटर हार्ड ड्राइव या बाहरी स्टोरेज डिवाइस से छिपी हुई फाइलों को पुनर्स्थापित करने और दिखाने में आपकी सहायता करने के लिए चार व्यावहारिक विधियां शामिल हैं। विंडोज 10/8/7/Vista और XP पर इस समस्या से छुटकारा पाने में आपकी मदद करने के लिए Attrib कमांड, कंट्रोल पैनल और JustAnth डेटा रिकवरी सॉफ़्टवेयर सभी को लागू किया जा सकता है। यहां, हमने कुछ शीर्ष प्रश्न और उत्तर एकत्र किए हैं जिन्हें आप भी जानना चाहेंगे जैसे कि पीसी से वायरस कैसे निकालें, स्टोरेज डिवाइस, या अपनी मूल्यवान फाइलों की सुरक्षा कैसे करें। देखें और आशा करें कि ये उत्तर मदद कर सकते हैं: प्रश्न 1: मेरी छिपी हुई फ़ाइलें क्यों नहीं दिख रही हैं? यदि स्कैन के बाद छिपी हुई फ़ाइलें सेटिंग्स उपलब्ध नहीं हैं, तो आपको केवल एक रीबूट करने की आवश्यकता है, जिसके बाद वे एक बार फिर उपलब्ध होंगे। प्रश्न 2: मैं छुपी हुई फ़ाइलें कैसे दिखाऊँ? नियंत्रण कक्ष खोलें > प्रकटन और वैयक्तिकरण > फ़ोल्डर विकल्प > दृश्य > उन्नत सेटिंग्स के अंतर्गत, छुपी हुई फ़ाइलें, फ़ोल्डर और ड्राइव दिखाएँ > ठीक चुनें. प्रश्न 3: छिपी हुई फाइलों को प्रदर्शित करने के लिए किस कमांड का उपयोग किया जाता है? सीएमडी अट्रिब कमांड - attrib -h -r -s /s /d G:*.* छिपी हुई फाइलों को दिखाने के लिए प्रयोग किया जाता है। इसके अलावा, विश्वसनीय डेटा रिकवरी सॉफ़्टवेयर आपको सभी गुम फ़ाइलों को आसानी से स्पष्ट रूप से देखने और पुनर्जीवित करने में सक्षम बनाता है। इस पृष्ठ पर सभी विस्तृत चरणों को सूचीबद्ध किया गया है और आप किसी भी समय सबसे अच्छा समाधान खोजने के लिए वापस जाते हैं। विन के लिए डाउनलोड करें मैं रिकवरी दर 99.7% Mac . के लिए डाउनलोड करें मैं ट्रस्टपायलट रेटिंग 4.4 यदि आपके पास अपने पीसी पर गुम या छिपी हुई फ़ाइलों को खोजने के बारे में और प्रश्न हैं, तो JustAnthr वेबसाइट पर खोज विकल्प का उपयोग करें या अधिक उत्तर खोजने के लिए How-To निर्देशिका पृष्ठ पर जाएं। सबसे अच्छा मुफ्त वीडियो रिकॉर्डिंग सॉफ्टवेयर लेख दिलचस्प लेख एक्सेल में अपठनीय सामग्री त्रुटि को कैसे ठीक करें (आसान गाइड) लेख पीसी पर आईक्लाउड बैकअप को 3 तरीकों से कैसे डाउनलोड करें लेख संपादक की पसंद जस्टएंथर मोबीसेवर आप Android फ़ोन के आंतरिक संग्रहण से फ़ाइलें कैसे पुनर्प्राप्त कर सकते हैं? इस पृष्ठ को पढ़ें और फिर आप अपने व्यक्तिगत डेटा को बचाने के लिए सबसे आसान और सबसे कुशल समाधान पा सकते हैं। आईफोन से टेक्स्ट मैसेज को 3 तरीकों से कैसे डाउनलोड करें एक समय या किसी अन्य पर, आप आइटम को प्रिंट करने या बैकअप बनाने के लिए iPhone से पाठ संदेश निर्यात करना चाह सकते हैं। यदि हां, तो इस गाइड को पढ़ें और आईफोन से कंप्यूटर पर टेक्स्ट संदेशों को आसानी से डाउनलोड करना सीखें। [हल] iPhone X / 8/7 पर iOS 11 में Apple पे काम नहीं कर रहा है? यहाँ ठीक करता है! अपने iPhone 8, iPhone X या अन्य iPhone जैसे iPhone 7 और iPhone 6 को iOS 11 में अपग्रेड किए गए iOS 11 में Apple Pay काम नहीं कर रहा है? इस ब्लॉग पोस्ट को पढ़ें और जानें कि iOS 11 में अपने iPhone पर Apple पे नॉट वर्किंग समस्या को कैसे हल किया जाए। मैं iPhone पर पूरी बातचीत को कैसे कॉपी करूं आपको पता चल जाएगा कि आपके आईफोन पर पूरी बातचीत को अलग-अलग तरीकों से कॉपी और सेव करना है। आप आईफोन से पीडीएफ में टेक्स्ट मैसेज एक्सपोर्ट करना चाहते हैं या आईफोन पर पूरी बातचीत प्रिंट करना चाहते हैं, आपको पता चल जाएगा कि यह कैसे करना है। विंडोज 11/10/8/7 में पार्टिशन को कैसे मूव करें? [नया] विंडोज 11/10 में विभाजन को कैसे स्थानांतरित करें? JustAnthr सॉफ्टवेयर आपके लिए पेशेवर पार्टीशन सॉफ्टवेयर पार्टिशन मास्टर की मदद से विंडोज 11/10 में विभाजन को आसानी से स्थानांतरित करना संभव बनाता है। भ्रष्ट मेमोरी कार्ड फ़ॉर्मेटिंग सॉफ़्टवेयर मुफ्त में डाउनलोड करें अपने दूषित/क्षतिग्रस्त एसडी मेमोरी कार्ड को प्रारूपित करने और सुधारने के लिए सबसे अच्छा सॉफ्टवेयर खोजने की कोशिश कर रहे हैं? यह पृष्ठ आपको बताता है कि भ्रष्ट मेमोरी कार्ड फ़ॉर्मेटिंग टूल और दूषित एसडी मेमोरी कार्ड, यूएसबी फ्लैश ड्राइव, पेन ड्राइव या अन्य स्टोरेज मीडिया को ठीक करने के लिए कमांड प्रॉम्प्ट का उपयोग कैसे करें। विंडोज 11/10 में गैर-आसन्न विभाजन कैसे मर्ज करें यह पृष्ठ आपको बताता है कि विंडोज 11/10 में गैर-आसन्न विभाजन को कैसे मर्ज किया जाए। और इसमें दो तरीके शामिल हैं, एक तीसरे पक्ष के उपकरण का उपयोग कर रहा है और दूसरा डिस्क प्रबंधन का उपयोग कर रहा है। डेटा रिकवरी के लिए बैकअप और रिकवरी, विभाजन प्रबंधक और सेवा कार्यक्रमों के लिए सॉफ्टवेयर Copyright ©2022 All rights reserved | just-another-site.de लोकप्रिय पोस्ट IPhone, Mac और PC पर iCloud बैकअप कैसे एक्सेस करें क्लोन एसएसडी बूट नहीं होगा? क्लोन किए गए SSD को बूट करने योग्य बनाएं [5 तरीके] संपादक की पसंद आईट्यून्स में सभी गाने कैसे हटाएं बूट ड्राइव को नए ssd में कैसे ट्रांसफर करें क्रिटिकल एरर स्टार्ट मेन्यू और कोरटाना काम नहीं कर रहे हैं, अगली बार साइन इन करने पर इसे ठीक करने का प्रयास करेंगे
(अमित तिवारी) कासगंज। जनपद मुख्यालय से 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित प्रकृति का वरदान कही जाने वाली दरियावगंज लेख के किनारे 2 फरबरी दिन शनिवार को विश्व आद्रभूमि दिवस अर्थात वर्ल्ड वेटलैंड डे के अवसर पर एक सम्मेलन हुआ, इस सम्मेलन में विधायक, सीडीओ, जिला कृषि अधिकारी, जिला वन अधिकारी के साथ साथ ग्राम प्रधान, प्रोफेसर, अध्यापक, व एनसीसी कैडेट्स एवं स्कूली छात्र छात्राओं ने किया प्रतिभाग, जनपद कासगंज के एनआर पब्लिक स्कूल, सेंट जोसेफ स्कूल व साईं पब्लिक स्कूल के छात्र छात्राओं द्वारा आर्ट क्राफ्टिंग की प्रदर्शनी लगाई गई, वहीं गंजडुंडवारा पीजी कॉलेज के वनस्पति विज्ञान से अध्यनरत छात्र छात्राओं ने झील से वनस्पति व जलीय जीवों के सेंपल एकत्रित कर हरबेरियम व स्पेसिमैन फाइल नोट्स तैयार किये, कार्यक्रम में प्रतिभागी छात्र छात्राओं को पुरस्कृत भी किया गया, कार्यक्रम के दौरान स्थानीय विधायक ममतेश शाक्य ने कहा कि दरियावगंज झील को पक्षी विहार व पर्यटन के रूप में विकसित करने के लिए व सरकार से बात करेंगे, वहीं सीडीओ श्रीनिवासन मिश्र ने कहा कि ब्रह्मांड के पंचतत्व में से जल संरक्षण का महत्व हमें शीघ्र समझने की आवश्यकता है व प्रत्येक बच्चा पौधरोपण अवश्य करे, झील पर हुए सम्मेलन में प्रतिभाग करने गए सभी अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों, वनस्पतिकवेत्ताओं, प्रोफेसर, अध्यापक व छात्र छात्राओं ने एक नेचर वाक कर झील वनस्पति पशु पक्षी व जलीय जीवों को करीब से देखा,
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों सोमवार को वाराणसी पहुंचे - सूरी रिपोर्टर खदान की खुदाई में शुक्रवार को 29 कैरेट 46 सेंट के वजन का जेम क्वालिटी का एक बेशकीमती हीरा मिला पुलिस, प्रशासन और नेताओं की करतूत ने अवैध रेत कारोबार की राजधानी बना दिया अगले 24 घंटे में (रविवार तक) पूर्वी राजस्थान, पश्चिमी मध्य प्रदेश और गुजरात के कुछ हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की खटलापुरा घाट पर हुए हादसे का शिकार हुए 8 मृतकों के शवों का सुभाषनगर शमशान घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया शुक्रवार को 35 प्रीमियम हमसफर ट्रेनों से फ्लेक्सी फेअर स्कीम हटाने का निर्णय लिया भोपाल में छोटा तालाब में गणेश विसर्जन के दौरान नाव पलटने से 11 युवकों की मौत मैं राज्यसभा सदस्य हूं, इसलिए मेरे दस्तखत से सरकार में कोई काम नहीं होता- दिग्विजय सिंह इसरो केंद्र से संपर्क टूट जाने के बाद भी दुनियाभर में भारतीय स्पेस एजेंसी के वैज्ञानिकों की जमकर तारीफ हो रही है You are at:Home»राज्यों से»उत्तर प्रदेश»फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों सोमवार को वाराणसी पहुंचे फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों सोमवार को वाराणसी पहुंचे By on March 12, 2018 उत्तर प्रदेश, दिल्ली, देश, देश, भोपाल, मध्य प्रदेश तीन दिन के भारत दौरे पर आए फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों सोमवार को वाराणसी पहुंचे। यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनका स्वागत किया। वाराणसी में मोदी और मैक्रों ने नाव की सैर की। जापान के पीएम शिंजो के बाद मैक्रों वाराणसी आने वाले दूसरे विदेशी राष्ट्राध्यक्ष हैं। इसके बाद मोदी ने एक रैली में स्पीच भी दी।
दिल्ली: कार्यक्रम में बोले पीएम मोदी- कुछ लोग काले धन के पक्ष में बात कर रहे हैं, लेकिन हम समझौता नहीं करेंगे अरुणाचल: बीजेपी टिकट पर जीतीं दिवंगत सीएम कलिखो पुल की तीसरी पत्‍नी दसांगलु, निर्दलीय ने दी कड़ी टक्‍कर जम्‍मू-कश्‍मीर में नियंत्रण रेखा के नि‍कट पाकिस्‍तानी सैनिकों ने तीन भारतीय जवानों की हत्‍या कर दी है। सेना के मुताबिक, माछिल सेक्‍टर में एक जवान के शव को क्षत-विक्षत किया गया है। रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर को सेना के वाइस चीफ लेफ्टिनेंट जनरल बिपिन रावत ने इन हत्‍याओं के बारे में जानकारी दी है। 29 अक्‍टूबर के बाद से किसी भारतीय जवान के शव के साथ बर्बरता दिखाए जाने का यह दूसरा वाकया है। सेना ने एक ट्वीट में कहा है, ”माछिन में नियंत्रण रेखा पर तीन जवान मारे गए। एक सैनिक का शव क्षत-विक्षत किया गया है।” सेना ने करारा पलटवार करने की बात कहते हुए लिखा है कि ‘इस कायराना हरकत का भारी बदला लिया जाएगा।” पिछीले महीने, आतंकियों ने 27 वर्षीय सिपाही मनदीप सिंह के शव के साथ बर्बरता दिखाई थी। जिसके बाद आतंकी पाकिस्‍तान अधिकृत कश्‍मीर में घुस गए थे, उन्‍हें पाकिस्‍तानी सेना ने कवर फायर मुहैया कराया था। मंगलवार को ही जम्मू-कश्मीर के बांदीपुरा इलाके में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई थी जिसमें 2 आंतकी मार गिराए गए थे। आतंकी रिहायशी इलाके में छिपे थे, जिनके पास से 2000 रुपए के नए नोट भी बरामद हुए हैं। इसके अलावा आरएस पुरा सेक्टर में एक पाकिस्तानी संदिग्ध घुसपैठिए को मार गिराया गया है। जानकारी के मुताबिक, बांदीपुरा के हंजन गांव के रिहायशी इलाके में आतंकियों के छुपे होने की खबर मिली थी। जिसके बाद 13, राष्ट्रीय राइफल्स की टुकड़ी और राज्य पुलिस के विशेष अभियान समूह (एसओजी) ने इलाके की घेराबंदी कर दी। पुलिस के अनुसार, जैसे ही सेना के जवान आतंकवादियों के ठिकाने के पास पहुंचे, उन्होंने गोलीबारी शुरू कर दी। एलओसी पर सितंबर के आखिर में भारतीय सेना द्वारा सर्जिकल स्‍ट्राइक के बाद से ही तनाव है। पाकिस्‍तान की तरफ से अब तक 100 से ज्‍यादा बार संघर्ष‍विराम का उल्‍लंघन किया जा चुका है। इस बीच घुसपैठ की कई कोशिशों को सेना ने नाकाम किया है। इसी महीने 19 तारीख को दक्षिण कश्मीर में पुलवामा जिले के एक गांव में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों की बीच मुठभेड़ हुई थी। सुरक्षाबलों को देखकर छिपे हुए आतंकवादियों ने उन पर गोलियां चलानी शुरू कर दीं थी। सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई की और मुठभेड़ में एक आतंकवादी भी मारा गया था। ताज महल को लेकर की गई टिप्पणी की वजह से बीजेपी विधायक संगीत सोम को आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। सोशल मीडिया के एक धड़े ने ट्विटर पर ताज महल विवाद को लेकर ना केवल संगीत सोम का बल्कि अन्य कई नेताओं का भी मजाक बनाया है। ट्विटर पर #TajMahalTwitter के साथ गाय की एक फोटो पोस्ट की गई और कहा गया कि यह योगी जी की अपने पेरेंट्स के साथ की दुर्लभ फोटो। #TajMahalTwitter के साथ ही गुरमीत राम रहीम की भी एक फोटो पोस्ट करते हुए कहा गया, 'बेहम मुमताज के साथ सम्राट शाहजहां की ताज महल के अंदर की बेहद दुर्लभ तस्वीर।' केरसिया रंग के ताज महल की फोटो पोस्ट करते हुए एक ट्विटर यूजर ने लिखा, 'बस एक बार गौमुत्र से ताज महल को धोकर देखो, इसका रंग केसरिया हो जाएगा।' साथ ही फोटो पर लिखा गया कि ताज महल को केसरिया पत्थरों से बनाया गया था, लेकिन मुगलों ने इसे ब्लीच कर दिया था।
लखनऊ। वीमेन पावर लाइन-1090 के दसवें स्थापना दिवस के अवसर पर ”मिशन शक्ति फेज 3.0 के अन्तर्गत महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन (1090)ने महिला सुरक्षा की जागरुकता के उद्देश्य से सामुदायिक भागीदारी एवं जन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि पुलिस महानिदेशक मुकुल गोलय मौजूद रहे। डीजीपी मुकुल गोयल ने इस अवसर पर जन जागरूकता कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। साथ ही महिला सुरक्षा /1090 के पम्पलेट का अनावरण किया। वहीं 1090 के प्रचार-प्रसार के लिए संचालित की जा रही एलईडी वैन्स का फ्लैग ऑफ किया गया। इस अवसर पर डीजीपी ने 1090 के 10 वें स्थापना दिवस के अवसर पर सभी को बधाई देते हुए महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन, द्वारा महिलाओं की सुरक्षा के लिए किये जा रहे प्रयासों की सरहना की। अपर पुलिस महानिदेशक महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन नीरा रावत ने 1090 द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों विशेषकर Óहम फर हर व फर्क पड़ता हैÓ के सम्बन्ध में जानकारी दी। इस अवसर पर लखनऊ के साथ ही गैरजनपदों से आये चौकीदारों, एनएसएस व एनवाईके के प्रतिनिधियों को कार्ड वितरण किया। कार्यक्रम में एडीजी यूपी-112 अशोक कुमार सिंह, सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के निदेशक शिशिर सिंह, एनएसएस, नेहरू युवा केन्द्र, व्यापार मण्डल, आरडब्लूए, सिक्योरिटी गाड्र्स, विभिन्न सर्विस प्रोवाइडर, कम्पनियों के वरिष्ठ पदाधिकारी व उनके प्रतिनिधि, वैचारिक समागम के प्रबुद्ध महानुभाव गण, स्कूल/कालेज से आये सम्मानित षिक्षक व छात्र/छात्रायें व दूर दराज के गांवों से पधारे ग्राम प्रहरी, विभिन्न जनपदों से आये 1090 के नोडल पुलिस अधिकारी समेत बड़ी संख्या में लोगों ने कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। 51 लाख पैम्पलेट व 1.2 लाख स्टीकर से प्रचार-प्रसार सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के माध्यम से प्रदेश के समस्त 75 जनपदों व 18 मण्डल मुख्यालयों में निर्धारित रूट चार्ट के अनुसार प्रतिदिन 8 घण्टे महिला सुरक्षा /1090 के प्रचार-प्रसार के लिए एलईडी वैन्स संचालित की जा रही हैं। इसके अलावा लोगों को और अधिक जागरूक करने के लिए महिला सुरक्षा के प्रचार-प्रसार से सम्बन्धित 51 लाख पैम्पलेट/कार्ड व वाहनों पर चस्पा किये जाने वाले 1.2 लाख स्टीकर तैयार किये गये हैं। इसके अलावा अन्य कई माध्यमों से किया जा रहा है। इनमें सिक्योरिटी गाड्र्स, प्राइवेट संस्थानों/बैंक/पार्को, महिला सुरक्षा से सम्बन्धित हिन्दी में पोस्टर एंव लघु फिल्म, व्हाट्सएप्प मैसेजेज, रोडबेज बस, ट्रक, बस, ओला, उबर, आटो, नुक्कड़ नाटक शामिल हैं। Tags: 1090, CM Yogi Adityanath, Hindi news Lucknow, UP DGP, UPPOLICE Post navigation Lucknow: दो पक्षों में पत्थरबाजी और फायरिंग, कई घायल इंसानियत शर्मसार, दुधमुंही समेत दो बच्चियों से दरिंदगी search this blog Search Search You may Missed खेल जगत वेस्टइंडीज के खिलाड़ी ने T20 में दोहरा शतक बनाया 06/10/2022 hasan rana Jara hatke बाल-बाल बचा नासा का डार्ट अंतरिक्ष यान, टकराते टकराते रह गया 27/09/2022 hasan rana बिज़नेस Apple वॉच सीरीज़ 8 लुक बस बेहतर होता जाता है 24/09/2022 hasan rana RELIGEON देश हिजाब मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट सुनवाई ,इंडियागेट पर हिंदू आकर होमम करेंगे तो क्या होगा ? 22/09/2022 hasan rana Tags bjp CM Yogi Adityanath Corona Coronavirus COVID-19 cricket news crime crime in lucknow crime in up crime in Uttar Pradesh crime news Crime news Uttar Pradesh crime uttar pradesh desh hidi news hindi news hindi news uttar praradesh Horoscope India Lucknow Lucknow crime lucknow crime news lucknow news Lucknow police lucknow police commissionerate lucknow police news news news in hindi UP CM Yogi Adityanath UP Crime up crime news UPDGP UP DGP up election 2022 : up hindi news up news UPPOLICE UP police UP POLICE NEWS Uttar pardesh uttar pradesh Uttar Pradesh news उत्तर प्रदेश क्राइम लखनऊ
बिजनेस स्टैंडर्ड - आपके घर पर दवाएं पहुंचाएगा ड्रोन Thursday, September 23, 2021 03:11 PM English | हिंदी आपके घर पर दवाएं पहुंचाएगा ड्रोन बीएस संवाददाता / September 16, 2019 घाना और रवांडा जैसे अफ्रीकी देशों के बाद अब महाराष्ट्र सरकार भी जीवन रक्षक दवाएं ड्रोन के जरिये पहुंचाने की योजना बना रही है। इसके ïअगले साल के शुरू में चालू होने की संभावना है। इस सेवा के परिचालन का जिम्मा कैलिफोर्निया की ऑटोमेटेड लॉजिस्टिक कंपनी जिपलाइन संभालेगी। राज्य सरकार ने जिपलाइन के साथ साझेदारी की घोषणा करते हुए कहा कि इस पहल के लिए टीके बनाने वाली प्रमुख कंपनी सेरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) अनुदान देगी। गौरतलब है कि जिपलाइन विश्व की पहली और राष्ट्रीय स्तर पर ड्रोन से डिलिवरी सेवा देने वाली एकमात्र कंपनी है। जिपलाइन बिना मानव नियंत्रण के डिलिवरी करने वाले ड्रोन पर आधारित एक लॉजिस्टिक नेटवर्क स्थापित करेगी। पूरे महाराष्ट्र में कुल 10 वितरण केंद्रों की योजना बनाई गई है, जिनकी स्थापना अगले कुछ वर्षों में चरणबद्ध तरीके से की जाएगी। यह नई पहल राज्य सरकार के उस विजन का हिस्सा है, जिसके तहत वह ड्रोन से डिलिवरी के जरिये आने वाले वर्षों में अपने 12 करोड़ नागरिकों तक सप्ताह के सातों दिन जीवन रक्षक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करना चाहती है। जिपलाइन के ड्रोन रक्त उत्पादों, टीकों और जीवन रक्षक दवाओं की मांग आने पर और आपात स्थितियों में डिलिवरी करेंगे। पहले चरण में पुणे और नंदुरबार के पास दो वितरण केंद्र खोले जाएंगे, जो वर्ष 2020 की शुरुआत में उन क्षेत्रों के सरकारी अस्पतालों को सेवाएं देना शुरू कर देंगे। राज्य सरकार ने एक बयान में कहा कि पुणे और नंदुरबार में ड्रोन के परिचालन के लिए सेरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) अनुदान के रूप में धनराशि मुहैया कराएगी। इनके बाद भविष्य में बनने वाले वितरण केंद्रों के लिए धनराशि महाराष्ट्र सरकार और अन्य निजी एवं धर्मार्थ संस्थाएं मुहैया कराएंगी। रक्त उत्पादों, टीकों और जीवन रक्षक दवाओं का स्टॉक जिपलाइन के वितरण केंद्रों में भंडारित किया जाएगा ताकि इसकी जल्द से जल्द डिलिवरी की जा सके। चिकित्सा कर्मी टेक्स्ट मेसेज या कॉल के जरिये ऑर्डर दे सकेंगे और उन्हें औसतन 30 मिनट के भीतर चिकित्सा उत्पादों की डिलिवरी मिल जाएगी। इस बयान में कहा गया है, 'ड्रोन जिपलाइन के वितरण केंद्रों से उड़ान भरेंगे और उतरेंगे, इसलिए वे जिन चिकित्सालयों को सेवाएं देंगे उनमें किसी अतिरिक्त बुनियादी ढांचे या लोगों की जरूरत नहीं है। ये ड्रोन बिना किसी मानव नियंत्रण के उड़ते हैं, जो 1.8 किलोग्राम वजन ले जा सकते हैं। इनकी रफ्तार 110 किलोमीटर प्रति घंटा है और ये तेज हवाओं और बारिश में भी 160 किलोमीटर का चक्कर लगाकर आ सकते हैं।' महाराष्ट्र में जिपलाइन का हर वितरण केंद्र 20,000 वर्ग किलोमीटर से अधिक क्षेत्र में डिलिवरी सेवाएं देगा। ये दोनों वितरण केंद्र संयुक्त रूप से 2 करोड़ लोगों को सुविधा मुहैया कराने में सक्षम हैं। इसमें डिलिवरी आसमान से होगी। ड्रोन जमीन से ऊपर एक सुरक्षित ऊंचाई तक नीचे आएगा और पैराशूट से दवाओं का एक डिब्बा स्वास्थ्य केंद्र के निर्धारित स्थान पर गिरा देगा। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, 'महाराष्ट्र देश के उन राज्यों में से एक है, जहां सबसे अच्छी स्वास्थ्य व्यवस्था है। आपात स्थितियों में ड्रोन के जरिये डिलिवरी की नई सेवा टीकों, खून और अन्य जीवन रक्षक उत्पादों की तुरंत डिलिवरी का एक बहुत अच्छा समाधान है। इससे यह सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी कि महाराष्ट्र के करोड़ों लोगों को वह चिकित्सा मिले, जिसकी उन्हें जरूरत है।' जिपलाइन के सीईओ केल्लर रिनोडो ने कहा कि हर साल दुनियाभर में लाखों लोग समय पर दवा उपलब्ध नहीं होने के कारण मर जाते हैं। उन्होंने कहा, 'ड्रोन से तत्काल डिलिवरी के जरिये इस समस्या का समाधान हो सकता है।' गोल्डमैन सैक्स, सिकोया कैपिटल, कैटालिस्ट वेंचर्स, टेमासेक, टोयोटा टुसुसो कॉरपोरेशन, स्टैनफर्ड यूनिवर्सिटी ने कंपनी के लक्ष्यों का समर्थन किया है। जिपलाइन ने अगले पांच वर्षों में दुनियाभर में 70 करोड़ लोगों को सेवाएं देने का लक्ष्य तय किया है। जिपलाइन ने अक्टूबर 2016 में रवांडा के 21 अस्पतालों में खून की डिलिवरी के साथ अपना परिचालन शुरू किया था। उसके बाद यह सेवा रवांडा की पूरी 1.2 करोड़ आबादी तक पहुंच चुकी है। वहां 450 चिकित्सा केंद्रों तक ड्रोन के जरिये चिकित्सा उत्पादों की डिलिवरी हो रही है। जिपलाइन ने इस साल अप्रैल में घाना की सरकार के साथ करार किया था और अपने चार वितरण केंद्रों में से एक शुरू किया था। ये वितरण केंद्र 2,000 अस्पतालों और उस देश की 1.2 करोड़ आबादी को सेवाएं देंगे।
देर रात जहानाबाद एसपी ने किया भ्रमण एक अधिकारी ड्यूटी से थे गायब - Magadhbhoomi | Jehanabad News देर रात जहानाबाद एसपी ने किया भ्रमण एक अधिकारी ड्यूटी से थे गायब रात्रि में ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों पर एसपी दीपक रंजन की निगहबानी लगातार जारी है। गुरुवार की देर रात एसपी खुद शहर का भ्रमण कर विधि व्यवस्था का जायजा लिया। इस दौरान मलहचक मोड़ पर प्रतिनियुक्त पुलिस पदाधिकारी वीरेंद्र चौधरी अपनी ड्यूटी से नदारद मिले। जिसके बाद एसपी ने तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया। इसके बाद एसपी पुलिस लाइन की ओर निकल पड़े। पुलिस लाइन के समीप ड्यूटी पर तैनात सिपाही शशिकांत दुबे अपनी जिम्मेवारी पर ईमानदारी पूर्वक अडिग मिले। एसपी ने सिपाही शशिकांत दुबे से हाथ मिला कर उन्हें शाबाशी दी और इसी प्रकार अपनी ड्यूटी निर्वहन करने का निर्देश दिया। एसपी ने बताया कि ड्यूटी और अपनी जिम्मेदारी के प्रति लापरवाह पुलिस अधिकारी और पुलिस कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। ज्ञात हो कि जिले में योगदान देने के बाद एसपी लगातार देर रात शहर एवं जिले के अन्य इलाके का भ्रमण कर विधि व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं। एसपी की इस कदम से पुलिस कर्मियों में हड़कंप मचा हुआ है। एसपी ने अपने इस कदम से पुलिस पदाधिकारी और पुलिसकर्मियों में यह संदेश दिया है कि कर्तव्य में लापरवाही किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ड्यूटी में लापरवाह उन लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
UP: ऑनलाइन वोटिंग का होगा विरोध- अखिलेश यादव - Today News In Hindi NEWS TODAY REPORT HomeNewsINDIAUP: ऑनलाइन वोटिंग का होगा विरोध- अखिलेश यादव UP There will be opposition to online voting Akhilesh Yadav UP: ऑनलाइन वोटिंग का होगा विरोध- अखिलेश यादव सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज चुनाव की घोषणा के बाद लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस की है, जहाँ उन्होंने कहा कि अगर Covid काल में ऑनलाइन वोटिंग का आदेश दिया तो हम इसका विरोध करेंगे। इसके साथ ही आगे उन्होंने बोलते हुये कहा कि सिर्फ इतना ही नहीं, हम चुनाव आयोग से अपील करेंगे कि वह चुनाव के लिये हमें फण्ड दे, जिससे हम BJP के स्ट्रांग IT इंफ्रास्ट्रक्चर के सामने मजबूती से डेमोक्रेटिक लिहाज से चुनाव लड़ सकें। उन्होंने कहा कि BJP झूठ बोलने वालों की पार्टी है, वह विज्ञापन में पैसे का दुरूपयोग कर रही है, ऐसा नहीं होना चाहिये। आगे उन्होंने कहा कि हम अपने संकल्पों को जनता के बीच ले जायेंगे, साथ ही सपा सरकार आते ही किसानों को मुफ्त सिंचाई दी जायेगी, इसके साथ ही 300 यूनिट फ्री बिजली की व्यवस्था भी सपा सरकार करेगी। इसके साथ ही उन्नाव के विधायक के साथ हुई घटना पर उन्होंने बोलते हुये कहा है कि BJP के लोग कूटे जा रहे हैं, क्योंकि उन्होंने जो वादे किये थे, वह पूरे नहीं कर पाये हैं। आगे उन्होंने BJP के IT सेल को निशाने पर लेते हुये कहा कि हम BJP के आईटी सेल के एक व्यक्ति पर FIR करायेंगे, वह एक ऐसा व्यक्ति है जो दिल्ली में बैठकर UP की BJP आईटी सेल चला रहा है, उन्होंने मेरी झूठी फ्रांस की तश्वीर वायरल की है, जिसमें इत्र कारोबारी को मेरे साथ दिखाया गया है।
BBCHindi | फो़रम | दिल्ली पर आपकी राय दिल्ली पर आपकी राय दिल्ली के इतिहास और वर्तमान को समेटती ये श्रृंखला कैसी लगी आपको? क्या दिल्ली का इतिहास उससे दूर होता जा रहा है? क्या वाकई ये शहर 'नकली अमरीका' बनता जा रहा है?आप क्या सोचते हैं? लिख भेजें हमें अपनी राय. प्रकाशित: 12/10/11 11:14 AM GMT टिप्पणियों की संख्या:6 12/26/11 5:42 PM GMT दिल्ली इतिहास से दूर हो रही है. आज दिल्ली में आम इनसानों के लिए कोई सुविधाएं नहीं हैं. केवल दिल्ली को पेरिस बनाने की होड़ में अमीर और अमीर होते जा रहे हैं और ग़रीब और ग़रीब. इतिहास बताता है कि अमीरी तब ही ज़िंदा रहती है जब ग़रीब ज़िदा हों. इसीलिए सरकार भी ग़रीबों के लिए कुछ नहीं कर रही है. दिल्ली से ग़रीबों को दूर बवाना भेजा जा रहा है जहां दो वक़्त की रोटी भी उन्हें नसीब नहीं होती. mukesh chourase chhindwara 12/16/11 6:50 PM GMT मेरी दिल्ली देखने की तमन्ना बचपन से रही है,हालाँकि कभी जा नहीं पाया . दिल्ली के बारे में मैंने तरह तरह की कल्पनाएँ जरुर की थीं लेकिन बीबीसी की इस शृंखला ने दिल्ली के वर्तमान को नहीं बल्कि इतिहास को भी सजीव चित्रित किया है. Vijay hanumangarh 12/16/11 8:58 AM GMT बचपन में दिल्ली को किताबों की नज़र से देखा था.दिलवालों के शहर दिल्ली में कदम रखते ही मशहूर जगहों को देखने से खुद को रोक नहीं पाई.वक़्त के थपेड़ों ने दिल्ली की तस्वीर बदल दी है.ज़माने की उथल पुथल ने दिल्ली को जितना दिया है उस से कहीं ज्यादा उस से छीन लिया है.ऐसे में भावनाए और संवेदनशीलता पीछे छूट गई है और उस की जगह आधुनिक तकनीक ने लेली है. Bushra Fatma Supaul,Bihar 12/13/11 1:06 PM GMT दिल्ली का इतिहास बहुत अच्छा लगा. एक और बात ज़हन में आई कि भारतीय उलेमा भारतीय इतिहास के बारे में कुछ नहीं जानते हैं जो बारहा लंबी लंबी तक़रीरें करते हैं. Amanullah Khan Maharajganj भारत 12/13/11 6:29 AM GMT सबसे पहले बीबीसी को बधाई. अपनी राजधानी के बारे में जानकर अच्छा लगा.लेकिन अब दिल्ली पूरी तरह बदल गई है, हर जगह भीड़,भयानक शोर, प्रदूषण आदि. ऐतिहासिक धरोहर लाल किला,जामा मस्जिद,कुतुब मीनार , हुमाँयू का मकबरा बुरी हालत में हैं, हमें इनकी देखरेख करनी चाहिए. 12/12/11 8:24 AM GMT सौ साल की जवान दिल्ली पर आपकी टीम ने बेहतर काम किया है. नई पीढ़ी के लिए ये काफ़ी ज्ञानप्रद दस्तावेज़ हैं. लेकिन किसी कवि ने ठीक ही लिखा है -एक ओर समृद्धि थिरकती, पास सिसकती है कंगालीएक के तन पर एक न चिथड़ा, एक स्वर्ण के गहनेवालीपास खड़े जो भव्य महल हैं, आसमान को छूनेवालेऔर बगल में खड़ी झोंपड़ी, जिसकी छप्पर चूनेवाली.बुंदेलखंड के हरिया के लिए दिल्ली एक अबुझ पहेली है और रहेगी. बेगानापन दिल्ली को नक़ली अमरीका बना रहा है.
Free Scooty Distribution : Scheme and Guidelines to tribal girl students. - Shivira Free Scooty Distribution : Scheme and Guidelines to tribal girl students. जनजाति छात्राओं को निःशुल्क स्कूटी वितरण योजना एवं दिशा-निर्देश 1. योजना का उद्देश्यः- राजस्थान राज्य की मेधावी जनजाति छात्राओं को राजकीय विद्यालयों में कक्षा 10 व 12वी तक नियमित छात्रा के रूप में प्रवेश लेकर अध्ययन हेतु प्रेरित करना । माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, राजस्थान एवं केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित परीक्षा में 65% एवं इससे अधिक अंक लाने की भावना विकसित करने एवं आगे नियमित अध्ययन हेतु वाहन सुविधा उपलब्ध कराना है। 2. नाम एवं प्रभावित क्षेत्र • योजना का नाम जनजाति छात्राओं को निःशुल्क स्कूटी वितरण योजना होगा। • योजना सम्पूर्ण राजस्थान राज्य में लागू होगी । 3. परिभाषाएँ:- • राज्य सरकार से तात्पर्य राजस्थान सरकार से है। • विभाग से तात्पर्य जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग, राजस्थान से है । • आयुक्त से तात्पर्य आयुक्त, जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग, उदयपुर से है । • मूल निवासी से तात्पर्य राजस्थान राज्य की मूल निवासी से है। 4. योजना के अन्तर्गत देय लाभ (स्कूटी वितरण एवं नकद राशि)- • जनजाति छात्राएँ जिन्होने माध्यमिक शिक्षा बोर्ड या केन्द्रीय शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित परीक्षा में कक्षा 10 वी/12 वी में 65 प्रतिशत या इससे अधिक अंक प्राप्त किए हो तो उसे योजना के तहत निशुल्क स्कूटी प्रदान की जायेगी। जिन छात्राओं ने कक्षा 10 वीं में स्कूटी प्राप्त कर ली हैं और आगे नियमित अध्ययनरत रहकर कक्षा 12 वीं में पुनः 65 प्रतिशत या अधिक अंक प्राप्त किये हैं उन्हें स्नातक कक्षा में प्रवेश लेने पर प्रथम वर्ष 20,000/-, द्वितीय वर्ष में 10,000/- एवं तृतीय वर्ष में 10,000/- की नकद राशि प्रोत्साहन स्वरूप दी जायेगी। 5.पात्रता :- छात्रा द्वारा पात्रता की निम्न शर्तो को पूरी करने पर ही योजना का लाभ देय होगाः- • छात्रा ने राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड/केन्दीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से राजकीय विद्यालय में अध्ययनरत होकर कक्षा 10 वी/कक्षा 12 वी में प्रथम प्रयास में 65 प्रतिशत अथवा अधिक अंक प्राप्त किए हो। यदि पूरक परीक्षा से 65 प्रतिशत अथवा अधिक अंक प्राप्त किये हो, तो स्कूटी प्राप्त करने हेतु छात्रा पात्र नहीं होगी। * छात्रा राजस्थान के अनुसूचित जनजाति वर्ग से सम्बन्धित होनी चाहिए। • छात्रा बोर्ड परीक्षा उत्तीर्ण करने के पश्चात् आगे निरन्तर विद्यालय/महाविद्यालय में (सामान्य शिक्षा, तकनीकी शिक्षा सहित समस्त स्नातक व स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में नियमित अध्ययनरत हो। • छात्रा के माता पिता/अभिभावक/संरक्षक/पति आयकर दाता न हो। • छात्रा राजस्थान की मूल निवासी हो । * स्कूटी योजना हेतु आवेदनकर्ता छात्रा के बोर्ड परीक्षा उत्तीर्ण करने के पश्चात् आगे निरन्तर अध्ययन में अन्तराल (गेप) होन पर पुनः राजकीय विद्यालय/कॉलेज में नियमित अध्ययनरत होने पर अन्य शर्ते पूरी करने पर स्कूटी देय होगी। * जिस छात्रा को राज्य सरकार से पात्रता वर्ष में अन्य योजना में स्कूटी का लाभ दिया गया वह छात्रा उक्त योजना में स्कूटी प्राप्त करने की पात्र नहीं होगी। • वैद्य भामाशाह कार्ड एव आधार कार्ड होना चाहिए। 6. आवेदन पत्र के साथ संलग्न किये जाने वाले आवश्यक प्रमाण पत्र/दस्तावेजः- • कक्षा 10 या 12 राजकीय विद्यालय में अध्ययनरत रहकर बोर्ड परीक्षा में 65 प्रतिशत अथवा 65 प्रतिशत से अधिक अंको से उर्तीण करने की अंक तालिका। • छात्रा के माता-पिता/पति/अभिभावक/संरक्षक का आयकरदाता नहीं होने बाबत निर्धारित प्रारूप में स्वयं आय घोषणा-पत्र सक्षम स्तर से प्रमाणित हो । 7. आवेदन प्रक्रिया - • मेधावी छात्राओं द्वारा निर्धारित आवेदन पत्र ऑनलाईन भरकर भामाशाह कार्ड के साथ, विभाग द्वारा निर्धारित तिथि तक पोर्टल पर अपलोड करना होगा। आवेदन पत्र विभाग की वेबसाईट www.tad.rajasthan.gov.in ds Home page 9 ONLINE PORTAL FOR TAD EDUCATIONAL INCENTIVE लिंक पर ऑनलाईन भरे जा सकते है। ऑनलाईन आवेदन करने हेतु विस्तृत विवरण व दिशा-निर्देश विभागीय वेबसाईट tad.rajasthan.gov.in पर देखा जा सकता छात्रा वर्तमान में जहाँ कक्षा 11 वी व स्नातक प्रथम वर्ष में अध्ययनरत है, उन शिक्षण संस्थाओं द्वारा विद्यार्थियों से प्राप्त ऑनलाईन आवेदन पत्रों की गहन जॉचकर प्राप्त आवेदन पत्र स्वीकृतकर्ता अधिकारियों (परियोजना अधिकारी, टीएडी/ परियोजना अधिकारी, सहरिया/मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिला परिषद) को भिजवाया जाएगा। स्वीकृतकर्ता अधिकारियों द्वारा शिक्षण संस्थाओं से प्राप्त परिपूर्ण आवेदन पत्रों की ऑनलाईन स्वीकृति जारी की जाएगी, अपूर्ण आवेदन पत्र को (यदि कोई हो तो) शिक्षण संस्थाओं/विद्यार्थियों को प्रतिप्रेषित (पुनः फारवर्ड) किया जाएगा। 8. भुगतान प्रकिया:- स्वीकृतशुदा नकद राशि प्राप्त करने वाले समस्त आवेदन पत्रों को जिला कार्यालय द्वारा जॉच उपरान्त सम्बन्धित जिले के ट्रेजरी में भुगतान हेतु प्रेषित किया जाएगा। • पारितशुदा बिलों की राशि ट्रेजरी द्वारा विद्यार्थियों के परिवार के भामाशाह कार्ड में अंकित बैंक खातों में हस्तान्तरित की जाएगी। • छात्राओं को सम्बन्धित जिले के विभागीय कार्यालय से स्कूटी वितरित की जायेगी। Next Social Media: A Collection of all Viral messages related to education. 13 October 2019, Sunday. www.shivira.com » Previous « Social Media Education News: Collection of social media news on 11 October 2019. Tags: 000 / - in the first year000 / - in the second year000 / - in the third year000/-000/- तृतीय वर्ष में 101020board of secondary educationCentral Board of Secondary EducationCommissioner Tribal Regional Development Department UdaipurFree Scooty Distribution : Scheme and Guidelines to tribal girl studentsFree Scooty Distribution Scheme and Guidelines to Tribal GirlsMotivating meritorious tribal girl studentsrajasthanRajasthan Non-nativesTribal Regional Development Department RajasthanVehicle facility for regular studiesआयुक्त जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग उदयपुरकेन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्डजनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग राजस्थानजनजाति छात्राओं को निःशुल्क स्कूटी वितरण योजना एवं दिशा-निर्देशद्वितीय वर्ष में 10नियमित अध्ययन हेतु वाहन सुविधाप्रथम वर्ष 20माध्यमिक शिक्षा बोर्डमेधावी जनजाति छात्राओं को प्रेरित करनाराजस्थानराजस्थान की मूल निवासी
England vs New Zealand Updates | ENG vs NZ 2nd Test, Day 1: England vs New Zealand second test day one Edgbaston Rory Burns and Dan Lawrence fifties, पहले दिन बर्न्स और लॉरेंस के पचासे, इंग्लैंड का स्कोर 258/7 | Cricket Hindi News England vs New Zealand second test day one Edgbaston Rory Burns and Dan Lawrence fifties ENG vs NZ 2nd Test, Day 1: पहले दिन बर्न्स और लॉरेंस के पचासे, इंग्लैंड का स्कोर 258/7 Updated Jun 10, 2021 | 23:56 IST England vs New Zealand: इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच एजबेस्टन में गुरुवार को शुरू हुए दूसरे टेस्ट मैच के पहले दिन इंग्लिश बल्लेबाजों का दम दिखा। कीवी गेंदबाजों ने भी प्रभाव छोड़ा। Rory Burns, England vs New Zealand (ICC) न्यूजीलैंड का इंग्लैंड दौरा 2021 - दूसरा टेस्ट एजबेस्टन में गुरुवार को हुई दूसरे टेस्ट मैच की शुरुआत रोरी बर्न्स शतक से चूके, डेन लॉरेंस का भी पचासा England vs New Zealand: ओपनर रोरी बर्न्‍स (81) और डेनियल लॉरेंस (नाबाद 67) के अर्धशतकों की बदौलत इंग्लैंड ने न्यूजीलैंड के खिलाफ एजबेस्टन में खेले जा रहे दूसरे और सीरीज के अंतिम टेस्ट मैच के पहले दिन का खेल खत्म होने तक तक सात विकेट पर 258 रन बना लिए हैं। स्टंप्स तक लॉरेंस 100 गेंदों पर 11 चौके के सहारे 67 रन और मार्क वुड 58 गेंदों पर एक चौके की मदद से 16 बनाकर क्रीज पर मौजूद हैं। न्यूजीलैंड की ओर से मैट हेनरी, टिम साउदी और एजाज पटेल ने अबतक दो-दो विकेट लिए जबकि नील वेगनर को एक विकेट मिला। इससे पहले, अज सुबह इंग्लैंड के कप्तान जोए रूट ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनी और बर्न्‍स तथा डॉमिनिक सिब्ले ने पहले सत्र में शानदार बल्लेबाजी कर कप्तान के फैसले को सही साबित किया। दोनों बल्लेबाजों ने लंच ब्रेक तक बिना विकेट खोए 67 रन बनाए और टीम को अच्छी शुरूआत दिलाई। लंच ब्रेक के बाद हालांकि इंग्लैंड की पारी कुछ लड़खड़ा गई और उसने सिब्ले (35), जैक क्राव्ली (0) और कप्तान रूट (4) के विकेट महज 13 रन के अंदर गंवाए। इसके बाद एजाज ने ओली पोप को आउट कर इंग्लैंड को चौथा झटका दिया। पोप ने 49 गेंदों पर एक चौके के सहारे 19 रन बनाए। चायकाल के बाद तीसरे सत्र में बर्न्‍स और लॉरेंस ने पारी को संभालने की कोशिश की और दोनों बल्लेबाजों के बीच पांचवें विकेट के लिए 42 रन की साझेदारी हुई। इस बीच, शतक की ओर बढ रहे बर्न्‍स को बोल्ट ने आउट किया। उन्होंने 187 गेंदों पर 10 चौकों के सहारे 81 रन बनाए। बर्न्‍स के आउट होने के कुछ देर बाद जेम्स ब्राकी खाता खोले बिना पवेलियन लौटे और एजाज ने ओली स्टोन (20) को आउट कर मेजबान टीम को सातवां झटका दिया।
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Gossipganj Reporter Sep 17, 2018 0 गुलज़ार को आपने हमेशा सफेद रंग के कपड़े में ही देखा होगा। गुलजार की शायरी के कई रंग हैं, लेकिन वो खुद सिर्फ एक रंग में दिखते हैं- सफेद। मगर सिर्फ सफेद क्यों? जब एक बार एक पत्रकार ने उनसे ये सवाल किया था, तो उन्होंने बिना पलक झपकाए Gossipganj Reporter Sep 15, 2018 0 एक्ट्रेस साधना जिससे नफरत करती थीं उससे दिल से करती थीं। ऐसा ही एक वाकया है उनका राज कपूर साहब के साथ। उसके बाद वो राज कपूर साहब के साथ फिल्में तो दूर उनकी शक्ल देखना भी पसंद नहीं करती थीं। बहुत ही कम लोग इस बात को Gossipganj Reporter Sep 12, 2018 0 शैलेंद्र को राज कपूर साहब अपनी आत्मा मानते थे। बात सन 1965 की है। राज कपूर साहब अपनी महत्वाकांक्षी फिल्म "मेरा नाम जोकर" बना रहे थे। इस फिल्म के लिए राज साहब ने अपनी सारी सम्पति दांव पर लगा दी थी। इसकी वजह यह थी कि राज साहब इस फिल्म की… Gossipganj Reporter Sep 11, 2018 0 गुलज़ार की बायोग्राफी रिलीज़ होने जा रही है। गुलजार और एक्ट्रेस राखी 70 के दशक में एक लोकप्रिय जोड़ी थी। गुलज़ार और राखी ने 1973 में शादी रचाई लेकिन एक साल बाद ही मेघना गुलज़ार के पैदा होने के बाद दोनों ने अलग होने का फैसला कर लिया था। Gossipganj Reporter Sep 7, 2018 0 Gossipganj Reporter Aug 28, 2018 0 आरके स्टूडियो के लोगो की कहानी रूस के एक शख्स से जुड़ी है! राज कपूर के चाहने वाले पूरी दुनिया में थे। खासतौर से रूस में तो राज कपूर के गाने लोग खूब गाते थे। स्टूडियो के बैनर तले बनी फिल्में बरसात और आवारा के गाने रूस में लोगों द्वारा… Gossipganj Reporter Aug 27, 2018 0 अमिताभ बच्चन के डूबते करियर को बचाया था उनके पिता की कविता ने, अमिताभ बच्चन की एक के बाद एक नौ फिल्में बुरी तरह से बॉक्सऑफिस पर फ्लॉप हो गई थीं। 80 के दशक में अमिताभ बच्चन का करियर डूब रहा था। लगातार फिल्मों के फ्लॉप होने के कारण बिग बी भी… Gossipganj Reporter Aug 24, 2018 0 हृषिकेश मुखर्जी का नाम ज़ुबां पर आते ही फिल्म आनंद घूम जाती है। अशोक कुमार, राज कपूर, दिलीप कुमार, देव आनंद, राजेश खन्ना, अमिताभ बच्चन जैसे अभिनेताओं के साथ फिल्में बनाने वाले हृषिकेश मुखर्जी का सेट पर ऐसा दबदबा होता था कि कोई स्टार न तो…
11 December 2021 aaj ka rashifal today horoscope in hindi daily zodiac | 11 December 2021 राशिफल: शनिवार का राशिफल (today Horoscope) | Hari Bhoomi Home > धर्म अध्यात्म > राशिफल > 11 December 2021 राशिफल: ... 11 December 2021 राशिफल: शनिवार का राशिफल (today Horoscope) hansrajCreated On: 10 Dec 2021 2:36 PM GMT Last Updated On: 10 Dec 2021 2:36 PM GMT 11 December 2021 आज का राशिफल (Aaj ka Rashifal) आज के दिन मार्गशीष मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि और शनिवार है। इसके अलावा कैसा रहने वाला है आज आपका दिन आइए जानते हैं डॉ. अनीष व्यास के अनुसार आज का राशिफल... आज मार्गशीष मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि है। 11 दिसंबर 2021 पंचांग धन, यश, कीर्ति में वृद्धि होगी, लेकिन शाही खर्च से बचना होगा। आर्थिक मामलों में जोखिम न उठाएं। व्यर्थ की परेशानी और उलझनें रहेंगी। संयम से काम लें। मछलियों को आटा डालें। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। व्यावसायिक या किसी अन्य मामले में अप्रिय समाचार मिल सकता है। संतान के दायित्व की पूर्ति होगी। रचनात्मक प्रयास फलीभूत होंगे। भगवान शिव के दर्शन करें। एक पौधे के साथ तीन सिक्के को बांध दें। इनसे आर्थिक स्थिति में मजबूती आएगी। पौधा वित्तीय विकास का प्रतीक है और उसे फूलदान में सिक्के के साथ लगाने से आर्थिक स्थिति में मजबूती और विकास को प्रोत्सान मिलता तथा जीवन में समृद्धि आती है। अपने कार्यक्षेत्र में एक सुनहले सितारे को प्रदर्शित करें। इनसे आर्थिक स्थिति और प्रोफेशन के क्षेत्र में श्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहन मिलता है और कार्य संबंधी सफलता मिलती है। बाथरुम का दरवाजा हमेशा बंद रखें। इससे सकारात्मक प्रभाव बनता है और पैसे का अनावश्यक खर्च बंद होकर धन की आमदनी बढती है ।
north korea condemn joint military practise between america and south korea उ. कोरिया की अमेरिका को चेतावनी,... उ. कोरिया की अमेरिका को चेतावनी, द. कोरिया के साथ सैन्य अभ्यास आग में घी के समान होगा Edited by: India TV News Desk 20 Aug 2017, 14:56:02 IST सोल: उत्तर कोरिया ने आज चेतावनी दी है कि प्योंगयांग और वॉशिंगटन के मध्य बढ़ते तनाव के बीच अगर अमेरिका अगले हफ्ते दक्षिण कोरिया के साथ संयुक्त सैन्य अभ्यास करता है तो यह आग में घी डालने जैसा होगा। प्योंगयांग ने पिछले महीने दो अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया था जिसकी जद में अमेरिका का ज्यादातर हिस्सा आता है। इसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया था। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतानवी दी थी कि वॉशिंगटन उत्तर कोरिया पर आफत की बरसात कर सकता है। (शराब पीकर स्टाफ से दुर्व्यवहार करने के आरोप में लॉ टीचर को विमान से उतारा) इसके बाद प्योंगयांग ने धमकी दी थी वह अमेरिकी क्षेत्र गुआम की ओर मिसाइलों की झाड़ी लगा सकता है। किम जोंग उन ने धमकी दी थी कि वह इस योजना पर आगे बढ़ सकते हैं और यह वॉशिंगटन के अगले कदम निर्भर करेगा। सोल और वॉशिंगटन सोमवार को उलची फ्रीडम ऑफ गार्जियन संयुक्त सैन्य अभ्यास शुरू करेंगे, जिसमें हजारों सैनिक हिस्सा लेंगे। प्योंगयांग इसे आक्रमण के लिए उकसावे की कार्वाई बता रहा है। उत्तर कोरिया के आधिकारिक रेदोंग सिनमन अखबार के संपादकीय में कहा गया कि संयुक्त सैन्य अभ्यास हमारे खिलाफ शत्रुता की बहुत ही मुखर अभिव्यक्ति है। हमें इस बात की गारंटी कोई नहीं दे सकता कि यह अभ्यास वास्तविक लड़ाई में नहीं बदलेगा। संयुक्त सैन्य अभ्यास आग में घी डालने के समान होगा और इससे प्रायद्वीप में हालात और बदतर होंगे। इसमें धमकी दी गई कि इससे प्रायद्वीप में परमाणु युद्ध का अनियंत्रित दौर शुरू हो जाएगा। इसमें कहा गया कि अगर अमेरिका को यह भ्रम है कि इस युद्ध से वे अप्रभावित रहेंगे तो यह बहुत बड़ी गलती होगी। सोल और वॉशिंगटन ने कहा कि 1976 के समय शुरू हुआ यह सैन्य अभ्यास योजना अनुसार ही होगा। सोल के रक्षा मंत्रालय की ओर से मुहैया करवाए गए आंकड़ों के मुताबिक इस वर्ष अभ्यास में करीब 17,500 अमेरिकी जवान हिस्सा लेंगे और यह संख्या पिछले वर्ष के मुकाबले कम है।
पटना में 8 अक्तूबर को रालोजपा मनाएगी रामविलास पासवान की द्वितीय पुण्यतिथि, 20 हज़ार से अधिक लोग होंगे शामिल Toggle navigation बिहार पटना गया मुजफ्फरपुर भागलपुर सीवान ‎जहानाबाद अन्य शहर आरा नालंदा नवादा समस्तीपुर सीतामढ़ी पूर्णिया मधुबनी दरभंगा बेगूसराय कटिहार मुंगेर छपरा बेतिया सहरसा हाजीपुर सासाराम मोतिहारी खगरिया बक्सर अररिया औरंगाबाद बगहा गोपालगंज जमुई कैमूर किशनगंज लखीसराय मधेपुरा सियासत देश जुर्म लाइफ स्टाइल लाइव टीवी Breaking News नालंदा में अनियंत्रित स्कार्पियो ने टेम्पू में मारी टक्कर, चार छात्र गंभीर रूप से हुए जख्मी भाजपा विधायक श्रेयसी सिंह ने फिर बिहार का नाम किया रौशन, नेशनल चैम्पियनशिप में जीता कांस्य पदक सारण शिक्षक निर्वाचन उपचुनाव को लेकर बेतिया पहुंचे आनंद पुष्कर, शिक्षकों से की मुलाकात, कहा पिता के अधूरे संकल्प को करेंगे पूरा शिकायत से परेशान CM नीतीश ने बहाली प्रक्रिया को ही बदल दिया..अब कैसे होगी सेविका-सहायिका की बहाली, पूरी प्रक्रिया जानें.... BREAKING NEWS : सुपौल में अनियंत्रित ट्रक ने तीन बाइक सवारों को रौंदा, दो की मौत, एक गंभीर रूप से जख्मी MP-MLA के खिलाफ लंबित आपराधिक मुकदमों पर होगी त्वरित सुनवाई, पटना हाईकोर्ट ने सभी जिला जजों को दिया निर्देश सासाराम पहुँची एएसआई की टीम, सम्राट अशोक के लघु शिलालेख का खुलवाया ताला, साथ ले गयी चाभी अच्छी सड़कों का दंभ भरने वाले भाजपा और महागठबंधन के नेता कुढ़नी आकर देख ले हकीकत, मुकेश सहनी ने बोला बड़ा हमला खगड़िया में नाच गाकर बच्चों को अनोखे अंदाज में पढ़ाती है टीचर, सरकारी स्कूल का वीडियो सोशल मीडिया में हुआ वायरल जस्टिस पार्थ सारथी ने कलेक्ट्रेट बार एसोसिएशन का किया निरीक्षण, बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने का दिया निर्देश पटना में 8 अक्तूबर को रालोजपा मनाएगी रामविलास पासवान की द्वितीय पुण्यतिथि, 20 हज़ार से अधिक लोग होंगे शामिल Edited By Rajgeer Kumar Singh 06-Oct-2022 10:03 PM Share on Facebook Share on Twitter Share on Whatsapp Share on Google+ PATNA : राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण कुमार अग्रवाल ने बताया की लोजपा एवं दलित सेना के संस्थापक पद्मभूषण रामविलास पासवान की द्वितीय पुण्यतिथि 08 अक्टूबर 2022 (शनिवार) को 11.00 बजे दिन से राष्ट्रीय लोजपा के राज्य कार्यालय पटना में मनायी जायेगी। राष्ट्रीय प्रवक्ता अग्रवाल ने कहा कि पार्टी संस्थापक रामविलास पासवान की द्वितीय पुण्यतिथि को ऐतिहासिक और अभूतपूर्व बनाने के लिए बिहार के सभी जिलों से लेकर पंचायत तक राष्ट्रीय लोजपा एवं दलित सेना के कार्यकर्ताओं के द्वारा व्यापक तैयारी की जा रही है। सभी नेता एवं कार्यकर्ता 08 अक्टूबर को पटना के पार्टी कार्यालय में आयोजित पुण्यतिथि कार्यक्रम को लेकर पूरे जोर-शोर से लगे हुए हैं। 08 अक्टूबर को पटना पार्टी कार्यालय में पूरे राज्य-भर से एवं देश के अन्य राज्यों से भी 20,000 (बीस हजार) से भी ज्यादा की संख्या में पहुँचेगें और अपने दिवंगत नेता रामविलास पासवान को याद कर उनकों श्रद्धांजली अर्पित करेगें। राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केन्द्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस के द्वारा भारतीय जनता पार्टी एवं बिहार के सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के बड़े नेताओं एवं अन्य पार्टी के प्रमुख नेताओं को पूण्य तिथि कार्यक्रम का निमंत्रण कार्ड भेजा गया है तथा भेजा जा रहा है। राष्ट्रीय अध्यक्ष केन्द्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने 08 अक्टूबर को स्व0 पासवान को श्रद्धांजली अर्पित करने के लिए फोन कर एन.डी.ए के नेताओं सहित अन्य दलों के नेताओं को भी आमंत्रण दे रहे हैं। पार्टी एवं पार्टी के द्वारा जो निमंत्रण कार्ड भेजा जा रहा है उस निमंत्रण कार्ड प्रदेश अध्यक्ष सांसद प्रिंस राज पासवान, कृष्ण राज पासवान, यश राज पासवान का भी नाम निमंत्रण कार्ड में अंकित है। पशुपति कुमार पारस ने आज एक संदेश जारी कर कहा कि हमारे पार्टी के संस्थापक रामविलास पासवान अपने 50 वर्षो के संसदीय जीवन के सफर में देश के छह प्रधानमंत्रियों के साथ उनकों कैबिनेट मंत्री के रूप में सौभाग्य प्राप्त हुआ। वे आजीवन गरीबों, दलितों, मजदूरों, पिछड़ों की लड़ाई लड़ते रहे। उन्होनें डाॅ. राममनोहर लोहिया, जयप्रकाश नारायण, जननायक कर्पूरी ठाकुर, चैधरी चरण सिंह सहित देश के कई समाजवादियों के साथ काम करते हुए कांग्रेस के भ्रष्टाचार और अन्याय और जुल्म के खिलाफ लड़ाई लड़नें का काम किया और आजीवन संघर्षरत रहे। पशुपति पारस ने कहा कि रामविलास पासवान जी के जैसे विराट व्यक्तित्व और कृतित्व वाले जननेता को किसी पार्टी की विचारधारा और दलीय सीमाओं और दलों के बंधन में नहीं बांधा जा सकता। देश में सभी पार्टी के बड़े नेताओं से लेकर छोटे कार्यकर्ता तक उनका बड़ा सम्मान करते थे। सभी दलों के लोग उनका आदर और सम्मान करते थे और सभी पार्टियों के नेताओं के साथ उनका मधुर संबंध था और खासकर उनकों जब-जब केन्द्र में मंत्री बनने का अवसर प्राप्त हुआ तो उन्होनें बिहार और बिहारियों के विकास और प्रगति के लिए कई महत्वपूर्ण भूमिका उनकी रही। बिहार के विकास में उनके उल्लेखनीय कार्य योगदान को हमेशा याद किया जायेगा। रालोजपा प्रदेश अध्यक्ष सांसद प्रिंस राज ने आज पटना में महामहिम राज्यपाल फागू चौहान से मुलाकात कर रामविलास पासवान जी की पुण्यतिथि का निमंत्रण कार्ड देकर उनको आमंत्रित किया। प्रदेश अध्यक्ष प्रिंस राज लगातार पटना पार्टी कार्यालय में रहकर पुण्यतिथि कार्यक्रम के तैयारी को लेकर पार्टी नेताओं को निर्देशित कर रहे हैं एवं प्रदेश कार्यालय में रालोजपा एवं दलित सेना के प्रदेश पदाधिकारियों एवं वरीय नेताओं के साथ 08 अक्टूबर के कार्यक्रम के तैयारी को लेकर प्रिंस राज ने आज महत्वपूर्ण बैठक की। पार्टी प्रवक्ता अग्रवाल ने बताया कि पूरे पटना शहर को रालोजपा एवं दलित सेना के के होर्डिंग, बैनर, तोरण द्वार, झंडे से सजाया जा रहा है। Share on Facebook Share on Twitter Share on Whatsapp Share on Google+ bihar news today bihar news LATEST NEWS OF BIHAR POLITICS RAMVILAS PASWAN LATE RAMVILAS PASWAN Find Us on Facebook News4Nation Trending News BPSC अभ्यर्थियों के भारी विरोध के बाद पटना पुलिस ने सख्त की सीएम आवास की सुरक्षा, भीड़ का जमकर हंगामा भ्रष्टाचार पर प्रहार ! अब भ्रष्ट अफसरों को सजा दिलाने की कवायद तेज, अभियोजन स्वीकृति- विभागीय कार्यवाही में तेजी को लेकर हाईलेवल मीटिंग पटना में पुलिस की गाड़ी का जबरदस्त एक्सीडेंट, दारोगा समेत दो लोग जख्मी यूपी में डिंपल यादव के लिए चुनाव प्रचार करेंगे जदयू के यह बाहुबली पूर्व सांसद, हत्या के आरोप में हैं भगोड़ा घोषित चलते-चलते अचानक दो हिस्से में बंट गई यह सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन, यात्रियों में मचा हड़कंप रेलवे स्टेशन पर हुई ट्रेन की जानकारी देने की जगह डिंपल यादव को जीताने की एनाउंसमेंट, यात्री भी हो गए हैरान, सच्चाई जानकर रेलवे अधिकारी भी हैरान शौच करने गई एक किशोरी से चार लोगों ने किया सामूहिक बलात्कार, बचाने गए शिक्षक ने भी किया मुंह काला हे भगवान ! 25 को हुई शादी, 26 को हुई विदाई और 27 को ससुराल मिली नवविवाहिता की लाश एक चायवाली के चार दीवाने, पांचवें आशिक की हुई इंट्री ने करा दिया बड़ा कांड, सच्चाई जानकर पुलिस ने भी कहा - कभी नहीं देखा ऐसा एक ओवर में सात छक्कों के साथ बना दिए 43 रन, भारत के इस बल्लेबाज ने बना दिया बड़ा विश्व रिकॉर्ड Most Viewed 29-Nov-2022 10:10 नालंदा में अनियंत्रित स्कार्पियो ने टेम्पू में मारी टक्कर, चार छात्र गंभीर रूप से हुए जख्मी 29-Nov-2022 09:59 भाजपा विधायक श्रेयसी सिंह ने फिर बिहार का नाम किया रौशन, नेशनल चैम्पियनशिप में जीता कांस्य पदक 29-Nov-2022 09:40 सारण शिक्षक निर्वाचन उपचुनाव को लेकर बेतिया पहुंचे आनंद पुष्कर, शिक्षकों से की मुलाकात, कहा पिता के अधूरे संकल्प को करेंगे पूरा 29-Nov-2022 09:38 शिकायत से परेशान CM नीतीश ने बहाली प्रक्रिया को ही बदल दिया..अब कैसे होगी सेविका-सहायिका की बहाली, पूरी प्रक्रिया जानें.... 29-Nov-2022 09:29 BREAKING NEWS : सुपौल में अनियंत्रित ट्रक ने तीन बाइक सवारों को रौंदा, दो की मौत, एक गंभीर रूप से जख्मी 29-Nov-2022 09:19 MP-MLA के खिलाफ लंबित आपराधिक मुकदमों पर होगी त्वरित सुनवाई, पटना हाईकोर्ट ने सभी जिला जजों को दिया निर्देश
जम्मू-कश्मीर : कुपवाड़ा में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़, एक आतंकी ढेर Updated Fri, 29th Jun 2018 05:04 PM IST जम्मू-कश्मीर में कुपवाड़ा जिले के जंगलों में आज सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा बलों ने कुपवाड़ा के जंगल में आतंकवादियों के छिपे होने की सूचना मिलने के बाद वहां तलाशी अभियान शुरू किया था। उन्होंने बताया कि दोनों तरफ से गोलीबारी जारी है मुठभेड़ में एक अज्ञात आतंकी मारा गया। सेना के एक अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा बलों ने कुपवाड़ा में त्रेहगाम के वन्य क्षेत्र में आतंकवादियों के होने की सूचना मिलने के बाद तलाशी अभियान शुरू किया था। उन्होंने बताया कि दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी में एक आतंकवादी मारा गया। मारे गये आतंकवादी की पहचान नहीं हो सकी है और यह भी नहीं पता चला है कि वह किस संगठन से जुड़ा था। आतंकवादियों ने आज जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में सेना के एक गश्ती दल पर ग्रेनेड फेंका। पुलिस ने यह जानकारी दी। इस हमले में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। उन्होंने बताया कि उस इलाके को घेर लिया गया है। विस्तृत ब्योरे की प्रतीक्षा की जा रही है।
मुरैना जहरीली शराब मामले का मुख्य आरोपी मुकेश किरार चेन्नई से गिरफ्तार - uttamhindu 01:50 pm Jan 18, 2021 | मुरैना (उत्तम हिन्दू न्यूज): मध्यप्रदेश के मुरैना जिले के छेरा गांव से कथित रूप से खरीदी गई जहरीली शराब के सेवन से पच्चीस लोगों की मौत के मामले के मुख्य आरोपी मुकेश किरार को चेन्नई से गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार पुलिस दल ने चेन्नई में कल उसे अपनी हिरासत में ले लिया और उसे यहां लाया जा रहा है। पिछले दिनों जहरीली शराब पीने के बाद बीमार हुए ग्रामीणों को मुरैना और ग्वालियर के अस्पतालों में इलाज के लिए भेजा गया था। इनमें से 25 की मृत्यु हो गयी है और कुछ का इलाज चल रहा है। इस मामले के सामने आने के बाद कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक का भी तबादला कर दिया गया था। पुलिस कुछ आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। इस मामले की जांच के लिए राज्य के गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ राजेश राजौरा की अध्यक्षता में एक विशेष दल गठित किया गया है और वह जांच करके वापस भोपाल चला गया है।
बैंक एटीएम दुनिया भर से अपराधियों को आकर्षित कर रहे हैं। इन मशीनों को खाली करना विभिन्न तरीकों से किया जा सकता है, हालांकि लापरवाह धोखाधड़ी अधिक प्रचलित हो रही है कार्डलेस एटीएम लेनदेन मुख्य कारण हैं कि अपराधी देर से कितना आसान समय है एक बार जब अपराधियों ने चोरी बैंक खाते के उपयोगकर्ता नाम और पासवर्ड प्राप्त किए, तो इसे नकदी में परिवर्तित क्रिप्टो-करेंसी का विनियमन करना कुछ ही कदम दूर है। धोखाधड़ी कार्ड रहित एटीएम से निकासी करना इतना परेशान करता है कि ग्राहक लेन-देन पर विवाद करने में लगभग असफल क्यों हैं। आखिरकार, वापसी का। ट्रेंड रिवर्सल तब होता है जब कीमत पूरी तरह से एक अलग दिशा में चलती है। रोकने के आदेश है, जो सबसे व्यापारियों रवाना क्रिप्टो-करेंसी का विनियमन डाल करने के लिए कोई ज़रूरत नहीं है। इसकी गणना ऑप्शन स्ट्राइक मूल्य को स्पोट मूल्य से घटा कर की जाती है. किसी धन की गैर-मौजूदगी वाले ऑप्शन का स्वाभाविक मूल्य शून्य होता है। नियम संख्या 5. आप निवेश की लागत में न्यूनतम कमी के साथ रणनीति को बंद नहीं कर सकते। यदि स्टरलाइज़र में एक क्रिप्टो-करेंसी का विनियमन प्रिंटर डिवाइस होता है जो नसबंदी चक्र के मापदंडों को रिकॉर्ड करता है, तो परिणामस्वरूप प्रत्येक चक्र के अंत के बाद आरेख को एक पत्रिका में चिपकाया जाता है या एक लिफाफे में रखा जाता है।
दद्दू का पिद्दू | बाल कहानी | Prabhu Dayal Shrivastava दद्दू का पिद्दू (बाल-साहित्य ) Author:प्रभुद‌याल‌ श्रीवास्त‌व‌ | Prabhudyal Shrivastava मस्तराम की मस्ती का राज है, नन्हें-मुन्ने बच्चे। अधिकाँश समय वह बच्चों के साथ बिताते हैं , उनके साथ खेलते हैं और मस्ताते रहते हैं। यूँ कहें कि नन्हे-मुन्ने उनके खिलौने हैं। मस्त राम पचहत्तर के होने को हैं, पर उनके चेहरे पर नूर अभी भी बाकी है। बच्चों के साथ लूडो, चाइनीज़ चेकर अष्टा चंगा और अट्ठू तो खेलते ही हैं, हाथ में बल्ला लेकर क्रिकेट भी खेल लेते हैं। उनके मस्त स्वभाव के कारण घर के बच्चों के साथ-साथ मोहल्ले के लोग भी उन्हें दद्दू कहने लगे हैं। कुछ लिखने-पढ़ने के भी शौकीन हैं, इसलिए सुबह चाय की चुस्कियों के साथ अखबार भी पीते रहते हैं । यदि इसी बीच नन्हे-मुन्ने आ धमके तो समझो अखबार भी पानी मांगने लगता है पीने के लिए। "दो में दो जोड़े तो बच्चो कैसे हो जाते हैं चार, मुझे फटाफट दे दो उत्तर या फिर हो पिटने तैयार।" इस तरह की पहेलियाँ चल पड़ती हैं। मज़ा तो तब आता है कि जब उनके द्वारा पूछे गए सवालों के जबाव उनके पास भी नहीं होते। बच्चे हँसते हैं, "आपको भी नहीं मालूम दद्दू तो पूछते ही क्यों हैं ?" इसका जबाव सीधा सा होता है उनका। "दुनियां में बहुत सी चीजें हैं जो सबको नहीं मालूम। आकाश में तारे कितने हैं मालूम है क्या? समुद्र में कितने लीटर पानी है बताओ? नहीं मालूम न। तो मुझे भी नहीं मालूम।" इतना कहकर जोरों से हँस देते हैं। "पर बेटे हम मालूम जरूर करेंगे कि आसमान में तारे, कुल कितने हैं, सागर में कितना पानी है। चलते रहो जब तक मंजिल न मिल जाए। यही तो जीवन है।" बच्चे हाँ में हाँ मिला देते हैं। दद्दू को आजकल एक बीमारी हो गई है, "सर्वाइकल" लगातार पढ़ते रहते हैं, लिखते रहते हैं तो यह तो होना ही थी। कम्प्यूटर पर घंटों बैठकर लिखना इस बीमारी को आमंत्रण देना है। जब आमंत्रित कर ही लिया है तो फिर क्या, मुड़े सिर पर ओलों की मार तो झेलना ही पड़ेगी न। कवितायें भेजना फिर कहाँ छपीं हैं, इसकी तलाश जेम्स बांड 007 बन कर करना, उनके लिए एक महान कार्य है। डॉक्टर ने उन्हें गले में एक पट्टा लगाने की सलाह दी है और सख्त आदेश दिया है कि मोटे तकिया नाम की वस्तु से दूर रहें। बिल्कुल पतला तकिया उपयोग करें। सोते समय गरदन ऊंची न रहे। तख़्त या दीवान पर सोने की सलाह दी है, जिस पर रुई वाला गद्दा हो। बिना तकिया के सोने को भी मना किया है। दद्दू ने दो सौ ग्राम रुई वाला तकिया बनवाया है। और बाकायदा नारियल पुष्प चढ़ाकर उसका नामकरण संस्कार किया है। उस तकिये का नाम रखा गया है।, "पिद्दू।" अब वह दद्दू का पिद्दू कहलाता है। यही पिद्दू वह अपने सिर के नीचे सोते समय रखते हैं। बाहर के कमरे के दीवान पर यही तकिया सोने के पहले बिस्तर के साथ ही सज जाता है। यदि पिद्दू जगह पर नहीं मिला तो दद्दू का पारा चढ़ जाता है।" मेरा पिद्दू कहाँ गया, लूसी.. मेरा पिद्दू तो ले आओ। अगर लूसी ने नहीं सुना तो गोटिया को आवाज़ लगते हैं। अरे! क्या सुनाई नहीं देता कब से चिल्ला रहा हूँ "... परन्तु इसी बीच उनका पिद्दू जगह पर बिराजमान हो जाता है। पिद्दू भी दद्दू की तरह रंगीन मिजाज है। जिस रंग की चादर बिछती पिद्दूजी भी उसी रंग में रंगे होते हैं। पिद्दूजी के ढेर सारे कवर हैं जितने रंग के चादर उतने रंग के खोल। पतला-सा पिद्दू आजकल चर्चा का विषय है। पड़ोसी भी जानने लगे हैं दद्दू जिस पतले तकिये को सिरहाने रखते हैं, वह पिद्दू कहलाता है। लूसी और गोटिया को दद्दू ने यह जुम्मेवारी सौंपी है कि उनके सोने के पहले पिद्दू हाज़िर कर दी जाए। लूसी और गोटिया घर के ऊपरवाली मंजिल पर अपने पापा और मम्मी के साथ ही सोते हैं। दद्दू का कमरा नीचे है। यहीं पर उनके लिखने-पढ़ने का सामान रहता है। पुस्तकों से भरी अलमारी कागज, कलम और एक छोटा-सा कम्प्यूटर भी दाल भात में मूसर चंद की तरह बिराजमान है। दद्दू पढ़ते-पढ़ते या कहानी कविता लिखते-लिखते ही बिस्तर पर सो जाते है। कभी-कभी ऐसा भी होता है कि पिद्दू उनका साथ छोड़ देता है। या असावधानीवश वह छोटी सी जान बिस्तरों में कहीं दबी रह जाती है अथवा बच्चे तकिया-तकिया के खेल में उसे ऊपर ले भागते हैं और वहीं छोड़ देते हैं। दद्दू को गुस्सा तो बहुत आता है परन्तु उन्होंने किताबों में पढ़ा है कि गुस्सा करना ठीक नहीं, सो करना चाहते हुए भी चुप रहते हैं, किताबें न झूठी पड़ जाएंगी। चादर मोड़कर तकिया बना लेते हैं। पर दूसरे दिन सब की खबर लेते हैं। प्रेम से लूसी के कान पकड़कर ऐंठ देते हैं या गोटिया को हलकी चपत गाल में मार देते है। दोनों बच्चे अब महसूस करने लगे हैं कि दद्दू का पिद्दू उनके सोते समय बिस्तर में रखना अनिवार्य है। बिना पिद्दू के दद्दू को बहुत कष्ट होता है। उस दिन लूसी की रात को दो बजे नींद खुली तो उसने पाया कि पिद्दू तो उसके बिस्तर में ही एक तरफ पड़ा है। आज ही उसे पिद्दू पर से डाँट पड़ी थी। "उफ़ दद्दू, आज फिर बिना पिद्दू के ही सोये होंगे, वह आज ही तो बता रहे थे कि उन्हें तभी नींद ठीक आती है जब उन का पिद्दू उनके सिरहाने हो।" वह धीरे से बड़बड़ाई। वह उठकर बैठ गई। गोटिया से अम्मा ने कहा तो था कि पिद्दू नीचे पहुंचा देना। शायद वह भूल गया। "कितना लापरवाह है यह गोटिया। मैं भी तो भूल गई , दादाजी ने कितनी बार समझाया है, दिन भर कुछ भी करो परन्तु शाम को पिद्दू जगह पर होना चाहिए। दादाजी बेचारे करवट बदल रहे होंगे।" सोचते-सोचते वह उठी पिद्दू उठाया और दरवाजा खोलकर नीचे ऊतर गई। कड़क, खून जमा देने वाली ठण्ड थी। वह कांपती-कांपती नीचे बरामदे में पहुँच गई। दद्दू की परेशानी वाली सोच ने उसकी ठण्ड को कम कर दिया था। नीचे हाल का दरवाजा बंद था। पहले हाल का दरवाजा खुले तो दद्दू के कमरे तक पहुंचे। एक बार दरवाजे पर हलकी सी थाप दी। भीतर से कोई जबाव नहीं आया। डोर बेल बजाकर वह घर के लोगों को परेशान नहीं करना चाहती थी। यही सोचकर हलकी थाप देकर ही दरवाजा खुलवाने का प्रयास कर रही थी। दो, तीन क्या बल्कि चार, पांच बार दरवाजा पीट चुकी थी परन्तु कोई जबाव नहीं मिल रहा था। सोचा, जाकर चुपचाप सो जाए परन्तु बेचारे दद्दू! बिना पिद्दू के कैसे करवटें बदल रहे होंगे। नहीं, नहीं पिद्दू देकर ही जाएगी। 'इधर दद्दू को कुछ हलचल दरवाजे पर प्रतीत तो हो रही थी परन्तु नींद की खुमारी और यह सोच कि इतनी रात गए कौन होगा, उन्होंने ध्यान नहीं दिया। एक बार फिर थपकी दी लूसी ने। कौन? कौन है बाहर? दद्दू का स्वर सुनाई दिया लूसी को। "मैं...मैं.. दद्दू लू सी .......।" "लूसी इतनी रात गए!" दद्दू ने दरवाजा खोल दिया। "दद्दू आपका पि ददु...दु ....... ।" वह ठण्ड से काँप रही थी, मुंह से बोल भी ठीक से नहीं निकल पा रहे थे।" "इतनी रात में, ऐसी ठण्ड में! तुमसे किसने कहा था पिद्दू लाने को? "दद्दू रात को हम भूल गए थे न, आपको नीद नहीं..........। आपने कहा था कि बिना पिद्दू के नींद नहीं आती।" "अरे पगली ये थोड़ी कहा था कि इतनी रात को....." "जा ऊपर जा सो जा ।" दद्दू ने पिद्दू उसके हाथ से खींच लिया था। उनको दिन में बच्चों द्वारा बोले गए शब्द कि .. "कर दूँ तकिया गरम कि इतना, कोई नहीं छू सकता है। किन्तु हाय क्या करूँ हमारा, पेट जोर से दुखता है।" स्मरण हो आये। बच्चे ऐसा ही गाकर तो दिन में ऊपर खेल रहे थे। और वह नीचे अपने कमरे से ही उनकी कविता का आनंद ले रहे थे। और वह आनंद लूसी का प्यार देखकर दुगना हो गया था। उन्हें लगा कि तकिया बहुत गरम हो गया है और उन्होंने उसे अपने सिरहाने रख लिया, जो उन्हें गरमी का अहसास करा रहा था।
couplepagesepsitename%% Home » couple Pehla Affair, Relationship & Romance, Others पहला अफेयर: रहें न रहें हम… (Pahla Affair: Rahen Na Rahen Hum) हमारा पहला प्यार अधूरा ही रहा किसी सपने की मानिंद, पर फिर भी उसकी रेशमी छुअन है जो दिल के किसी कोने में छुपी है मेरी जीवनशक्ति बनकर. बात 8 वर्ष पहले की है. मैं दिल्ली से ग्रेजुएशन फ़ाइनल ईयर की परीक्षा देने के बाद देहरादून ङ्गपर्यावरण संरक्षण वर्कशॉपफ में भाग लेने आई थी. मेरा अंतर्मुखी कवि मन देहरादून के प्राकृतिक सौंदर्य का साथ पा रोमांचित हो उठा. हर शाम को लेक्चर अटेंड करने के बाद मैं राजपुर की वादियों में पहुंच जाती. वहीं प्रकृति को निहारते मेरी मुलाक़ात हुई थी श्यामल से. वह डॉक्टर था. कानपुर में प्रैक्टिस करता था और लंबी छुट्टी पर देहरादून आया था. देखने में सुदर्शन और मासूम, पर बेहद शरारती. एक पल चुप नहीं बैठता था, पर दिल बेहद साफ़था उसका. हम जल्दी ही अच्छे दोस्त बन गए. हम दोनों के विपरीत स्वभावों के बावजूद हमें बांध रखा था हमारे प्रकृति प्रेम, गज़लों-शायरी के शौक़ और शायद एक अनकही-सी समझ ने. श्यामल को क़रीब से जानकर लगा कि वह उतना सतही नहीं जितना लगता था. जीवन को बहुत करीब से देखा-समझा था उसने. कभी-कभी उसकी खनकती हंसी में एक उदासी की ख़ुशबू भी आ जाती थी. तब लगता था जैसे उसने कोई आंसू कहीं छुपा रखा है. मैंने उससे इस बारे में पूछा भी, पर वो हर बार बात टाल जाता. वो अपने बारे में जल्दी बात नहीं करता था. बस, कभी-कभी यूं ही लगता कि वो कुछ कहना चाहता था, पर ख़ामोशी ही अपनी ज़ुबां आप बन जाती. यह भी पढ़ें: पहला अफेयर: हार्डवेयरवाला प्यार (Pahla Affair: Hardwarewala Pyar) धीरे-धीरे मेरे जाने का दिन क़रीब आ रहा था. कई बार एक अजीब-सा एहसास होता कि मैं श्यामल को ही नहीं, ख़ुद को भी पीछे छोड़ जा रही हूं. जिस दिन मुझे वापस जाना था, उस दिन श्यामल मेरे लिए पीले गुलाब के फूल लाया था. साथ में एक चिट थी जिस पर लिखा था- आपसे मिलकर तमन्ना इतनी रही, एक बार फिर मिलें अगर ज़िंदगी रही… पढ़कर मैं तड़प उठी थी और श्यामल से वादा लिया था कि वो जल्दी ही मुझसे मिलने दिल्ली आएगा. उसने उदास आंखों से वादा कर दिया. फिर मैं दिल्ली आ गई, पर श्यामल की यादें ज़ेहन में ताज़ा थीं बिल्कुल महकते गुलाबों की तरह. पर उसका न फ़ोन आया, न कोई चिट्ठी. मैं मोबाइल ट्राई करती तो वो भी ऑफ़ मिलता. मैं बहुत बेचैन थी. तभी एक दिन श्यामल की बहन का फ़ोन आया. उसने जो बताया उससे तो जैसे मेरी दुनिया ही बिखर गई. श्यामल कैंसर के लास्ट स्टेज पर था, जब मुझसे मिला. उसने कहा था कि उसके आख़िरी दिनों में मेरी मुस्कान ने ही उसे मौत को हंसते-हंसते गले लगाने की ताक़त दी थी. ज़िंदगी से मौत के बीच का सफ़र ख़ुशगवार बनाने के लिए उसने मेरा शुक्रिया अदा किया था. श्यामल चला गया था और मेरे पास ज़िंदगी गुज़ारने के लिए थी उसकी शायरी और ढेरों महकती यादें. उसके बाद मैं देहरादून में नौकरी ढूंढ़ यहीं बस गई, उसकी मौजूदगी के एहसास के साए में ज़िंदगी बिताने की ख़्वाहिश लिए. बस, अक्सर फ़िज़ां में उसका एक शेर कौंध जाता है. रोओ कुछ इस तरह कि अश्क़ न बहें, दर्द सहो इस तरह कि ज़ख़्म न रहे लबों पे आह, आंखों में पानी, रोको कुछ इस तरह कि कोई ग़म न कहे – दीपाशिखा श्रीवास्तव यह भी पढ़ें: पहला अफेयर: कच्ची उम्र का प्यार (Pahla Affair: Kachchi Umra Ka Pyar) May 2019 (Meri Saheli) romance, partner, Love, Relationship, affair, couple, first love, Crush, pahla affair, first crush, pyar, mohabbat, Ishq पहला अफेयर: हार्डवेयरवाला प्यार (Pahla Affair: Hardwarewala Pyar) उन दिनों मैं डीएन कॉलेज से इंफॉर्मेशन ब्रांच में बी.ई. कर रही थी. हमारे कॉलेज में संजय भी था, जो कंप्यूटर साइंस में था. आते-जाते अक्सर वह दिख जाता था और इधर-उधर निगाह बचाकर मुझे देखता था. लेकिन मैं ध्यान नहीं देती थी और बाहर निकल जाती थी. इस पर वो मुझे हसरतभरी निगाह से देखता था. बी.ई. के छठे सेमिस्टर चल रहे थे. मेरा घर कॉलेज से काफ़ी दूर था. मैं बस का इंतज़ार कर रही थी, लेकिन बसें देर से चल रही थीं. मुझे एग्ज़ाम के लिए देर होने की चिंता सताने लगी कि तभी हेलमेट पहने एक बाइक सवार मेरे पास आकर रुका और कहने लगा, "पेपर का समय हो गया है, अगर इसी तरह खड़ी रहीं, तो आज का पेपर गया समझो." मैंने जब ग़ौर से देखा, तो मालूम हुआ कि वो तो संजय है. मैं उसके साथ बैठने में हिचकिचाने लगी. तब उसने कहा, "अरे भई, हम कोई भूत नहीं हूं, चलो जल्दी बैठो, पेपर शुरू होने में 10 मिनट ही बचे हैं." अब मैं उसकी बाइक पर बैठ गई. बीच-बीच में कभी ब्रेक लगाने पर मेरा शरीर उससे छू जाता, तो अजीब-सी सिहरन होने लगती. मेरा मुंह सूख रहा था. मैंने ख़ुद को संभाला और पेपर देने चली गई. इसके बाद संजय से मुलाक़ातें बढ़ने लगीं और धीरे-धीरे एहसास होने लगा कि पहला प्यार इसे ही कहते हैं. संजय बिहार से था और उसकी भाषा व बोलने के अंदाज़ पर मुझे कभी-कभी हंसी आ जाती थी. एक दिन वो बोला, "वो ऐसा है कि हमने ज़्यादा किसी से प्यार-व्यार नहीं किया, इसलिए मालूम नहीं कि ये कैसा होता है, पर अपना प्यार तो एकदम हार्डवेयरवाला है. पक्का मतलब एकदम पक्का." तब मैंने हंसते हुए कहा, "अपन तो सॉफ्टवेयरवाले हैं और प्यार के मामले में भी एकदम सॉफ्ट हैं." यह भी पढ़ें: पहला अफेयर: इतना-सा झूठ (Pahla Affair: Itna Sa Jhooth) अब हम लोग कॉलेज के पास की झील के किनारे बैठकर भविष्य के सपने बुनते रहते… एक बार वो तुकबंदी करते हुए कहने लगा… "जब फूल खिलता है, तो ख़ुशबू फैल जाता है… जब तुम हंसता है, तो बहार आ जाता है." उसकी इस तुकबंदी पर मुझे ज़ोर से हंसी आ गई और मैंने भी हंसते हुए कहा, " जब तुम तुकबंदी करता है, तो आंसू आ जाता है… यह ख़ुशी का है या ग़म का पता नहीं लग पाता है." फिर काफ़ी देर तक हम हंसते रहे और मैंने सोचा कि व़क्त यहीं रुक जाए और यूं ही हंसते-खिलखिलाते ज़िंदगी गुज़र जाए. बी.ई. पूरा होने के बाद संजय पटना चला गया. बीच-बीच में हमारी बातें होती रहती थीं और इसी बीच संजय ने बताया कि उसका सिलेक्शन आर्मी में हो गया है, संजय काफ़ी मेहनती था, जो ठान लेता, वो करता ही था. उसे दूर-दराज़ के इलाकों में कंप्यूटर इंस्टॉलेशन का काम सौंपा गया था. एक दिन मेरे मोबाइल पर उसका मैसेज आया- हम लोगों को अपने काम पर ले जानेवाला ट्रक खाई में गिर गया है, अस्पताल में पड़ा हूं, ऐसा लगता है ज़िंदगी ज़्यादा नहीं है. तुम अपनी ज़िंदगी सॉफ्टवेयर-सी रखना, मेरे जैसी हार्डवेयर नहीं. आज मैं एक बैंक में कार्यरत हूं, लेकिन संजय के बिना ज़िंदगी वीरान है. उसका प्यार मेरा संबल है, पर उसके बिना ज़िंदगी सॉफ्ट नहीं, हार्डवेयर-सी है. अकेले जीवन गुज़ारते हुए बस उसका चेहरा और बातें ही सहारा हैं. यह भी पढ़ें: पहला अफेयर: काला खट्टा (Pahla Affair: Kaala Khatta) Party Recipes (E-Book) relationaship, partner, Love, Love Life, couple, emotions, first love, Crush, pahla affair, feelings, first crush, pyar, mohabbat, Ishq पहला अफेयर: इतना-सा झूठ (Pahla Affair: Itna Sa Jhooth) प्यार करने की भी भला कोई उम्र होती है क्या? पंद्रह से पच्चीस वर्ष, बस इसी बीच आप प्यार कर सकते हैं, इसके आगे-पीछे नहीं. फिल्मों और कहानियों से तो ऐसा ही लगता है. नायक-नायिका न केवल जवां होने चाहिए, बल्कि उनका हसीन होना भी ज़रुरी है. सच पूछो तो इस उम्र के बाद का प्यार अधिक परिपक्व होता है, उसमें वासना का स्थान गौण हो जाता है और इस उम्र के पहले का प्यार तो और भी पवित्र होता है. निश्छल- हां बस यही एक शब्द है उसका बखान करने के लिए. और जब भी उस निश्छल प्यार के बारे में सोचती हूं तो मेरे सामने किशोर आ खड़ा होता है. सातवीं कक्षा में पढ़ता अल्हड़ किशोर. हमारे ग्रुप में बिल्डिंग के बहुत से बच्चे थे. उन्हीं में से एक था- किशोर. बारह वर्षीय किशोर स्वयं को बहुत समझदार समझता था. उसके बड़े भाई का उन्हीं दिनों विवाह हुआ था एवं उसने अपने किशोर मन में कहीं यह ठान लिया था कि वह शादी करेगा तो स़िर्फ मुझसे. मैं तो खैर इन बातों से अनभिज्ञ तब तीसरी कक्षा में पढ़ती थी. बहुत नादान थी. उन दिनों टी.वी., फ़िल्में उतनी प्रचलित नहीं थीं. हम कभी घर-घर खेलते, शादी-ब्याह करवाते-बच्चों की अपनी एक अलग दुनिया थी. इसके अलावा प्रायः हम छोटे-छोटे नाटक भी अभिनीत करते. किसी की मां की साड़ी का पर्दा बन जाता और बड़ी बहनों के दुपट्टों से पगड़ी और धोती. किशोर की हमेशा यह ज़िद रहती कि वह मेरे साथ ही काम करेगा. यदि मैं नायिका का रोल कर रही हूं तो वह नायक का करेगा और यदि मैं मां का पार्ट कर रही हूं तो वह पिता का करेगा. यह भी पढ़ें: पहला अफेयर: तुम्हारी कत्थई आंखें (Pahla Affair: Tumhari Kathai Ankhen) बचपन किशोरावस्था का समय कब पंख लगाकर उड़ जाता है, पता ही नहीं चलता. समय के साथ-साथ हमारी मित्र मंडली भी तितर-बितर हो गई अपने अभिभावकों के संग. पिताजी के तबादलों के कारण हर वर्ष नया शहर, नया स्कूल होता. शेष रह गईं बचपन की यादें. पर किशोर ने उन यादों को कुछ अधिक ही संजो रखा था. अपने उस इरादे पर वह सचमुच संजीदा था. विधि का विधान देखो, मेरा विवाह तय हुआ भी तो किशोर के ममेरे भाई से और राज़ खुला कार्ड छपने के बाद, जब उसके हाथ वह कार्ड लगा. कार्ड हाथ में लिए ही वह हमारे घर आया. पास ही के शहर में हम रहते थे. पर क्या हो सकता था तब? उसने अपने प्यार की बहुत दुहाई दी. एक अपरिचित व्यक्ति से बंधने के स्थान पर उससे विवाह करना जिसने मुझे ताउम्र चाहा- मेरे लिए बहुत बड़ा प्रलोभन था. अरसा बीत गया. यूं कहो कि जीवन ही बीत गया. पर मैंने भरसक उससे दूरी बनाए रखी. किसी उत्सव में उसकी उपस्थिति की संभावना मात्र से ही मैं वहां जाना टाल जाती. शादी-ब्याह में शामिल होना ज़रूरी हो जाता तो शादी की भीड़ में गुम हो जाने की कोशिश करती, पर क़रीबी रिश्ता होने से अनायास सामना हो ही जाता. और मुझसे नज़रें मिलते ही उसकी आंखों के चिराग़ दहक उठते. मैं भी उस ताप से कहां बच पाती हूं. मन का चोर हमें सामान्य बातचीत करने से भी रोक देता है. वह आज भी मुझे उसी शिद्दत से चाहता है . यह मात्र मेरी कल्पना नहीं- उसकी पत्नी मालिनी ने स्वयं मुझसे कहा था. कभी क्रोध के ज्वार में उसने अपने जीवन की पूरी निराशा, पूरी कुण्ठा, पत्नी पर उड़ेल दी और वह मेेरे पास आई थी सफ़ाई मांगने. "मेरे लिए वह मात्र ससुराल पक्ष का रिश्तेदार है. इससे अधिक मैंने उसे कुछ नहीं माना." मैंने मालिनी को पूरा विश्‍वास दिलाते हुए कहा था. मैं जानती हूं यह सच नहीं. पर सच बोलकर भला दो घरों की शांति भंग क्यों करूं? बच्चों की भावनाओं, उनके सुरक्षित भविष्य पर ठेस पहुंचाऊं? अपने निर्दोष पति और निर्दोष मालिनी का सुख-चैन छीनूं? इन सबके लिए मेरा इतना-सा झूठ क्षम्य नहीं है क्या? – उषा यह भी पढ़ें: पहला अफेयर: एक ख़ूबसूरत रिश्ता (Pahla Affair: Ek Khoobsurat Rishta) partner, Love, relationships, affair, couple, emotions, first love, Crush, pahla affair, feelings, first crush, pahla pyar, pyar, mohabbat, Ishq, couple goals तुम्हारी कत्थई आंखें (Pahla Affair: Tumhari Kathai Ankhen) दस साल बीत गए… तुम्हारा चेहरा आज भी मेरी आंखों में बसा है. उस दिन के बाद न तो तुम मिले और न ही तुम्हारा कोई अता-पता. तुम्हें तो शायद मैं याद भी न हूं, पर मुझे तुम्हारी कत्थई आंखों की कशिश हर रोज़ शाम को गेटवे ऑफ इंडिया की तरफ़ खींच ले जाती है. क़दम ख़ुद-ब-ख़ुद तुम्हारे लिए चल पड़ते हैं. हर बार तुम्हें देखने और मिलने की एक उम्मीद जन्म लेती है, परंतु फिर मेरी शाम खाली हाथ लौट जाती है. वो पहली नज़र के प्रेम का एहसास आज भी मेरे अंदर सांसें ले रहा है. कैसे भूल जाऊं वो 26 नवंबर का ताज होटल पर अटैकवाला दिन, जो इतिहास के पन्नों में एक काले, मनहूस दिन के रूप में अंकित हो चुका है. उस दिन न जाने कितनों ने अपनों को खोया था और कितनों ने अपनी जान गंवाई थी. विपरीत इसके मेरे लिए तो वो मेरी ज़िंदगी का सबसे ख़ूबसूरत, यादगार दिन था, जिसने मुझे प्यार जैसे ख़ूबसूरत एहसास से रू-ब-रू करवाया था. एकतरफ़ा ही सही, प्यार तो है. याद है मुझे आज भी उस दिन का रोंगटे खड़े कर देनेवाला एक-एक लम्हा, जब मैंने और मेरी सहेलियों ने गेट वे ऑफ इंडिया घूमने का प्रोग्राम बनाया था. समुद्र की लहरें अपने मस्त अंदाज़ में साहिल से अठखेलियां करने में मग्न थीं कि अचानक आतंकवादियों ने मुंबई के ताज होटल पर हमला कर दिया था. थोड़ी देर पहले तक जो समां रोमांचक लग रहा था, वो करुणा से भरी चीखों, गोलियों की आवाज़ों और मदद की गुहारों में परिवर्तित हो चुका था. इसी भगदड़ में मेरी सभी सहेलियां मुझसे बिछड़ गई थीं. मैंने बड़ी मुश्किल से डरते-डरते एक बेंच के पीछे आश्रय लिया था. दहशत के मारे पूरा शरीर कांपने लग गया था. आंसुओं से भरी आंखें किसी तरह की मदद की खोज में थीं. पुलिस ने होटल के बाहर पूरी तरह घेराबंदी कर ली थी. जो लोग बाहर फंसे हुए थे, पुलिस उन्हें किसी तरह सुरक्षित निकालने की कोशिश में थी. मौत को इतने क़रीब देखकर मेरी शक्ति और हिम्मत जवाब देने लगी. बेहोशी मुझे अपनी आगोश में लेने को थी कि तभी किसी की मज़बूत बांहों ने मुझे थाम लिया. वो मज़बूत-गर्म बांहें तुम्हारी थीं. मेरी बेहोशी से भरी धुंधली आंखों से मुझे स़िर्फ तुम्हारी कत्थई आंखें दिखाई दे रही थीं. "देखो, संभालो अपने आप को. बेहोश मत होना. हम किसी भी तरह यहां से सुरक्षित बाहर निकल जाएंगे…" यह कहते-कहते तुम किसी तरह मुझे होश में लाए. आंखें खुलते ही तुम्हारा चेहरा दिखा, जो मेरी आंखों में उतर गया. तुमने मुझे धीरे-धीरे पुलिस की तरफ़ चलने का इशारा किया. मैं तो तुम्हें देखकर अपनी सुध-बुध खो बैठी थी. बस, तुम्हारे भरोसे एक कठपुतली बन तुम्हारा हाथ पकड़कर चल पड़ी थी साथ. किसी तरह हम पुलिस के पास पहुंच ही गए और उन्होंने तुरंत हमें वहां से सुरक्षित बाहर निकाल दिया. मेरे लिए तुम एक फ़रिश्ता बनकर आए थे. बस, यहीं तक था हमारा साथ. सुरक्षित बाहर आते ही तुम मुझे एक टैक्सी में बैठाकर, मेरा हाथ छोड़कर मेरी नज़रों से ओझल हो गए. कहां चले गए… पता नहीं. अपना नाम, पता, सब कुछ अपने साथ ले गए. तुम तो चले गए, किंतु अपना चेहरा, अपनी कत्थई आंखें सदा के लिए मेरी आंखों में, मेरी सांसों में छोड़ गए. आज भी मेरी शामें तुमसे मिलने के एक अटूट भरोसे पर, गेटवे ऑफ इंडिया की उसी बेंच पर तुम्हारी कत्थई आंखों के इंतज़ार में गुज़रती हैं. – कीर्ति जैन यह भी पढ़ें: पहला अफेयर: धुंध के पार (Pahla Affair: Dhundh Ke Paar) September 2019 ( Meri Saheli ) romance, partner, Love, Relationship, affair, couple, emotions, first love, Crush, pahla affair, feelings, first crush, pahla pyar, pyar, mohabbat, Ishq पहला अफेयर: एक ख़ूबसूरत रिश्ता (Pahla Affair: Ek Khoobsurat Rishta) रात के अंधेरे में शून्य में ताकती निगाहें… रेलगाड़ी के पहियों की आवाज़ें… जाने क्यों आज मिलकर स्मृतियों में दबी पड़ी हुई परतों को उधेड़कर चलचित्र की भांति चलने लगी थी और विक्रम का मन अपने अतीत को लेकर सोचने लगा… इस दुनिया में कोई ऐसा भी था, जो उसके दर्द को हमेशा उससे पहले ही महसूस कर लेता था. दुनिया में विक्रम ने स़िर्फ उसे ही चाहा और उसके सिवा उसने किसी और की तरफ़ मुड़कर भी नहीं देखा. श्रुति नाम था उसका. दुनिया में सबसे ख़ूबसूरत रिश्ता दोस्ती का होता है और उनका आपस में ऐसा ही रिश्ता था और यह दोस्ती की मिठास में डूबा हुआ था. उनकी वफ़ाएं हमेशा एक-दूसरे के साथ थीं. श्रुति के साथ कॉलेज में विक्रम का यह तीसरा वर्ष था. हर वर्ष की तरह इस साल भी उनके कॉलेज में वार्षिक समारोह का बड़ा शानदार आयोजन किया जा रहा था, जिसमें उन दोनों को भी भाग लेना था. लेकिन इस बार एक हास्य नाटक में दोनों को 60-65 वर्ष के उम्र के फूफा-फूफी का क़िरदार निभाना था, जिसे करने के लिए कॉलेज में कोई और तैयार नहीं था. यही वजह थी कि दोनों को अपनी सबसे प्रिय क्लास टीचर सुश्री लता मायकेल के विशेष अनुरोध पर यह रोल करना पड़ा. नाटक के समय दोनों ने अपने रोल्स को इस तरह जीवंत कर दिया था कि पूरे कॉलेज में उनकी चर्चा होने लगी. फिर जब उनकी क्लास के छात्र-छात्राएं श्रुति को 'फूफी' कहकर पुकारने लगे, तो इससे नाराज़ होकर श्रुति ने टीचर से इसकी शिकायत कर दी. टीचर ने क्लास के सभी स्टूडेंट्स की परेड ली और सबको आदेश दिया कि जो भी श्रुति को 'फूफी' कहते हैं, अपनी-अपनी जगह पर खड़े हो जाएं. इस पर विक्रम को छोड़कर सभी खड़े हो गए. यह भी पढ़ें: पहला अफेयर: उड़ती हवा का वो झोंका जीना सिखा गया (Pahla Affair: Udti Hawa Ka Wo Jhonka Jeena Sikha Gaya) टीचर ने पूछा, "विक्रम, तुम श्रुति को 'फूफी' कहकर नहीं चिढ़ाते, क्यों?" तब विक्रम ने जवाब दिया, "क्योंकि मैं 'फूफा' बना था." इस पर पूरी क्लास ठहाका लगाकर हंस पड़ी. पूरा रूम ठहाकों से गूंज रहा था और अचानक श्रुति का गुलाबी चेहरा मारे शर्म के लाल होता चला गया… और फिर श्रुति की हालत देख विक्रम मन ही मन शर्मिंदा हुआ. वो अपनी प्रिय दोस्त का सम्मान भी करता था. दोनों में कभी भी किसी भी बात को लेकर कोई विवाद नहीं हुआ था. एक-दूसरे पर उनका अटूट विश्‍वास था. उन दोनों के परिवार भी मध्यमवर्गीय थे… आज दोपहर में विक्रम की मां ने उसे फोन पर बताया था कि श्रुति के घरवाले श्रुति का रिश्ता लेकर कल उनके घर आनेवाले हैं. अर्थात् उनकी यह दोस्ती अब प्यार व शादी में बदलनेवाली है. इससे पहले विक्रम ने कभी सोचा ही कहां था कि वह श्रुति ही होगी, जो एक दिन उसकी जीवनसंगिनी बनेगी. अचानक रेलगाड़ी के ब्रेक लगने से उसकी तंद्रा भंग हुई… उसका शहर आ गया था… शायद प्यार का फूल तो कहीं पनप चुका था… जिसे दोनों दोस्ती की गहरी भावना के बीच महसूस नहीं कर पाए थे, लेकिन दूसरों ने उन्हें इसका एहसास दिला दिया था… उनके पहले प्यार को मंज़िल मिल रही थी, इससे ख़ूबसूरत रिश्ता और क्या हो सकता था. – प्रांशु राजवानी यह भी पढ़ें: पहला अफेयर: नीली छतरीवाली लड़की… (Pahla Affair: Neeli Chhatriwali Ladki) romance, partner, Love, romantic, affair, couple, attraction, first love, Crush, pahla affair, first crush, pahla pyar, pyar, mohabbat, Ishq, relatiosnhip ऑफिस रोमांस के साइड इफेक्ट्स (Side Effects Of Office Romance) कहते हैं इश्क़ और मुश्क छिपाए नहीं छिपते… और इश्क़ यदि ऑफिस कलीग से हो जाए, तो इसकी ख़बर आग की तरह पूरे ऑफिस में फैल जाती है… और फिर शुरू होता है ऑफिस रोमांस (Office Romance) के साइइ इफेक्ट्स (Side Effects) का सिलसिला… बढ़ते कॉम्पटीशन ने ऑफिस में काम के घंटे बढ़ा दिए हैं, जिसके कारण लोग अपना ज़्यादातर समय ऑफिस में ही बिताते हैं. ऐसे में लंबे समय तक साथ काम करते हुए अपने सहकर्मी से प्यार हो जाना कोई आश्‍चर्य की बात नहीं है. साथ काम करते हुए हम कलीग से अपने सुख-दुख बांटते हैं, एक-दूसरे की रुचियों को जानते हैं. ऐसे में जब कोई मनचाहा सहकर्मी मिलता है, तो उसके प्रति आकर्षण बढ़ जाता है. हम उसके साथ ज़्यादा से ज़्यादा समय बिताना पसंद करते हैं और ऐसा करते हुए अक्सर कलीग से प्यार हो जाता है. लेकिन ऑफिस रोमांस की राह इतनी आसान नहीं है. यदि आपको अपने सहकर्मी से इश्क़ हो जाए, तो ये एहसास आपके लिए जितना रूमानी होगा, उतनी ही मुश्किलें भी खड़ी कर सकता है. हां, वो मुश्किल दौर था मेरे लिए… 28 वर्षीया सुहानी ने बताया, वो मेरी पहली जॉब थी और मैं अपने काम के प्रति पूरी तरह समर्पित थी. फिर एक प्रोजेक्ट में मुझे रोहित के साथ काम करने का मौक़ा मिला. रोहित का सुलझा हुआ व्यवहार और अपने काम के प्रति लगन मुझे बहुत पसंद आई. मैं रोहित से काम को लेकर कई सवाल पूछती और वो पूरे धैर्य के साथ मेरे हर सवाल का जवाब देता. शायद रोहित को भी अब मेरा साथ अच्छा लगने लगा था. फिर प्रोजेक्ट पूरा होने की ख़ुशी में रोहित ने मुझे ट्रीट दी और उसी दिन अपने प्यार का इज़हार भी कर लिया. मैं तो जैसे तैयार बैठी थी रोहित का साथ पाने के लिए. रोहित का साथ पाकर मुझे ऑफिस और भी अच्छा लगने लगा था, लेकिन उसके बाद हम ऑफिस में नॉर्मल व्यवहार नहीं कर पाते थे. हमारा प्यार हमारी बॉडी लैंग्वेज से झलकने लगा था. हम रोज़ सुबह साथ ऑफिस आते और शाम को भी ऑफिस से जल्दी निकलने के बहाने तलाशते. ऑफिस में भी लंच ब्रेक, टी ब्रेक के बहाने बाहर निकल जाते. ऑफिस टाइम में एक-दूसरे को मैसेज करते. धीरे-धीरे हमारे इश्क़ के चर्चे पूरे ऑफिस में चर्चा का विषय बन गए. रोहित सीनियर था, इसलिए वो अपना काम संभाल लेता था, लेकिन मेरे काम में अब शिकायतें आने लगी थीं. बॉस और सीनियर्स से अब मुझे वॉर्निंग मिलने लगी थी. ऑफिस में हम दोनों की इमेज ख़राब होने लगी थी. मैं समझ गई थी कि अब हमें एक ऑफिस में काम नहीं करना चाहिए. इससे पहले कि बात और बिगड़ जाती, मैंने दूसरी नौकरी तलाश ली. ये हम दोनों के लिए मुश्किल ज़रूर था, लेकिन हमारे रिश्ते के लिए यही सही फैसला था. ऑफिस रोमांस की वजहें ऑफिस कलीग से प्यार हो जाने की कई वजहें हैं और ऐसा होना स्वाभाविक है. आमतौर पर इन वजहों से ऑफिस रोमांस शुरू होता है: लंबे समय तक साथ काम करना आजकल काम के घंटे बढ़ते जा रहे हैं और शिफ्ट ड्यूटी, नाइट शिफ्ट में साथ काम करते हुए सहकर्मी आपस में भावनात्मक रूप से जुड़ जाते हैं. ऐसे में उनके बीच अफेयर या रोमांस होना आम बात है. समानताएं एक ही प्रोफेशन में काम करनेवाले लोगों की कई आदतें और पसंद-नापसंद भी आपस में मेल खाती हैं, इसलिए ऐसे व्यक्ति से प्रभावित होना या उससे प्यार हो जाना स्वाभाविक है. साथ काम करते हुए ऐसे सहकर्मी कई बार एक-दूसरे के इतने क़रीब आ जाते हैं कि उन्हें प्यार हो जाता है और फिर वो एक-दूसरे से दूर नहीं रह पाते. भावनात्मक लगाव भावनात्मक लगाव हमें किसी से भी हो सकता है. साथ काम करते हुए कुछ लोगों से हम बहुत ज़्यादा घुल-मिल जाते हैं, ऐसे में उस शख़्स से प्यार हो जाना कोई आश्‍चर्य की बात नहीं है. ऑफिस रोमांस के साइड इफेक्ट्स ऑफिस कलीग से प्यार हो जाना कोई बुरी बात नहीं है, लेकिन आप जब ऑफिस के काम और अपने इस रिश्ते को सही तरह से बैलेंस नहीं कर पाते, तब ऑफिस रोमांस के साइड इफेक्ट्स दिखने शुरू हो जाते हैं. काम पर होता है असर जब ऑफिस में दो लोगों के बीच रोमांस चल रहा होता है, तो वो हर पल साथ रहना चाहते हैं. साथ रहने के बहाने तलाशने के लिए वो बार-बार टी ब्रेक लेते हैं या आपस में मैसेज करते रहते हैं. इससे उनका काम पर से ध्यान हटता है और इसका उनके परफॉर्मेंस पर असर होता है. एक साथ छुट्टी लेना दो प्यार करनेवाले हमेशा मिलने के बहाने तलाशते रहते हैं और जब किसी को अपने ऑफिस कलीग से प्यार हो जाता है, तो वो भी डेट पर जाने के बहाने तलाशते रहते हैं. ऐसे में दोनों के एक साथ छुट्टी लेने से ऑफिस के काम पर असर पड़ता है. ब्रेकअप का दर्द ज़रूरी नहीं कि ऑफिस की हर लव स्टोरी सक्सेसफुल ही हो, ऐसे में जब दोनों का ब्रेकअप होता है, तो उनका काम में मन नहीं लगता. वो ऑफिस में एक-दूसरे को देखकर डिस्टर्ब हो जाते हैं. इससे भी ऑफिस का ही नुक़सान होता है. कैसे बचें ऑफिस रोमांस के साइड इफेक्ट्स से? कॉलेज के बाद ऑफिस ही एक ऐसी जगह है, जहां पर सबसे ज़्यादा अफेयर होते हैं. ऑफिस में हमउम्र सहकर्मी के प्रति आकर्षित होना आम बात है. लेकिन जब आपको ऑफिस में किसी से प्यार हो जाए, तो आपको ऑफिस के नियमों का पालन करते हुए अपनी लव स्टोरी को आगे बढ़ाना चाहिए. ऑफिस रोमांस के साइड इफेक्ट्स से बचने के लिए इन बातों का ध्यान रखें. * ऑफिस में भले ही आपका अपने कलीग के साथ अफेयर चल रहा हो, लेकिन काम के समय स़िर्फ अपने काम पर ध्यान दें. अपने इस ख़ास रिश्ते के लिए ऑफिस के पहले और बाद का समय रखें. * काम के समय आपस में मैसेज द्वारा या इशारों में बात न करें. इससे आपका काम प्रभावित होगा और ऑफिस में आपकी इमेज भी ख़राब होगी. * आपके अफेयर की ख़बर आपके अन्य सहकर्मियों या बॉस तक न पहुंचे तो ही अच्छा है, वरना आपकी हर गतिविधि पर नज़र रखी जाएगी और हर बात को आपके अफेयर से जोड़कर देखा जाएगा. इससे आपकी नौकरी ख़तरे में पड़ सकती है. * बार-बार टी ब्रेक के बहाने या लंच के लिए बाहर न जाएं, रोज़ ऐसा करने से आपके अफेयर की बात सबको पता चल जाएगी और फिर आपके ब्रेक लेने पर भी पाबंदी लग सकती है. * डेट पर जाने का प्रोग्राम छुट्टी के दिन बनाएं. ऑफिस में एक साथ दोनों की ग़ैरहाज़िरी से एक तो आपके अफेयर के बारे में सबको पता चल जाएगा और इससे ऑफिस का काम भी प्रभावित होगा. * अपने पर्सनल रिश्ते को ऑफिस के काम पर हावी न होने दें. यदि किसी बात पर डिबेट चल रहा हो, तो बिना सोचे-समझे स़िर्फ अपने पार्टनर का सपोर्ट न करें, वो जहां पर ग़लत हों, वहां पर उनका विरोध अवश्य करें. ऑफिस रोमांस के आंकड़े सुहानी और रोहित की कहानी आपको लगभग हर ऑफिस में मिल जाएगी, क्योंकि एक साथ काम करने वाले सहकर्मियों के बीच प्यार हो जाना कोई नई बात नहीं है. एक सर्वे की रिपोर्ट के अनुसार 58 प्रतिशत लोगों का ये मानना है कि वे या तो ऑफिस रोमांस में शामिल रहे हैं या उन्हें ऐसा करने में कोई आपत्ति नहीं है. ऑफिस रोमांस के फ़ायदे माना ऑफिस रोमांस आपके काम या जॉब के लिए हानिकारक हो सकता है, लेकिन आप यदि समझदारी से काम लें और काम पर फोकस करते हुए अपने रिश्ते को भी बैलेंस करते जाएं, तो ऑफिस रोमांस आपके लिए एक सुखद अनुभव हो सकता है. ऑफिस रोमांस के अपने ही फ़ायदे हैं- * रोज़ ऑफिस आने का मन करता है. * आप ऑफिस में ख़ुश रहते हैं, इसलिए काम अच्छा करते हैं * ऑफिस के काम में आपका मन लगता है. * आप ऑफिस में हमेशा प्रेज़ेंटेबल रहते हैं. * पार्टनर पर अपना इंप्रेशन जमाने के लिए आप हर काम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं. * वर्क प्रेशर में भी ख़ुशी से मिल-जुलकर काम करते हैं. * ऑफिस अफेयर की वजह से आप घर की समस्याएं ऑफिस तक नहीं लाते. यह भी पढ़ें: ज़रूरी है रिश्तों की भी पॉलिशिंग (Healthy And Happy Relationship Goals All Couples Should Create Together) romance, Love, Relationship, affair, couple, married life, office romance, office affairs, side effects of office romance पहला अफेयर: उड़ती हवा का वो झोंका जीना सिखा गया (Pahla Affair: Udti Hawa Ka Wo Jhonka Jeena Sikha Gaya) उससे मेरी मुलाक़ात तब हुई, जब मैं जीवन में निराशा के दौर से गुज़र रही थी. मेडिकल प्रवेश परीक्षा में सफलता नहीं मिली, मेरे सपने चकनाचूर हो गए. एक डॉक्टर की बेटी को ही मेडिकल में एडमिशन नहीं मिले, तो लोग क्या कहेंगे, यही सोचकर जीवन को समाप्त करने के लिए अस्पताल की छठी मंज़िल पर चढ़ गई. कूदने के लिए जैसे ही कदम बढ़ाया, एक आवाज़ से टकराई, "कोहरे की गाढ़ी चादर अगर सूरज को कुछ देर ढक लेती है, तो न कोहरा महान बनता है और न ही सूरज की शक्ति क्षीण होती है. कुदरत ने सभी को अवसर दिए हैं और वह आज़माइश भी करती है, लेकिन हक़ीक़त तो हक़ीक़त है, दुख-सुख, अच्छे-बुरे… ज़िंदगी जैसी भी मिले, उसके हर लम्हे को एंजॉय करो." "एक हवा का झोंका." जवाब देकर वह चला गया, पर मेरे दिल पर दस्तक दे गया. आत्महत्या का ख़्याल तो जाने कहां गुम हो गया, रातभर उसके बारे में सोचती रही. उसके ख़्यालों में खोई हुई रात गुज़री. दूसरे दिन वह स़फेद कोट पहनकर मरीज़ों को हिदायत दे रहा था… "दवाई समय पर खाओ, ऐसे एक्सरसाइज़ करना… खाने में ये खाना समझे…" पापा ने शायद नया डॉक्टर अपॉइंट किया है. उसकी आवाज़ में दीवानगी घुली हुई थी, जो मुझे दीवाना बनाकर उसकी तरफ़ खींच रही थी. दिन हो या रात, क्लीनिक में उनके हाथ बंटाने के बहाने मैं वहां बनी रहती. वो अपरिचित कभी मुझे ड्रेसिंग करता मिलता, कभी किसी बच्चे के साथ खेलता हुआ, कभी किसी बुज़ुर्ग के साथ किसी चुटकुले पर हंसता हुआ या तितली के पीछे भागता दिखाई देता. एक ऐसा ज़िंदादिल इंसान, जो अपने चारों ओर हंसी की चादर ओढ़े रहता. उससे भला दिल कैसे न लगता. उसने ज़िंदगी के प्रति मेरा नज़रिया ही बदल दिया था. उसने ही असफलता को सफलता में बदलने की सलाह दी और इस बार मैं सफल हो गई. उस दिन पापा ने पूछ ही लिया इस परिवर्तन के पीछे क्या राज़ है? मैंने भी दिल का हाल पापा को बता दिया. पापा एकदम गंभीर हो गए. फिर बोले, "मैं भी बहुत ख़ुश होता ऐसा दामाद पाकर, पर मेरे बच्चे, वो कैंसर पेशेंट है. ख़ुश रहने के लिए वह कभी बच्चा, कभी डॉक्टर और न जाने क्या-क्या रूप धरता है. उसके जीवन के कुछ ही दिन शेष हैं." मेरे पैरों तले ज़मीन खिसक गई. मैं जिसे डॉक्टर समझती थी, वो मरीज़ निकला. मेरे प्यार की इतनी कम उम्र, अभी-अभी तो सीखा था कि… मैं क्या करूं यही सोच रही थी कि ख़बर मिली हवा का झोंका अब नहीं रहा. मैं टूट गई. तेहरवीं की रस्म पर पापा मुझे उसके घर ले गए, उसकी तस्वीर पर स़फेद फूलों की माला चढ़ी हुई थी. वह तस्वीर में भी खिलखिला रहा था. ऐसा लगा जैसे मुझे कह रहा हो कि इस मासूम खिलखिलाहट में मेरे प्यार को हमेशा अपने मन और जीवन में संभालकर रखना और यूं ही चहचहाते रहना. उस रोज़ मैंने अपने दामन में प्यार की मीठी ख़ुशबू को ताउम्र के लिए समेट लिया. 20 वर्ष गुज़र गए. आज भी उसके लबों की मुस्कुराहट मेरे मन में बसी है. उसकी हंसी को उसी के अंदाज़ में डॉक्टर बनकर दूसरों के जीवन में बिखेरने की कोशिश में हूं. जीवन में बहुत उतार-चढ़ाव आए, पर उसके द्वारा सुझाया गया हल जीवन में पतवार बन गया. ओ उड़ती हवा के झोंके, तुम्हारी कमी को कोई पूरा न कर सका, पर मैंने जीवन के हर लम्हे में तुम्हें पा लिया. – शोभा रानी गोयल Soup and Salad Recipes (E-Book) romance, partner, Love, Relationship, affair, emotional, couple, emotions, first love, Crush, pahla affair, first crush, Feeling Sex Life, Sex & Romance क्यों बढ़ रहा है सेक्स रिसेशन? (What Are The Reasons Behind Increasing Sex Recession?) आजकल की युवापीढ़ी स़िर्फ जॉब रिसेशन का ही नहीं, बल्कि सेक्स रिसेशन (Sex Recession) का भी सामना कर रही है. अब आप सोच रहे होंगे कि यह सेक्स रिसेशन क्या बला है और भला युवाओं का सेक्स रिसेशन से क्या लेना-देना? तो हमारी और आपकी इसी उलझन को सुलझाने के लिए हमने बात की कुछ सेक्स एक्सपर्ट्स से. क्या है सेक्स रिसेशन? सेक्स रिसेशन यानी सेक्स में घटती दिलचस्पी. बढ़ती उम्र के साथ सेक्स में रुचि कम होना स्वाभाविक है, पर जब कम उम्र में ही सेक्स में रुचि घटने लगे, तो यह सेक्स रिसेशन का संकेत हो सकता है. आपको यह जानकर आश्‍चर्य होगा कि भारत सहित कई देशों में हुए शोधों से यह बात पता चली है कि पिछले दशक की तुलना में अब लोग ख़ासतौर पर युवा कम सेक्स कर रहे हैं. 2013 में नेशनल सर्वे ऑफ सेक्सुअल एंड लाइफस्टाइल (नैटसाल) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक़, 16 से 44 साल के लोग हर महीने पांच से कम बार सेक्स करने लगे हैं. 2014 में ऑस्ट्रलियाई नेशनल सर्वे ऑफ सेक्सुअल एक्टिविटी के मुताबिक़, आजकल कपल्स प्रति सप्ताह औसतन दो बार सेक्स संबंध बनाते हैं, जबकि 10 साल पहले यह औसत चार बार था. यह स्थिति जापान में और भी भयावह दिख रही है. वहां किए गए एक सर्वे के अनुसार 16 से 25 साल की उम्र की 46 फ़ीसदी जापानी महिलाएं और 25 फ़ीसदी जापानी पुरुष सेक्स संबंधों से घृणा करते हैं. जबकि ब्रिटेन में हाल ही में हुए एक सर्वे के अनुसार, वहां की आधी आबादी हफ़्ते में स़िर्फ एक ही बार सेक्स करती है. 16 से 44 वर्ष की आयुवाले पुरुष और महिलाओं पर किए इस सर्वे में पाया गया कि वर्ष 2001 से 2012 के दौरान वहां के लोगों की सेक्सुअल एक्टिविटी 50 फ़ीसदी कम हो गई है. ऐसा क्यों हो रहा है? इसकी कई वजहें हैं. विशेषज्ञों की मानें तो इसका सबसे प्रमुख कारण है तकनीक का बढ़ता इस्तेमाल. ऑनलाइन पोर्नोग्राफी, इंटरनेट और सोशल मीडिया इत्यादि कारणों से सेक्स के प्रति लोगों की रुचि कम होती जा रही है. आइए, इस बारे में विस्तार से जानते हैं. ऑनलाइन पोर्नोग्राफी के बढ़ते चलन से कई लोगों में इंटरनेट सेक्स एडिक्शन जैसी बीमारी देखने को मिल रही है, जिसके कारण उनका रियल सेक्स के प्रति झुकाव कम होते जा रहा है. इस बारे में बात करते हुए के.ई.एम हॉस्पिटल मुंबई के कंसल्टेंट इन सेक्सुअल मेडिसिन एंड सेक्सोलॉजिस्ट डॉ. राजन भोसले कहते हैं, "जिन लोगों को पोर्न फिल्मों की लत लग जाती है, उन्हें रियल सेक्स की जगह पोर्न में ही मज़ा आने लगता है, क्योंकि वे उस काल्पनिक दुनिया से बाहर नहीं आ पाते और उसी तरह के सेक्स की कल्पना करने लगते हैं. ऐसे में अगर पार्टनर उनकी अपेक्षाओं पर पूरा नहीं उतर पाता, तो सेक्स संबंध बनाने से उन्हें अरुचि हो जाती है. वहीं कुछ कपल्स में यह हीनभावना भी घर कर जाती है कि उनमें पोर्न में दिखाए जानेवाले स्टार की तरह न ही स्टेमिना है और न ही वैसी परफेक्ट बॉडी. ऐसे में वे पार्टनर से दूरी बना लेते हैं." इंटरनेट ने हमारी ज़िंदगी आसान तो बना दी है, लेकिन इसके कई साइड इफेक्ट्स भी हैं. सेक्स रिसेशन उनमें से एक है. इस बारे में बताते हुए डॉ. राजन भोसले कहते हैं, "आजकल के ज़्यादातर कपल्स अपने स्मार्ट फोन में इतने व्यस्त रहते हैं कि वे साथ होते हुए भी साथ नहीं हो पाते. खाली व़क्त में एक-दूसरे के साथ समय बिताने और सेक्स की पहल करने से ज़्यादा उन्हें मोबाइल स्क्रीन में दिलचस्पी होती है." इस बारे में अपनी राय रखते हुए डिपार्टमेंट ऑफ यूरोलॉजी, फोर्टिस हॉस्पिटल, नई दिल्ली के डायरेक्टर डॉ. रजिन्द्र यादव कहते हैं, "आजकल की युवापीढ़ी एक-दूसरे से मिलकर रिलेशनशिप रखने की बजाय ऑनलाइन डेटिंग और डिजिटल सोशलाइज़िंग ज़्यादा पसंद करती है, जिसका असर उनके सेक्स संबंधों पर भी पड़ता है." 2014 में अमेरिका में माइकल मैलकॉल्म और जॉर्ज नाउफैल नामक दो शोधकर्ताओं ने 18 से 35 साल के 1500 युवाओं पर सर्वे किया. इनसे इंटरनेट के बढ़ते इस्तेमाल और उनके रोमांटिक जीवन पर पड़ने वाले असर के बारे में पूछा गया. ईस्टर्न इकोनॉमिक जरनल में प्रकाशित इस अध्ययन में देखा गया कि जो लोग ज़्यादा देर तक इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं, उनमें शादी करने की दर कम होती है. यह भी पढ़ें: किसिंग के ये हेल्थ बेनीफिट्स नहीं जानते होंगे आप (Health Benefits Of Kissing You May Not Know) काम का बढ़ता प्रेशर व तनाव स्ट्रेस और वर्क प्रेशर भी सेक्स के प्रति नीरसता की प्रमुख वजहों में से एक है. डॉ. राजन भोसले के अनुसार,"पहले के समय में महिलाएं घर पर रहती थीं. दिनभर काम करके जब पति घर लौटता था, तो वे उसे रिझाने की कोशिश करती थीं, जिससे उनकी सेक्स लाइफ में उत्तेजना बनी रहती थी. पर आज के समय में पति-पत्नी दोनों ही वर्किंग होते हैं. दोनों पर काम का दबाव इतना होता है कि सेक्स उनकी प्राथमिकता की लिस्ट से गायब हो जाता है. काम का तनाव कपल्स को शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से इतना शिथिल कर देता है कि उनकी कामोत्तेजना ख़त्म होने लगती है." इसका समर्थन करते हुए डॉ. रजिन्द्र यादव कहते हैं, "तनाव से हार्मोंस का स्तर गड़बड़ हो जाता है और इन सबका असर सेक्स संबंधों पर भी पड़ता है." बॉडी बिल्डिंग का क्रेज़ डॉ. रजिन्द्र यादव का मानना है कि आज के युवाओं में बॉडी बिल्डिंग का इतना अधिक क्रेज़ हो गया है कि वे जल्दी से जल्दी बॉडी बनाने के चक्कर में डायट सप्लीमेंट्स और स्टेरॉयड्स का सहारा लेते हैं, जिससे उनकी बॉडी थोड़े समय के लिए बन तो जाती है, लेकिन लॉन्ग टर्म में उनकी सेहत पर बुरा असर पड़ता है. स्टेरॉयडयुक्त डायट सप्लीमेंट खाने से नपुंसकता व सेक्स में अरुचि जैसी समस्याएं होती हैं. ग़लत खानपान डॉ. राजन भोसले के अनुसार, "युवा कपल्स में सेक्स के प्रति घटती अरुचि के लिए उनका अनहेल्दी खानपान भी काफ़ी हद तक ज़िम्मेदार है. वे जंक फूड, फ्राइड फूड इत्यादि का अधिक मात्रा में सेवन करते हैं. इस तरह के खाद्य पदार्थों में हाइड्रोजेनटेड फैट्स की मात्रा ज़्यादा होती है, जो सेक्स हार्मोन टेस्टोस्टेरॉन के स्तर को कम करती है, जिसके कारण उनकी सेक्स ड्राइव घटती है." 2011 में इटली में पोर्न देखने वाले 28 हज़ार लोगों पर एक सर्वे किया गया. सर्वे के मुताबिक़, लोगों पर पोर्न में दिखने वाली काल्पनिक तस्वीरों का ऐसा असर होता है कि वे बेडरूम में सेक्स संबंध के लिए तैयार ही नहीं हो पाते हैं और उनकी स्थिति असहाय जैसी हो जाती है. पिछले कुछ सालों में युवाओं में डिप्रेशन और एंज़ायटी के केसेज़ बढ़े हैं. डॉ. रजिन्द्र यादव कहते हैं कि आज की युवापीढ़ी नौकरी की असुरक्षा, अपना घर बनाने की जद्दोज़ेहद और कट थ्रोटकॉम्प्टीशन के बीच उलझी है. इन सबका असर उनके मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है. ऐसे में वे एंटी डिप्रेसेंट जैसी दवाइयों का सेवन करने लगते हैं और इन सबका दुष्प्रभाव उनकी सेक्स लाइफ पर पड़ता है. सेक्स रिसेशन को दूर करने के उपाय – सबसे पहले इंटरनेट और सोशल मीडिया की लत को दूर करना ज़रूरी है. हफ़्ते में कुल मिलाकर दो घंटा पोर्न देखना सेक्स इच्छा को प्रबल करता है. इससे ज़्यादा पोर्न देखने का नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. अतः इस बात का ख़्याल रखना ज़रूरी है. – खानपान पर ध्यान दें. जल्दी बॉडी बनाने के चक्कर में अपनी सेहत से खिलवाड़ न करें. सेक्स लाइफ को बेहतर बनाने के लिए सेक्स बूस्टर खाद्य पदार्थ, जैसे- अंडा, मछली, तेल, ऑलिव ऑयल, एवोकैडो, डार्क चॉकलेट का सेवन करें. – काम का बोझ घर लेकर न आएं, क्योंकि सेक्स का मज़ा उठाने के लिए आराम करना भी ज़रूरी है. जब हम रिलैक्स होते हैं, तो शरीर में सेक्स हार्मोंस का स्राव होता है, जो सेक्स पावर को स्वाभाविक तौर पर बढ़ाता है. Sex, sex life, sexual life, couple, married life, internet, sex recession, lack of sex, less sex, pornography, body building पहला अफेयर: तुमसा कोई न मिला (Pahla Affair: Tumsa Koi Na Mila) वो ख़्वाब था बिखर गया, ख़्याल था मिला नहीं, मगर ये दिल को क्या हुआ… ये क्यों बुझा, पता नहीं… हरेक दिन उदास दिन, तमाम शब उदासियां… किसी से क्या बिछड़ गए कि जैसे कुछ बचा नहीं… जीवन से पूरी तरह संतुष्ट होने के बाद भी यादों की रहगुज़र पर जलता एक दीया है पहला प्यार, जिसकी झिलमिलाती यादों में कसक होती है, जो तन्हाई में दिल को उदास कर देती है, तो महफिल में भी नज़रें किसी को तलाशने लगती हैं. सब होने के बाद भी कुछ खोने का एहसास होता है. वो जज़्बात, जिन्हें इज़हार की मोहलत न मिली, जहां नज़रों ने नज़रों की ज़ुबां से दिल की बात सुन ली, लेकिन जब दिलों के फैसले दिमाग से किए जाते हैं, तो जुदाई ही मिलती है. वो बीएससी करके कोचिंग में टीचर थे और मैं बारहवीं की स्टूडेंट, जो फिज़िक्स की प्रॉब्लम सॉल्व करना तो सीख गई, लेकिन दर्दे दिल में उलझकर रह गई. फिर तो जो समझ में आता था, उन्हें देखकर वो भी भूल जाया करती थी. कोचिंग के फेयरवेल पार्टी में उनका सुनाया वो शेर शायद उनके दिल की सदा थी. कुछ ऐसा था उन आंखों में कि मैंने कोचिंग जाना छोड़ दिया और घर पर ही परीक्षा की तैयारी करने लगी. सब ने बहुत समझाया कि परीक्षा तो हो जाने दो, लेकिन मैंने ना कर दिया. आखिरी पेपर के बाद कुछ इरादा करके मैं कोचिंग गई. वहां जाने पर पता चला कि वो तो शाखे-दिल पर गुलों की बहार की आस दिखाकर मुझे तन्हा छोड़कर जा चुके हैं. क्यों? कोई जवाब नहीं. व़क्त अपनी रफ्तार से चलता रहा. विवाह, परिवार, सर्विस… इन सबके बीच कुछ खो देने का गम उतना ज़्यादा नहीं था, क्योंकि उसे पाया ही कब था. लेकिन फिर भी एक बार मिलने की ख़्वाहिश थी. लगता था महफिल में, मेले में कभी वो मेरे सामने आ जाएंगे. स्कूल में जब भी विदाई पार्टी होती, मुझे वो आखिरी मुलाकात याद आती. लेकिन गुज़रा व़क्त इस तरह सामने आ जाएगा, मैंने कभी सोचा न था. स्कूल में नए लेक्चरार से परिचय कराने के लिए प्रिंसिपल ने पूरे स्टाफ को बुलाया. पूरे 12 साल बाद उन्हें देखा था. आंखों पर यकीन नहीं हो रहा था. वही ग्रेसफुल चेहरा, आंखों में चमक, ठहरा हुआ प्रभावी अंदाज़… नज़रें हटाना मुशिकल था, कहीं फिर खो न जाएं. गुस्सा था या डर, मैं उनके सामने आने से कतराने लगी. लेकिन एक स्कूल में होते हुए ऐसा नामुमकिन था. एक दिन पता चला कि अभी तक उन्होंने शादी नहीं की. क्यों? किसकी खातिर? जानना चाहती थी, लेकिन हम सब एक मर्यादा में बंधे थे. शिक्षक दिवस पर छात्रों की फरमाइश पर उन्होंने कुछ शेर और गजल सुनाई- कभी किसी को मुकम्मल जहां नहीं मिलता… वे कभी दिल के करीब थे. इसलिए उनके दर्द को मैं महसूस कर सकती थी. लेकिन कुछ सवालों के जवाब अभी पाने बाकी थे. अब हम दोस्त बन चुके थे. "आपने शादी क्यों नहीं की?" एक बार फिर मैं पूछ बैठी. "तुमसा कोई न मिला." दिल की बात बताने में बिल्कुल भी नहीं झिझके थे. "तो चोरों की तरह क्यों चले गए थे?" "सब कुछ हमारे चाहने से नहीं होता. तक़दीर का फैसला हमें मानना पड़ता है." "कायरता को मजबूरी ना कहिए." मैं गुस्से में बोली. "तुम जानना चाहती हो, तो सुनो, तुम्हारे भैया मेरे दोस्त थे, फिर भी उनको सच्चाई बताकर तुम्हारा हाथ मांगा था, लेकिन उन्होंने जवाब दिय- ये तुम्हारी मर्ज़ी तक ही ठीक है, यदि मेरी बहन ने हां की, तो उसे गोली मार दूंगा, क्योंकि टीचर का दर्जा हर हाल में सम्मानीय होता है. अगर इस तरह शादियां होने लगीं, तो माहौल ही बिगड़ जाएगा. मैं उनको समझाने में नाकाम रहा, इसलिए खामोशी से चला गया. लेकिन फिर कोई और इस दिल में जगह न बना पाया." उनके शब्दों में उनकी बेबसी झलक रही थी, लेकिन अब मैंने उनका जहां मुकम्मल कराने का इरादा कर लिया था. अपनी मर्ज़ी उन्हें बता दी है. ज़िंदगी की ख़ुशियों पर उनका भी हक है. मुझे उम्मीद है कि इस दोस्ती के रिश्ते की वो लाज रखेंगे और इस शादी के लिए ना नहीं कहेंगे. बस, आप सभी की दुआओं की ज़रूरत है. – शहाना सिद्दीकी यह भी पढ़ें: पहला अफेयर: कैसा तेरा प्यार…? (Pahla Affair: Kaisa Tera Pyar) Blouse Designs (E-Book) Manmohak Mehendi Designs (E-Book) romance, partner, Love, Relationship, relationships, affair, couple, emotions, first love, Crush, pahla affair, feelings, first crush, pyar, mohabbat, Ishq अर्जुन कपूर ने मलाइका के लिए लिखा लव नोट- शी हैज़ माय हार्ट! (Hot Date Night: She Has My Heart… Arjun Kapoor Goes Romantic With Malaika Arora) Image Courtesy: Instagram/@arjunkapoor अर्जुन कपूर (Arjun Kapoor) ने मलाइका (Malaika Arora) के लिए लिखा लव नोट- शी हैज़ माय हार्ट! (Hot Date Night: She Has My Heart… Arjun Kapoor Goes Romantic With Malaika Arora) अर्जुन और मलाइका (Arjun and Malaika) इन दिनों हॉलीडेज़ पर हैं और उनका इश्क़ भी परवान चढ़ रहा है. अब वो खुलेआम अपने प्यार का इज़हार भी करते हैं और एक-दूसरे को स्पेशल फील करवाते हुए सोशल मीडिया पर भी अपने दिल की बात कहने व प्यार का इज़हार करने से पीछे नहीं हटते. बीती रात अर्जुन ने अपने इंस्टाग्राम पर मलाइका की तस्वीर के साथ लिखा था- शी हैज़ माय हार्ट यानी इनके पास मेरा दिल है. ये बात अलग है कि इस पिक्चर में मलाइका का चेहरा एक बैग के पीछे छिपा हुआ है, लेकिन दूसरी तस्वीर में मलाइका उसी हैंड बैग के साथ नज़र आ रही हैं. इसका मतलब यह है कि बैग के पीछे छिपा चेहरा मलाइका का ही है. और यह तस्वीर अर्जुन और मलाइका की डेट नाइट की है. इसके अलावा मलाइका की इंस्टाग्राम स्टोरी और पिक्चर्स से भी इस डेट नाइट का खुलासा हो रहा है, जिससे अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि यह काफ़ी हॉट और रोमांटिक रही होगी. यह भी पढ़ें: सुष्मिता सेन की फोटो पर क्यूट रेस्पॉन्स देने से ख़ुद को नहीं रोक पाए रोहमन… क्या अब भी है प्यार? (Sushmita Sen's Pic With A Baby Evokes A Cute Response From Rohman) October 2019 ( Meri Saheli ) January 2017 ( Meri Saheli ) romance, Love, Bollywood, Entertainment, arjun kapoor, affair, couple, malaika arora, hot, Newyork, hot date, date night, holilday सुष्मिता सेन की फोटो पर क्यूट रेस्पॉन्स देने से ख़ुद को नहीं रोक पाए रोहमन… क्या अब भी है प्यार? (Sushmita Sen's Pic With A Baby Evokes A Cute Response from Rohman) सुष्मिता सेन (Sushmita Sen) और रोहमन शॉल (Rohman Shawl) के बीच अब भी है प्यार? हॉट कपल के रूप में जाने जानेवाले सुष्मिता सेन और रोहमन के बीच पिछले दिनों ब्रेकअप की ख़बर काफ़ी चर्चा में थी. रोहमन की इंस्टाग्राम स्टोरीज़ ने सनसनी फैला दी थी और यह ख़बर जंगल में आग की तरह पूरी इंडस्ट्री और मीडिया में फैल गई थी. लेकिन शुक्रवार को रोहमन की इंस्टाग्राम स्टोरी कुछ और ही बयां कर रही थी. इसमें रोहमन ने सुष्मिता के लिए प्यार और उनके साथ घर बसाने का क्यूट-सा मैसेज दिया था. रोहमन की इसी स्टोरी को सुष्मिता ने भी अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर पोस्ट किया, जिससे तो यही लग रहा है कि प्यार अभ भी बाकी है. यह भी पढ़ें: इस पोस्ट के साथ मलाइका ने कंफर्म किया अर्जुन के साथ रिलेशनशिप (Malaika Arora Makes Her Relationship With Arjun Kapoor Official With Birthday Post On Instagram) इसके अलावा सुष्मिता ने अपनी एक पिक्चर भी शेयर की है, जिसमें वो एक छोटी-सी बेबी के साथ फ्लाइट में नज़र आ रही हैं, उनकी इस पिक्चर पर भी रोहमन से आठ घंटे पहले ही कमेंट किया है कि- माय बेबी विद ए बेबी! तो प्यार में तो लड़ाई-झगड़ते होते रहते हैं, बस फैंस यही दुआ करते हैं कि ये हॉट कपल यूं ही हॉट बना रहे. हाल ही में सुष्मिता ने एक इंटरव्यू में भी अपने और रोहमन के पहले इंटरेक्शन की बात कही थी कि उनकी मुलाक़ात इंस्टाग्राम पर ही हुई थी और किस तरह से अंजाने में सुष ने रोहमन का मैसेज ओपन कर लिया था और उसके बाद बातों और डेट्स का सिलसिला शुरू हुआ. Children have a way with me…I belong!!!🤗❤️ We flew together…literally!!!😁 Introducing my little #newfriend #kiara #precious #munchkin #happiness #children #love 🤗😍❤️💃🏻 I love you guys!!! A post shared by Sushmita Sen (@sushmitasen47) on Jun 28, 2019 at 2:51pm PDT My BABY with a baby ❤️😘 Best Mehendi Designs (E-Book) Meri Saheli March 2016 Issue (E-Book) partner, celebs, Love Life, Bollywood, sushmita sen, Entertainment, Film, celebrities, affair, couple, rohman shawl, still in love partner, Relationship, Health, fitness, breakup, couple, body, reacts, relationship stress, relationship goals शादी के बंधन में बंधीं 'ये रिश्ता क्या कहलाता है' की कीर्ति उर्फ मोहिना कुमारी सिंह, देखें वेडिंग पिक्स व वीडियोज़ (Yeh Rishta Kya Kehlata Hai's Mohena Kumari Singh turns a beautiful bride in traditional red lehenga) कपिल शर्मा ने पत्नी गिन्नी चतरथ के लिए रखी बेबी शावर पार्टी, देखें पिक्स (Baby shower of Kapil Sharma's wife Ginni Chatrath)
31 अगस्त Sports Wrap Up : पढ़ें दिन भर की 10 बड़ी खबरें - 31 august sports wrap up - Punjab Kesari 31 अगस्त Sports Wrap Up : पढ़ें दिन भर की 10 बड़ी खबरें स्पोट्र्स डैस्क : 18वें एशियाई खेलों में महिला हॉकी टीम को फाइनल में शिकस्त का सामना करना पड़ा। वहीं सेलिंग इवैंट में भारत के हिस्से में तीन मैडल आए हैं। उधर, इंगलैंड दौरे पर गई टीम इंडिया चौथे टैस्ट में इंगलैंड के आगे जूझ रही है। पंजाब केसरी स्पोट्र्स डेस्क आपके लिए लाए हैं ऐसी खबरें जो आप अपने व्यस्त शैड्यूल के चलते मिस कर जाते हैं। इस न्यूज बुलेटिन में हम आपको खेल जगत से जुड़ीं अब तक की बड़ी खबरों से रूबरू करवाने जा रहे हैं। पढि़ए एक क्लिक में- Asian Games: महिला हॉकी टीम का 36 साल बाद 'गोल्ड' जीतने का सपना टूटा भारतीय महिला हॉकी टीम का एशियाई खेलों में 36 साल के लंबे अंतराल के बाद स्वर्ण पदक जीतने का सपना शुक्रवार को हाई वोल्टेज फाइनल में जापान के हाथों 1-2 की हार के साथ टूट गया। भारतीय महिला टीम 20 साल के अंतराल के बाद 18वें एशियाई खेलों के फाइनल में खेल रही थी लेकिन उसे रजत पदक से संतोष करना पड़ा। जापान ने स्वर्ण पदक जीतने के साथ-साथ अपनी मेजबानी में 2020 में होने वाले टोक्यो ओलंपिक के लिए सीधे क्वालीफाई भी कर लिया। एशिया कप के लिए भारतीय टीम का ऐलान कल, कोहली बाहर हुए तो इन्हें मिलेगी कप्तानी एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट के लिए कल जब भारतीय टीम का चयन होगा तो कप्तान विराट कोहली के कार्यभार और बल्लेबाजी के मध्यक्रम पर फोकस रहेगा । भारतीय टीम ढाई महीने में इंग्लैंड दौरे के बाद टूर्नामेंट खेलेगी, जिसमें शीर्ष खिलाडिय़ों को आराम दिए जाने की संभावना कम ही है । भारत का सामना चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से दो और फाइनल में पहुंचने पर तीन बार भी हो सकता है । कोहली कमर की तकलीफ से जूझ रहे हैं और अगले तीन महीने में छह टेस्ट और खेलने हैं जिनमें दो वेस्टइंडीज और चार आस्ट्रेलिया के खिलाफ शामिल है। चयनकर्ताओं को कोहली के कार्यभार को लेकर भी एहतियात बरतनी होगी। BCCI ने एशिया कप के लिए चुने अंडर-19 के 15 खिलाड़ी, अर्जुन तेंदुलकर फिर बाहर बांग्लादेश की राजधानी ढाका में अगले महीने से शुरू होने वाले एशिया कप के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की जूनियर चयन समिति ने 15 सदस्यीय अंडर-19 टीम की घोषणा कर दी है। समिति ने 3 तरह की टीमें बनाई हैं- अंडर-19, इंडिया अंडर-19-ए, इंडिया अंडर-19-बी। इसके लिए कुल 34 खिलाडिय़ों का चयन किया गया है। पवन शाह को दो टीमों की कमान सौंपी गई है। वहीं, अनुज रावत और प्रब सिमरन सिंह के रूप में दो-दो विकेटकीपर टीम में शामिल किए गए हैं। बता दें कि चयनकर्ताओं ने इन 34 खिलाडिय़ों में दिग्गज क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन को शामिल नहीं किया है। Birthday Special: श्रीनाथ के नाम दर्ज है ऐसा रिकाॅर्ड जो कोई भी तेज भारतीय गेंदबाज नहीं तोड़ सका क्रिकेट के इतिहास में कई दिग्गज बल्लेबाजों और गेंदबाजों ने बड़े रिकॉर्ड्स हासिल किए। उनमें से आज एक ऐसे गेेंदबाज के बारे में बताते हैं जिन्होंने अपने प्रदर्शन से करोड़ों भारतीयों के दिल में अपनी विशेष जगह बनाई है। उनका नाम जवागल श्रीनाथ है। श्रीनाथ द्वारा स्थापित किए गए एक ऐसे रिकाॅर्ड के बारे में बताएंगे जो पिछले 15 सालों से कोई भी तेज भारतीय गेंदबाज नहीं तोड़ सका। अपने वनडे करियर में श्रीनाथ ने 229 मुकाबलों में 315 विकेट झटके हैं। श्रीनाथ दाएं हाथ के तेज गेंदबाज थे आैर वह भारत के लिए बताैर तेज गेंदबाज सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। चाैथे टेस्ट में कोहली ने हासिल की बड़ी उपलब्धि, सचिन-सहवाग को छोड़ा पीछे इंग्लैंड के खिलाफ साउथम्पटन में जारी चौथे टेस्ट मैच में भारतीय कप्तान विराट कोहली ने बड़ी उपलब्धि अपने नाम कर ली है। तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन की गेंद पर चौका लगाते ही उन्होंने अपने टेस्ट करियर के छह हजार रन पूरे कर लिए हैं। इस मैच से पहले कोहली को छह हजार टेस्ट रन बनाने के लिए सिर्फ 6 रनों की दरकार थी। कोहली ने टेस्ट मैचों की 119 पारियों में यह कारनामा किया, जबकि मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने अपने टेस्ट करियर की 120 पारियों में छह हजार रनों का आंकड़ा छूआ। वहीं पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग इस मामले में चौथे स्थान पर काबिज हैं, उन्होंने यह उपलब्धि 121 पारियों में हासिल की। Video: बुमराह ने फेंकी अपने करियर की सबसे खतरनाक गेंद, देखता रह गया बल्लेबाज भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की तारीफ जितनी की जाए उतनी ही कम है। माैजूदा समय में वह टीम के लिए ब्रह्मास्त्र तरह काम कर रहे हैं। अगर कोई बल्लेबाज रोड़ा बनता है तो बुमराह उन्हें पवेलियन भेजने में ज्यादा देरी नहीं दिखाते। उनका यही रूप इंग्लैंड के खिलाफ चाैथे टेस्ट के पहले दिन भी देखने को मिला। बुमराह ने मैच के दाैरान अपने टेस्ट करियर की सबसे खतरनाक गेंद फेंकी। उनकी इस गेंद को बल्लेबाज भी नहीं समझ पाया आैर बस देखता ही रहा। रौंगटे खड़े करने वाली है कुराश में सिल्वर लाने वाली पिंकी बलहारा की जिंदगी 18वें एशियाई खेलों की कुराश प्रतियोगिता में भारत को सिल्वर मैडल लाकर देने वाली पिंकी बलहारा की जिंदगी में एक के बाद एक इतने दुखद घटनाक्रम हुए है, कि कोई जान लें तो उसके रौंगटे खड़े हो जाएं। दरअसल एशियन गेम्स से ठीक तीन पहले पिंकी के परिवार के तीन सदस्यों की एक-एक कर मौत हो गई। जहां आम इंसान घर में हुई मौतों से अर्से तक टूटा रहता है तो वहीं, पिंकी ने खुद को संभाला और गेम जारी रखते हुए सिल्वर जीता, साथ ही अपने पिता का एक सपना भी पूरा किया। अमिताभ बच्चन के फैन WWE सुपरस्टार महाबली शेरा को मिली हार भारत के कई रैसलर हैं जो अपना हुनर दुनिया की सबसे बड़ी रैसलिंग कपंनी WWE में दिखाते हैं। यहां सबसे पहले दिलीप सिंह उर्फ द ग्रेट खली ने भारत की ओर से तहलका मचाया। अब उनके बाद अमनप्रीत (जो महाबली शेरा के नाम से जाने जाते हैं) WWE में अपनी धाक जमाने की कोशिश कर रहे हैं। फिलहाल वह WWE NXT ब्रैंड का हिस्सा हैं। अमेरिका के जैक्सनविले में WWE NXT ब्रैंड का लाइव इवेंट हुआ, जहां महावली शेरा को हार का सामना करना पड़ा। Asian Games: सेलिंग में भारत को जीता 'सिल्‍वर' और दो 'ब्रॉन्‍ज' मेडल 18वें एशियन गेम्स के 13वें दिन भारत को सेलिंग में 3 मेडल मिले, जिसमें 1 सिल्वर आैर 2 ब्राॅन्ज मेडल शामिल रहे। भारत के लिए महिलाओं की 49erFX इवेंट मे वर्षा गौतम और स्वेता श्रेवेगर ने सिल्वर मेडल हासिल किया है। सेलिंग के ही ओपन लेसर 4,7 इवेंट में भारत की हर्षिता तोमर ने ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया है। 49er मेंस कैटेगरी में भारत की टीम ने ब्रॉन्ज मेडल हासिल कर लिया है। भारत की टीम में अशोक ठक्कर और गणपति चेंगप्पा शामिल थे। आज के दिन सेलिंग से आए इन तीनों मेडल्स की किसी ने उम्मीद नहीं की थी। SI के कवर पेज पर आई टैनिस स्टार कैरोलिन वोज्रियाकी टैनिस के साथ मॉडलिंग जगत में खासा नाम बना चुकी कैरोलिन वोज्रियाकी एक बार फिर से अपने फैंस को सरप्राइज दे रही है। दरअसल प्रतिष्ठित स्पोर्ट्स मैगजीन स्पोर्ट्स इलस्ट्रेटेड (एस.आई.) के कवर पेज पर एक फिर बार फिर से डैनमार्क की यह स्टार प्लेयर जगह बनाने में सफल हो गई हैं। कैरोलिन ने सफेद बिकिनी में फोटोशूट करवाया है जोकि बेहद पसंद किया जा रहा है। इससे पहले मशहूर मॉडल केट ऑप्टन एस.आई. का फेवरेट चेहरा थी। लेकिन अब लैटेस्ट कवर पर कैरोलिन का चयन होने से साफ है कि यह प्रतिष्ठित मैगजीन कैरोलिन को लेकर कितनी सजग हो गई है।
प्रस्तुतकर्ता Ashutosh Pandey पर 9:41 am 1 टिप्पणी: इस संदेश के लिए लिंक आपके लिए एक बड़ा अपडेट आ रहा है, सेंटर फॉर डेवेलपमेंट ऑफ टेलेमैटिक (C-DoT) की ओर से उसने एक पब्लिक डेटा ऑफिस सॉल्यूशन डेवेलप किया है. इस तकनीक को डेवेलप करने में 50,000 रुपये तक की लागत आयी है. इस तकनीक के जरिये किराने की दुकान या फिर चाय के ठेले पर आपको वाई फाई सुविधा मिलेगी, दस रूपये से कम की कीमत पर इन जगहों पर डाटा बेचा जाएगा. ये सर्विस e-KyC (जैसे आधार वेरिफिकेशन), ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) ऑथेंटिकेशन और साथ ही वाउचर के रुप में भी मिलेगी. यहाँ अभी ये सपष्ट नहीं है कि किस प्रकार ये ठेले वाले या किराने की दुकान चलाने वाले इस सुविधा को ग्राहकों तक पहुंचा पायेंगे और इसके एवज में उनको कितना कमीशन मिलेगा. लेकिन ये तय है कि ये अधिक से अधिक लोगों को डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म से जोड़ने में कामयाब होगा. भीम एप 2 करोड़ डाउनलोड अपने मोबाइल को आधार से जोड़ें नहीं तो बंद हो जायेगी कालिंग प्रस्तुतकर्ता Ashutosh Pandey पर 7:20 am कोई टिप्पणी नहीं: इस संदेश के लिए लिंक लेबल: C DoT, Chay Ka Thela, Digital India, Public Data Office, Technology, wi fi, Wi Fi in Rs !0, Wi Fi on Kirana Stores प्रस्तुतकर्ता Ashutosh Pandey पर 8:59 pm कोई टिप्पणी नहीं: इस संदेश के लिए लिंक प्रस्तुतकर्ता Ashutosh Pandey पर 8:09 pm कोई टिप्पणी नहीं: इस संदेश के लिए लिंक प्रस्तुतकर्ता Ashutosh Pandey पर 8:27 am कोई टिप्पणी नहीं: इस संदेश के लिए लिंक प्रस्तुतकर्ता Ashutosh Pandey पर 8:10 am कोई टिप्पणी नहीं: इस संदेश के लिए लिंक प्रस्तुतकर्ता Ashutosh Pandey पर 10:46 am 2 टिप्‍पणियां: इस संदेश के लिए लिंक तहलका कार्टूनिस्ट तन्मय को माया कामथ अवार्ड-2013 इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ कार्टूनिंग के द्वारा माया कामथ मेमोरियल अवार्ड-२०१३ की घोषणा कर दी गयी है. राजनैतिक कार्टून की क्षेणी में प्रथम पुरूस्कार के लिए तहलका दिल्ली के सीनियर कार्टूनिस्ट तन्मय त्यागी को चुना गया है. इस अवार्ड के लिए 95 एंट्री में से प्रथम रू० 25000 का पुरूस्कार वर्तमान राजनैतिक घटनाचक्र पर बनाये गये एक चप्पल कार्टून के लिए तन्मय त्यागी को दिया जाएगा. इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ कार्टूनिंग के द्वारा जारी नोट में बताया गया है कि ये अवार्ड 100 वीं कार्टून प्रदर्शनी में जून 2014 में प्रदान किये जायेंगें. उनके अलावा मनोज चोपड़ा पंजाब केसरी (जम्मू-तवी ) को दूसरा और आलोक निरंतर (सकल टाइम्स) को तीसरा स्थान मिला है. सर्वश्रेष्ठ फॉरेन कार्टूनिस्ट का अवार्ड बुल्गारिया के वलेंतिन को दिया गया है. Follow Tanmay On Facebook प्रस्तुतकर्ता Ashutosh Pandey पर 10:44 am 3 टिप्‍पणियां: इस संदेश के लिए लिंक कल कुछ लोग प्यार करेंगें! प्यार का इजहार करेंगें! और कुछ इन प्यार करने वालों की खिलाफत. पहली बार एक व्यापक आन्दोलन भी शुरू होगा प्यार करने वालों के लिए.. लव धर्मा नाम से एक संस्था पहली बार प्रेम और सेक्स की सर्वमान्यता पर एक आन्दोलन करने जा रही है. इस देश में प्रेम को खाप की नजरों से ही देखा जाता है लेकिन आज इस बदलते समय में तो हमको बदलना ही होगा. प्यार को परिभाषित या कहें तो स्वीकार्य बनाना ही होगा. हर इंसान के अन्दर प्रेम और सेक्स की प्रवृति होती है और ये ही कारण है की हम एक व्यापक सृष्टि को देखतें हैं. इस सच के बाद भी प्यार और सेक्स को लेकर कहीं ना कहीं एक विरोध दिखता है. आज प्यार एक कुंठा के रूप में जन्म ले रहा है, आप देख सकते हैं की दिल्ली के तमाम पार्कों में अश्लीलता की हद से भी ज्यादा काफी कुछ दिखता है. समाज की मान्यता ना मिलने के कारण ये सब काफी संक्रमित स्थिति में दिख रहा है. समाज, स्कूल, कालेज जहां इस प्यार की शुरूआत होती है वहीं इस प्यार पर पाबंदियां हैं. बजाय पाबंदी के इसे प्रोत्साहित किया जाय, प्यार करना जुर्म ना हो... प्यार के इजहार में आनर किलिंग की धमकी ना हो तो ये प्यार सही दिशा में जाएगा. प्यार के अलावा सेक्स को तो और भी गंदी मानसिकता के साथ देखा जाता है, लेकिन जो सेक्स समस्त सृष्टि का कारक है उसे लेकर इतना हल्ला क्यों? कुछ या कहें ज्यादातर लोग जो कभी ना कभी सेक्स की क्रियाओं में लिप्त रहतें हैं उन्हें दूसरों की लिप्तता पर बैचेनी क्यों होती है. इस प्रश्न पर एक महानुभाव का सवाल था पार्कों में जो हो रहा है, दिख रहा है क्या वह सब ठीक है? उनका ये सवाल काफी अटपटा था... मैंने कहा की क्या आप इन बच्चों को घर में प्यार करने का मौक़ा देंगें तो वे उबल गये और काफी खरी-खोटी सुना निकल गये. ऐसे ही एक कृष्ण भक्त मिले जो कृष्ण की रास लीला के दीवाने थे एक दिन अपनी बिटिया को किसी लडके के साथ काफी पीते देख लिया तो आपा खो बैठे पहले बिटिया की ठुकाई और फिर लडके के घर जा उसे देख लेने की धमकी देकर आये. जब हमने उनके बारे में जाना तो पता चला की 20 साल पहले उन्होंने खुद लव मैरिज की थी. जो चीज 20 साल पहले ठीक थी आज गलत हो गयी कैसे? प्रस्तुतकर्ता Ashutosh Pandey पर 6:03 pm कोई टिप्पणी नहीं: इस संदेश के लिए लिंक प्रस्तुतकर्ता Ashutosh Pandey पर 5:43 pm कोई टिप्पणी नहीं: इस संदेश के लिए लिंक वेलेंटाइन प्रेम सन्देश भेजें अपने अजीज को Valentine's Day Comments by insightstory.blogspot.com अपने वेलेंटाइन मेसेज भेजें अपने ख़ास को... इस वेलेंटाइन पर कुछ ख़ास मेसेज भेजें जिन्हें पढने वाला सदा याद रखे. अपने मैसेज #love2014 लिखकर हिन्दी या अंगरेजी में भेंजें... इसके साथ आप पिक्चर भी भेज सकते हैं लेकिन केवल JPEG Format में... हम आपके मैसेज आपके अजीज तक पहुचायेंगें... मैसेज में अपना नाम इमेल के साथ मोबाइल न. भी शेयर कर सकते हैं. साथ ही जिसे मैसेज भेजना हो उसका नाम भी लिखें... मैसेज [email protected] पर भेजें... आपके मैसेज तुरंत लाइव किये जायेंगे. प्रस्तुतकर्ता Ashutosh Pandey पर 6:56 pm 2 टिप्‍पणियां: इस संदेश के लिए लिंक मैं ज़िंदा हूँ क्योंकि ये मेरे साथ हैं धर्मेन्द्र: एक जीवंत प्रेरणा कभी जब लिखने बैठता हूँ तो लगता है ये सब कुछ खाली है, कहीं कुछ बदलना तो नहीं है लेकिन अगले पल ख्याल आता है कोशिश तो कर ले. फिर कोशिश शुरू होती है कहीं अंतहीन एक कोशिश. कल दो लोगों से मिला एक तो मेरे काफी पुराने मित्र हैं जो कल काफी दिनों के बाद मिले और दूसरे कल एक केन्द्रीय विद्यालय के सेवानिवृत प्रधानाचार्य भी मिले जिनसे हुआ वार्तालाप मैंने फेसबुक पर भी पोस्ट किया जरा बानगी देखिएगा. (क्या आप को भी ऐसे शिक्षक चाहिए?कल एक केन्द्रीय विद्यालय से रिटायर्ड प्रधानाचार्य मिले, उनकी एक अजीब अनुनय थी पाण्डेय जी मैंने आज तक कोई भ्रष्टाचार नहीं किया बड़े ईमानदारी से नौकरी की अब आपसे एक विनती है कहीं अपने सम्बन्धों का प्रयोग कर मेरे बेटे को जिसने केन्द्रीय विद्यालय पी जी टी (इतिहास) का पेपर दिया है पास करवा दो... जितना भी लेना देना पड़े कोई बात नहीं. एस जी नाथन: खूबसूरत जिन्दगी ये व्यक्ति काफी समर्थ हैं और बेटे के पास आरक्षण की ढाल भी है... फिर भी नौकरियां खरीद रहें हैं क्या नौकरियां यूं बिकती हैं? क्या कोई इन के बेटे की मदद करेगा खैर में कल केन्द्रीय विद्यालय संगठन जाकर कोशिश करता हूँ और फिर बताता हूँ की ये संभव है या नहीं...) Post by Ashutosh Pandey. (पूरा पोस्ट देखने के लिए लिंक पर क्लिक करें). ये तो हाल है हमारे देश को संभालने वाले गुरूओं का. खैर नौकरियां खरीदने के साथ डिग्रियां खरीदने वालों की भी भरमार है. जो ये सब खरीद ले सारा जहां उसका दीवाना. दूसरे मित्र का उल्लेख भी उनके नाम के साथ करूंगा. एस जी नाथन एक आम लेकिन ख़ास शख्शियत का आदमी जिसके लिए जिन्दगी में मूल्यों का विशेष मूल्य है. जब भी जो किया उस ईश की कृपा मान कर किया और जीवन के हर पल को खूबसूरत बना दिया. इसके साथ एक बड़ा नाम जिसका उल्लेख में कर रहा हूँ एक योगी का है जिसे कर्मयोगी कहूं या फिर एक इंसान (क्योंकि आज करोड़ों की भीड़ में सब मिलते हैं सिवा इंसान के) धर्मेन्द्र कुमार सिंह इस चेहरे पर जो शांत और निश्चल मुस्कान खिली होती है वो जो कहती है वह वास्तव में सम्मोहित करने वाली है. यूपी के कानपुर में साह्वेस के नाम से एक प्राकृतिक आन्दोलन जिसमें अनन्य भक्ति के साथ कई लोगों को जीवन प्रेरणा देकर उन्हें इंसान बना देना ये एक छोटा काम नहीं है. इन सब लोगों से घिरा क्या महसूस करता हूँ क्या कहूं? जब सबसे पहले वाले प्रधानाचार्य मिलते हैं तो लगता है धन ही जीवन है और जब नाथन या धर्मेन्द्र से मुखातिब होता हूँ तो लगता है एक जीवन सुधार दूंगा तो तमाम सम्पत्ति मिल जायेगी. सच कहूं तो उन प्रधानाचार्य के चेहरे पर चिंता चिता बन सुलग रही थी लेकिन ये दो लोग खुल कर मुस्कराते हैं इनके हाथ खुले होते हैं और ऊपर वाला भी इन पर नियामत लुटाता है. बस कोशिश करें की हम भी इन दो जैसे हाथों को फैला सारे जहां को समा लें...
मध्य प्रदेश डिस्ट्रिक्ट न्यूज़ पोर्टल : रतलाम : 30-जून-2019 : रतलाम शहर में हरियाली के महा अभियान का शुभारंभ हुआ : शहर को हरा-भरा बनाने एवं वृक्षों से आच्छांदित करने के लिए वर्षा ऋतु के रतलाम | 30-जून-2019 शहर को हरा-भरा बनाने एवं वृक्षों से आच्छांदित करने के लिए वर्षा ऋतु के आते ही हरियाली के महा अभियान का शुभारंभ रविवार की सुबह किया गया। 'हरियाली- ए-रतलाम' कार्यक्रम के तहत कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान, पुलिस अधीक्षक श्री गौरव तिवारी ने अन्य जनों के साथ शहर के इंदिरा नगर साईं मंदिर परिसर में वृहद वृक्षारोपण किया। उनके साथ-साथ नगर निगम नेता प्रतिपक्ष श्रीमती यास्मीन शेरानी, समाजसेवी डॉ. सुलोचना शर्मा, इनरव्हील क्लब अध्यक्ष श्रीमती अर्चना झालानी, थोक व्यापारी संघ अध्यक्ष श्री मनोज झालानी, लायंस क्लब के श्री गोपाल जोशी, श्रीमती सुषमा श्रीवास्तव, श्रीमती प्रीति सोलंकी, श्रीमती बबीता नागर, अपर कलेक्टर श्री जितेंद्र सिंह चौहान, सुश्री निशा डामोर, एसडीएम श्रीमती लक्ष्मी गामड़, श्री प्रवीण कुमार फूलपगारे, सुश्री शिराली जैन, निगम आयुक्त श्री एस.के सिंह, सीएसपी श्री एम.एस. ठाकुर, होमगार्ड कमांडेंड श्री राजेंद्र सिंह खींची, अति सीईओ जिप. श्री दिनेश वर्मा आदि ने भी वृक्षारोपण में सहभागिता की। कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान की पहल पर रतलाम नगर को हरा भरा बनाने नगर के बगीचों के सौंदर्यीकरण के लिए 'हरियाली-ए-रतलाम' कार्यक्रम आरंभ किया गया है। पूरे मानसून में सघन वृक्षारोपण का कार्य नगर में किया जाएगा। प्रयास होगा कि वर्षा के मौसम में नागरिकगण रोजाना कहीं ना कहीं वृक्षारोपण अवश्य करें। प्रत्येक रविवार को प्रशासनिक अमला भी नागरिकों के साथ वृक्षारोपण का कार्य करेगा। रविवार की सुबह इंदिरा नगर साईं नाथ मंदिर परिसर में आयोजित वृक्षारोपण कार्यक्रम में पुलिस तथा प्रशासनिक अमले के साथ बड़ी संख्या में नागरिक भी उत्साह से वृक्षारोपण में सम्मिलित हुए। इस अवसर पर घरों में वृक्षारोपण के लिए नागरिकों को पौधे भी वितरित किए गए।जिला शिक्षा अधिकारी श्री अमर वर्धानी के साथ उनका विभागीय अमला, सहायक संचालक महिला बाल विकास सुश्री अंकिता पण्डया, श्रीमती प्रेरणा तोगडे, एहतेश्याम अंसारी, परियोजना अधिकारी जिप. श्री महेश चौबे, होमगार्ड के जवान, पुलिस जवान, पटवारी, महिला बाल विकास, शिक्षा विभाग आदि शासकीय विभागों से भी बड़ी संख्या में अधिकारी कर्मचारी वृक्षारोपण में सम्मिलित हुए।
चाचा की तरह दबंग बनना चाहता था अटिया, पुलिस के लिए बन गया था सिरदर्द | Purnia News; Story of 22-year-old youth Ashish Singh who become notorious criminal Atiya - Dainik Bhaskar Purnia News; Story Of 22 year old Youth Ashish Singh Who Become Notorious Criminal Atiya 22 साल की उम्र में 3 हत्याएं करनेवाले की कहानी:चाचा की तरह दबंग बनना चाहता था अटिया, पुलिस के लिए बन गया था सिरदर्द आशीष से अटिया बन हथियार थामा, अब जेल की सलाखों के पीछे। पूर्णिया के चर्चित रिंटू सिंह हत्याकांड में मुख्य आरोपी आशीष सिंह उर्फ अटिया की गिरफ्तारी हो गई है। लोग यह सोच कर हैरान हैं कि अटिया ने बीते डेढ़ साल में ही तीन-तीन हत्याएं कैसे कर दी। अभी उसकी उम्र सिर्फ 22 साल ही है। इस उम्र में ही वह करियर बनाने की जगह अपराध की दुनिया में उतर गया। जिन हाथों में डिग्रियां होनी चाहिए, उनमें हथियार थाम लिया और आशीष से अटिया बन गया। अब वह जेल की सलाखों के पीछे है। अटिया के करीबियों की मानें तो वह बचपन से ही अपने चाचा बुटन सिंह की तरह दबंग बनना चाहता था। दिवंगत बुटन सिंह मंत्री लेसी सिंह के पति थे और अपने वक्त में पूर्णिया की राजनीति में बड़ा नाम थे। अटिया ने सरसी से मैट्रिक पास किया और आगे की पढ़ाई के लिए पूर्णिया में रहने लगा। लेकिन मौज-मस्ती और किसी से भी मारपीट कर लेने की आदत की वजह से परिवार ने उसे वापस बुला लिया। यहां वह दोस्तों के साथ हथियार लेकर घूमने लगा। पुलिस गिरफ्त में अटिया। बेनी सिंह की हत्या के बाद अपराध की दुनिया में आया अटिया साल 2020 में हुए विधानसभा चुनाव में अटिया ने लेसी सिंह के समर्थन में चुनाव प्रचार भी किया था। वहां धमदाहा विधानसभा सीट पर लेसी सिंह के खिलाफ दिलीप यादव प्रत्याशी बने थे। उसमें सरसी के ही बिट्टू सिंह और बेनी सिंह, दिलीप यादव के समर्थन में चुनाव प्रचार कर रहे थे। यह बात अटिया को पसंद नहीं थी। इसके लिए बेनी सिंह व अटिया के बीच तू-तू मैं-मै हो गई। फिर विधानसभा चुनाव के दिन ही बेनी सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इसका आरोप अटिया पर लगा। बेनी सिंह। राजनीतिक प्रतिशोध में ही हुई रिंटू सिंह की भी हत्या सरसी के ही रहने वाले पूर्व जिप सदस्य विश्वजीत सिंह उर्फ रिंटू सिंह व अटिया पहले एक साथ थे। रिंटू सिंह ने पंचायत चुनाव में लेसी सिंह के साथ बगावत कर दी और उनके उम्मीदवार के खिलाफ जिप सदस्य पद पर पत्नी अनुलिका सिंह को उम्मीदवार बना दिया। चुनाव में लेसी सिंह व रिंटू सिंह के बीच कड़ा मुकाबला भी हुआ। लेकिन, अनुलिका सिंह ने बाजी मार लिया और भारी बहुमत से जिप सदस्य बन गई। रिंटू सिंह। इतना ही नहीं, रिंटू सिंह खुद लेसी सिंह के खिलाफ धमदाहा विधानसभा से चुनाव लड़ने की तैयारी भी करने लगा। यह सब अटिया को पसंद नहीं आया और उसकी रिंटू सिंह के साथ अनबन होने लगी। अनुलिका सिंह की जीत अटिया को हज़म नहीं हुई थी। कहा जाता है कि बदला लेने के लिए ही उसने 11 नवंबर 2021 को रिंटू सिंह की सरसी में गोली मारकर हत्या कर दी। उसके बाद से अटिया सुर्खियों में आ गया और पुलिस के लिए सिरदर्द बन गया। नीरज झा। बस स्टैंड पर वर्चस्व के लिए हुई नीरज झा की हत्या पूर्णिया के बस स्टैंड पर बैरियर वसूली का काम बिट्टू सिंह करता है। रिंटू सिंह की हत्या के बाद अटिया सुर्खियों में आ गया था और बिट्टू सिंह के हर काम में दखल देने लगा। अटिया चाहता था कि बस स्टैंड पर बैरियर वसूली का काम वह करे। लेकिन बिट्टू सिंह को यह मंजूर नहीं था। बिट्टू सिंह ने बैरियर वसूली का जिम्मा नीरज झा को दिया था। अटिया नीरज झा पर बैरियर का काम छोड़ने के लिए दबाव बना रहा था। नीरज व बिट्टू सिंह ने अटिया को बच्चा समझकर उसकी धमकी को नजरअंदाज किया। लेकिन यह दोनों के लिए भारी पड़ गया। 6 जनवरी को नीरज झा की हत्या हो गई। इसमें भी मुख्य आरोपित अटिया ही बनाया गया। पूर्णिया एसपी दया शंकर ने बताया कि अटिया ने बेनी सिंह, रिंटू सिंह व नीरजा झा की हत्या आपसी रंजिश के वजह से करने की बात अब तक के अनुसंधान से पता चला है। पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में एसपी ने बताया कि इस तीनों हत्याकांड में साजिश कर्ता अटिया के अलावा और कोई है कि नहीं इस विषय पर अनुसंधान जारी है। जल्द ही इसका भी खुलासा कर लिया जाएगा। अब तक के जांच और साक्ष्य प्रमाण से मुख्य आरोपी अटिया का ही नाम सामने आया है। शराब बेचने का विरोध करने पर भाभी को पीटा: नवादा में परिवार के सदस्यों के खिलाफ उतरी महिला, देवर ने बेरहमी से की पिटाई रोहतास में 24 घंटों में 30 नए कोरोना पॉजिटिव मिले: 7 दिन बाद फिर जिले में आंकड़ा तीन सौ पार, 317 एक्टिव केस नालंदा में 1.10 लाख कैश समेत 4 लाख की चोरी: सीढ़ी के सहारे घर में घुसे 4 बदमाश, घरवालों के जगने पर छत से कूदकर हुए फरार समस्तीपुर के सभी कोर्ट आज से वर्चुअल: 29 जनवरी तक ऑनलाइन चलेगा कोर्ट, कैंपस में आम लोगों के प्रवेश पर भी रोक
Rafael Deal attack on Rahul Gandhi, Delhi News in Hindi - www.khaskhabar.com दिल्ली-एनसीआर Mar 26, 2019 2:33 pmहिन्दी I English Home » Delhi NCR » Delhi » Rafael Deal attack on Rahul Gandhi khaskhabar.com : सोमवार, 13 अगस्त 2018 9:53 PM नई दिल्ली । राहुल गांधी की ओर से राफेल डील को लेकर भाजपा सरकार पर लगातार हमला कर सबसे बड़ा भ्रष्टाचार बताया जा रहा है। इस हमले का जवाब देने उतरे कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि प्रधानमंत्री पर आरोप लगाकर राहुल अपने ऊपर लगे दांगों को छुपा नहीं सकते हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी झूठ बोलकर जनता को भ्रम में डाल रहे हैं, वे कहते हैं कि हम फ्रांस के राष्ट्रपति से मिलकर आए हैं। राहुल गांधी ने जब संसद को अंधेरे में रखकर कहा कि राफेल मुद्दा सेके्रसी एक्ट में नहीं है तो उसे फ्रांस के राष्ट्रपति ने भी झुठला दिया था। मंत्री ने कहा है कि 2007 में सीताराम येचुरी के इजराइल से मिसाइल खरीद वाले सवाल के जवाब तत्कालीन रक्षा मंत्री ए के एंटोनी ने लिखित में जवाब देकर कहा था कि देश की सुरक्षा के लिए इसका जवाब नहीं दिया जा सकता है। उन्होंने राहुल गांधी पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि किस आधार पर सवाल पूछे सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमें विश्वास है कि राहुल गांधी होम वर्क नहीं करते हैं। राहुल गांधी के ऊपर कर के जो मामले चल रहे हैं, उससे वे हताश लग रहे हैं। Web Title-Rafael Deal attack on Rahul Gandhi Tags: rafael deal attack, rahul gandhi, ravi shankar prasad, hindi news, news in hindi, breaking news in hindi, real time news, delhi news, delhi news in hindi, real time delhi city news, real time news, delhi news khas khabar, delhi news in hindi
letter Archives - Page 2 of 6 - Newstrack नागालैंड के मुख्यमंत्री ने सुशांत को लिखा लेटर तो एक्टर ने दिया ऐसा जवाब मुंबई: केरल के बाद अब नागालैंड में भी बाढ़ ने काफी तबाही मचाई। वहीं बॉलीवुड स्टार्स इनकी मदद के लिए आगे आए हैं।एक्टर सुशांत सिंह राजपूत ने जहां केरल के लोगों को 1 करोड़ दान में दिए, वहीं नगालैंड की मदद के लिए उन्होंने 1 करोड़ 25 लाख रुपए की मदद की थी। वहीं केरला और … Continue reading "नागालैंड के मुख्यमंत्री ने सुशांत को लिखा लेटर तो एक्टर ने दिया ऐसा जवाब" DG होमगार्ड सूर्य कुमार शुक्ला का चिठ्ठी बम वायरल लखनऊ:कई दफे DGP की बाधा दौड़ में फिसलकर गिरे DG होमगार्ड सूर्य कुमार शुक्ल जोर शोर से भाजपा का प्रचार करना चाहते हैं। यूपी सीएम को एक पत्र लिख कर उन्होंने ये बात कही। डीजी होम गार्ड ने अपना रिटायरमेंट प्लान पत्र के माध्यम से सीएम के सामने रखा।DG होमगार्ड सूर्य कुमार शुक्ल ने रिटायरमेंट के … Continue reading "DG होमगार्ड सूर्य कुमार शुक्ला का चिठ्ठी बम वायरल" NEET डेटा लीक को लेकर सीबीएसई को राहुल गांधी ने लिखा पत्र, की जांच की मांग नई दिल्ली: नेशनल एलिजिबिलिटी एंट्रेस टेस्ट यानी नीट के परीक्षार्थियों के डाटा लीक होने के मामले में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा इसकी जांच होनी चाहिए। जी हां, उन्होंने परीक्षार्थियों के डाटा लीक होने वाले मामले की जांच की मांग की है। यही नहीं, इस संबंध में राहुल ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) … Continue reading "NEET डेटा लीक को लेकर सीबीएसई को राहुल गांधी ने लिखा पत्र, की जांच की मांग" भय्यू महाराज ने लिखा- कोई संभाले परिवार की जिम्मेदारी, मैं बहुत परेशान हूं, जा रहा हूं इंदौर: आध्यात्मिक गुरु भय्यू जी महाराज ने मंगलवार को यहां अपने घर पर गोली मारकर खुदकुशी कर ली। अस्पताल पहुंचने से आधा घंटे पहले ही उनकी मौत हो चुकी थी। उन्होंने अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि अब कोई परिवार की जिम्मेदारी संभाले। मैं परेशान हो चूका हूं और जा रहा हूं। मौत से … Continue reading "भय्यू महाराज ने लिखा- कोई संभाले परिवार की जिम्मेदारी, मैं बहुत परेशान हूं, जा रहा हूं" चिठ्ठी से हुआ खुलासा: राजीव की तरह मोदी को भी मारने की साजिश मुम्बई: भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में कुछ दिनों पहले हुई पांच गिरफ्तारियों के बाद भी कई खुलासे हो रहे हैं जिसमें एक चिठ्ठी मिली है जिसके अनुसार नक्सली पीएम नरेंद्र मोदी की हत्या की साजिश रच रहे हैं। कॉमरेड की चिट्ठी 18 अप्रैल 2017 को रोणा जैकब की ओर से कॉमरेड प्रकाश को लिखी गई … Continue reading "चिठ्ठी से हुआ खुलासा: राजीव की तरह मोदी को भी मारने की साजिश" पांच लाख रुपये की फिरौती मांगना आरोपी को पड़ा भारी, मामला दर्ज शाहजहांपुर। शाहजहांपुर में एक परिवार को धमकी भरी चिट्ठी मिली है। ये चिट्ठी मिलते ही पूरा परिवार दहशत में आ गया है। यह मामला कोतवाली जलालाबाद क्षेत्र का है। जानकारी के अनुसार, जलालाबाद क्षेत्र में रहने वाले एमआई खान को शनिवार को एक धमकी भरी चिट्टी मिली। इसमें लिखा गया है कि अगर एमआई खान … Continue reading "पांच लाख रुपये की फिरौती मांगना आरोपी को पड़ा भारी, मामला दर्ज" 'पद्मावती' पर वसुंधरा ने तोड़ी चुप्पी, स्मृति को चिट्ठी लिख की ये अपील वसुंधरा ने सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी को चिट्ठी लिखकर आग्रह किया है कि पद्मावती फिल्म तब तक रिलीज न हो, जब तक इसमें जरूरी बदलाव नहीं कर दिए जाएं। 'पद्मावती' को लेकर UP में भी विरोध, MP समेत 2 MLA ने लिखा योगी को लेटर संजय लीला भंसाली द्वारा निर्देशित फिल्म 'पद्मावती' को लेकर चल रहा विरोध यूपी भी आ पहुंचा है। इसी क्रम में अलीगढ़ के सांसद सहित दो विधायकों ने सीएम योगी आदित्यनाथ को चिट्ठी लिखकर इस फिल्म पर रोक लगाने की मांग की है। सोनिया की मोदी को चिट्ठी: LS में बहुमत है, पास कराएं महिला आरक्षण बिल कांग्रेस प्रेसिडेंट सोनिया गांधी ने गुरुवार (21 सितंबर) को पीएम नरेंद्र मोदी से लोकसभा में अविलंब महिला आरक्षण विधेयक पारित करने का आग्रह किया। हिंदवी स्वराज दिवस पर CM योगी की फ्लीट को काले झंडे दिखाने वाले स्टूडेंट्स जेल से रिहा लखनऊ: 7 जून को लखनऊ यूनिवर्सिटी में हिंदवी स्वराज दिवस के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की फ्लीट को काले झंडे दिखाने वाले स्टूडेंट्स को आज जेल से बेल मिल गई है। सभी को आज रिहा कर दिया गया। क्या है पूरा मामला -राजधानी के लखनऊ यूनिवर्सिटी में 7 जून को हिंदवी स्वराज दिवस मनाया गया … Continue reading "हिंदवी स्वराज दिवस पर CM योगी की फ्लीट को काले झंडे दिखाने वाले स्टूडेंट्स जेल से रिहा"