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wholly absorbed in Me, depending on Me,
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and purified by the penance of wisdom;
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many have become one with Me even in the
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past. (10)
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प्रसंग --पूर्वं श्लोकों मैं भगवान् ने यह बात कही कि AY जन्म और कर्मो को जो Rex wae लेते
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हं, उन area set को मेर प्राप्ति हो जाती है; इस पर यह जिज्ञासा होती है कि उनको आप es ।
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प्रकार और किस रूप में मिलते है ? इस पर कहते है -- ४६
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ये यथा मां प्रपद्यन्ते तांस्तथैव भजाम्यहम् | ©,
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मम amiga agen: पार्थ सर्वश: । । ११।।
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सब प्रकार से At st art का अनुसरण aa
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हैं. 1199 ।।
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Arjuna, howsoever men seek Me; even so
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do I approach them; for all men follow My
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path in every way. (11)
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प्रसंग --यदि यह बात है, तो फिर लोग भगवान् को न भजकर अन्य देवताओं की उपासना at
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करते है ? इस पर कहते हैं--
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काङ्क्षन्त: कर्मणां सिद्धिं यजन्त इह देवता: |
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क्षिप्रं fe मानुषे लोके सिद्धिर्भवति कर्मजा । । ५२।।
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८ =
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१४
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